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जनजातीय कार्य मंत्रालय ने एक अनूठी पहल करते हुए आर्ट ऑफ लीविंग की साझेदारी में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में वृक्ष बंधन परियोजना लॉन्च की। इसमें 1100 जनजातीय महिलाएं रक्षा बंधन के लिए देशी पेड़ों के बीज से राखी बना रही हैं। यह वन क्षेत्र बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में अनोखा योगदान है। यह पहल अक्टूबर 2020 में जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आर्ट ऑफ लीविंग को दी गई परियोजना स्वीकृति का हिस्सा है जिसमें औरंगाबाद के 10 गावों के 10,000 जनजातीय किसान गो आधारित कृषि तकनीक पर आधारित सतत प्राकृतिक कृषि के बारे में प्रशिक्षित किए जा रहे हैं। महिला किसान मंच की 1100 सदस्यों ने देशी बीजों से राखी बनाने की बात सोची। जनजातीय कार्य मंत्रालय ने परियोजना को आकर्षक बनाने के लिए वर्चुअल समारोह का आयोजन किया जिसमें आर्ट ऑफ लीविंग के श्री श्री रविशंकर भी उपस्थित थे। आदिवासी किसान महिला मंच की महिलाओं ने बीज से बनी राखी के कई नमूने दिखाए और राखी बनाने की प्रक्रिया की भी जानकारी दी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर नारीशक्ति से संवाद’ में भाग लिया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत प्रमोट किए गए महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की सदस्यों/सामुदायिक संसाधन सदस्योंग के साथ संवाद किया। इस कार्यक्रम के दौरान देश भर में स्थित महिला एसएचजी की सदस्यों की सफलता की गाथाओं के एक संग्रह के साथ- साथ कृषि आजीविका के सार्वभौमिकरण पर एक पुस्तिका का भी विमोचन प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। प्रधानमंत्री ने 4 लाख से भी अधिक एसएचजी को 1,625 करोड़ रुपये की पूंजीकरण सहायता राशि भी जारी की। इसके अलावा उन्होंेने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की पीएमएफएमई (सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों का पीएम औपचारिकरण) योजना के तहत 7,500 एसएचजी सदस्यों के लिए सीड मनी के रूप में 25 करोड़ रुपये और मिशन के तहत प्रमोट किए जा रहे 75 एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) को फंड के रूप में 4.13 करोड़ रुपये जारी किए।
दुनिया का तीसरा सबसे पुराना और एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट डूरंड कप कोविड-19 महामारी के कारण एक साल के अंतराल के बाद वापसी हेतु तैयार है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ), आईएफए (पश्चिम बंगाल) और पश्चिम बंगाल सरकार के ऊर्जायुक्त समर्थन के साथ डूरंड कप का 130वां संस्करण एक ऐतिहासिक आयोजन बनने के लिए तैयार है। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट पहली बार 1888 में डगशाई (हिमाचल प्रदेश) में आयोजित किया गया था और इसका नाम मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया था जो उस समय भारत के प्रभारी विदेश सचिव हुआ करते थे। टूर्नामेंट शुरू में ब्रिटिश सैनिकों के बीच स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखने का एक सोचा समझा तरीका था, लेकिन बाद में इसे नागरिकों के लिए खोल दिया गया और वर्तमान में यह दुनिया के प्रमुख खेल आयोजनों में से एक है। मोहन बागान और ईस्ट बंगाल डूरंड कप के इतिहास में सबसे सफल टीमें हैं जिन्होंने इसे सोलह बार जीता है। विजेता टीम को तीन ट्राफियां अर्थात प्रेजिडेंट कप (पहली बार डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा प्रदान), डूरंड कप (मूल चुनौतीपूर्ण पुरस्कार - एक रोलिंग ट्रॉफी) और शिमला ट्रॉफी (पहली बार 1903 में और 1965 के बाद से शिमला के नागरिकों द्वारा प्रदान एक रोलिंग ट्रॉफी) दी जाती है। टूर्नामेंट को 2019 में दिल्ली से कोलकाता स्थानांतरित किया गया था, जिसे गोकुलम केरल की टीम ने फाइनल में मोहन बागान को 2-1 से हराकर जीता था। पश्चिम बंगाल की राजधानी दिनांक 5 सितंबर से 3 अक्टूबर 2021 के बीच निर्धारित चार सप्ताह लंबे टूर्नामेंट की फिर से मेजबानी करेगी, जिसमें कोलकाता और उसके आसपास विभिन्न स्थानों पर मैच खेले जाएंगे। सैन्य सेवाओं की चार टीमों सहित देश भर से सोलह प्रतिभागी टीमें प्रतिष्ठित ट्राफियां जीतने के लिए प्रतिस्पर्धी और सच्ची खेल भावना लाने के लिए तैयार हैं।
