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वित्तीय कार्रवाई कार्यबल-एफएटीएफ के अध्यक्ष का पदभार भारतीय मूल के टी राजा कुमार ने संभाल लिया है। #FATF ने कहा, #राजाकुमार अंतरराष्ट्रीय धन शोधन निरोधक कार्रवाई को और प्रभावी बनाने को प्राथमिकता देंगे। परिसंपत्तियों की उगाही को बेहतर बनाने जैसे अन्य उपायों पर भी ध्यान देंगे।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ ने ऑटोनोम्स फ्लाइंग टेक्नालॉजी डिमोंसट्रेटर की प्रथम सफल उड़ान संचालित की है। यह उड़ान कर्नाटक में चित्रदुर्ग में एरोनाटिकल टेस्ट रेंज में की गई। इसके साथ ही भारत के गोपनीय मानवरहित कम्बेट एरियल व्हीकल-यूसीएवी का सफल परीक्षण कर एक उपलब्धि हासिल कर ली गई है। इसे स्टील्थ विंग फ्लाइट टेस्ट बेड- स्विफ्ट भी कहा जाता है। यह कार्यक्रम भारत के पांचवीं पीढी के स्टील्थ फाइटर एडवांस मीडियम कम्बेट एयरक्राफ्ट विकसित करने से संबंधित है। यह उड़ान पूरी तरह से स्वचलित थी। विमान ने स्टीक उड़ान भरी तथा टेकऑफ और टॅचडाउन भलीभांति हुआ। ये विमान भविष्य की बिना पायलट के चलने वाले विमानों को विकसित करने की दिशा में एक मील का पत्थर है। साथ ही आत्मनिर्भरता की दिशा में एक जरूरी कदम भी है। इस मानव रहित वायुयान को बेंगलुरू स्थित एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एडीई) ने डिजायन और विकसित किया है। एडीई डीआरडीओ के तहत एक प्रमुख रिसर्च लोबोरेटरी है।
क्लाउड-आधारित सुरक्षा कंपनी, लुकआउट ने हाल ही में “हर्मिट” नामक एक नया स्पाइवेयर खोजा है। हर्मिट स्पाइवेयर Android और iOS उपकरणों को प्रभावित करने में सक्षम है। टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, लुकआउट के सुरक्षा शोधकर्ताओं ने सूचित किया है कि, राष्ट्रीय सरकारों ने कजाकिस्तान और इटली में “लक्षित हमलों” में हर्मिट स्पाइवेयर के एंड्रॉइड संस्करण का उपयोग किया है। Google के शोधकर्ताओं ने भी लुकआउट के निष्कर्षों की पुष्टि की। इसने एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं को उन उपकरणों के बारे में सूचित करना शुरू कर दिया है जिन्हें हर्मिट ने प्रभावित किया है। इसका इस्तेमाल सरकारें एसएमएस संदेशों के माध्यम से हाई-प्रोफाइल लोगों जैसे व्यावसायिक अधिकारियों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, शिक्षाविद, सरकारी अधिकारी, पत्रकारों की जासूसी के लिए कर रही हैं। हर्मिट एक वाणिज्यिक स्पाइवेयर है और इसका उपयोग उत्तरी सीरिया, कजाकिस्तान और इटली में सरकारों द्वारा किया गया है। इसका पहली बार कजाकिस्तान में अप्रैल 2022 में पता चला था, जब सरकार ने अपनी नीतियों के खिलाफ विरोध को हिंसक रूप से दबा दिया था। इसे सीरिया के उत्तर-पूर्वी कुर्द क्षेत्र में और इतालवी अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी जांच के लिए भी तैनात किया गया था।
हाल ही में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस (EoDB) रैंकिंग जारी की है, जो बिज़नेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान (BRAP) रिपोर्ट, 2020 पर आधारित है। इसका उद्देश्य निवेशकों को प्रोत्साहित करने हेतु व्यापार सुगमता को बढ़ावा देना और बीआरएपी में उनके प्रदर्शन के आधार पर राज्यों का आकलन करने की एक प्रणाली के माध्यम से स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धात्मक माहौल द्वारा देश भर में व्यापार करने कि स्थिति को आसान बनाना। मापदंडों में विभिन्न क्षेत्र शामिल हैं, जैसे- निर्माण परमिट, श्रम विनियमन, पर्यावरण पंजीकरण, सूचना तक पहुंँच, भूमि की उपलब्धता और एकल खिड़की प्रणाली। सात राज्यों - आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, पंजाब, तेलंगाना और तमिलनाडु को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस रैंकिंग में 'टॉप अचीवर्स' के रूप में वर्गीकृत किया गया था। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और मध्य प्रदेश अन्य राज्य हैं जिन्हें रैंकिंग में अचीवर्स के रूप में वर्गीकृत किया गया है। छह राज्य - मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा, पुद्दुचेरी और जम्मू-कश्मीर - 'उभरते व्यापारिक पारिस्थितिकी तंत्र' थे। सात राज्यों - गोवा, असम, केरल, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बंगाल को 'आकांक्षी' ज़िलों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। BRAP को वर्ष 2015 में लॉन्च किया गया था। यह ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस इंडेक्स BRAP पर आधारित है।
भारत की सबसे बड़ी तैरती सौर ऊर्जा परियोजना अब पूरी तरह से चालू हो गई है। एनटीपीसी ने 01 जुलाई, 2022 के 00:00 बजे (आधीरात) से रामागुंडम, तेलंगाना में 100 मेगावाट रामागुंडम तैरती सौर पीवी परियोजना में से 20 मेगावाट की अंतिम भाग क्षमता के वाणिज्यिक संचालन की घोषणा की। रामागुंडम में 100 मेगावाट की सौर पीवी परियोजना के संचालन के साथ, दक्षिणी क्षेत्र में तैरती सौर क्षमता का कुल वाणिज्यिक संचालन बढ़कर 217 मेगावाट हो गया। इससे पहले, एनटीपीसी ने कायमकुलम (केरल) में 92 मेगावाट तैरती सौर ऊर्जा और सिम्हाद्री (आंध्र प्रदेश) में 25 मेगावाट तैरती सौर ऊर्जा के वाणिज्यिक संचालन की घोषणा की। रामागुंडम में 100 मेगावाट की तैरती सौर परियोजना उन्नत तकनीक के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल विशेषताओं से संपन्न है। मेसर्स भेल के माध्यम से ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण) अनुबंध के रूप में 423 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह परियोजना जलाशय के 500 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है। यह परियोजना 40 खंडों में विभाजित हैं और इनमें से प्रत्येक की क्षमता 2.5 मेगावाट है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इजरायल के नये प्रधानमंत्री येर लैपिड को शुभकामनाएं दी हैं। श्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि दोनों देश पूर्ण राजनयिक संबंधों के 30 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं, इसलिए वह भारत और इजरायल के बीच रणनीतिक भागीदारी को और मजबूत करने के उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बॉश इंडिया की भारत में उपस्थिति के 100 वर्ष पूरे करने के अवसर पर वीडियो संदेश के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रौद्योगिकी और विभिन्न प्रकार के उपकरणों की आपूर्ति करने वाली प्रमुख बहुराष्ट्रीय कंपनी बॉश की भारतीय इकाई बॉश इंडिया ने यहां स्थित अपने मुख्य कार्यालय परिसर में 800 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट परिसर स्पार्क डॉटनेक्स्ट बनाया है। बॉश इंडिया ने बयान में कहा कि वह भारत में अपनी एआईओटी (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑफ थिंग्स) गतिविधियों का विस्तार कर रही है। इसके लिये वह अदुगोडी में अपने मुख्यालय को स्पार्क नामक एक नए स्मार्ट परिसर में बदल रही है, जिसे स्पार्क एनएक्सटी कहा जा रहा है। कंपनी ने ऊर्जा खपत में कमी लाने के लिए 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। रॉबर्ट बॉश, जिसे आमतौर पर बॉश के नाम से जाना जाता है, एक जर्मन