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केरल सरकार ने COVID-19 महामारी के कारण अस्थिर हुई राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय योजना की घोषणा की है। वित्त मंत्री के.एन. बालगोपाल ने राज्य के छोटे व्यापारियों और किसानों की मदद के लिए राज्य विधानसभा में 5650 करोड़ रुपये की वित्तीय योजना की घोषणा की। यह पैकेज राज्य में महामारी से नकारात्मक रूप से प्रभावित छोटे व्यवसायों और किसानों की मदद करने के लिए बनाया गया है। राज्य सरकार ने रियायती ऋण जारी करने का निर्णय लिया है और केरल राज्य वित्तीय उद्यम (KSFE) और केरल वित्तीय निगम (KFC) और के लिए नए ऋण कार्यक्रमों की घोषणा की है। 2,00,000 रुपये तक के ऋण के लिए, राज्य सरकार 6 महीने की अवधि में ऋण पर ब्याज का 4% का भुगतान करेगी। इस पैकेज के तहत सरकार ने कम ब्याज वाले कर्ज की सुविधा में छूट का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने इस साल जुलाई से 31 दिसंबर के बीच राज्य सरकार के स्वामित्व वाली दुकानों और इमारतों के लिए किराए में छूट देकर छोटे व्यवसायों की मदद करने का भी फैसला किया है। MSMEs को जुलाई से 31 दिसंबर तक बिल्डिंग टैक्स से छूट दी गई है। इससे छोटे और मझोले उद्यमियों को काफी मदद मिलेगी। चूंकि राज्य सरकार ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है, इसलिए बैंकरों को ऋण प्रदान करने की आवश्यकता होती है। व्यापारी कम ब्याज दरों पर इन ऋणों का लाभ उठा सकते हैं। केरल सरकार ने कुल 500 व्यावसायिक उद्यमों के लिए एक वर्ष में 5% ब्याज दर पर 1 करोड़ रुपये तक का ऋण प्रदान करने का निर्णय लिया है।
केरल में शुरू की गई “कृषिकर्ण” परियोजना के तहत मिनी पॉलीहाउस बनाया जाएगा जो कि एक प्रकार का ग्रीनहाउस है। यह नेशनल सोसाइटी फॉर एग्रीकल्चरल हॉर्टिकल्चर (National Society for Agricultural Horticulture – SAHS), Sustainability Foundation और Qore3 Innovations की एक संयुक्त पहल है। SAHS एक सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सहकारी संगठन है, जो कृषि और बागवानी प्रथाओं को बढ़ावा देने में शामिल है। सस्टेनेबिलिटी फाउंडेशन, तिरुवनंतपुरम में बेस्ड एक गैर-सरकारी संगठन, सतत विकास (sustainable development) को बढ़ावा देता है। Qore3 Innovations एक स्टार्ट-अप कंपनी है जो खेतों के लिए “एंड-टू-एंड सपोर्ट” प्रदान करने का दावा करती है। कृषिकर्ण के तहत ढाई फीसदी जमीन पर छोटा पॉलीहाउस बनाया जाएगा। प्रत्येक प्लास्टिक घर की कुल अनुमानित लागत 2,35,000 रुपये है। अनीश एन. राज ने केरल का सर्वश्रेष्ठ हाई-टेक किसान पुरस्कार जीता और वह Qore3 के कृषि विज्ञानी भी हैं जो कृषिकर्ण के नवाचारों को लागू कर रहे हैं। केरल की कृषि पर अभूतपूर्व जलवायु परिवर्तन का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसलिए, उच्च तकनीक वाली कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि किसान पूरे वर्ष खेती कर सकें। Qore3 ने केरल में 30 से अधिक परियोजनाओं को सफल हाई-टेक फार्म स्थापित किया है।
इंटेल ने ‘AI For All’ पहल के लांच की घोषणा करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और शिक्षा मंत्रालय के साथ सहयोग किया है। यह पहल देश में सभी के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence – AI) की बुनियादी समझ पैदा करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। AI जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। AI के लिए नीति आयोग की राष्ट्रीय रणनीति समावेशी विकास के लिए AI का लाभ उठाने और विभिन्न सामाजिक जरूरतों के लिए AI समाधान विकसित करने पर