Please select date to view old current affairs.
भारत के रक्षा निर्यात को बढ़ावा देने के लिये फिलीपींस ने भारत में निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल के लिये भारत के साथ 375 मिलियन अमेरिकी डाॅलर का अनुबंध किया है। फिलीपींस ने भारतीय नौसेना के लिये तट-आधारित एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम की आपूर्ति हेतु भारतीय ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के 375 मिलियन अमेरिकी डालर के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। फिलीपींस के साथ ब्रह्मोस मिसाइल सौदा अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है क्योकि फिलीपींस सरकार के साथ नवीनतम ब्रह्मोस निर्यात ऑर्डर इस क्षेत्र में भारत के लिये अब तक का सबसे बड़ा समझौता होगा। ब्रह्मोस मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मोस्कवा नदी के नाम पर रखा गया है। ब्रह्मोस मिसाइलों को ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा डिज़ाइन, विकसित और निर्मित किया गया है। यह मिसाइल ‘दागो और भूल जाओ’ (Fire and Forget) के सिद्धांत पर कार्य करती है, अर्थात् इसे लॉन्च करने के बाद आगे मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं होती है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस एक संयुक्त उद्यम कंपनी है जिसकी स्थापना रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (The Defence Research and Development Organisation) रूस की मशिनोस्ट्रोयेनिया (Mashinostroyenia) ने की है। यह मध्यम दूरी की सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है जिसे पनडुब्बियों, जहाज़ों, विमानों या ज़मीन से लॉन्च किया जा सकता है। क्रूज़ मिसाइल पृथ्वी की सतह के समानांतर चलते हैं और उनका निशाना बिल्कुल सटीक होता है। गति के आधार पर ऐसी मिसाइलों को उपध्वनिक/सबसोनिक (लगभग 0.8 मैक), पराध्वनिक/सुपरसोनिक (2-3 मैक) और अतिध्वनिक/हाइपरसोनिक (5 मैक से अधिक) क्रूज मिसाइलों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह विश्व की सबसे तेज़ सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है, साथ ही सबसे तेज़ क्रियाशील एंटी-शिप क्रूज़ मिसाइल भी है। इसकी वास्तविक रेंज 290 किलोमीटर है परंतु लड़ाकू विमान से दागे जाने पर यह लगभग 400 किलोमीटर की दूरी तक पहुँच जाती है। भविष्य में इसे 600 किलोमीटर तक बढ़ाने की योजना है। ब्रह्मोस के विभिन्न संस्करण, जिनमें भूमि, युद्धपोत, पनडुब्बी और सुखोई -30 लड़ाकू जेट शामिल हैं, जिनको को पहले ही विकसित किया जा चुका है तथा अतीत में इसका सफल परीक्षण किया जा चुका है। 5 मैक की गति तक पहुँचने में सक्षम मिसाइल का हाइपरसोनिक संस्करण विकासशील है।
संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बांदा में लोखारी से चोरी हुई दसवीं सदी की अजमुखी (बकरी के सिर वाली) योगिनी की पाषाण प्रतिमा लंदन से वापस भारत लाई जा रही है। इससे पहले लंदन में भारतीय उच्चायोग ने चोरी हुई इस पाषाण प्रतिमा को हासिल करने और भारत भेजने की घोषणा की थी। लोखारी मंदिर से गायब होने के बाद इस प्रतिमा को पहली बार 1988 में लंदन में देखा गया था।
74वें स्थापना दिवस के अवसर भारतीय सेना ने पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी नई कॉम्बैट यूनिफॉर्म को सबके सामने पेश किया। आर्मी डे पर दिल्ली कैंट में परेड ग्राउंड पर पैराशूट रेजिमेंट के कमांडो इसी नई यूनिफॉर्म में दिखाई दिए। राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान की मदद से तैयार यह वर्दी वजन में हल्की और जलवायु अनुकूल है। इसका चयन 15 पैटर्न, आठ डिजायन और चार तरह के कपड़ों के विकल्प पर विचार करने के बाद किया गया है। यह वर्दी 13 विभिन्न साइज में उपलब्ध होगी। यह विषम जलवायु परिस्थितियों से रक्षा करने के अलावा सैनिकों को अभियान के दौरान छिपने में भी मददगार होगी। इसमें 70 प्रतिशत सूत और 30 प्रतिशत पॉलिस्टर का इस्तेमाल किया गया है जिससे यह जल्दी सूख सकती है। इससे अभियानों के दौरान सैनिकों को सुविधा होगी तथा सर्दी और गर्मी दोनों मौसम में यह वर्दी आरामदायक होगी।
