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ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) ने घोषणा की कि उनकी सरकार बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना (Biju Swasthya Kalyan Yojan) के तहत स्मार्ट स्वास्थ्य कार्ड प्रदान करेगी। राज्य में 96 लाख परिवारों के 3.5 करोड़ लोगों को स्मार्ट हेल्थ कार्ड मुहैया कराए जाएंगे। राष्ट्रीय और राज्य खाद्य सुरक्षा योजनाओं और अन्नपूर्णा और अंत्योदय पहल के लाभार्थियों को ये कार्ड प्रदान किए जाएंगे। इसके तहत महिलाएं सालाना 10 लाख रुपये तक इलाज का लाभ उठा सकती हैं। परिवार के अन्य सदस्यों को प्रत्येक को 5 लाख रुपये तक का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के अनुसार, इस तरह के स्मार्ट हेल्थ कार्ड प्रदान करने वाला ओडिशा भारत का पहला राज्य है।
75वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए , प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न योजनाओं के तहत गरीबों को फोर्टिफाइड चावल (fortified rice) उपलब्ध कराने की घोषणा की। यह निर्णय भारत में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए लिया गया है। भारत के हर गरीब व्यक्ति को पोषण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। यह निर्णय इस दृष्टि से लिया गया है कि गरीब महिलाओं और गरीब बच्चों में कुपोषण और आवश्यक पोषक तत्वों की कमी उनके विकास में एक बड़ी बाधा है। बाल कुपोषण बच्चों की वृद्धि और विकास के लिए एक बड़ा खतरा है। सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी भारतीय आबादी में महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनी हुई है। यह घोषणा महत्वपूर्ण है क्योंकि, सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (National Food Security Act – NFSA), 2013 के तहत कवर की गई योजनाओं के तहत 300 लाख टन से अधिक चावल वितरित करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2021 को 100 लाख करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री गतिशक्ति पहल (Pradhan Mantri Gatishakti Initiative) की घोषणा की। यह पहल भारत में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगी। यह बुनियादी ढांचे के विकास को भी बढ़ावा देगा। अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, गतिशक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान की घोषणा जल्द ही की जाएगी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि, भारत को विनिर्माण और निर्यात दोनों में वृद्धि करने की आवश्यकता है। भारत से विश्व स्तर पर बेचे जाने वाले प्रत्येक उत्पाद को भारत से जोड़ा जाता है। इस प्रकार, आपका प्रत्येक उत्पाद भारत के लिए एक ब्रांड एंबेसडर है। गति शक्ति योजना स्थानीय निर्माताओं की वैश्विक प्रोफ़ाइल को ऊपर उठाने में मदद करेगी। यह निर्माताओं को दुनिया भर में अपने समकक्षों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में भी मदद करेगी। यह भविष्य के नए आर्थिक क्षेत्रों की संभावनाओं को भी बढ़ाती है।
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने बढ़ती मांग को पूरा करने के उद्देश्य से ‘हाई स्पीड डीजल’ की डोर-टू-डोर डिलीवरी शुरू की। BPCL ने पूर्वी क्षेत्र में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 15 मोबाइल टैंकर भी समर्पित किए। मोबाइल डिस्पेंसर का उपयोग करके डोर-टू-डोर डिलीवरी की पहल के परिणामस्वरूप पूरे उद्योग में दो वर्षों के भीतर 1588 फ्यूलकार्ट और 129 फ्यूलएंट चालू हो गए हैं। फ्यूलकार्ट व्यापार करने में आसानी के विज़न के अनुरूप ग्राहकों के लिए परिचालन दक्षता (operational efficiency) बढ़ाने में मदद करता है। यह समय के भीतर डिलीवरी सुनिश्चित करता है, गुणवत्ता और मात्रा का पूरा आश्वासन सुनिश्चित करता है। BPCL ने पहले ही पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड के साथ-साथ उत्तर-पूर्वी राज्यों में 63 मोबाइल डिस्पेंसर लॉन्च किए हैं।
