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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कोविन प्लेटफॉर्म को एक खुला स्रोत बनाया जा रहा है और सभी देशों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समूचे विश्व को एक परिवार मानने के भारत के दर्शन के अनुरूप कोविन को इस तरह से तैयार किया जा रहा है। श्री मोदी कोविन ग्लोबल कॉनक्लेव को सम्बोधित कर रहे थे। इस वर्चुअल बैठक में, देश में विकसित कोविन प्लेटफॉर्म को एक सौ 42 देशों के प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के सामने पेश किया गया। ग्लोबल कॉनक्लेव का आयोजन स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने संयुक्त रूप से किया। इसका उद्देश्य विश्व को डिजिटल सार्वजनिक प्लेटफॉर्म के रूप में कोविन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है। Co-WIN पोर्टल को केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रणाली द्वारा विकसित किया गया था ताकि कोविड टीकाकरण की रणनीति, कार्यान्वयन, निगरानी और मूल्यांकन किया जा सके। यह COVID-19 टीकाकरण के लिए पंजीकरण करने के लिए सरकार का वेब पोर्टल है। यह पोर्टल आस-पास के क्षेत्रों में उपलब्ध COVID-19 वैक्सीन के स्लॉट प्रदर्शित करता है। वेबसाइट पर भी स्लॉट बुक किए जा सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म को आरोग्य सेतु और उमंग एप्प में भी एकीकृत किया गया है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से COVID-19 टीकाकरण के बाद प्रमाणपत्र प्राप्त किया जा सकता है।
केन्द्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने पठन-पाठन में दक्षता और संख्यात्मक कौशल की समझ के लिए राष्ट्रीय पहल - निपुण भारत का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य बच्चों में पठन-पाठन, लिखने और संख्यात्मक कौशल की दक्षता विकसित करना है। निपुण भारत का शुभारंभ करते हुए श्री पोखरियाल ने कहा कि ये पहल नई शिक्षा नीति का मजबूत स्तंभ सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस पहल के जरिये प्राथमिक शिक्षा के दौरान बच्चों में सीखने और संख्यात्मक कौशल की समझ विकसित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस माध्यम से विद्यार्थी मूलभूत समस्याओं को संख्यात्मक कौशल की बेहतर समझ के साथ सुलझा सकेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए कई कदम उठाये जा रहे हैं। इस कड़ी में स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा शुरू किया गया निपुण भारत महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम के दौरान आज निपुण भारत पर लघु विडियो, गीत और कार्यान्वयन संबंधी दिशानिर्देश जारी किये गए। सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के स्कूल शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा संस्थानों के प्रमुख भी इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
हाल ही में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने राजस्थान के उदयपुर में निचला मांडवा (Nichla Mandwa) गाँव से "सूखे भू-क्षेत्र पर बाँस मरु-उद्यान" (BOLD) नामक एक परियोजना शुरू की। इस परियोजना के अंतर्गत विशेष रूप से असम से लाए गए बाँस की विशेष प्रजातियों- बंबुसा टुल्डा (Bambusa Tulda) और बंबुसा पॉलीमोर्फा (Bambusa Polymorpha) के 5,000 पौधों को निचला मांडवा ग्राम पंचायत की 25 बीघा (लगभग 16 एकड़) खाली शुष्क भूमि पर लगाया गया है। इस तरह KVIC ने एक ही स्थान पर एक ही दिन में सर्वाधिक संख्या में बाँस के पौधे लगाने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह भारत में इस तरह का पहला अभ्यास है। यह परियोजना शुष्क व अर्द्ध-शुष्क भूमि क्षेत्रों में बाँस आधारित हरित पट्टी बनाने का प्रयास करती है। इसे 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर "आज़ादी का अमृत महोत्सव" मनाने के लिये KVIC के "खादी बाँस महोत्सव" के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया है। KVIC इस साल अगस्त तक गुजरात के अहमदाबाद ज़िले के धोलेरा गाँव और लेह-लद्दाख में भी इसी तरह की परियोजना शुरू करने वाला है।