74वें सेना दिवस के अवसर पर भारत-पाकिस्तान सीमा पर राजस्थान के लोंगेवाला में खादी से बना विश्व का सबसे बड़ा राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित किया गया। जैसलमेर का लोंगेवाला क्षेत्र वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध का मुख्य केंद्र रहा था।
रियर एडमिरल के.पी. अरविंदन, वीएसएम ने 14 जनवरी 2022 को एक समारोह के दौरान रियर एडमिरल बी शिवकुमार, वीएसएम से मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड के एडमिरल अधीक्षक का कार्यभार ग्रहण किया। रियर एडमिरल के.पी. अरविंदन लोनावला में नवल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, आईएनएस शिवाजी के पूर्व छात्र रहे हैं। वे नौसैनिक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के पहले बैच से उत्तीर्ण हैं और नवंबर 1987 में भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने गुजरात के कलोल में प्राकृतिक कृषि का लोगो, एफपीओ के माध्यम से कृषि उपज की बिक्री के लिए प्राकृतिक गुजरात मोबाइल एप्प और कृषि उपज की बिक्री के लिए ई-व्हीकल लॉन्च किया। इस अवसर पर गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उपभोक्ता शिकायत के ऑनलाइन समाधान के लिये शुरू किया गया ई-दाखिल पोर्टल (E-Daakhil Portal) अब 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में शुरु हो चुका है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019, जो 20 जुलाई, 2020 से लागू है, में उपभोक्ता आयोग में ई-फाइलिंग और शिकायत दर्ज करने हेतु ऑनलाइन भुगतान का प्रावधान है। ई-दाखिल पोर्टल उपभोक्ता की शिकायत दर्ज करने से लेकर शिकायत समाधान के लिये निर्धारित शुल्क कहीं से भी अदा करने की सुविधा उपलब्ध कराकर उपभोक्ताओं और उनके अधिवक्ताओं को सशक्त बनाता है। यह उपभोक्ता आयोगों के लिये भी सहायक है। इसकी मदद से उपभोक्ता आयोग आसानी से ऑनलाइन शिकायतों को स्वीकार करने या अस्वीकार करने संबंधी निर्णय ले सकते हैं और संबंधित आयोग के पास आगे की कार्रवाई के लिये अग्रेषित कर सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को भी सुविधा उपलब्ध कराने के लिये यह निर्णय लिया गया कि सामान्य सेवा केंद्रों (सीएससी) को ई-दाखिल के साथ एकीकृत किया जाए। ग्राम पंचायत स्तर पर कई उपभोक्ता ऐसे हो सकते हैं जिनके पास इलेक्ट्रोनिक संसाधन उपलब्ध न हों या उन्हें पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने में असुविधा हो, ऐसे में ग्रामीण उपभोक्ता अपनी शिकायत उपभोक्ता आयोग तक पहुंँचाने के लिये सामान्य सेवा केंद्रों की सेवाएँ ले सकते हैं।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमेरिटस, रघुवेंद्र तंवर को भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (ICHR) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। तंवर की नियुक्ति उस दिन से तीन वर्ष की अवधि के लिए होती है जिस दिन से वह परिषद के अध्यक्ष का पद ग्रहण करते है या अगले आदेश तक। अगस्त 1977 में एक व्याख्याता के रूप में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में शामिल हुए तंवर का एमए इतिहास में दो स्वर्ण पदक के साथ एक उत्कृष्ट अकादमिक रिकॉर्ड है।
नारी शक्ति पुरस्कार, 2021 के लिये नामांकन की अंतिम तिथि 31 जनवरी, 2022 है। इस पुरस्कार को वर्ष 1999 में शुरू किया गया। यह भारत में महिलाओं के सम्मान में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं। नारी शक्ति पुरस्कार में 2 लाख रुपए की नकद पुरस्कार राशि और व्यक्तियों एवं संस्थानों को एक प्रमाण पत्र दिया जाता है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय व्यक्तियों/समूहों/गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ)/संस्थानों आदि के लिये इन राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों की घोषणा करता है। निम्नलिखित को पुरस्कार का वितरण किया जाता है:
