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29 March 2022

लॉस एजेंलिस में इस वर्ष के ऑस्‍कर पुरस्‍कारों की घोषणा, विल स्मिथ ने श्रेष्‍ठ अभिनेता के रूप में पहला ऑस्‍कर जीता

लांस एंजिलिस में आयोजित 94वें अकादमी पुरस्कार समारोह में प्रतिष्ठित ऑस्‍कर पुरस्‍कार वितरित किए गए हैं। विल स्मिथ को फिल्‍म किंग रिचर्ड में सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्‍कार प्रदान किया गया। यह उनके करियर का पहला ऑस्कर है। जेसिका चैस्टेन को फिल्‍म द आईज ऑफ टैमी फेय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया है। वेस्ट साइड स्टोरी के लिए एरियाना डीबोस को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार प्रदान किया गया। फिल्‍म कोडा को सर्वश्रेष्‍ठ फिल्‍म का पुरस्‍कार मिला है। इसे तीन श्रेणियों में नामांकित किया गया था और इसने तीनों में पुरस्‍कार हासिल किया है। सर्वश्रेष्ठ पटकथा और सहायक अभिनेता का पुरस्‍कार ट्रॉय कोत्सुर को दिया गया है। वे ऑस्कर हासिल करने वाले पहले बधिर अभिनेता हैं। ड्यून फिल्‍म ने ऑस्कर में अपने दस नामांकन में से छह पुरस्कार जीते। ये, सर्वश्रेष्ठ ओरिजनल स्कोर, छायांकन, दृश्य प्रभाव, फिल्म संपादन, ध्वनि और प्रोडेक्‍शन डिजाइन के लिए दिए गए हैं। जेन कैंपियन ने फिल्म द पावर ऑफ द डॉग के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीता है। वे इस श्रेणी में दो बार प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली महिला हैं। 1994 में, उन्हें द पियानो के लिए नामांकित किया गया था।

रक्षा मंत्रालय ने 8 तेज गति के गश्‍ती पोतों के निर्माण के लिए जी एस एल के साथ एक अनुबंध पर हस्‍ताक्षर किये

रक्षा मंत्रालय ने चार सौ 73 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजना पर भारतीय तटरक्षक बल के लिए आठ तेज गति के गश्‍ती पोतों के निर्माण के लिए गोआ शिपयार्ड‍ लिमिटेड- जी एस एल के साथ एक अनुबंध पर हस्‍ताक्षर किया है। इस अनुबंध पर नई दिल्‍ली में संयुक्‍त सचिव दिनेश कुमार और अध्‍यक्ष तथा प्रबंध निदेशक जी एस एल के सेवानिवृत्‍त, कोमोडोर बी. बी. नागपाल ने हस्‍ताक्षर किये। इन प्‍लेटफार्मों को देश में ही परिकल्पित, विकसित और विनिर्मित किया जायेगा। तीव्र गति के आठ पोत ऊपरी जल में संचालित करने की क्षमता के साथ भारत के तटों पर होंगे। भारत के लंबे तटों पर सुरक्षा उपकरण को बढ़ाने में यह पोत मददगार होंगे।

UNEP रिपोर्ट: ढाका बना दुनिया का सर्वाधिक ध्वनि प्रदूषित शहर

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) द्वारा प्रकाशित 'एनुअल फ्रंटियर रिपोर्ट, 2022' के अनुसार, बांग्लादेश की राजधानी ढाका को विश्व स्तर पर सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषित शहर के रूप में स्थान दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, शहर ने 2021 में सबसे उच्चतम स्तर, 119 डेसिबल (dB) का ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया। उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद 114 डेसिबल ध्वनि प्रदूषण के साथ सूची में दूसरे स्थान पर रहा। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद तीसरे स्थान पर है, जहां अधिकतम ध्वनि प्रदूषण 105 डेसिबल (dB) है। रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे शांत शहर 60 dB पर इरब्रिड, 69 dB पर ल्योन, 69 dB पर मैड्रिड, 70 dB पर स्टॉकहोम और 70 dB पर बेलग्रेड हैं। सूची में भारत के अन्य चार सबसे अधिक प्रदूषित शहर कोलकाता (89 dB), आसनसोल (89 dB), जयपुर (84 dB), और दिल्ली (83 dB) है। रिपोर्ट में दुनिया भर के कुल 61 शहरों को स्थान दिया गया है, जिनमें से 13 शहर दक्षिण एशिया से हैं, जबकि उनमें से 5 भारत के हैं।