तेलंगाना सरकार ने कृषि ऋण माफी की पहल की है। राज्य के कृषि मंत्री एस निरंजन रेड्डी ने बताया कि दो हजार करोड़ रुपये से अधिक के ऋण माफ किए जाएंगे और इससे 50 हजार रुपये तक का फसल ऋण लेने वाले 6 लाख से अधिक किसानों को लाभ होगा। उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक ऋण माफी की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। चुनावी वादे के बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार ने पिछले साल करीब तीन लाख किसानों को लाभान्वित करते हुए 25 हजार रुपये तक के कृषि ऋण माफ किए थे।
तेलंगाना सरकार हुजूरनगर विधानसभा क्षेत्र के सालापल्ली गांव में दलित बंधु योजना शुरू कर रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव आय बढाने वाली गतिविधियों के लिए 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता पाने वाले चुनिंदा लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देकर योजना का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र में ऐसे 20 हजार से अधिक परिवारों की पहचान की गई है। इसके अलावा प्रत्येक लाभार्थी और सरकार के सहयोग से दस हजार रूपये का सुरक्षा कोष बनाया जाएगा ताकि लाभार्थियों को उनके उपक्रमों में असफलताओं का सामना करने पर आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जा सके।
पश्चिम बंगाल में 'दुआरे सरकार' यानी दरवाजे पर सरकार अभियान का दूसरा चरण शुरू हो गया है। पहले दिन राज्य के विभिन्न जिलों में 857 शिविर आयोजित किए गए। जन-सम्पर्क शिविरि के माध्यम से लाभकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार की यह एक पहल है। इसमें ग्राम पंचायत और नगरपालिका वार्ड के स्तर पर योजनाओं का फॉर्म भरने में सरकारी अधिकारी लोगों की मदद कर रहे हैं।
सस्ते दाम पर वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए वैज्ञानिक 'मॉलिक्युलर फार्मिंग' का तरीका अपना रहे हैं। इस तकनीक का इस्तेमाल करके कोविड वैक्सीन तैयार की गई है। इसे CoVLP नाम दिया गया है। इसके अलावा एक फ्लू वैक्सीन भी बनाई गई है। वैज्ञानिकों का दावा है, इस तकनीक से तैयार वैक्सीन की कीमत काफी कम होगी और इसे अलग-अलग लोगों को उनकी जरूरत के मुताबिक लगाया जा सकता है। जानी मानी ब्रिटिश फार्मा कंपनी ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन और बायोटेक कम्पनी मेडिकागो ने मिलकर इसे तैयार किया है। मॉलिक्युलर फार्मिंग तकनीक से वैक्सीन बनाने के लिए सबसे पहले वैज्ञानिक लैब में वायरस के जेनेटिक मैटेरियल को तैयार करते हैं, फिर उसे एक पौधे में इंजेक्ट करते हैं। इस तरह वायरस का जेनेटिक मैटेरियल पूरे पौधे में पहुंच जाता है। पौधा बड़ा होने पर इसकी पत्तियों को तोड़कर एक्सट्रैक्ट करते हैं। यानी एक तरह से इसका रस निकाल लेते हैं। एक्सट्रैक्ट को फिल्टर करने के बाद इससे वैक्सीन तैयार की जाती है। CoVLP एक वायरस-लाइक-पार्टिकल वैक्सीन है। यानी इसे ऐसे पार्टिकल से तैयार किया गया है जो हर मायने में वायरस जैसा होता है, लेकिन संक्रमित नहीं करता। आसान भाषा में समझें तो वैक्सीन के जरिए जब वायरस-लाइक-पार्टिकल शरीर में पहुंचेगा तो कोई नुकसान तो नहीं होगा लेकिन शरीर बड़ी संख्या में इसके खिलाफ एंटीबॉडीज बनाने लगेगा।
अफगानिस्तान में तालिबान ने राजधानी काबुल पर नियंत्रण करने के बाद देश में जीत का दावा किया है। तालिबान के लडाकों ने राष्ट्रपति पैलेस पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने दावा किया कि अफगान सरकार ने समर्पण कर दिया है और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोडकर चले गए हैं। अफगानिस्तान में काबुल ही अंतिम प्रमुख शहर था जो तालिबान के हमलों के खिलाफ सुरक्षित गढ माना जाता था लेकिन तालिबान ने कुछ ही दिनों में बहुत ही तेजी से इस शहर पर भी अपना नियंत्रण कर लिया। अफगानिस्तान से अधिकतर विदेशी सैनिकों के लौट जाने के बाद चरमपंथी गुट अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने में कामयाब हो गया। अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमरीकी सेना के अफगानिस्तान से वापसी के निर्णय को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में चल रहे दूसरे संघर्ष के मद्देनजर अमरीकी फौज का वहां अधिक समय तक रहना न्यायोचित नहीं है।
मलेशिया में मुहिद्दीन यासीन ने संसद में बहुमत खोने के साथ देश में महीनों चली राजनीतिक उथल-पुथल के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वे 18 महीने से भी कम समय तक इस पद पर रहे। महामारी की बिगड़ती स्थिति के बीच उनके प्रधानमंत्री का पद छोडने से देश नए संकट में फंस सकता है।
जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 'रग-रग में गंगा' कार्यक्रम के सीजन-2 का संयुक्त रूप से शुभारंभ किया। इसका पहला एपिसोड इस महीने की 21 तारीख से दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाएगा। इस अवसर पर श्री शेखावत ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में इस पवित्र नदी के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है। उन्होंने कहा कि देश की 40 प्रतिशत आबादी आजीविका के लिए गंगा नदी घाटी पर निर्भर है।
असम विधानसभा ने 13 अगस्त, 2021 को “असम मवेशी संरक्षण विधेयक, 2021” (Assam Cattle Preservation Bill, 2021) पारित किया। असम मवेशी संरक्षण विधेयक, 2021 गैर-गोमांस खाने वाले समुदायों के निवास वाले क्षेत्रों में गोमांस की बिक्री और खरीद पर रोक लगाता है। यह मंदिर या सत्र (वैष्णव मठ) के 5 किमी के दायरे में गोमांस की बिक्री और खरीद पर भी प्रतिबंध लगाता है। यह बिल असम मवेशी संरक्षण अधिनियम, 1950 को निरस्त करेगा। इसे मवेशियों के “वध, उपभोग, अवैध परिवहन” को विनियमित करने के उद्देश्य से पारित किया गया था। यह बिना किसी वैध दस्तावेज के असम से और उसके माध्यम से मवेशियों के अंतर-राज्यीय परिवहन को प्रतिबंधित करता है।
राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (National Bureau of Plant Genetic Resources- NBPGR), पूसा, नई दिल्ली में विश्व के दूसरे सबसे बड़े नवीनीकृत-अत्याधुनिक राष्ट्रीय जीन बैंक का लोकार्पण केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। पादप आनुवंशिक संसाधनों (पीजीआर) के बीजों को भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने हेतु वर्ष 1996 में स्थापित नेशनल जीन बैंक में बीज के रूप में लगभग 10 लाख जर्मप्लाज्म को संरक्षित करने की क्षमता है। वर्तमान में 4.52 लाख परिग्रहण का संरक्षण कर रहा है, जिसमें 2.7 लाख भारतीय जननद्रव्य है व शेष अन्य देशों से आयात किए हैं। राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, दिल्ली मुख्यालय व देश में 10 क्षेत्रीय स्टेशनों के माध्यम से इन-सीटू और एक्स-सीटू जर्मप्लाज्म संरक्षण की आवश्यकता को पूरा कर रहा है।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के प्रोजेक्ट बोल्ड (सूखे भू-क्षेत्र पर बांस आधारित हरित क्षेत्र) को लेह में भारतीय सेना का सहयोग प्राप्त हुआ है। 15 अगस्त को सेना ने लेह स्थित अपने परिसर में बांस के 20 पौधे लगाकर इसकी शुरुआत की। बांस की विशेष प्रजातियों के इन 20 पौधों को लेह में रोपित करने के लिए केवीआईसी द्वारा 12 अगस्त को जम्मू में सेना को सौंपा गया था। भूमि के क्षरण को रोकने और यहां हरित क्षेत्र विकसित करने के उद्देश्य से उच्च हिमालयी इलाकों में बांस के पेड़ लगाने का यह पहला प्रयास है। इसी प्रयास को जारी रखते हुए 18 अगस्त को लेह के चुचोट गांव में बांस के 1000 पौधों का रोपण किया जाएगा।
पारसी नववर्ष नवरोज़ 16 अगस्त को मनाया गया। संपूर्ण विश्व में उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत विषुव (वसंत की शुरुआत का प्रतीक) के समय नवरोज़ त्योहार मनाया जाता है। पूरे विश्व में व्यापक रूप से मनाया जाने वाला पारसी समुदाय का यह प्रमुख उत्सव शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। पारसी धर्मगुरुओं के अनुसार नववर्ष का आगमन चंद्र पंचांग पर आधारित है। हालांँकि वैश्विक स्तर पर इसे मार्च में मनाया जाता है। नवरोज़ भारत में 200 दिन बाद आता है और अगस्त के महीने में मनाया जाता है क्योंकि यहांँ पारसी शहंशाही कैलेंडर (Shahenshahi Calendar) को मानते हैं जिसमें लीप वर्ष नहीं होता है। भारत में नवरोज़ को फारसी राजा जमशेद के बाद से जमशेद-ए-नवरोज़ (Jamshed-i-Navroz) के नाम से भी जाना जाता है। राजा जमशेद को शहंशाही कैलेंडर बनाने का श्रेय दिया जाता है। इस त्योहार की खास बात यह है कि भारत में लोग इसे वर्ष में दो बार मनाते हैं- पहला ईरानी कैलेंडर के अनुसार और दूसरा शहंशाही कैलेंडर के अनुसार जिसका पालन भारत और पाकिस्तान में लोग करते हैं। यह त्योहार जुलाई और अगस्त माह के मध्य आता है।