बहुराष्ट्रीय इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी कंपनी है जिसका मुख्यालय गेरलिंगन में है। कंपनी की स्थापना रॉबर्ट बॉश ने 1886 में स्टटगार्ट में की थी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 'उद्यमी भारत' कार्यक्रम में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर 'एमएसएमई प्रदर्शन में सुधार तथा तेजी' (रैंप) योजना, 'पहली बार के एमएसएमई निर्यातकों का क्षमता निर्माण' (सीबीएफटीई) योजना और 'प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम' (पीएमईजीपी) की नई सुविधाओं जैसी प्रमुख पहलों का शुभारंभ किया। उन्होंने 2022-23 के लिए पीएमईजीपी के लाभार्थियों को डिजिटल रूप से सहायता भी हस्तांतरित की, एमएसएमई आइडिया हैकथॉन, 2022 के परिणाम घोषित किए, राष्ट्रीय एमएसएमई पुरस्कार, 2022 वितरित किए और आत्मनिर्भर भारत (एसआरआई) फंड में 75 एमएसएमई को डिजिटल इक्विटी सर्टिफिकेट जारी किए। 'उद्यमी भारत' एमएसएमई के सशक्तिकरण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सरकार ने समय-समय पर एमएसएमई क्षेत्र को आवश्यक और समय पर सहायता प्रदान करने के लिए मुद्रा योजना, आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना, पारंपरिक उद्योगों के उत्थान के लिए कोष योजना आदि कई पहलों की शुरुआत की है, जिससे देश भर में करोड़ों लोगों को लाभ हुआ है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग उत्कृष्टता पुरस्कार-2021 प्रदान किए। नई दिल्ली में राजमार्ग निर्माण और सड़क संपत्तियों के रखरखाव में लगे हितधारकों और कंपनियों को पुरस्कार दिए गए। उत्कृष्टता पुरस्कार 2018 में गठित किए गए थे और 9 श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए थे जिनमें परियोजना प्रबंधन में उत्कृष्टता, राजमार्ग सुरक्षा में उत्कृष्टता, टोल प्रबंधन में उत्कृष्टता, संचालन और रखरखाव में उत्कृष्टता, नवाचार, हरित राजमार्ग, चुनौतीपूर्ण स्थिति में उत्कृष्ट कार्य, पुल निर्माण और सुरंग निर्माण।
तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद में नवाचार परिसर टी-हब (टेक्नोलॉजी हब) खोला और घोषणा की कि शहर जल्द ही स्टार्टअप कंपनियों में अगले महत्वपूर्ण नवाचार का उत्पादन करेगा। तेलंगाना सरकार के अनुसार, नए ढांचे का कुल निर्मित क्षेत्र 5.82 लाख वर्ग फुट से अधिक है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा नवाचार परिसर बनाता है। दूसरा सबसे बड़ा परिसर स्टार्टअप इनक्यूबेटर स्टेशन एफ है, जो फ्रांस में स्थित है। हैदराबाद स्थित इनोवेशन हब और इकोसिस्टम एन्हांसर टी-हब (टेक्नोलॉजी हब) की स्थापना 2015 में हुई थी। टी-हब 2.0 में 2,000 से अधिक उद्यमी, निगम, निवेशक, शैक्षणिक संस्थान और स्थानीय तथा वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र सहायक शामिल होंगे, जो नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के सूक्ष्म जगत के रूप में कार्य करेंगे। टी-हब पिछले छह वर्षों में नवाचार का केंद्र बनने के लिए विकसित किया गया। टी-हब ने विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं के माध्यम से 1,800 से अधिक व्यवसायों को प्रभावित करते हुए, नवाचार प्रक्रिया की सहायता के लिए प्रोटोटाइप कार्यक्रमों से संस्थागत कार्यक्रम बनाने के लिए विकसित किया है। टी-हब, जिसने विभिन्न पहलों और कार्यक्रमों के माध्यम से 1,800 से अधिक स्टार्टअप्स को प्रभावित किया है, ने नवाचार की उनकी खोज में फेसबुक, उबर, एचसीएल, बोइंग, माइक्रोसॉफ्ट और क्वालकॉम सहित 600 से अधिक निगमों की सहायता के लिए संस्थागत कार्यक्रम