CIAL ने जीता विंग्स इंडिया 2022 में 'कोविड चैंपियन' पुरस्कार

कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (CIAL) ने विंग्स इंडिया 2022 में 'कोविड चैंपियन' पुरस्कार जीता है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से CIAL के प्रबंध निदेशक एस सुहास ने कोविड चैंपियन पुरस्कार प्राप्त किया। CIAL को कोच्चि हवाई अड्डे पर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए महामारी के समय 'मिशन सेफगार्डिंग' नामक एक सावधानीपूर्वक परियोजना के सफल कार्यान्वयन के लिए सम्मानित किया गया है। बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने सामान्य श्रेणी के तहत दो 'सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डे' और कार्यक्रम में 'एविएशन इनोवेशन' पुरस्कार जीता। मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMIA) ने अपनी कुशल हरित प्रथाओं के लिए विंग्स इंडिया अवार्ड्स 2022 द्वारा 'एविएशन सस्टेनेबिलिटी एंड एनवायरनमेंट' पुरस्कार जीता। यह सम्मान सीएसएमआईए की प्रतिबद्धता और स्थायी पहलों को शुरू करने के साथ-साथ अस्तित्व के करीब आने की दिशा में अथक प्रयासों की मान्यता के रूप में आता है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी मतुआ धर्म महा मेले को संबोधित करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी श्री श्री हरिचंद ठाकुर की 211वीं जयंती के अवसर पर पश्चिम बंगाल के श्रीधाम ठाकुरनगर, ठाकुरबाड़ी में मतुआ धर्म महा मेला 2022 को संबोधित करेंगे। श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी ने स्वतंत्रता से पहले अविभाजित बंगाल में उत्पीड़ित, दलित और वंचित लोगों के कल्‍याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया था। 1860 में उनके द्वारा शुरू किया गया सामाजिक और धार्मिक आंदोलन ओरकंडी से शुरू हुआ था जो अब बांग्लादेश में है। आंदोलन के बाद मतुआ धर्म का गठन हुआ। अखिल भारतीय मतुआ महासंघ 29 मार्च से 5 अप्रैल 2022 तक मतुआ धर्म महा मेला 2022 का आयोजन कर रहा है।

भारतीय वायुसेना के काफिले की गतिविधियों को गति देने के लिए पहल –“फ्लीट कार्ड - फ्यूल ऑन मूव”

भारतीय वायु सेना ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के सहयोग से अपने विभिन्न वाहनों के बेड़े के लिए 'फ्लीट कार्ड - फ्यूल ऑन मूव' की शुरुआत करके ईंधन आपूर्ति श्रृंखला का प्रबंधन करने के मामले में एक बड़ी छलांग लगाई है। भारतीय वायु सेना द्वारा की गई यह अभिनव पहल ईंधन के रसद प्रबंधन के मामले में एक खासी बड़ी तब्दीली लाती है। वायु सेना के यात्रा कर रहे वाहनों के लिए ऊर्जा सुरक्षा 'फ्लीट कार्ड' का शुभारंभ 28 मार्च 2022 को पश्चिमी वायु कमान के कमांडिंग-इन-चीफ एयर ऑफिसर, एयर मार्शल एस प्रभाकरन और आईओसीएल के चेयरमैन श्री एस. एम. वैद्य की मौजूदगी में वायु सेनाध्यक्ष, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी द्वारा पश्चिमी वायु कमान मुख्यालय, सुब्रतो पार्क में किया गया। पश्चिमी वायु कमान मुख्यालय को "फ्यूल ऑन मूव" के इस नए कॉन्सेप्ट के कार्यान्वयन और निष्पादन के लिए प्रमुख एजेंसी के रूप में चिह्नित किया गया है। फ्लीट कार्ड की उपलब्धता से संबंधित काफिले को किसी भी आईओसीएल ईंधन स्टेशनों पर ईंधन भरने की अनुमति मिलेगी, जिससे उनकी आवाजाही की रफ्तार में बढ़ोतरी होगी और देश भर में ऑपरेशनल लोकेशनों पर उनके तैयार रहने का समय घटेगा।