हाल ही में भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 14वें दौर की वार्ता संपन्न हुई। बैठक के परिणामस्वरूप हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा पोस्ट से पीछे हटने के मामले में कोई सफलता नहीं मिली, लेकिन दोनों ही पक्षों द्वारा शीघ्र ही फिर से मिलने पर सहमति व्यक्त की गई। पिछली बैठक की तुलना में यह बैठक सकारात्मक रही क्योंकि पिछली वार्ता के दौरान कोई संयुक्त बयान जारी नहीं किया गया था लेकिन दोनों पक्षों ने स्थिति के लिये एक-दूसरे को दोषी ठहराते हुए स्वतंत्र बयान जारी किये थे। हॉट स्प्रिंग्स चांग चेनमो (Chang Chenmo) नदी के उत्तर में है और गोगरा पोस्ट इस नदी के गलवान घाटी से दक्षिण-पूर्व दिशा से दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़ने पर बने हेयरपिन मोड़ (Hairpin Bend) के पूर्व में है। यह क्षेत्र काराकोरम श्रेणी (Karakoram Range) के उत्तर में है जो पैंगोंग त्सो (Pangong Tso) झील के उत्तर में और गलवान घाटी के दक्षिण में स्थित है। यह क्षेत्र कोंग्का दर्रे (Kongka Pass) के पास है जो चीन के अनुसार भारत और चीन के बीच की सीमा को चिह्नित करता है। भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा का दावा पूर्व की ओर अधिक है, क्योंकि इसमें पूरा अक्साई चिन (Aksai Chin) का क्षेत्र भी शामिल है। हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा पोस्ट, चीन के दो सबसे अशांत प्रांतों (शिनजियांग और तिब्बत) की सीमा के करीब हैं।
आज़ादी के अमृत महोत्सव के भव्य समारोह के हिस्से के रूप में संस्कृति मंत्रालय ने रक्षा मंत्रालय के सहयोग से स्क्रॉल पेंटिंग के लिये कला कुंभ कलाकार कार्यशालाओं का आयोजन किया। प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों के साथ महानिदेशक, एनजीएमए (नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट) ने स्क्रॉल पेंटिंग कार्यशालाओं के लिये संरक्षक के रूप में काम किया। इन कलाकृतियों का प्रमुख विषय भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के गुमनाम नायकों से संबंधित है। अन्य प्रख्यात कलाकारों और सुलेखकों की एक टीम के साथ बंगाल स्कूल के आधुनिक भारतीय कला के प्रमुख आचार्यों में से एक नंदलाल बोस द्वारा भारत के संविधान में दिये गए दृष्टांतों से भी प्रेरणा ली गई है। नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (मुख्यालय: नई दिल्ली) एक राष्ट्रीय प्रमुख संस्थान है जिसकी स्थापना वर्ष 1954 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में की थी।
निकारागुआ (Nicaraguan) के राष्ट्रपति जोस डेनियल ओर्टेगा सावेद्रा (José Daniel Ortega Saavedra), सैंडिनिस्टा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (FSLN) के नेता ने नए राष्ट्रपति पद के लिए शपथ ली। यह निकारागुआ के राष्ट्रपति के रूप में उनका 5वां कार्यकाल और लगातार चौथा कार्यकाल है। वह जनवरी 2027 तक कार्यालय में रहेंगे। उन्हें नेशनल असेंबली के प्रमुख गुस्तावो पोरस (Gustavo Porras) से राष्ट्रपति पद की शपथ मिली। सत्ता में ओर्टेगा का पहला कार्यकाल 1990 में समाप्त हुआ और 2007 में राष्ट्रपति के रूप में लौटने पर, उन्होंने जल्दी से प्रमुख राज्य संस्थानों पर नियंत्रण हासिल करना शुरू कर दिया।