सतीश अग्निहोत्री (Satish Agnihotri) ने नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है। उनके पास मेगा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के कार्यान्वयन में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में काम किया है, जो लगभग 9 वर्षों तक रेल मंत्रालय के तहत एक अनुसूची ‘A’ CPSE है। CMD/RVNL के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, RVNL ने 3000 किमी दोहरीकरण/तीसरी लाइन, 880 किमी मीटर गेज ट्रैक को ब्रॉड गेज में बदलने, 3000 किमी रेलवे विद्युतीकरण, 85 किमी नई लाइन, 6 कारखानों और कई महत्वपूर्ण पुलों सहित 7000 किमी की परियोजना लंबाई को पूरा किया। आंध्र प्रदेश में एक नई लाइन परियोजना में 25 महीने के रिकॉर्ड समय में 7 किमी लंबी सुरंग भी पूरी की गई।
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव का पोस्टर जारी किया। इस अवसर पर फिल्मोत्सव के नियमों के बारे में पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। फिल्मोत्सव इस वर्ष 20 से 28 नवम्बर तक गोवा में आयोजित किया जाएगा। इसे एशिया के प्राचीनतम फिल्मोत्सव में एक माना जाता है। यह भारत का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव है। गोवा सरकार और भारतीय फिल्मोद्योग के सहयोग से फिल्मोत्सव निदेशालय तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालय इसका आयोजन कर रहे हैं। इसे हाईब्रिड फार्मेट में आयोजित किया जाएगा। फिल्मोत्सव में हर वर्ष भारत और विश्व की बेहतरीन फिल्में दिखाई जाती हैं। इसमें भाग लेने के लिए प्रविष्टियां 31 अगस्त तक भेजी जा सकेंगी। भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध हस्ती सत्यजीत रे की जन्मशती के अवसर पर फिल्मोत्सव निदेशालय उनकी फिल्मों का विशेष प्रदर्शन करेगा।
शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे वर्चुअल माध्यम से ब्रिक्स देशों के शिक्षा मंत्रियों की आठवीं बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस वर्ष भारत द्वारा आयोजित किए जा रहे 13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अंग के रूप में यह बैठक आयोजित की जा रही है। ब्रिक्स संगठन के पांच देशों के शिक्षा मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में भाग लेंगे।
पर्यटन मंत्रालय ने आतिथ्य और पर्यटन उद्योग को मजबूत बनाने के लिए यात्रा डॉट कॉम के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों के ठहरने के स्थानों का प्रचार-प्रसार करना है। इस समझौते से पर्यटन मंत्रालय और यात्रा डॉट कॉम को निधि और साथी जैसे ओटीए प्लेटफार्म पर ऐसे स्थलों को पंजीकृत कराने में मदद मिलेगी। इससे कोविड महामारी को फैलने से रोकने के लिए समुचित सुरक्षा उपायों के साथ स्थानीय पर्यटन उद्योग को बढावा मिलेगा। पर्यटन मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इस समझौते का उद्देश्य पर्यटकों के ठहरने के स्थान के बारे में जानकारी के प्रचार-प्रसार में मदद करना है। पर्यटन मंत्रालय और यात्रा डॉट कॉम भारतीय आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में नीतिगत और तकनीकी सहयोग को बढावा देने के लिए आवश्यक कदम उठायेंगे। आशा है कि भविष्य में अन्य ओटीए प्लेटफार्म भी इस तरह के समझौते के लिए आगे आयेंगे और भारत में आतिथ्य सत्कार और पर्यटन उद्योग को और बढावा मिलेगा।