केंद्रित है। भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भी देश के छात्रों को AI संचालित अर्थव्यवस्था के लिए तैयार करने पर जोर देती है। इंटेल का ‘AI For All’ 4 घंटे का सीखने का कार्यक्रम है। यह सभी के द्वारा एक्सेस किया जा सकता है और एक छात्र के लिए उतना ही लागू होता है जितना कि घर में रहने वाले माता-पिता या किसी भी क्षेत्र में एक पेशेवर और यहां तक कि देश के एक वरिष्ठ नागरिक के लिए भी। इंटेल के इस कार्यक्रम का उद्देश्य कार्यक्रम के पहले वर्ष में 1 मिलियन नागरिकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इसके उपयोग और कार्य से परिचित कराना है।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India Council of Technical Education – AICTE) ने घोषणा की है कि वह संसाधनों का एक डेटाबेस तैयार कर रहा है ताकि कॉलेज देश की क्षेत्रीय भाषाओं में अधिक कार्यक्रम पेश कर सकें। AICTE ने देश की 11 भाषाओं में इंजीनियरिंग सामग्री का अनुवाद करने के लिए एक टूल भी विकसित किया है। तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है। 8 राज्यों में 14 इंजीनियरिंग कॉलेज पांच भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करने जा रहे हैं। वे भाषाएँ बंगाली, हिंदी, तेलुगु, तमिल और मराठी हैं। क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षण का लाभ उन छात्रों के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंच प्रदान करेगा जो कम आय वाले, ग्रामीण परिवारों से हैं। ये छात्र सीखने के इच्छुक हैं और सीखने में सक्षम भी हैं, लेकिन अंग्रेजी में पारंगत नहीं होने से उनकी सीखने की प्रक्रिया में बाधा आती है।
ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग के इन्दिरा गांधी सांस्कृति केन्द्र ने ऑनलाइन संगीत कार्यक्रम आयोजित किया। इस मल्हार शोंध्या कार्यक्रम में बंगलादेश और भारत के सुप्रसिद्ध गायकों और संगीतकारों द्वारा प्रस्तुत भारतीय शास्त्रीय संगीत का विश्व भर के संगीत प्रेमियों ने आनन्द लिया। रबिन्द्र संगीत की जानी मानी कलाकार और आई सी सी आर की पूर्व छात्रा रिजवाना चौधरी बन्नया ने रबिन्द्र मल्हार राग गाया जो मिश्र मल्हार और मियां की मल्हार राग का मिश्रण है। मल्हार समारोह वर्षा के स्वागत में आयोजित किया जाता है और इसमें वर्षा से जुडे राग विशेष रूप से प्रस्तुत किये जाते हैं।
दृष्टि बाधित लोगों को पढ़ने की सहुलियत बढ़ाने के लिए एक नई मशीन इजाद की गई है। जिसके सहयोग से कोई भी प्रकाशित या डिजिटल दस्तावे को स्पीच आउटपुट के रूप में प्राप्त किया जा सकता है। चंडीगढ़ स्थित सीएसआईआर-केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन (सीएसआईओ) ने तकनीक को विकसित किया है। इस व्यक्तिगत पाठन मशीन का नाम ‘दिव्य नयन’ रखा गया है। संपर्क स्कैनिंग पद्धति पर आधारित यह मशीन मल्टी कॉलम दस्तावेज का विश्लेषण कर सकता है और पढ़ने की निर्बाध सुविधा प्रदान करता है। उपयोगकर्ता जिस दस्तावेज को पढ़ना चाहता है, उसके ऊपर इस उपकरण को रख सकता है और इसे मैन्युअल रूप से स्कैन कर सकता है। ऑडियो फाइलें मशीन में एड की जाती हैं, जिन्हें उपयोगकर्ता द्वारा सुना जा सकता है। यह उपकरण हैंडहेल्ड, स्टैंडअलोन, पोर्टेबल, पूरी तरह से वायरलेस और आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) सक्षम है। वर्तमान में यह उपकरण हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और पंजाबी में उपलब्ध है। इसे जल्द ही अन्य भारतीय और विदेशी भाषाओं के लिए भी अनुकूल बनाया जाएगा है। इसमें यूएसबी, ब्लूटूथ, वाईफाई, लैन, हेडफोन इत्यादि जैसे इंटरफेस हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के 112वें वार्षिक दिवस समारोह की अध्यक्षता की। यह समारोह 30 जुलाई को आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एक पीजी छात्रावास और अतिथि गृह के साथ-साथ रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) व बीएसएल 3 प्रयोगशाला के लिए संपूर्ण जीनोम सिक्वेंसिंग नेशनल रिफरेंस लेबोरेटरी का डिजिटल माध्यम के जरिए उद्घाटन किया। एल3 प्रयोगशाला परिसर में 22 जैव सुरक्षा स्तर (बीएसएल) II प्रयोगशालाएं हैं। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र नई दिल्ली में स्थित है। पहले इसका नाम राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान हुआ करता था। भारत सरकार ने इसकी स्थापना भारतीय मलेरिया संस्थान (एमआईआई) की गतिविधियों के विस्तार एवं इसे पुनर्व्यवस्थित करने के लिए 30 जुलाई 1963 को की थी। यह संस्थान भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन है।
भारत और रूस की नौसेनाओं के बीच 12वां ‘इंद्र नेवी’ अभ्यास बाल्टिक सागर में 28 और 29 जुलाई, 2021 को आयोजित किया गया। यह सैन्याभ्यास हर दो वर्ष बाद भारत और रूस की नौसेनाओं के बीच किया जाता है। ‘इंद्र नेवी’ अभ्यास की शुरूआत 2003 में की गई थी, जो दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच मौजूद दीर्घकालीन रणनीतिक सम्बंधों का परिचायक है। उल्लेखनीय है कि रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में रूसी नौसेना का 325वां नौसेना दिवस मनाया जा रहा था, जिसमें शामिल होने के लिये आईएनएस तबर जब वहां पहुंचा, तो यह सैन्याभ्यास किया गया।
हाल ही में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) द्वारा बायोटेक-प्राइड (डेटा एक्सचेंज के माध्यम से अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना-Biotech-PRIDE) हेतु दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं। इसके अलावा भारतीय जैविक डेटा केंद्र (IBDC) की एक वेबसाइट भी लॉन्च की गई। इन दिशा-निर्देशों में अन्य मौजूदा जैविक डेटासेट/डेटा केंद्रों को IBDC के साथ जोड़ने की परिकल्पना की गई है, जिसे बायो-ग्रिड (Bio-Grid) कहा जाएगा। यह बायो-ग्रिड जैविक ज्ञान, सूचना और डेटा हेतु एक राष्ट्रीय भंडार होगा। साथ ही बायो-ग्रिड अपने एक्सचेंज को सक्षम करने, डाटासेट के लिये सुरक्षा मानकों और गुणवत्तापूर्ण उपाय विकसित करने तथा डेटा तक पहुंँच सुनिशित करने हेतु विस्तृत तौर-तरीके स्थापित करने के लिये ज़िम्मेदार होगा। इन दिशा-निर्देशों को भारतीय जैविक डेटा केंद्र (Indian Biological Data Centre- IBDC) के माध्यम से लागू किया जाएगा। वर्तमान में जैविक डेटाबेस में योगदान करने वाले शीर्ष 20 देशों में भारत चौथे स्थान पर है।
भारत और इंडोनेशिया की नौसेनाओं के बीच समन्वित गश्ती-कॉरपेट (India-Indonesia Coordinated Patrol (India-Indonesia CORPAT) के 36वें संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। भारत और इंडोनेशिया समुद्री सहयोग को मज़बूत करने के लिये वर्ष 2002 से प्रतिवर्ष दो बार अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (International Maritime Boundary Line- IMBL) पर समन्वित गश्ती कर रहे हैं। भारतीय नौसेना का जहाज़ (INS) सरयू, एक स्वदेश निर्मित अपतटीय गश्ती पोत है, जो 36वें संस्करण में समुद्री गश्ती विमान के साथ हिंद-प्रशांत में दोनों देशों के बीच संबंधों को मज़बूत बनाने के लिये भाग ले रहा है।