भारत ने श्रीलंका को अपने घटते विदेशी भंडार के निर्माण और खाद्य आयात के लिए 900 मिलियन अमरीकी डालर के ऋण की वित्तीय सहायता की घोषणा की है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि आयात के भुगतान के लिए डॉलर की कमी के कारण श्रीलंका वर्तमान में लगभग सभी आवश्यक वस्तुओं की कमी का सामना कर रहा है। भारत भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के माध्यम से अपना समर्थन बढ़ा रहा है। श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले (Gopal Baglay) ने काबराल (Cabraal) से मुलाकात की और आरबीआई द्वारा 900 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक की सुविधाओं के विस्तार के मद्देनजर श्रीलंका को भारत का मजबूत समर्थन व्यक्त किया।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 7 जनवरी, 2022 को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार $ 878 मिलियन घटकर USD 632.736 बिलियन हो गया। 31 दिसंबर को समाप्त पिछले सप्ताह में, भारत का भंडार $1.466 बिलियन से गिरकर $633.614 बिलियन हो गया। गिरावट मुख्य रूप से सोने के भंडार और विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए) में गिरावट के कारण थी। समीक्षाधीन सप्ताह में, एफसीए 497 मिलियन डॉलर घटकर 569.392 बिलियन डॉलर हो गया। सोने का भंडार $360 मिलियन घटकर $39.044 बिलियन रहा। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ विशेष आहरण अधिकार (SDRs) $16 मिलियन गिरकर $19.098 बिलियन हो गया। आईएमएफ के साथ भारत की आरक्षित स्थिति 5 मिलियन डॉलर घटकर 5.202 बिलियन डॉलर हो गई।
रूसी रक्षा बलों ने हाल ही में एक नए Tupolev Tu-160M का अनावरण किया। यह एक मिसाइल बमवर्षक विमान है। इसे “सफेद हंस” (White Swan) के नाम से भी जाना जाता है। इस बमवर्षक विमान को परमाणु हथियारों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सबसे भारी सुपरसोनिक सैन्य विमानों में से एक है। व्हाइट स्वान का अनावरण ऐसे समय में किया गया है जबकि यूक्रेन संकट के कारण रूस-नाटो तनाव चरम पर है। यह 34 टन भार ढो सकता है। यह बमवर्षक विमान 24 क्रूज मिसाइलों को डिलीवर कर सकता है। यह बिना ईंधन भरे 14,000 किमी की दूरी तय कर सकता है। युद्ध के समय में यह विमान एक दिन से अधिक समय तक आकाश में रह सकता है।
एचडीएफसी बैंक को 'ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग अवार्ड्स 2021' में भारत में 'सर्वश्रेष्ठ निजी बैंक' के रूप में नामित किया गया था, जिसे एक आभासी समारोह में व्यावसायिक धन प्रबंधन (Professional Wealth Management - PWM) द्वारा आयोजित किया गया था। PWM एक धन प्रबंधन पत्रिका है, जिसे फाइनेंशियल टाइम्स ग्रुप द्वारा प्रकाशित किया जाता है। यह पुरस्कार पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) रणनीतियों में डिजिटलीकरण, संचार और निवेश सहित प्रमुख रुझानों में तेजी लाने में योगदान के लिए दिया गया था।
संयुक्त राष्ट्र विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाएँ (WESP) 2022 रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। पहले यह 8.4% रहने का अनुमान था। WESP संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग (यूएन-डीईएसए) द्वारा निर्मित एक प्रमुख रिपोर्ट है। संयुक्त राष्ट्र ने वित्तीय वर्ष 2023 (वित्त वर्ष 2022-2023) के लिए विकास दर 5.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
हाल ही में साइंस जर्नल में प्रकाशित एक नया अध्ययन उल्कापिंड (ALH) 84001 नामक उल्कापिंड की सतह पर कार्बनिक यौगिकों के अस्तित्व के लिये एक स्पष्टीकरण प्रदान करता है। यह वर्ष 1984 में मंगल ग्रह से पृथ्वी पर उतरा और संभवतः मंगल (लाल ग्रह) पर जीवन के अस्तित्त्व को उजागर कर सकता है। लन हिल्स (ALH) 84001 नाम का उल्कापिंड दिसंबर 1984 में अंटार्कटिका में एलन हिल्स के सुदूर पश्चिमी आइसफ़ील्ड में एक अमेरिकी उल्का मिशन में पाया गया था। इसकी खोज के समय इसे एक असामान्य चट्टान के रूप में पहचाना गया था। खोज के समय इसके बारे में वर्णित किया गया था कि यह एक गोल ईंट या एक बड़े आलू के आकार का लगभग 6 इंच लंबा और आंशिक रूप से काले काँच के साथ कवर किया गया था। वर्ष 2021 में नासा के ‘पर्सिवरेंस रोवर’ ने मंगल ग्रह की चट्टान का पहला नमूना एकत्र किया। यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि उल्कापिंड मंगल ग्रह/लाल ग्रह से आया है क्योंकि कुछ गैसों के निशान की उपस्थिति मंगल ग्रह के वातावरण के समान है।