केन्द्र सरकार ने वन संसाधनों के प्रबन्धन में जनजातीय समुदायों को और अधिकार देने का फैसला किया है। जनजातीय कार्यमंत्री अर्जुन मुंडा तथा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर नई दिल्ली में इस संबंध में संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे। यह घोषणा पत्र अनुसूचित जनजाति और अन्य पारंपरिक वनवासी (वन अधिकारों को मान्यता) अधिनियम 2006 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए तैयार किया गया है। इस अधिनियम को सामान्य रूप से वन अधिकार अधिनियम के नाम से जाना जाता है। यह अधिनियम वनभूमि पर अनुसूचित जनजाति और अन्य पारंपरिक वनवासियों के अधिकारों को मान्यता देता है, जो पीढियों से ऐसे वनों में रह रहे हैं, लेकिन जिनके अधिकार दर्ज नहीं किए जा सके थे।
मध्य प्रदेश का पहला रेलवे संग्रहालय सांची स्टेशन पर शुरू किया गया है। भोपाल मंडल रेल प्रबंधक उदय बोरवणकर ने महिला कर्मचारी के हाथों से फीता कटवाकर संग्रहालय में प्रवेश किया। मध्य प्रदेश में रेलवे की प्राचीन स्मृतियों को याद करने के उद्देश्य से यह संग्रहालय खोला गया है। इसमें वर्ष 1893 से लेकर आजादी से पूर्व तक की रेलवे के विकास की यादें समाहित करने का प्रयास किया गया है। देश के विभिन्ना प्रांतों में रेलवे के संग्रहालय हैं, लेकिन सांची स्टेशन पर आरंभ किया गया मध्य प्रदेश का यह पहला रेल संग्रहालय है। सांची विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
मुंबई के पत्रकार धवल कुलकर्णी (Dhaval Kulkarni) द्वारा नाथूराम गोडसे: द ट्रू स्टोरी ऑफ गांधी'स एसैसिन (Nathuram Godse: The True Story of Gandhi's Assassin) शीर्षक वाली पुस्तक 2022 में पैन मैकमिलन इंडिया (Pan Macmillan India) द्वारा प्रकाशित की जाएगी। महात्मा गांधी के कुख्यात हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) की जीवनी, आधुनिक भारतीय इतिहास और समकालीन समाज और राजनीति के व्यापक संदर्भ में उस व्यक्ति और उसके सबसे परिभाषित कार्य को दर्शाती है। पुस्तक को नीलामी में पैन मैकमिलन इंडिया के संपादकीय प्रमुख तीस्ता गुहा सरकार (Teesta Guha Sarkar) द्वारा लेबिरिंथ साहित्यिक एजेंसी के संस्थापक अनीश चांडी (Anish Chandy) से प्राप्त किया गया था। "यह पुस्तक एक गहरी-गोताखोरी होगी और गांधी की हत्या से पहले और बाद की घटनाओं की प्रलयकारी श्रृंखला में तल्लीन होगी।
हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर’ (NEOWISE) टेलिस्कोप के कार्यकाल में दो वर्ष का विस्तार किया है। इस विस्तार के पश्चात् नासा का यह ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट’ (NEO) हंटिंग स्पेस टेलीस्कोप जून 2023 तक कार्य करेगा। दिसंबर 2009 में ‘वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर’ (WISE) मिशन के रूप में लॉन्च किया गया यह टेलिस्कोप मूलतः अवरक्त तरंगदैर्ध्य के माध्यम से संपूर्ण आकाश का सर्वेक्षण, क्षुद्रग्रहों, सितारों और गहरे अंतरिक्ष में दिखाई देने वाली कुछ आकाशगंगाओं का पता लगाने का कार्य कर रहा था। इसके पश्चात् दिसंबर 2013 में नासा के ग्रह विज्ञान विभाग द्वारा इसे ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट’ (NEO) हंटिंग स्पेस टेलीस्कोप के रूप में पुनरुद्देशित किया गया, जिसका प्राथमिक कार्य सौरमंडल में पृथ्वी के करीब से गुज़रने वाले क्षुद्रग्रहों और धूमकेतुओं की पहचान करना है। अब तक इस टेलिस्कोप ने 1,850 से अधिक ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्टस’ (NEOs) की पहचान की है और उनके बारे में जानकारी प्रदान की है, जिससे हमें अपने निकटतम सौरमंडल को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली है।