काज़ीरंगा सैटेलाइट फोन का उपयोग करने वाला देश का पहला राष्ट्रीय उद्यान बन गया है, जो आमतौर पर कानून लागू करने वाली एजेंसियों द्वारा उपयोग किया जाता है। सैटेलाइट फोन वनकर्मियों द्वारा शिकारियों पर नियंत्रण करने और बाढ़ जैसी आपात स्थिति के दौरान सहायक होंगे। जनता को भारत में सैटेलाइट फोन का उपयोग करने की अनुमति नहीं है। सैटेलाइट फोन किसी भी स्थान से जुड़ सकते हैं क्योंकि ये विश्व के उपग्रहों से सीधे जुड़े होते हैं तथा सेलफोन की तरह स्थलीय मोबाइल नेटवर्क पर निर्भर नहीं होते हैं। काज़ीरंगा असम राज्य में स्थित है और 42,996 हेक्टेयर (हेक्टेयर) क्षेत्र में फैला है। यह ब्रह्मपुत्र घाटी बाढ़ के मैदान में सबसे बड़ा अविभाजित और प्रतिनिधि क्षेत्र है। इस उद्यान को वर्ष 1974 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। इसे वर्ष 2007 में टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया है। इसका कुल बाघ आरक्षित क्षेत्र 1,030 वर्ग किमी. है, जिसमें मुख्य क्षेत्र 430 वर्ग किमी. है। इसे वर्ष 1985 में यूनेस्को की विश्व धरोहर घोषित किया गया था। इसे बर्डलाइफ इंटरनेशनल द्वारा एक महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र के रूप में मान्यता दी गई है।
हाल ही में दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (DBSE) ने वर्ष 2021 में अपने 20 नए स्कूल ऑफ स्पेशलाइज़्ड एक्सीलेंस (SOSE) सहित 30 सरकारी स्कूलों में IB कार्यक्रमों को लागू करने के लिये इंटरनेशनल बैचलरेट (International Baccalaureate- IB) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किये। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के साथ सरकारी स्कूल के छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शैक्षिक सुविधाओं तक पहुँच प्राप्त होगी। इन स्कूलों के छात्रों को स्कूली शिक्षा पूरी करने पर IB और दिल्ली बोर्ड द्वारा संयुक्त प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। यह एक विश्वव्यापी, गैर-लाभकारी शिक्षा कार्यक्रम है जिसकी स्थापना 3 से 19 वर्ष की आयु के छात्रों को वैश्वीकरण के लिये उपयुक्त शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देने हेतु की गई है। इसका फाउंडेशन कार्यालय जिनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में है।
भारतीय वायु सेना (Indian Air Force - IAF) ने लद्दाख के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड में दुनिया के सबसे ऊंचे मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टावरों में से एक का निर्माण किया है। एटीसी पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चल रहे फिक्स्ड विंग विमानों और हेलीकॉप्टरों के संचालन को नियंत्रित करता है। इस बीच, भारत पूर्वी लद्दाख में दौलत बेग ओल्दी, फुक्शे और न्योमा सहित हवाई क्षेत्र विकसित करने के कई विकल्पों पर विचार कर रहा है, जो चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control - LAC) से कुछ ही मिनटों की दूरी पर हैं।
भारत और अमेरिका ने मौसम पूर्वानुमान में सुधार के लिए मानसून डेटा विश्लेषण और सहयोग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू और सहायक वाणिज्य सचिव और NOAA के कार्यवाहक प्रशासक डॉ. नील ए. जैकब्स ने हस्ताक्षर किए। यह समझौता भारतीय क्षेत्र में मौसम के पूर्वानुमान में सुधार करेगा। इस समझौते के तहत, भारत और अमेरिका के वैज्ञानिक समूहों ने अपनी विशेषज्ञता को एक साथ रखने का फैसला किया है। दोनों देश डेटा एकत्र करके और उसका विश्लेषण करके मानसून पर कुछ नई समझ हासिल करना चाहते हैं। यह समझौता पृथ्वी अवलोकन और पृथ्वी विज्ञान में तकनीकी सहयोग के लिए अक्टूबर 2020 में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और NOAA के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन का अनुवर्ती है।