बनाने के लिए प्रोटोटाइप विकसित कर प्रगति की है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया ने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, स्वदेशी उद्योग और वैश्विक बाजार पर ध्यान केन्द्रित करते हुए फार्माकोपिया-औषध क्षेत्र से योजना तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा उत्पादों, टीकों, दवाईयों और उपकरणों की गुणवत्ता बनाये रखते हुए स्वस्थ भारत और समृद्ध भारत विकसित करने में फार्माकोपिया महत्वपूर्ण है। केन्द्रीय मंत्री ने नई दिल्ली में भारतीय फार्माकोपिया आयोग सम्मेलन-2022 की अध्यक्षता करते हुए यह टिप्पणी की। इस वर्ष के सम्मेलन की विषयवस्तु एड्रेसिंग मेडिसन क्वालिटी फॉर फ्यूचर है। डॉक्टर मांडविया ने कहा कि दुनियाभर में जैनेरिक दवाईयां विकसित करने और बनाने तथा सस्ती दवाईयों की आपूर्ति से भारत फार्मेसी ऑफ दॅ वर्ल्ड बन गया है। उन्होंने कहा कि चार देशों- अफगानिस्तान, घाना, नेपाल और मॉरिशस ने भारतीय फार्माकोपिया को मानक के रूप में स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि हमें योजना बनानी चाहिए और आगे बढना चाहिए, जिससे और देश भी हमारे फार्माकोपिया को स्वीकार कर सकें। उन्होंने कहा कि भारत दुनियाभर में जैनेरिक दवाईयों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है और उसकी वैश्विक हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भारत ने 150 देशों को किफायती दवायें उपलब्ध कराई हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन भारतीय फार्माकोपिया आयोग (आईपीसी) इंडियन फार्माकोपिया (आईपी) को औषध और प्रसाधन सामग्री अधिनियम- 1940 की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रकाशित किया जाता है। आईपी भारत में उत्पादित और/या विपणन की जाने वाली औषधियों के लिए आधिकारिक मानकों को निर्धारित करता है और इस प्रकार औषधियों की गुणवत्ता के नियंत्रण व विश्वसनीयता में अपना योगदान देता है। आईपी के मानक आधिकारिक और कानूनी रूप से लागू करने योग्य हैं।
भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे के यहां के कैदियों और मछुआरों की सूचियों का आदान-प्रदान किया। भारत ने पाकिस्तान को अपनी कैद में 309 पाकिस्तानी नागरिकों और 95 मछुआरों की सूची सौंपी। पाकिस्तान ने भी अपनी कैद में 49 सामान्य नागरिकों और 633 मछुआरों की सूची भारत को दी। ये लोग भारतीय माने जा रहे हैं। ये दोनों सूचियां नई दिल्ली और इस्लामाबाद में एक साथ सौंपी गईं। एक समझौते के अंतर्गत 2008 के प्रावधानों के अन्तर्गत प्रति वर्ष एक जनवरी और एक जुलाई को दोनों देश इन सूचियों का आदान-प्रदान करते हैं।
पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) में उद्यमशीलता इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, भारतीय उद्यमिता संस्थान (आईआईई), गुवाहाटी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र (एनईआर) में उद्यमिता इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग (आईआईएमएस) के ऊष्मायन और उद्यम सहायता केन्द्र के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में उद्यमिता, ऊष्मायन और स्टार्टअप को प्रोत्साहित करना है। प्रबंधन, उद्यमिता और कौशल विकास के क्षेत्रों में व्यावसायिक विकास में सहयोग करने और पूर्वोत्तर में क्षमता निर्माण और उद्यमिता संवर्धन की बड़ी मांग को पूरा करने के लिए, संस्थान एक दूसरे को सहयोग करेंगे और सूचना और संसाधनों का आदान-प्रदान करेंगे।