हाल ही में आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्ज़र्वेशनल साइंसेज़ (ARIES) और भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलुरू के भारतीय खगोलविदों ने पहली बार सूर्य की एक ‘नियर-सर्फेस शीयर लेयर’ (Near-Surface Shear Layer- NSSL) के अस्तित्व की सैद्धांतिक व्याख्या की है। ARIES विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्थान है। हेलियोसिज़्मोलॉजी आधारित ऑब्ज़र्वेशन से पता चला है कि भूमध्य रेखा और ध्रुवों के मध्य परिवर्तित रोटेशन के अलावा सूर्य में एक नियर-सर्फेस शीयर लेयर (NSSL) विद्यमान है। NSSL का अस्तित्व, जहांँ सूर्य के घूर्णन प्रोफाइल (Rotation Profile) में परिवर्तन होता है, के बहुत निकट मौजूद होता है।यह लेयर/परत सौर सतह के बहुत करीब मौजूद है, जिसमें भीतरी त्रिज्या के साथ कोणीय वेग तेज़ी से घटता है। माना जाता है कि NSSLबड़े पैमाने पर सूर्य के चुंबकत्व को संचालित करने वाले संवहन पैटर्न (Convective Patterns) की प्रकृति को परिभाषित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
अगस्त से भारत महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अध्यक्ष होगा और फिर राष्ट्र आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा और शांति व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई के तीन प्रमुख क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एस. तिरुमूर्ती अगस्त महीने के लिए सुरक्षा परिषद की कार्य योजना पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वह संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को भी एक ब्रीफिंग प्रदान करेंगे जो वर्तमान में महीने के लिए अपने काम पर परिषद के स्थायी सदस्य नहीं हैं। 1 जनवरी, 2021 को सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल शुरू हुआ था। भारत अगले साल दिसंबर में फिर से परिषद की अध्यक्षता करेगा, जो इसके दो साल के कार्यकाल का आखिरी महीना होगा। भारत की अध्यक्षता के दौरान आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा और शांति स्थापना के तीन मुख्य क्षेत्रों में विभिन्न उच्च स्तरीय कार्यक्रमों की मेजबानी की जाएगी। समुद्री सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है और सुरक्षा परिषद के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह इस मुद्दे पर समग्र दृष्टिकोण अपनाए। भारत विशेष रूप से शांति सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए बेहतर तकनीक का उपयोग करने पर केंद्रित है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक अग्रणी देश के रूप में भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर ध्यान देना जारी रखेगा।
राज्यसभा ने 30 जुलाई, 2021 को नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक 2021 (Coconut Development Board (Amendment) Bill) पारित किया। इस विधेयक का उद्देश्य नारियल विकास बोर्ड के अध्यक्ष को गैर-कार्यकारी निदेशक बनाना है। इस संशोधन के बाद बोर्ड के सदस्य 4 से बढ़कर 6 हो गए हैं। गुजरात और आंध्र प्रदेश राज्य अपने प्रतिनिधियों को बोर्ड में नामित कर सकेंगे। यह विधेयक सरकारी अधिकारियों के बजाय गैर-कार्यकारी अध्यक्षों के रूप में पेशेवरों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करेगा। कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि इन संशोधनों से नारियल उत्पादकों को फायदा होगा और क्षेत्र में नारियल की खेती में सुधार होगा। विपक्षी दलों के हंगामे के बीच यह बिल पास हो गया है।