चीनी अंतरिक्ष यात्रियों ने 4 जुलाई, 2021 को चीन का पहला अग्रानुक्रम स्पेसवॉक सफलतापूर्वक किया है। उन्होंने पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में नए तियांगोंग स्टेशन (Tiangong Station) के बाहर सात घंटे तक काम किया। तियांगोंग का निर्माण चीन के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक बड़ा कदम है। जून 2021 में तीन अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन के लिए लांच किया गया था। इस मिशन में अंतरिक्ष यात्री तीन महीने तक अन्तरिक्ष में रहेंगे, जिसे चीन का अब तक का सबसे लंबा क्रू मिशन कहा जा रहा है। तियांगोंग में पहले स्पेसवॉक में दो अंतरिक्ष यात्री सात घंटे के काम के लिए स्टेशन से बाहर निकले। वे सकुशल लौट आए। अंतरिक्ष यात्री लियू बोमिंग (Liu Boming) और टैंग होंगबो (Tang Hongbo) की तियान्हे कोर मॉड्यूल में सुरक्षित वापसी चीन द्वारा निर्मित अंतरिक्ष स्टेशन में पहले स्पेसवॉक की पूर्ण सफलता पर प्रकाश डालती है। अंतरिक्ष यात्रियों ने तियान्हे कोर मॉड्यूल के बाहर एक पैनारोमिक कैमरे को ऊपर उठाने और स्टेशन के रोबोटिक आर्म का परीक्षण करने के उद्देश्य से स्पेसवॉक की।
भारतीय मूल की महिला सिरीशा बांदला (Sirisha Bandla) वर्जिन गेलेक्टिक के 'वीएसएस यूनिटी' में अंतरिक्ष के एज की यात्रा करेंगी, जो 11 जुलाई को न्यू मैक्सिको से उड़ान भरने वाली है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि वह कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की तीसरी महिला होंगी। वाशिंगटन डीसी में वर्जिन गैलेक्टिक में सरकारी मामलों के उपाध्यक्ष, बांदला अपने बॉस और समूह के संस्थापक, अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन और चार अन्य लोगों के साथ कंपनी के अंतरिक्ष यान में यात्रा करेंगे। बांदला यूनिटी22 मिशन के शोधकर्ताओं के अनुभव का ध्यान रखेंगे। 34 वर्षीय बांदला भारत में आंध्र प्रदेश के गुंटूर की रहने वाली हैं। वह चार साल की उम्र में अपने परिवार के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका चली गई। उन्होंने इंडियाना के पर्ड्यू विश्वविद्यालय में वैमानिकी और अंतरिक्ष विज्ञान के स्कूल से स्नातक किया। बांदला के पास जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स डिग्री भी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 का टीका लगवाने के लिए टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (National Technical Advisory Group on Immunization – NTAGI) की सिफारिश को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय गर्भवती महिलाओं को कोविड टीकाकरण लेने के बारे में सूचित विकल्प चुनने का अधिकार देता है।गर्भवती महिलाएं अब CoWIN पर पंजीकरण करा सकती हैं या टीकाकरण के लिए निकटतम कोविड टीकाकरण केंद्र में जा सकती हैं। भारत के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में सार्वजनिक स्वास्थ्य, टीकाकरण, रोग नियंत्रण और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञों की सिफारिशें शामिल हैं। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक और महामारी विज्ञान के साक्ष्य के आधार पर भारत की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को मजबूत करने पर प्राथमिकता प्रदान करता है। इससे पहले, गर्भवती महिलाओं को छोड़कर सभी समूह कोविड टीकाकरण के लिए पात्र थे। अब, टीकाकरण कार्यक्रम का विस्तार गर्भवती महिलाओं तक भी कर दिया गया है।
कविता राव (Kavitha Rao) ने लेडी डॉक्टर्स: द अनटोल्ड स्टोरीज ऑफ इंडियाज फर्स्ट वूमेन इन मेडिसिन (Lady Doctors: The Untold Stories of India’s First Women in Medicine) नामक पुस्तक लिखी है। यह पुस्तक भारत की पहली महिला डॉक्टरों की कहानियों को पुनः प्राप्त करती है, जिन्हें अक्सर इतिहास द्वारा अनदेखा किया जाता है। कविता राव की 'लेडी डॉक्टर्स: द अनटोल्ड स्टोरीज ऑफ इंडियाज फर्स्ट वूमेन इन मेडिसिन' के इस अंश में रुखमाबाई राउत (Rukhmabai Raut) की कहानी है। रुखमाबाई एक भारतीय चिकित्सक और नारीवादी थीं। वह औपनिवेशिक भारत में पहली अभ्यास करने वाली महिला डॉक्टरों में से एक होने के साथ-साथ 1884 और 1888 के बीच एक बाल वधू के रूप में अपनी शादी से जुड़े एक ऐतिहासिक कानूनी मामले में शामिल होने के लिए जानी जाती हैं।