एयर मार्शल एपी सिंह ने 01 जुलाई, 2022 को सेंट्रल एयर कमांड (सीएसी) में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एओसी-इन-सी) का पदभार ग्रहण किया। एयर मार्शल एपी सिंह को 21 दिसंबर, 1984 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में शामिल किया गया था। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। वे एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक और एक एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट हैं, उनके पास 4900 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान (एनडीआरआई), करनाल (हरियाणा) के शताब्दी वर्ष समारोह का उद्घाटन किया। श्री तोमर ने कहा कि वर्ष 1923 में स्थापित, एनडीआरआई शिक्षण, अनुसंधान, विस्तार शिक्षा में अग्रणी संस्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि एनडीआरआई ऐसा संस्थान है, जिसकी अनेकानेक उपलब्धियों के कारण यह अतुलनीय है। श्री तोमर ने एनडीआरआई के शताब्दी वर्ष के दौरान कार्यक्रमों के लिए आईसीएआर को पूर्ण सहयोग देने को कहा। उन्होंने कहा कि सौवें वर्ष में एनडीआरआई को देश के 100 गांव गोद लेकर पशुपालन विकास करना चाहिए, फिर ये गांव आसपास सकारात्मक प्रसार करेंगे।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के प्रयासों से कृषि भवन, नई दिल्ली में डीडी-किसान के स्टूडियो की स्थापना संपन्न हुई है। इसका शुभारंभ केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे व श्री कैलाश चौधरी के साथ किया। किसानों के समावेशी विकास के लिए एक नई पहल के रूप में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 26 मई 2015 को किसानों के लिए डीडी किसान चैनल शुरू किया, जिसका उद्देश्य देश में कृषि और ग्रामीण समुदाय की सेवा करना तथा उन्हें शिक्षित कर समग्र विकास का वातावरण बनाने की दिशा में काम करना है।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 223 द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए, राष्ट्रपति ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री आलोक अराधे को इस न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय के कर्तव्यों का पालन करने के लिए नियुक्त किया है। यह नियुक्ति, न्यायमूर्ति श्री रितु राज अवस्थी, मुख्य न्यायाधीश, कर्नाटक उच्च न्यायालय की सेवानिवृत्ति के आलोक में की गयी है, जो 03.07.2022 से प्रभावी होगी।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अनुसार, इयोन मॉर्गन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तत्काल संन्यास की घोषणा की है। मॉर्गन इंग्लैंड की मेंस वाइट-बॉल टीम के कप्तान थे। 35 वर्षीय कप्तान ने इंग्लैंड के साथ अपने 13 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 2019 में लॉर्ड्स में अपनी पहली आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप जीत के लिए इंग्लैंड की पुरुष टीम की कप्तानी की। उन्होंने 2010 में कैरेबियन में आयोजित आईसीसी पुरुष टी 20 क्रिकेट विश्व कप में इंग्लैंड के लिए भी प्रतिस्पर्धा की।
भारत में प्रत्येक वर्ष 01 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor's Day) मनाया जाता है, इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज के प्रति चिकित्सकों के योगदान और उनकी प्रतिबद्धता के लिये उनका आभार व्यक्त करना है। ध्यातव्य है कि भारतीय समाज में चिकित्सकों को भगवान के समान दर्जा दिया जाता है। भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के आयोजन की शुरुआत सर्वप्रथम वर्ष 1991 में हुई थी, तभी से प्रत्येक वर्ष 01 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का आयोजन पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री और चिकित्सक डॉ. बिधानचंद्र रॉय के सम्मान में किया जाता है। डॉ. बिधानचंद्र रॉय का जन्म 01 जुलाई, 1882 को हुआ था और संयोगवश उनकी मृत्यु भी 1962 में 01 जुलाई को हुई थी। डॉ. बिधानचंद्र रॉय एक प्रख्यात भारतीय चिकित्सक, शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने वर्ष 1948 से वर्ष 1962 में अपनी मृत्यु तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सेवाएँ दीं।