नीति आयोग और खाद्य एवं कृषि संगठन ने ‘इंडियन एग्रीकल्चर टुवर्ड्स 2030’ नामक पुस्तक को लॉन्च किया

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नीति आयोग और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ‘इंडियन एग्रीकल्चर टुवर्ड्स 2030: पाथवेज फॉर एन्हांसिंग फार्मर्स इनकम, न्यूट्रीशनल सिक्योरिटी एंड सस्टेनेबल फूड एंड फार्म सिस्टम’ नामक पुस्तक का विमोचन किया। स्प्रिंगर द्वारा प्रकाशित, ‘इंडियन एग्रीकल्चर टुवर्ड्स 2030’ नामक पुस्तक में नीति आयोग, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय द्वारा एक राष्ट्रीय संवाद की विमर्श प्रक्रिया और 2019 से एफएओ द्वारा प्रदान की गई सुविधा के परिणामों के बारे में उल्लेख किया गया है। नीति आयोग, एफएओ और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधिकारियों को बधाई देते हुए, केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “विशेषज्ञों, मेहनती किसानों और कृषि वैज्ञानिकों सहित सभी हितधारकों के प्रयासों से हम भारतीय कृषि और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के क्रम में चिन्हित चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होंगे।” पुस्तक में उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु द्वारा एक प्रस्तावना शामिल है। इसमें भारत के पूर्व एफएओ प्रतिनिधि टोमियो शिचिरी का परिचय भी शामिल है, जिनके मार्गदर्शन में यह पहल की गई थी।

नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन के तहत आईआईटी खड़गपुर में पेटास्केल सुपर-कंप्यूटर परम शक्ति का उद्घाटन

नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन के तहत आईआईटी खड़गपुर में पेटास्केल सुपर-कंप्यूटर परम शक्ति को राष्ट्र को समर्पित किया गया। यह इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की संयुक्त पहल है। इस राष्ट्रीय सुपर-कंप्यूटिंग सुविधा केंद्र का लोकार्पण 27 मार्च, 2022 को पश्चिम बंगाल के माननीय राज्यपाल श्री जगदीप धनकड़ ने किया था। कंप्यूटेशनल और डाटा विज्ञान के बहुविध क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों में तेज़ी लाने के लिये परम शक्ति सुपर कंप्यूटर सुविधा उपलब्ध है। यह आईआईटी खड़गपुर तथा पड़ोसी अकादमिक अनुसंधान और विकास संस्थानों को बड़े पैमाने पर कंप्यूटिंग दक्ष बना रही है। उल्लेखनीय है कि 44 जीपीयू सहित 17680 सीपीयू कोर वाली उत्कृष्ट सुपर-कंप्यूटिंग सुविधा केंद्र स्थापित करने के लिये समझौता-ज्ञापन पर आईआईटी खड़गपुर तथा प्रगत संगणन विकास केंद्र (सी-डैक) के बीच मार्च 2019 को हस्ताक्षर किये गये थे। इस सुविधा केंद्र में आरडीएचएक्स आधारित दक्ष शीतन प्रणाली का इस्तेमाल होता है, ताकि उच्च उपादेयता क्षमता हासिल हो सके। इस प्रणाली को आईआईटी खड़गपुर और सी-डैक में वाणिज्यिक, मुक्त-स्रोत और घरेलू सॉफ्टवेयर के लिये जांचा गया है।

राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2022 का पहला चरण आंध्र प्रदेश के राजमहेंद्रवरम में संपन्न हुआ

आजादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में आयोजित मेगा फेस्टिवल राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2022 का पहला चरण राजमहेंद्रवरम, आंध्र प्रदेश के आर्ट्स कॉलेज ग्राउंड में संपन्न हुआ। इस महोत्सव का उद्घाटन आंध्र प्रदेश के राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन और केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जीके रेड्डी द्वारा 26 मार्च 2022 को किया गया। यह महोत्सव पहली बार आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के तेलुगु राज्यों में आयोजित किया जा रहा है। आरएसएम का दूसरा और तीसरा चरण क्रमशः 29-30 मार्च और 1-3 अप्रैल को वारंगल और हैदराबाद में आयोजित किया जाएगा।

CAG ने महाराष्ट्र में कोयना बाँध के बाएँ किनारे अधूरी जलविद्युत परियोजना को संशोधित प्रशासनिक स्वीकृति देने में देरी के बारे में जानकारी दी

हाल ही में भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) ने महाराष्ट्र में एक अधूरी जलविद्युत परियोजना को संशोधित प्रशासनिक स्वीकृति देने में देरी के बारे में जानकारी दी है। इस देरी के कारण छह साल से अधिक समय तक धन का आवंटन अवरुद्ध रहा है। महाराष्ट्र सरकार के जल संसाधन विभाग (WRD) ने वर्ष 2004 में कोयना बाँध के बाएँ किनारे पर 2×40 मेगावाट (MW) जलविद्युत परियोजना के निर्माण के लिये प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की थी। कोयना बाँध महाराष्ट्र का सबसे बड़ा बाँध है, यह सतारा ज़िले के कोयाना नगर में स्थित है। यह पश्चिमी घाट में चिपलून और कराड के बीच राजकीय राजमार्ग पर स्थित है। कोयना बाँध कोयना नदी पर बनाया गया एक मलबा-कंक्रीट बाँध है, कोयना नदी सह्याद्रि पर्वत शृंखलाओं के एक हिल-स्टेशन महाबलेश्वर से निकलती है। कोयना बाँध पर कार्य वर्ष 1951 में शुरू किया गया था तथा पहली बार वर्ष 1962 में टरबाइन को स्थापित करने के लिये कार्य शुरू हुआ था। वर्तमान में कोयना जलविद्युत परियोजना का चरण V निर्माणाधीन है। बाँध का मुख्य उद्देश्य पड़ोसी क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाओं के साथ जलविद्युत की आपूर्ति करना है। कोयना जो कि कृष्णा की सहायक नदी है, पश्चिमी महाराष्ट्र में सतारा ज़िले के महाबलेश्वर से निकलती है।

राष्ट्रीय क्षय रोग प्रसार सर्वेक्षण जारी किया गया

हाल ही में जारी राष्ट्रीय क्षय रोग प्रसार सर्वेक्षण 2019-2021 के अनुसार, देश भर में फुफ्फुसीय तपेदिक (pulmonary tuberculosis) के मामलों की सबसे अधिक घटनाएं दिल्ली में दर्ज की गईं, जिनमें सबसे कम केरल में दर्ज की गई। 6 दशकों के बाद, यह सर्वेक्षण किया गया है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा विश्व टीबी दिवस को चिह्नित करने के लिए जारी किया गया था। इस सर्वेक्षण में पाया गया कि देश की 64% टीबी रोगसूचक आबादी 2019 से 2021 की अवधि के बीच स्वास्थ्य सेवा लेने में असमर्थ थी। देश की 15 वर्ष से अधिक आयु की आबादी में टीबी का प्रसार प्रति एक लाख पर 312 मामले हैं। यह वैश्विक स्तर से दो गुना अधिक है जो प्रति एक लाख पर 127 है। 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में टीबी 31.7% है। महिलाओं में फुफ्फुसीय टीबी का प्रसार देश के पुरुषों (472 प्रति लाख) की तुलना में कम (154 प्रति लाख) है। भारत में, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों में माइक्रोबायोलॉजिकल रूप से पुष्ट फुफ्फुसीय तपेदिक (confirmed pulmonary tuberculosis) का प्रसार प्रति लाख जनसंख्या पर 316 था, जिसमें दिल्ली में सबसे अधिक 534 प्रति लाख और केरल में सबसे कम प्रसार 115 प्रति लाख था। इस सर्वेक्षण में PTB संक्रमण का प्रसार 21.7 प्रतिशत था। टीबी के सभी रूपों के लिए, भारत में सबसे अधिक प्रसार दिल्ली में प्रति लाख 747 था, और गुजरात में, यह 137 के साथ सबसे कम था। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में टीबी की व्यापकता 31.4 प्रतिशत थी।

अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने डाटा ट्रांसफर संधि को मंज़ूरी दी

अमेरिका और यूरोपीय संघ ने घोषणा की है कि सीमा पार डेटा हस्तांतरण के उद्देश्य के लिए एक नया ढांचा बनाने के लिए उनके पास “सैद्धांतिक रूप से” समझौता है। यह घोषणा गूगल और मेटा जैसे कंपनियों के लिए एक बहुत जरूरी राहत के रूप में आई है। एक साल से अधिक समय से, अधिकारी अमान्य Privacy Shield को बदलने के उद्देश्य से एक समझौते की योजना बना रहे हैं, एक ऐसी व्यवस्था जो फर्मों को यूरोपीय लोगों के डेटा को अमेरिका के साथ साझा करने की अनुमति देती है। जुलाई 2020 में, Privacy Shield को अमान्य कर दिया गया था। इससे टेक कंपनियों को झटका लगा जो यूएस-ईयू डेटा प्रवाह के लिए इस तंत्र पर निर्भर थीं। यूरोपीय संघ की शीर्ष अदालत ने गोपनीयता कार्यकर्ता मैक्स श्रेम्स का पक्ष लिया, जिन्होंने तर्क दिया था कि मौजूदा ढांचा यूरोप में रहने वाले लोगों को अमेरिका की निगरानी से नहीं बचाता है।

भारत ने 50,000 ODF प्लस गांव का आंकडा हासिल किया

भारत ने 50,000 खुले में शौच मुक्त (Open Defecation-Free – ODF) प्लस गांव का मील का पत्थर पार कर लिया है। इस कार्यक्रम के तहत शीर्ष प्रदर्शन करने वाला राज्य तेलंगाना हैं जहां पर 13,960 ODF प्लस गांव हैं। इसके बाद तमिलनाडु और मध्य प्रदेश का स्थान है। 2020 में, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण- II को यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था कि वर्ष 2024 के अंत तक देश भर के सभी गांवों को ODF प्लस घोषित किया जा सके। जल शक्ति मंत्रालय के अनुसार, ODF प्लस मिशन को प्राप्त करने के कई पहलू हैं जिनमें गोवर्धन योजना, बायोडिग्रेडेबल कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, ग्रे वाटर प्रबंधन और मल कीचड़ प्रबंधन (faecal sludge management) शामिल हैं। ODF प्लस गांवों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। यह श्रेणियां Rising, Aspiring और Model हैं, जो उनकी प्रगति को दर्शाती हैं। ODF प्लस गांवों के कार्यक्रम के परिणामस्वरूप एक प्रतिस्पर्धी और स्वस्थ भावना आई है जिसके परिणामस्वरूप लोगों की भागीदारी “संपूर्ण स्वच्छता” के त्वरित कार्यान्वयन की दिशा में हुई है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत, लगभग 22,000 ग्राम पंचायतों के एक करोड़ से अधिक लोगों ने कई स्वच्छता गतिविधियों में भाग लिया है।

उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर तेजी से गर्म हो रहा है : केंद्र सरकार