बधिरों की अखिल भारतीय खेल परिषद को 10-20 जनवरी, 2023 तक केरल में पहली विश्व बधिर टी20 क्रिकेट चैम्पियनशिप की मेजबानी करने के लिए बधिरों के लिए खेल की अंतर्राष्ट्रीय समिति (International Committee of Sports for the Deaf - ICSD) से मंजूरी मिल गई है। इस चैंपियनशिप को 2020-21 में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन कोरोनावायरस के अचानक प्रकोप के कारण इसे पहले 2022 तक के लिए स्थगित कर दिया गया और अब इसे 2023 के लिए निर्धारित किया गया है। चैंपियनशिप में कम से कम आठ देशों के भाग लेने की उम्मीद है और इस तरह का अंतर्राष्ट्रीय आयोजन भारत में पहली बार आईसीएसडी की मंजूरी से हो रहा है।
विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान का पद छोड़ दिया है। कोहली ने यह फैसला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला में मिली हार के बाद लिया है। इसके साथ ही विराट कोहली अब क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट के कप्तान नहीं होंगे। कोहली ने भारतीय टीम के कप्तान के रूप में एमएस धोनी की जगह ली और 68 मैचों में 40 मैच जीत कर सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने। कोहली ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान बने।
15 जनवरी, 2022 को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का 147वां स्थापना दिवस है। इसकी शुरुआत 1875 में हुई थी। इस दिवस को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा मनाया जाता है, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की पांच वेधशालाओं को विश्व मौसम विज्ञान संगठन से मान्यता प्राप्त हुई है, यह वेधशालाएं चेन्नई, मुंबई, पुणे, तिरुवनंतपुरम और पंजिम में स्थित हैं। इसके अलावा फेनी नामक चक्रवात के सटीक पूर्वानुमान के लिए वैश्विक स्तर पर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की प्रशंसा की गयी। अगस्त, 2019 में CDES (Centralised Data Entry System) ने DATEN9 सॉफ्टवेयर का स्थान लिया। 91 वेधशालाएं व 40 एअरपोर्ट इस सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं।
हाल ही में कोविड की तीसरी लहर के बावजूद हज़ारों लोग ऐतिहासिक गुरुद्वारों में माघी देने और माघी के अवसर पर 'सरोवर' (पवित्र तालाब) में डुबकी लगाने के लिये एकत्र हुए। पंजाब के मुक्तसर में प्रत्येक वर्ष जनवरी अथवा नानकशाही कैलेंडर के अनुसार माघ के महीने में माघी मेले का आयोजन किया जाता है। माघी वह अवसर है जब गुरु गोबिंद सिंह जी के लिये लड़ाई लड़ने वाले चालीस सिखों के बलिदान को याद किया जाता है। माघी की पूर्व संध्या पर लोहड़ी त्योहार मनाया जाता है, इस दौरान परिवारों में बेटों के जन्म की शुभकामना देने के उद्देश्य से हिंदू घरों में अलाव जलाया जाता है और उपस्थित लोगों को प्रसाद बाँटा जाता है। माघी का दिन की वीरतापूर्ण लड़ाई को सम्मानित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है, उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह को खोज रही मुगल शाही सेना द्वारा किये गए हमले से उनकी रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। मुगल शाही सेना और चाली मुक्ते के बीच यह लड़ाई 29 दिसंबर, 1705 को खिदराने दी ढाब के निकट हुई थी। इस लड़ाई में शहीद हुए चालीस सैनिकों (चाली मुक्ते) के शवों का अंतिम संस्कार अगले दिन किया गया जो कि माघ महीने का पहला दिन था, इसलिये इस त्योहार का नाम माघी रखा गया है। नानकशाही कैलेंडर को सिख विद्वान पाल सिंह पुरेवाल ने तैयार किया था ताकि इसे विक्रम कैलेंडर के स्थान पर लागू किया जा सके और गुरुपर्व एवं अन्य त्योहारों की तिथियों का पता चल सके।