वर्ष 2021 के लिए फोरम ऑफ इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज ऑफ साउथ एशिया (Forum of the Election Management Bodies of South Asia – FEMBoSA) की 11वीं वार्षिक बैठक का उद्घाटन भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त और FEMBoSA के अध्यक्ष सुशील चंद्रा ने किया। उनके साथ चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और एसी पांडे भी थे। इस वर्चुअल मीटिंग की मेजबानी भूटान के चुनाव आयोग ने की थी। इस बैठक में भारत के साथ बांग्लादेश, अफगानिस्तान, मालदीव, भूटान, नेपाल और श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडलों ने भाग लिया। इस बैठक के दौरान सुशील चंद्रा ने कहा कि FEMBoSA लोकतांत्रिक दुनिया के एक बहुत बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है। यह चुनाव प्रबंधन निकायों का एक सक्रिय क्षेत्रीय सहयोग संघ है। उन्होंने COVID 19 महामारी के बीच बिहार असम, केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव कराने के भारत के अनुभव को साझा किया। उन्होंने तकनीकी प्रगति के महत्व और चुनाव प्रबंधन पर इसके प्रभाव पर भी प्रकाश डाला। चुनावों को अधिक सहभागी, सुलभ और पारदर्शी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
स्काईट्रैक्स वर्ल्ड एयरपोर्ट अवार्ड रैंकिंग 2021 को हाल ही में प्रकाशित किया गया था जिसमें इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली दुनिया के शीर्ष -50 सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डों में उभरा है। दिल्ली हवाई अड्डा लगातार तीसरे वर्ष भारत में सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डे के रूप में उभरा। मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु को भी दुनिया के 100 सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डों में रैंक मिली है। स्काईट्रैक्स 2021 विश्व हवाईअड्डे की पुरस्कार सूची के अनुसार दिल्ली को 45वें स्थान पर रखा गया है। 2020 में 50वें नंबर की तुलना में इसकी रैंकिंग में पांच स्थानों का सुधार हुआ है। दिल्ली हवाई अड्डा इस मुकाम को हासिल करने वाला पहला भारतीय हवाई अड्डा है। हैदराबाद को 64वें स्थान पर रखा गया है 2020 में 71वें स्थान के मुकाबले इसकी रैकिंग में सात स्थानों का सुधार हुआ है। मुंबई 65वें नंबर पर है, जो 2020 में 52वें स्थान पर था। बेंगलुरु 71वें नंबर पर है, जो 2020 में 68वें रैंक पर था। दुनिया के शीर्ष -5 हवाई अड्डों में शामिल हैं:
मणिपुर में श्री गंगा प्रसाद ने राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की। इंफाल में राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित शपथ समारोह में मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पी वी संजय कुमार ने श्री गंगा प्रसाद को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। श्री प्रसाद, डॉ नजमा हेपतुल्ला के छुट्टी पर जाने के दौरान अपने सिक्किम के राज्यपाल के कार्यभार के अलावा मणिपुर के राज्यपाल का भी कार्यभार संभालेंगे।