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के MoS जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा को बताया है कि उष्णकटिबंधीय हिंद महासागर तेजी से गर्म हो रहा है। यह देखा गया है कि 1951 से 2015 की अवधि में समुद्र की सतह के तापमान में लगभग 1 डिग्री सेल्सियस की औसत वृद्धि हुई थी, जो प्रति दशक 0.15 डिग्री सेल्सियस के बराबर है। लगातार जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्री पर्यावरण को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। 2021 में हिंद महासागर में 52 दिनों की अवधि में छह समुद्री हीटवेव (marine heatwaves) देखी गई हैं। मौसम संबंधी 6 घटनाओं में से बंगाल की खाड़ी को चार का सामना करना पड़ा। पश्चिमी हिंद महासागर के क्षेत्र में, समुद्री हीटवेव घटनाओं में प्रति दशक 1.5 घटनाओं में वृद्धि देखी गई। भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) ने एक अध्ययन किया जिसमें विकट स्थिति पर प्रकाश डाला गया। इससे पता चला कि पश्चिमी हिंद महासागर क्षेत्र में 66 समुद्री हीट वेव घटनाएं हुईं और 1982 से 2018 के बीच बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में 94 घटनाएं हुईं।

COP-4 मीनामाता सम्मेलन का आयोजन किया गया

पार्टियों के सम्मेलन (COP-4) में पारा पर मिनामाता सम्मेलन (Minamata Convention on Mercury) में भाग लेने वाले हितधारकों ने पारा वाले उत्पादों की सूची का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की है जिसे चरणबद्ध करने की योजना बनाई गई है। पारा पर COP-4 मिनामाता सम्मेलन 21 से 25 मार्च, 2022 तक इंडोनेशिया के बाली में हुआ। यह सम्मेलन पहले ऑनलाइन खंड के समापन के बाद फिर से शुरू हुआ जो नवंबर 2021 में आयोजित किया गया था। COP-4 सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया, जैसे कि कन्वेंशन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए रूपरेखा। इस अधिवेशन में नौ निर्णय लिए गए। इसमें राष्ट्रीय रिपोर्टिंग, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, कारीगर और छोटे पैमाने पर सोने के खनन (ASGM), तकनीकी सहायता, क्षमता निर्माण, पारा अपशिष्ट सीमा और पारा को छोड़ने का कार्यान्वयन शामिल है। सभी परियोजनाओं, गतिविधियों और कार्यक्रमों के तहत जेंडर को मुख्यधारा में लाने के प्रयासों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। साथ ही इस बैठक के दौरान बहुपक्षवाद और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को भी बल मिला। जैव विविधता के नुकसान, जलवायु परिवर्तन, और अपशिष्ट और प्रदूषण की चुनौतियों से निपटने का भी निर्णय लिया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को पारे को जारी करने और मानवजनित उत्सर्जन से बचाना है।

गोपनीयता और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा पर संयुक्त घोषणा

यूरोपीय संघ ने नौ देशों के साथ, जिसमें भारत भी शामिल है, ने डेटा संरक्षण और गोपनीयता के मानकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया है। ‘Joint Declaration on Privacy and the Protection of Personal Data: Strengthening trust in the digital environment’ में देशों ने डिजिटल और सूचना प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में तेजी से तकनीकी विकास का आह्वान किया है क्योंकि व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा और गोपनीयता के लिए नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। मुक्त डेटा प्रवाह को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल अर्थव्यवस्था द्वारा प्रस्तुत अवसरों का दोहन करना महत्वपूर्ण है। देशों के संबंधित कानूनी ढांचे द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसी व्यक्ति के निजता के अधिकार के साथ-साथ व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा को मौलिक स्वतंत्रता के रूप में माना जाता है और उसका पालन किया जाता है। यूरोपीय संघ के साथ देश भारत, कोमोरोस, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और श्रीलंका हैं।