गूगल ने सुभद्रा कुमारी चौहान पर डूडल बनाकर उनकी 117वीं जयंती पर उन्हें सम्मानित किया है। सुभद्रा कुमारी चौहान एक महान कवयित्री व स्वतंत्रता सेनानी थीं। सुभद्रा कुमारी चौहान एक भारतीय कवयित्री थीं। उनकी सबसे लोकप्रिय कविताओं में से एक “झांसी की रानी” है। उनका जन्म 16 अगस्त, 1904 को उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में हुआ था। उन्होंने शुरू में इलाहाबाद के क्रॉस्थवेट गर्ल्स स्कूल में पढ़ाई की और 1919 में मिडिल-स्कूल की परीक्षा पास की। उन्होंने 1919 में खंडवा के ठाकुर लक्ष्मण सिंह चौहान से विवाह किया, उस समय वह 16 वर्ष की थीं। 1921 में, सुभद्रा कुमारी चौहान और उनके पति महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन में शामिल हुए । वह नागपुर में गिरफ्तार होने वाली पहली महिला सत्याग्रही थीं और 1923 और 1942 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के कारण उन्हें दो बार जेल भी हुई थी। वह राज्य विधान सभा (पूर्ववर्ती मध्य प्रांत) की सदस्य थीं। 1948 में सिवनी के पास एक कार दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी।
हाल ही में कर्नाटक सरकार द्वारा 18वीं सदी के स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिवीर ‘संगोली रायन्ना’ की जयंती का आयोजन किया गया। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 26 जनवरी को क्रांतिवीर ‘संगोली रायन्ना’ का शहादत दिवस भी मनाया जाएगा। क्रांतिवीर ‘संगोली रायन्ना’ (1798-1831) रानी चेन्नम्मा द्वारा शासित तत्कालीन ‘कित्तूर साम्राज्य’ के सेना प्रमुख थे, जिन्होंने अंग्रेज़ों के विरुद्ध बहादुरी से जंग लड़ी थी। अंग्रेज़ शासकों द्वारा उन्हें वर्ष 1831 में बेलगावी ज़िले के नंदगड़ के पास एक बरगद के पेड़ से फाँसी पर लटका दिया गया था। ‘संगोली रायन्ना’ को ‘कुरुबा समुदाय’ के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है। गौरतलब है कि ‘कुरुबा समुदाय’ कर्नाटक में तीसरा सबसे बड़ा समुदाय है।
राष्ट्र ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर श्रंद्धाजलि अर्पित की। वर्ष 2018 में 16 अगस्त के दिन ही उनका निधन हुआ था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रीय राजधानी में सवेरे अटल बिहारी वाजपेयी स्मारक सदैव अटल पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
केंद्र शासित प्रदेश पुदुचेरी ने 16 अगस्त को डी-ज्यूर दिवस ( “De-Jure” day) मनाया। विधानसभा अध्यक्ष आर. सेल्वम ने पुद्दुचेरी के दूरस्थ गांव किज़ूर में बनाए गए स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। यहां 1962 में इसी दिन सत्ता का हस्तांतरण हुआ था। पुडुचेरी 18 अक्टूबर, 1954 को एक जनमत संग्रह के आधार पर स्वतंत्र हुआ था। लेकिन फ्रांसीसी और भारतीय सरकारों के बीच हस्ताक्षरित संधि की संधि को फ्रांसीसी संसद ने 16 अगस्त 1962 को इसकी मंजूरी दे दी थी। जनमत संग्रह 18 अक्टूबर, 1954 को लिया गया था। यहां के विलियानूर के पास कीज़ूर में जनमत संग्रह लिया गया था और इस अवसर पर स्मारक का निर्माण किज़ूर में किया गया था।
प्रख्यात भारत-अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉलर चिन्मय चटर्जी, जिन्होंने 1970-80 के दशक में अपने प्रमुख समय में तीन मैदान हैवीवेट के लिए खेला था, का निधन हो गया है। वह 1978 के बैंकाक एशियाई खेलों में भारतीय टीम के सदस्य थे, जहां वे क्वार्टर फाइनल लीग में चौथे स्थान पर रहे थे। चटर्जी अपने घरेलू करियर के दौरान मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग के लिए खेले। उन्होंने चार बार संतोष ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया और उनमें से तीन में चैंपियन बने।
वेस्ट जर्मनी के पूर्व फॉरवर्ड और बेयर्न म्यूनिख फुटबॉल के दिग्गज, गर्ड मुलर का निधन. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, उन्होंने वेस्ट जर्मनी का प्रतिनिधित्व किया, 62 मैचों में 68 गोल किए, और क्लब स्तर पर, उन्होंने बायर्न म्यूनिख के लिए खेला, जिसके साथ उन्होंने 427 बुंडेसलीगा खेलों में रिकॉर्ड 365 गोल किए। उनके स्कोरिंग कौशल के लिए उन्हें "बॉम्बर डेर नेशन" ("देश का बॉम्बर") या बस "डेर बॉम्बर" उपनाम दिया गया था।
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