सरकार ने वर्ष 2018 के लिए प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कारों की घोषणा कर दी। ये पुरस्कार सरकारी उपक्रमों और पांच सौ या उससे अधिक कर्मचारियों वाले केंद्र और राज्य सरकारों के अंतर्गत निजी क्षेत्र के उपक्रमों और निजी क्षेत्र की इकाईयों में कार्यरत उनहत्तर कर्मियों को दिए जाएंगे। ये पुरस्कार उत्पादकता और अद्वितीय साहस और सजगता के प्रदर्शन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य प्रदर्शन, नवाचार क्षमता और श्रेष्ठ योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं। इस वर्ष के प्रधान मंत्री श्रम पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाएंगे। ये श्रेणियां हैं--एक लाख रुपये की नकद राशि का श्रम भूषण पुरस्कार, साठ हजार रुपये की नकद राशि का श्रमवीर/श्रमवीरांगना पुरस्कार और 40 हजार रुपये की नकद राशि का श्रम श्री/श्रम देवी पुरस्कार।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर एच आई वी, टी बी और रक्तदान के पहले चरण के जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रव्यापी भारत का अमृत महोत्सव समारोह के अंतर्गत सरकारी स्कूलों और कॉलेजों के एक लाख से अधिक विद्यार्थियों के साथ वर्चुअल माध्यम से विचार विमर्श किया। इससे पहले, एच आई वी, तपेदिक और थैलासीमिया के स्वस्थ हुए तीन मरीजों ने भारत सरकार की उन योजनाओं से संबंधित अपने अनुभव साझा किए जिनसे इन रोगों के खिलाफ मुकाबला करने में उन्हें मदद मिली। इस अवसर पर श्री मांडविया ने कहा कि टी.बी. के अधिकांश रोगी युवा पीढी के हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब गांवों के युवा यह ठान लेंगे कि अब गांव में और कोई टी.बी. का मरीज नहीं होगा, वे इस लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब होंगे।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा है कि अगले वर्ष पहली बार देश में एक साथ सभी हाथियों और बाघ की जनसंख्या के अनुमान के लिए गणना का कार्य किया जायेगा। श्री यादव ने गणना अनुमान का प्रोटोकॉल जारी किया। इससे 2022 में सभी हाथियों और बाघ की गणना के अनुमान की प्रक्रिया में स्वीकार किया जायेगा। एशियाई हाथियों को संकटग्रस्त प्रजातियों की आईयूसीएन रेड लिस्ट में "लुप्तप्राय" प्राणियों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि भारत को छोड़कर अधिकांश रेंज वाले निवास स्थान और अवैध शिकार आदि के नुकसान के कारण अपनी व्यवहार्य हाथी आबादी खो दी है। मौजूदा समय में हाथियों की संख्या के अनुमान से संकेत मिलता है कि दुनिया में लगभग 50,000 से 60,000 एशियाई हाथी हैं। भारत में इन हाथियों की लगभग 60 प्रतिशत से अधिक संख्या निवास करती है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-F10 EOS-03 मिशन अथवा GISAT-1 मिशन अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल हो गया है। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से जीएसएलवी- एफ10 रॉकेट से पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-03 (Earth Observation Satellite-03) प्रक्षेपित किया गया। इस लांच के पहले दो चरणों ने ठीक से काम किया, लेंकिन क्रायोजेनिक अप्पर स्टेज में तकनीकी खामी के कारण राकेट इस उपग्रह को उचित कक्षा में स्थापित करने में विफल रहा। इसरो अध्यक्ष के. सिवन है।
हाल ही में राजस्थान में आदिवासी भील समुदाय के नायक माने जाने वाले ऐतिहासिक व्यक्ति राणा पुंजा भील की प्रतिमा पर झंडा फहराने को लेकर विवाद छिड़ गया। अमागढ़ किला विवाद के बाद एक महीने के भीतर राजस्थान में यह दूसरा मामला है। राणा पुंजा भील मेवाड़ के 16वीं शताब्दी के शासक महाराणा प्रताप के समकालीन थे। उन्हें एक महत्त्वपूर्ण चरित्र माना जाता है जिन्होंने मुगल सम्राट अकबर के साथ लड़ाई के दौरान प्रताप की ताकत को बढ़ाया। जब महाराणा प्रताप अकबर के खिलाफ युद्ध की तैयारी कर रहे थे, तब आदिवासी भील समुदाय स्वेच्छा से उनकी सहायता के लिये आया और उस समय भील सेना की कमान पुंजा के हाथ में थी। एक सेनापति के रूप अहम भूमिका निभाने के कारण उन्हें राणा की उपाधि से सम्मानित किया गया था।
केन्द्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा 54 सदस्यीय, अब तक के सबसे बड़ी भारतीय दल टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए औपचारिक रूप से वर्चुअल माध्यम से विदाई दी गई। श्री अनुराग ठाकुर द्वारा एक वीडियो संदेश के माध्यम से एथलीटों को संबोधित किया गया और शुभकामनाएं दी गईं। भारत के 54 एथलीट तीरंदाजी, एथलेटिक्स (ट्रैक और फील्ड), बैडमिंटन, तैराकी, भारोत्तोलन सहित 9 खेल स्पर्धाओं में चुनौती पेश करेंगे। यह किसी भी ओलंपिक में भारत द्वारा भेजे जाने वाला अब तक का सबसे बड़ा दल है।