श्रीनगर जिले के अधिकारियों ने ड्रोन और इसी तरह के मानव रहित हवाई वाहनों (UAVs) के भंडारण, बिक्री, उपयोग और परिवहन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस आदेश में अधिकारियों से महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और अत्यधिक आबादी वाले क्षेत्रों के पास हवाई स्थान सुरक्षित करने के लिए कहा गया है। इस प्रकार, सभी सामाजिक और सांस्कृतिक समारोहों में ड्रोन का उपयोग बंद दिया गया है। यूएवी पर प्रतिबंध लगाने का आदेश CrPC की धारा 144 के तहत जारी किया गया था। इस आदेश में कहा गया है, “ड्रोन के दुरुपयोग के प्रकरणों की पृष्ठभूमि में विकेंद्रीकृत हवाई क्षेत्र की पहुंच को विनियमित करने की आवश्यकता है, जो सुरक्षा बुनियादी ढांचे के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।“ नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने वजन वर्गीकरण, विशिष्ट पहचान संख्या, गति प्रतिबंध आदि के संबंध में ड्रोन के उपयोग को विनियमित करने के लिए मसौदा दिशानिर्देश भी प्रदान किए हैं। जिन व्यक्तियों के पास पहले से ही ड्रोन कैमरे या इसी तरह के मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) हैं, उन्हें उचित रसीद के साथ स्थानीय पुलिस स्टेशन में इसे ग्राउंड करना होगा। कृषि, पर्यावरण संरक्षण और आपदा न्यूनीकरण क्षेत्र में मानचित्र, सर्वेक्षण और निगरानी के लिए ड्रोन का उपयोग करने वाले सरकारी विभागों को जनहित में ऐसी कोई भी गतिविधि करने से पहले स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचित करना आवश्यक है।
एक्सिस बैंक ने देश के तीसरे सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक के डिजिटल परिवर्तन कार्यक्रम को सशक्त बनाने के लिए अमेज़ॅन वेब सर्विसेज (AWS) के साथ एक बहु-वर्षीय समझौता किया है। समझौते के हिस्से के रूप में, एक्सिस बैंक AWS की मदद से ग्राहकों को उन्नत बैंकिंग अनुभव लाने के लिए नई डिजिटल वित्तीय सेवाओं का एक पोर्टफोलियो तैयार करेगा, जिसमें ऑनलाइन खाते भी शामिल हैं जिन्हें 6 मिनट और तत्काल डिजिटल भुगतान में खोला जा सकता है। इससे बैंक को ग्राहकों की संतुष्टि में 35 प्रतिशत की वृद्धि और लागत में 24 प्रतिशत की कमी करने में मदद मिलेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने 'बैंकों में साइबर सुरक्षा ढांचे' पर निर्देशों के कुछ प्रावधानों का पालन न करने के लिए पंजाब एंड सिंध बैंक (Punjab and Sind Bank) पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। केंद्रीय बैंक ने विवरण देते हुए कहा कि राज्य के स्वामित्व वाले बैंक ने 16 और 20 मई, 2020 को RBI को कुछ साइबर घटनाओं की सूचना दी थी। तदनुसार, केंद्रीय बैंक ने बैंक को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था कि RBI द्वारा जारी निर्देशों का पालन न करने के लिए जुर्माना क्यों नहीं लगाया जाना चाहिए। यह जुर्माना बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 46 (4) (i) और 51 (1) के साथ पठित धारा 47 A (1) (c) के प्रावधानों के तहत RBI में निहित शक्तियों के प्रयोग में लगाया गया है।
इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) 50,000 करोड़ रुपये से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ दूसरा सबसे मूल्यवान सूचीबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक (PSB) बन गया है। राज्य के स्वामित्व वाले ऋणदाता के स्ट्रीट डिस्काउंट निजीकरण के रूप में, इसके शेयरों ने पिछले एक महीने में BSE पर लगभग 80 प्रतिशत की सराहना की है। BSE पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, IOB 51,887 करोड़ रुपये के एम-कैप के साथ है, जिसके बाद PNB (46,411 करोड़ रुपये) और BOB (44,112 करोड़ रुपये) क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर है। PNB में 4 प्रतिशत की गिरावट और BOB शेयर की कीमत में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की तुलना में पिछले महीने में IOB का बाजार मूल्य 57 प्रतिशत बढ़ गया है। बैंक वसूली, कम लागत वाली जमाराशियों और कम पूंजी खपत वाले अग्रिमों पर ध्यान केंद्रित करके त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (PCA) ढांचे से बाहर आने की योजना बना रहा है।
सीबीएसई ने शिक्षण सत्र 2021-22 को दो सत्रों में बांटने का फैसला किया है। प्रत्येक सत्र के लिए लगभग पचास प्रतिशत पाठ्यक्रम होगा। बोर्ड ने कहा है कि प्रत्येक सत्र के अंत में परीक्षा ली जाएगी। पहले सत्र के लिए परीक्षा इस वर्ष नवम्बर-दिसम्बर में होगी। दूसरे सत्र की परीक्षा अगले वर्ष मार्च-अप्रैल में आयोजित की जाएगी।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) यूनाइटेड किंगडम (UK) और इटली की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे, जिसके दौरान वह अपने समकक्षों और इन देशों के वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा का मुख्य आकर्षण इटली के प्रसिद्ध शहर कैसिनो में जनरल नरवणे का भारतीय सेना स्मारक का उद्घाटन करना होगा। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मोंटे कैसिनो (Monte Cassino) की लड़ाई में, 5,000 से अधिक भारतीय सैनिकों ने इटली को फासीवादी ताकतों से बचाने के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। सितंबर 1943 और अप्रैल 1945 के बीच इटली की मुक्ति के लिए लगभग 50,000 भारतीयों को सूचीबद्ध किया गया था। यूके और इटली दोनों रक्षा, स्वास्थ्य सेवा, एयरोस्पेस, शिक्षा, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के लिए महत्वपूर्ण भागीदार हैं।
वयोवृद्ध अधिवक्ता कल्याण नारायण भट्टाचार्जी (Kalyan Narayan Bhattacharjee) को त्रिपुरा में नया लोकायुक्त नियुक्त किया गया है। उन्हें इस पद पर तीन साल के लिए 1 जुलाई से नियुक्त किया गया है। त्रिपुरा में लोकायुक्त अधिनियम 2008 से लागू है और 2012 में त्रिपुरा में पहला लोकायुक्त नियुक्त किया गया था। भट्टाचार्जी राज्य के तीसरे लोकायुक्त हैं और वकील के रूप में पद संभालने वाले पहले व्यक्ति हैं। गुजरात और गुवाहाटी एचसी के पूर्व न्यायाधीश प्रदीप कुमार सरकार (Pradeep Kumar Sarkar) त्रिपुरा में पहले लोकायुक्त थे।
OCO ग्लोबल द्वारा इन्वेस्ट इंडिया (Invest India) को मोस्ट इनोवेटिव इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एजेंसी 2021 से सम्मानित किया गया है। OCO ग्लोबल विदेशी निवेश पर एक अग्रणी प्राधिकरण है और आर्थिक विकास सेवाओं, उत्पादों और अद्वितीय कंपनी मूल्यांकन टूल की एक श्रृंखला प्रदान करता है। इन्वेस्ट इंडिया, 2009 में स्थापित, भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, उद्योग और आंतरिक व्यापार के संवर्धन विभाग के तहत एक गैर-लाभकारी उद्यम है। यह राष्ट्रीय निवेश प्रोत्साहन और सुविधा एजेंसी है। इन्वेस्ट इंडिया भारत में स्थायी निवेश को सक्षम करने के लिए क्षेत्र-विशिष्ट निवेशक लक्ष्यीकरण और नई साझेदारियों के विकास पर ध्यान केंद्रित करता है। स्थायी निवेश पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक कोर टीम के अलावा, इन्वेस्ट इंडिया पर्याप्त निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों और बहुपक्षीय संगठनों के साथ भी भागीदारी करता है। इन्वेस्ट इंडिया कई भारतीय राज्यों के साथ क्षमता निर्माण के साथ-साथ निवेश लक्ष्यीकरण, प्रचार और सुविधा क्षेत्रों में वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को लाने के लिए भी सक्रिय रूप से काम करता है।