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने ग्रुप-A के अपने आखिरी मैच में साउथ अफ्रीका को 4-3 से हरा दिया। उत्तराखंड के हरिद्वार के छोटे से गांव रोशनाबाद की रहने वाली वंदना कटारिया ने मैच में 3 गोल दागकर इतिहास रच दिया। वे ओलिंपिक मैच में गोल की हैट्रिक लगाने वाली भारत की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी बन गईं। उनके गोल की बदौलत भारत के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीद बरकरार है। वंदना 2014 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा रहीं। रियो ओलिंपिक में भी उन्होंने टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया था। कटारिया भारत के लिए अब तक 218 मैच खेल चुकी हैं और 58 गोल किए हैं। वंदना नेशनल टीम में सिलेक्शन का पूरा श्रेय अपने लखनऊ के कोच विष्णु प्रकाश शर्मा और पूनम लता को देती हैं। अर्जेंटीना की लुसियाना आयमार उनकी पसंदीदा खिलाड़ी हैं। 2021 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड के लिए भी नामित किया गया था।
इसरो-नासा संयुक्त मिशन निसार (NASA-ISRO Synthetic Aperture Radar) उपग्रह, जिसका उद्देश्य उन्नत रडार छवियों का उपयोग करके विश्व स्तर पर पृथ्वी की सतह में परिवर्तन को मापना है, को 2023 की शुरुआत में लॉन्च किया जायेगा। इस उपग्रह को 2023 की शुरुआत में लॉन्च किया जाएगा। निसार इसरो और नासा के बीच एक संयुक्त पृथ्वी अवलोकन मिशन है, जिसका उपयोग ध्रुवीय क्रायोस्फीयर और हिंद महासागर क्षेत्र सहित पूरी पृथ्वी के वैश्विक अवलोकन के लिए किया जायेगा। यह एक डुअल-बैंड (L-बैंड और S-बैंड) रडार इमेजिंग मिशन है जिसमें भूमि, वनस्पति और क्रायोस्फीयर में छोटे बदलावों को देखने के लिए पोलरिमेट्रिक और इंटरफेरोमेट्रिक मोड हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने मडगाम अर्बन कोऑपरेटिव बैंक कंपनी लिमिटेड (Madgaum Urban Cooperative Bank Co. Ltd.) का लाइसेंस रद्द कर दिया, क्योंकि बैंक की वर्तमान वित्तीय स्थिति के कारण वे अपने वर्तमान जमाकर्ताओं को पूरा भुगतान नहीं कर पाएंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने आगे कहा कि बैंक द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के आधार पर, लगभग 99% जमाकर्ताओं को जमा बीमा और क्रेडिट गारंटी निगम (DICGC) से पूरी जमा राशि प्राप्त होगी। परिसमापन (liquidation) के समय, प्रत्येक जमाकर्ता को केवल DICGC से अपनी जमा राशि से अधिकतम 5,00,000 रुपये तक की जमा राशि प्राप्त करने का अधिकार है। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि उसने गोवा सहकारिता रजिस्ट्रार को एक परिसमापन आदेश जारी करने और बैंक के लिए एक परिसमापक नियुक्त करने के लिए भी कहा है।
1998 और 2018 के बीच पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि 22 में से 18 क्षेत्रों में भूजल स्तर प्रति वर्ष 1 मीटर से अधिक गिर गया है। राजन अग्रवाल, समानप्रीत कौर और अनमोल कौर गिल द्वारा लिखित पंजाब भूजल रिक्तीकरण अध्ययन, PAU द्वारा प्रकाशित किया गया था और पिछले महीने राज्य सरकार को प्रस्तुत किया गया था। इस अध्ययन में पाया गया कि 3 से 10 मीटर तक उपलब्ध भूजल 20 वर्षों में 30 मीटर से नीचे चला गया है। अनुसंधान को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय जल संसाधन और पर्यावरण ब्यूरो, कृषि ब्यूरो और केंद्रीय भूजल आयोग से भूजल स्तर के आंकड़े प्राप्त किये गये हैं।
31 जुलाई, 2021 को एक दिव्यांगजनों के लिए सहायक उपकरणों और एड्स के वितरण के लिए ‘सामाजिक अधिकारिता शिविर’ का आयोजन किया जायेगा। दिव्यांगजन अधिकारिता विभाग, जिला प्रशासन छिंदवाड़ा और ALIMCO के साथ मिलकर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की ADIP योजना के तहत इस शिविर का आयोजन करेगा। यह शिविर मध्य प्रदेश में स्थित छिंदवाड़ा में आयोजित किया जाएगा। कोविड-19 महामारी के मद्देनज़र, 4146 दिव्यांगजनों को ब्लॉक/पंचायत स्तर पर 4.32 करोड़ रुपये के कुल 8,291 सहायक उपकरण और सहायक उपकरण मुफ्त में वितरित किए जाएंगे। इस उद्घाटन समारोह में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की आभासी उपस्थिति होगी। इस समारोह की मेजबानी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार करेंगे।