11 अगस्त, 2021 को स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस की पुण्यतिथि मनाई गई। खुदीराम बोस का जन्म वर्ष 1889 में पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर ज़िले के एक छोटे से गाँव में हुआ था। श्री अरबिंदो और भगिनी निवेदिता के व्याख्यानों से प्रेरित होकर खुदीराम बोस अपनी किशोरावस्था के शुरुआती वर्षों में ही क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल हो गए थे। वर्ष 1905 में जब बंगाल का विभाजन हुआ तो उन्होंने सक्रिय रूप से ब्रिटिश हुकूमत के इस कदम का विरोध किया। वे 15 वर्ष की आयु में बोस अनुशीलन समिति में शामिल हो गए, यह 20वीं शताब्दी की उन प्रारंभिक संस्थाओं में से थी, जिसने बंगाल में क्रांतिकारी गतिविधियों को बढ़ावा दिया था। बोस के जीवन में निर्णायक क्षण वर्ष 1908 में तब आया, जब उन्हें उनके क्रांतिकारी साथी प्रफुल्ल चाकी के साथ मुज़फ्फरपुर के ज़िला मजिस्ट्रेट किंग्सफोर्ड की हत्या का काम सौंपा गया। ज्ञात हो कि मुज़फ्फरपुर को हस्तांतरित किये जाने से पूर्व किंग्सफोर्ड बंगाल के ज़िला मजिस्ट्रेट था और क्रांतिकारियों तथा आम नागरिकों पर किये गए अत्याचार के कारण कई युवा क्रांतिकारियों के मन में उसके प्रति क्रोध था। दोनों ने किंग्सफोर्ड की हत्या के कई प्रयास किये और 30 अप्रैल, 1908 को किंग्सफोर्ड की गाड़ी पर बम फेंका गया, यद्यपि इस हमले में वह बच निकला, किंतु इसमें एक अन्य अंग्रेज़ अफसर के परिजनों की मृत्यु हो गई। इसके बाद खुदीराम बोस को गिरफ्तार कर लिया गया और अदालत ने उन्हें फाँसी की सज़ा सुनाई। 11 अगस्त, 1908 को उन्हें फाँसी दे दी गई।
वैश्विक हाथियों के बचाव और संरक्षण के लिए दुनिया भर में हर साल 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस (World Elephant Day) मनाया जाता है। विश्व हाथी दिवस का मुख्य उद्देश्य हाथियों के संरक्षण पर जागरूकता पैदा करना और जंगली और बंदी हाथियों के बेहतर संरक्षण और प्रबंधन के लिए ज्ञान और सकारात्मक समाधान साझा करना है। विश्व हाथी दिवस की शुरुआत 12 अगस्त 2012 को हुई थी, जब थाईलैंड स्थित हाथी प्रजनन फाउंडेशन ने कनाडाई फिल्म निर्माता पैट्रीशिया सिम्स के साथ मिलकर काम किया था।
दुनिया भर में युवा मुद्दों की ओर सरकारों और अन्य लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रतिवर्ष 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस (International Youth Day) मनाया जाता है। यह दिन समाज की बेहतरी के लिए युवाओं द्वारा किए गए प्रयासों को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य युवाओं को शामिल करने के तरीकों को बढ़ावा देना और सकारात्मक योगदान के माध्यम से उन्हें अपने समुदायों में अधिक सक्रिय रूप से शामिल करना है। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 2021 की थीम, “ट्रांसफॉर्मिंग फूड सिस्टम्स: यूथ इनोवेशन फॉर ह्यूमन एंड प्लैनेटरी हेल्थ (Transforming Food Systems: Youth Innovation for Human and Planetary Health)” है। यह विषय उन तरीकों पर प्रकाश डालता है जिनसे स्थानीय , राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर युवा लोगों की भागीदारी राष्ट्रीय और बहुपक्षीय संस्थानों और प्रक्रियाओं को समृद्ध कर रही है, साथ ही इस बात पर भी प्रकाश डालती है कि औपचारिक संस्थागत राजनीति में उनके प्रतिनिधित्व और जुड़ाव को कैसे बढ़ाया जा सकता है। 1999 में, महासभा ने युवाओं के लिए जिम्मेदार मंत्रियों के विश्व सम्मेलन (लिस्बन, 8-12 अगस्त 1998) द्वारा की गई सिफारिश का समर्थन किया कि 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया जाए। यह दिन पहली बार 12 अगस्त, 2000 को मनाया गया।
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