ध्रुवीय विज्ञान और क्रायोस्फीयर अनुसंधान योजना

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के दायरे में एक स्वायत्त संस्थान नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च (NCPOR) ने ध्रुवीय विज्ञान और क्रायोस्फीयर रिसर्च (Polar Science and Cryosphere Research – PACER) योजना को सफलतापूर्वक लागू किया है जिसमें भारतीय आर्कटिक कार्यक्रम, अंटार्कटिक कार्यक्रम, क्रायोस्फीयर और जलवायु कार्यक्रम, और दक्षिणी महासागर कार्यक्रम शामिल है। इसने अंटार्कटिका में 39वें और 40वें भारतीय वैज्ञानिक अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। अंटार्कटिका के लिए 41वां भारतीय वैज्ञानिक अभियान वर्तमान में चल रहा है। इस योजना के तहत बर्फ की चादर की गतिशीलता से जुड़े अतीत की जलवायु के पुनर्निर्माण के लिए झीलों से 10 तलछट कोर एकत्र किए गए हैं। बर्फ के संचय के पैटर्न और ग्लेशियोकेमिकल प्रक्रिया योगदान को समझने के उद्देश्य से तटीय ड्रोनिंग मौड (Dronning Maud Land) में विभिन्न भूभौतिकीय और हिमनदीय माप किए गए हैं। पूर्वी अंटार्कटिका के लारसेमैन हिल्स (Larsemann Hills) की झीलों में, सुपरग्लेशियल वातावरण (supraglacial environments) में जैव-भू-रासायनिक प्रक्रिया को समझने के लिए अध्ययन किए गए थे। भारती और मैत्री स्टेशनों पर, स्वच्छ हवा वायुमंडलीय वेधशालाएं जिनमें स्वचालित मौसम स्टेशन, ग्रीनहाउस गैस और एरोसोल सांद्रता को मापने के लिए सेंसर शामिल हैं, स्थापित किए गए हैं। अंटार्कटिका और विघटित कार्बनिक कार्बन मार्गों पर दीर्घकालिक जलवायु परिवर्तनशीलता को समझने के लिए आइस कोर विश्लेषण भी आयोजित किए गए थे। हाइड्रोफोन सिस्टम, साथ ही IndARC मूरिंग सिस्टम, कोंग्सफजॉर्डन, स्वालबार्ड में सफलतापूर्वक तैनात किया गया था। आर्कटिक स्वालबार्ड द्वीपसमूह में, माइक्रोबियल और जैव-भू-रासायनिक अनुसंधान करने के लिए तटीय परिभ्रमण किया गया था। 2021-26 की अवधि के लिए भी इस योजना को जारी रखने की मंजूरी दी गई है।

आदि बाज़ार: आदिवासी संस्कृति की भावना का एक शुभ उत्सव

जनजातीय संस्कृति और व्यंजनों की भावना के उत्सव को ध्यान में रखते हुए 26 मार्च, 2022 को गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर, केवडिया, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में एक नया आदि बाज़ार खोला गया। यह एक 11 दिवसीय प्रदर्शनी है, जो 26 मार्च को शुरू हुई है और 5 अप्रैल को समाप्त होगी। इसका उद्घाटन गुजरात सरकार के आदिवासी विकास, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती निमिषाबेन सुथर ने अगस्त में किया था। इस दौरान गुजरात सरकार के उच्च और तकनीकी शिक्षा, विधायी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री डॉ. कुबेरभाई मनशुखभाई डिंडोर और टीआरआई के अध्यक्ष श्री रामसिंह राठवा मौजूद थें।

इस सीजन की अलफांसो और केसर आम की पहली खेप जापान को निर्यात की गई

निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) ने 26 मार्च, 2022 को ताजे आमों की इस सीजन की पहली खेप का मुंबई से जापान के लिए निर्यात किया। आम की अलफांसो और केसर किस्मों का यह निर्यात एपीईडीए के पंजीकृत निर्यातक मैसर्स बेरीडेल फूड्स (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मेसर्स लॉसन रिटेल चेन, जापान को किया गया। इन आमों को एपीईडीए (एपीडा) द्वारा अनुमोदित महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एमएसएएमबी) की सुविधा में उपचारित और पैक किया गया था। भारत के दूतावास और जापान एण्‍ड इन्वेस्ट इंडिया के सहयोग से आजादी का अमृत महोत्सव के एक हिस्‍से के रूप में टोक्यो, जापान में आम उत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लॉसन सुपर मार्केट्स के विभिन्न आउटलेट्स पर आम की प्रदर्शनी और आस्वादन किया जाएगा।

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