नॉर्वे के 25 वर्षीय एथलीट कार्स्टन वारहोल्म (Karsten Warholm) ने बिस्लेट खेलों के दौरान 400 मीटर बाधा दौड़ में लंबे समय से चले आ रहे विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा। इससे पहले यह रिकॉर्ड 29 साल तक अमेरिकी हर्डलर केविन यंग (Kevin Young) के नाम था। उनका 46.78 सेकंड का मार्क 1992 के बार्सिलोना, स्पेन में ओलंपिक में स्थापित किया गया था, जिसे अंततः वारहोल्म द्वारा 46.70 सेकंड के आधिकारिक समय के साथ तोड़ा गया था।
भारतीय महिला टेस्ट और एकदिवसीय टीम की कप्तान मिताली राज इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड को पछाड़ कर अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गयी है।इस 38 साल की खिलाड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ यहां शनिवार को तीसरे एकदिवसीय में लक्ष्य का पीछा करते समय पारी के 24वें ओवर में नैट साइवर की गेंद पर चौका लगा एडवर्ड के 10,273 अंतरराष्ट्रीय रन के आंकड़े को पीछे छोड़ा।इस सूची में न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स 7849 रन के साथ तीसरे स्थान पर है। शीर्ष पांच में स्टेफनी टेलर (Stafanie Taylor) (7832) और मेग लैनिंग (Meg Lanning) (7024) हैं।
रेड बुल के मैक्स वेर्स्टाप्पेन (Max Verstappen) ने रेड बुल रिंग में ऑस्ट्रियन ग्रांड प्रिक्स जीता, जो 2021 फॉर्मूला 1 वर्ल्ड चैंपियनशिप सीज़न की नौवीं रेस है। वेर्स्टाप्पेन ने मर्सिडीज-AMG के वाल्टेरी बोटास (Valtteri Bottas) और मैकलारेन के लैंडो नॉरिस (Lando Norris) से आगे दौड़ जीती। 2021 ड्राइवर्स चैंपियनशिप के लिए लुईस हैमिल्टन - बोटास की टीम के साथी और वेरस्टैपेन के चैलेंजर - चौथे स्थान पर रहे।
04 जुलाई, 2021 को विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु ‘स्वामी विवेकानंद’ की 119वीं पुण्यतिथि मनाई गई। 12 जनवरी, 1863 को तत्कालीन ‘कलकत्ता’ (बंगाल प्रेसीडेंसी) में जन्मे स्वामी विवेकानंद को बचपन में नरेंद्र नाथ दत्त के नाम से जाना जाता था। स्वामी विवेकानंद के गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस था, रामकृष्ण परमहंस से स्वामी विवेकानंद की मुलाकात वर्ष 1881 में ऐसे समय में हुई थी जब विवेकानंद एक आध्यात्मिक संकट के दौर से गुज़र रहे थे और भगवान या ईश्वर के अस्तित्त्व जैसे प्रश्नों पर विचार कर रहे थे। रामकृष्ण परमहंस के शुद्ध और निस्वार्थ भाव ने स्वामी विवेकानंद को काफी प्रभावित किया तथा दोनों के बीच एक आध्यात्मिक गुरु-शिष्य संबंध शुरू हो गया। अपने गुरु के नाम पर विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन तथा रामकृष्ण मठ की भी स्थापना की। विश्व में भारतीय दर्शन विशेषकर वेदांत और योग को प्रसारित करने में विवेकानंद की महत्त्वपूर्ण भूमिका है, साथ ही ब्रिटिश भारत के दौरान राष्ट्रवाद को अध्यात्म से जोड़ने में इनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। उन्होंने सितंबर 1893 में शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में वैश्विक ख्याति अर्जित की तथा इसके माध्यम से ही भारतीय अध्यात्म का वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार हुआ। जनवरी 1897 में वे भारत वापस लौट आए, वापस लौटने के बाद 01 मई, 1897 में उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। जून 1899 में वह एक बार फिर पश्चिम की यात्रा पर गए, जहाँ उन्होंने अपना अधिकांश समय अमेरिका के पश्चिमी तट पर बिताया। वर्ष 1902 के शुरुआती महीनों में उनका स्वास्थ्य खराब होने लगा और 4 जुलाई, 1902 को उनके जीवन का अंत हो गया।
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