भारत में मकर संक्रांति, लोहड़ी, पोंगल, भोगली बिहू, उत्तरायण और पौष पर्व आदि के रूप में विभिन्न फसल कटाई त्योहार मनाए जाते हैं। मकर संक्रांति एक हिंदू त्योहार है जो सूर्य का आभार प्रकट करने के लिये समर्पित है। इस दिन लोग अपने प्रचुर संसाधनों और फसल की अच्छी उपज के लिये प्रकृति को धन्यवाद देते हैं। यह त्योहार सूर्य के मकर (मकर राशि) में प्रवेश का प्रतीक है। लोहड़ी मुख्य रूप से सिखों और हिंदुओं द्वारा मनाई जाती है। यह दिन शीत ऋतु की समाप्ति का प्रतीक है और पारंपरिक रूप से उत्तरी गोलार्द्ध में सूर्य का स्वागत करने के लिये मनाया जाता है। यह मकर संक्रांति से एक रात पहले मनाया जाता है, इस अवसर पर प्रसाद वितरण और पूजा के दौरान अलाव के चारों ओर परिक्रमा की जाती है। पोंगल शब्द का अर्थ है ‘उफान’ (Overflow) या विप्लव (Boiling Over)। इसे थाई पोंगल के रूप में भी जाना जाता है, यह चार दिवसीय उत्सव तमिल कैलेंडर के अनुसार ‘थाई’ माह में मनाया जाता है, जब धान आदि फसलों की कटाई की जाती है और लोग ईश्वर तथा भूमि की दानशीलता के प्रति आभार प्रकट करते हैं कि बिहू उत्सव असम में फसलों की कटाई के समय मनाया जाता है। असमिया नव वर्ष की शुरुआत को चिह्नित करने के लिये लोग रोंगाली/माघ बिहू मनाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस त्योहार की शुरुआत उस समय हुई जब ब्रह्मपुत्र घाटी के लोगों ने ज़मीन पर हल चलाना शुरू किया। मान्यता यह भी है बिहू पर्व उतना ही पुराना है जितनी की ब्रह्मपुत्र नदी। मकरविलक्कू उत्सव सबरीमाला में भगवान अयप्पा के पवित्र उपवन में मनाया जाता है। यह वार्षिक उत्सव है तथा सात दिनों तक मनाया जाता है। इसकी शुरुआत मकर संक्रांति (जब सूर्य ग्रीष्म अयनांत में प्रवेश करता है) के दिन से होती है। त्योहार का मुख्य आकर्षण मकर ज्योति की उपस्थिति है, जो एक आकाशीय तारा है तथा मकर संक्रांति के दिन कांतामाला पहाड़ियों (Kantamala Hills) के ऊपर दिखाई देता है। मकरविलक्कू ‘गुरुथी' नामक अनुष्ठान के साथ समाप्त होता है, यह उत्सव वनों के देवता तथा वन देवियों को प्रसन्न करने के लिये मनाया जाता है।
भारतीय सेना ने 15 जनवरी को अपना 74वां सेना दिवस मनाया। यह दिन फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा के भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ का पदभार ग्रहण करने की याद में मनाया जाता है। उन्हें भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल फ्रांसिस बुचर के स्थान पर 15 जनवरी, 1949 को कमांडर इन चीफ बनाया गया था। वे स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ नियुक्त हुए थे। सेना दिवस पर वर्ष 2022 के लिए भारतीय सेना की थीम "इन स्ट्राइड विद द फ्यूचर-भविष्य के साथ प्रगति में" है, जो आधुनिक काल के युद्ध में अहम और विध्वंसकारी प्रौद्योगिकियों द्वारा तेजी से निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की स्वीकृति को दर्शाती है।
2020 ओलंपिक में 400 मीटर की दौड़ में भाग लेने वाले ओलंपिक एथलीट डीओन लेंडोर (Deon Lendore) का 29 वर्ष की आयु में टेक्सास, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) में एक घातक कार दुर्घटना के कारण निधन हो गया। उनका जन्म 28 अक्टूबर 1992 को त्रिनिदाद और टोबैगो (कैरेबियन द्वीप समूह, दक्षिण अमेरिका) में हुआ था, जो 400 मीटर चैंपियनशिप के विशेषज्ञ थे। उन्होंने 2012 में लंदन ओलंपिक में भाग लिया और 4×400 मीटर रिले में कांस्य पदक जीता। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2021 और 2016 रियो ओलंपिक में भी भाग लिया था।
© 2023 RajasthanGyan All Rights Reserved.