भारत सरकार ने घोषणा की कि उसने उड़ान क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत 780 नए हवाई यातायात मार्गों को मंजूरी दी है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने लोकसभा को बताया कि योजना के शुरू होने के बाद देश में 359 रूट खोले गए हैं। उड़ान योजना के तहत 59 नए हवाई अड्डे स्थापित किए गए हैं। मंत्री ने कहा कि नागरिक उड्डयन गतिविधियों में वृद्धि के साथ, कार्गो हैंडलिंग सेवाओं का भी तेजी से विकास हुआ है। कोविड महामारी के दौरान, एयरलाइंस के माध्यम से कार्गो हैंडलिंग भी 2% से बढ़कर 19% हो गई है। देश में कार्गो ऑपरेटरों की संख्या 28 हो गई है। उड़ान योजना (UDAN Scheme) को वर्ष 2017 में लॉन्च किया गया था। उड़ान (UDAN – उड़े देश का आम नागरिक) भारत सरकार की एक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और क्षेत्रीय हवाई अड्डा विकास योजना है।
भारतीय उपन्यास के सम्राट, कलम के सिपाही और अपनी लेखनी से आम लोगों के अंतर्मन को छूने वाले मुंशी प्रेमचंद की 31 जुलाई को जयंती थी। आधुनिक हिन्दी साहित्य के पितामह महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद को आम आदमी का साहित्यकार भी कहा जाता है। चूंकि उनकी लगभग सभी कहानियां आम जीवन और उसके सरोकारों से ही जुड़ी होती थी, इसलिए उनके सबसे ज्यादा पाठक आम लोग रहे हैं। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के लमही गांव के डाक मुंशी अजायबलाल के घर 31 जुलाई 1880 को जन्मे धनपत राय श्रीवास्तव उर्फ मुंशी प्रेमचंद की हम 141 वीं जयंती मना रहे हैं। उस काल में मुंशी प्रेम चंद आर्य समाज से प्रभावित रहे, जो उस समय का बहुत बड़ा धार्मिक और सामाजिक आंदोलन था। उन्होंने विधवा-विवाह का समर्थन किया और 1905 में दूसरा विवाह अपनी प्रगतिशील परंपरा के अनुरूप विधवा शिवरानी देवी से किया। अपने जीवनकाल में मुंशी प्रेमचंद ने कुल 15 उपन्यास, 300 से अधिक कहानियां, 3 नाटक, 10 अनुवाद, 7 बाल पुस्तकें और हजारों की संख्या में लेखों व संस्मरणों की रचना की। उनके चर्चित उपन्यासों में बाजार-ए-हुस्न (उर्दू में), गोदान, कर्मभूमि, गबन, सेवा सदन, कायाकल्प, मनोरमा, निर्मला, प्रतिज्ञा प्रेमाश्रम, रंगभूमि, वरदान, प्रेमा इत्यादि और कहानियों में पूस की रात, नमक का दरोगा, बूढ़ी काकी, ईदगाह, दो बैलों की कथा, कफन, मंत्र, नशा, शतरंज के खिलाड़ी, आत्माराम, बड़े भाई साहब, बड़े घर की बेटी, उधार की घड़ी, जुर्माना इत्यादि बहुत प्रसिद्ध रही। अपना अंतिम कालजयी उपन्यास ‘गोदान’ उन्होंने वर्ष 1936 में लिखा, जो बेहद चर्चित रहा और आज भी आधुनिक क्लासिक माना जाता है।
देश-विदेश में चर्चित 105 साल की दिग्गज एथलीट मान कौर का निधन हो गया है। वे गाल ब्लैडर के कैंसर से जूझ रही थीं। मान कौर ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई इवेंट में 35 से ज्यादा मेडल जीते थे। कोविड-19 से पहले तक वे लगातार मेडल जीतकर तिरंगे की शान बढ़ाती रही हैं। उनकी उपलब्धियाें को देखते हुए पिछले साल महिला दिवस (8 मार्च) पर उन्हें नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। राष्ट्रपति भवन में सम्मान लेने के लिए मान कौर जिस फुर्ती से स्टेज पर पहुंची थीं, उसे देखकर राष्ट्रपति भी दंग रह गए थे।
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