01 जुलाई को जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस वर्ष वस्तु और सेवा कर के ऐतिहासिक कर सुधार के कार्यान्वयन की वर्षगाँंठ है। पहला जीएसटी दिवस 01 जुलाई, 2018 को नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था यानी गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स (GST) की पहली वर्षगाँठ को चिह्नित करने के रूप में मनाया गया था। संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित एक समारोह में 30 जून और 1 जुलाई, 2017 की मध्यरात्रि में जीएसटी को लागू किया गया था। गौरतलब है कि GST एक अप्रत्यक्ष कर है जिसे भारत को एकीकृत साझा बाज़ार बनाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। यह निर्माता से लेकर उपभोक्ताओं तक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति पर लगने वाला एकल कर है। GST के अंतर्गत जहाँ एक ओर केंद्रीय स्तर पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क, अतिरिक्त उत्पाद शुल्क, सेवा कर, काउंटरवेलिंग ड्यूटी जैसे अप्रत्यक्ष कर शामिल हैं, वहीं दूसरी ओर राज्यों में लगाए जाने वाले मूल्यवर्द्धन कर, मनोरंजन कर, चुंगी तथा प्रवेश कर, विलासिता कर आदि भी सम्मिलित हैं।
अंतर्राष्ट्रीय संसदीय दिवस (International Day of Parliamentarism) प्रत्येक वर्ष 30 जून को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह दिवस संसद की उन प्रक्रियाओं को चिह्नित करने के लिये मनाया जाता है जिनके द्वारा सरकार की संसदीय प्रणालियाँ दुनिया भर के लोगों के रोज़मर्रा के जीवन को बेहतर बनाती हैं। साथ ही यह संसद/सांसदों के लिये चुनौतियों का सामना करने और उनसे प्रभावी तरीके से निपटने के लिये आपस में विचार-विमर्श का एक अवसर भी है। इस दिवस की शुरुआत वर्ष 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव द्वारा की गई थी। इसके अलावा यह दिन अंतर-संसदीय संघ के गठन की तिथि को भी चिह्नित करता है, जो संसदों का वैश्विक संगठन है, जिसे वर्ष 1889 में स्थापित किया गया था। अंतर-संसदीय संघ सभी देशों की संसद तथा सांसदों के बीच समन्वय और अनुभवों के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करता है। यह मानवाधिकारों की रक्षा एवं सवर्द्धन में योगदान देने के साथ ही प्रतिनिधि संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण तथा विकास में भी योगदान देता है।
मलयालम अभिनेत्री और सहायक निर्देशक अंबिका राव का 58 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने 2002 में बालचंद्र मेनन द्वारा अभिनीत फिल्म 'कृष्णा गोपालकृष्णा' के साथ सहायक निर्देशक के रूप में फिल्म उद्योग में प्रवेश किया। उन्होंने 2000 की शुरुआत में एक सहायक निर्देशक के रूप में फिल्म उद्योग में कदम रखा। उन्होंने बालचंद्र मेनन, अनवर रशीद, शफी और विनयन सहित कई निर्देशकों की सहायता की है। उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय भी किया। हाल ही में, उन्होंने वायरस और कुंभलंगी नाइट्स जैसी हिट फिल्मों में अपने अभिनय से पहचान बनाई।
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