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भारत को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा हेतु 2022-2026 चक्र के लिए यूनेस्को के 2003 कन्वेंशन की अंतर सरकारी समिति का सदस्य चुना गया है। अंतर सरकारी समिति के लिए ये चुनाव 2003 कन्वेंशन की 9वीं महासभा के दौरान 5 से 7 जुलाई 2022 को पेरिस स्थित यूनेस्को मुख्यालय में हुए। इसकी घोषणा केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने की। एशिया-प्रशांत समूह के भीतर खाली चार सीटों के लिए भारत, बांग्लादेश, वियतनाम, कंबोडिया, मलेशिया और थाईलैंड इन छह देशों ने अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत की थी। यहां उपस्थित और मतदान कर रहे 155 देशों के दलों की ओर से भारत को 110 वोट मिले। 2003 कन्वेंशन की अंतर सरकारी समिति में 24 सदस्य होते हैं और इसे समान भौगोलिक प्रतिनिधित्व और रोटेशन के सिद्धांतों के अनुसार कन्वेंशन की आम सभा में चुना जाता है। इस समिति के सदस्य देश चार साल की अवधि के लिए चुने जाते हैं। इस अंतर सरकारी समिति के कुछ मुख्य कार्यों में कन्वेंशन के उद्देश्यों को बढ़ावा देना, सर्वोत्तम प्रथाओं को लेकर मार्गदर्शन देना और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के उपायों पर सुझाव देना शामिल है। ये समिति अपनी सूचियों में अमूर्त विरासत को शामिल करने के राष्ट्र दलों के अनुरोधों और साथ-साथ कार्यक्रमों तथा परियोजनाओं के प्रस्तावों को भी जांचती है। अतीत में, भारत ने इस कन्वेंशन की अंतर-सरकारी समिति के सदस्य के रूप में दो कार्यकाल पूरे किए हैं। एक 2006 से 2010 तक और दूसरा 2014 से 2018 तक। अपने 2022-2026 के कार्यकाल के लिए भारत ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए एक स्पष्ट विज़न तैयार किया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन किया। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी, डॉ. सुभाष सरकार, डॉ. राजकुमार रंजन सिंह, राज्य के मंत्री, शिक्षाविद और अन्य हितधारक इस अवसर पर उपस्थित थे। शिक्षा मंत्रालय 7 से 9 जुलाई तक शिक्षा समागम का आयोजन कर रहा है। यह प्रख्यात शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं और अकादमिक नेताओं को अपने अनुभवों को साझा करने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के प्रभावी कार्यान्वयन के रोडमैप पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। यह कार्यक्रम पूरे देश से विश्वविद्यालयों (केंद्रीय, राज्य, डीम्ड, और निजी), और राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों (आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, आईआईएसईआर) के शैक्षणिक, प्रशासनिक और संस्थागत क्षेत्र की 300 से अधिक हस्तियों के क्षमता निर्माण के हिस्से के रूप में आयोजित किया जा रहा है। विभिन्न हितधारक अपने-अपने संस्थानों में एनईपी के कार्यान्वयन की प्रगति का विवरण प्रस्तुत करेंगे और उल्लेखनीय कार्यान्वयन रणनीतियों, सर्वोत्तम प्रथाओं और सफलता की गाथाओं को भी साझा करेंगे। तीन-दिवसीय शिक्षा समागम के दौरान, एनईपी 2020 के तहत उच्च शिक्षा के लिए चिन्हित किए गए नौ विषयों पर पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी। ये विषय हैं - बहुविषयक और समग्र शिक्षा; कौशल विकास और रोजगार योग्यता; अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता; गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों का क्षमता निर्माण; गुणवत्ता, रैंकिंग और प्रत्यायन; डिजिटल सशक्तिकरण और ऑनलाइन शिक्षा; समान और समावेशी शिक्षा; भारतीय ज्ञान प्रणाली; और उच्च शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण।
त्रिपुरा में एक साथ 14 देवताओं की पूजा के साथ सदियों पुरानी सात दिवसीय रंगारंग खारची पूजा गुरुवार को पारंपरिक उत्साह और अनुष्ठान के साथ शुरू हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभ पूजा के अवसर पर सभी को, खासकर त्रिपुरा के लोगों को बधाई दी है। यह त्योहार मुख्य रूप से त्रिपुरा राज्य से उत्पन्न हुआ है। पहले यह त्रिपुरा के शाही परिवार का त्योहार था, वर्तमान में, यहां तक कि सामान्य परिवार भी इस त्योहार को मनाते हैं।
ब्रिक्स संचार मंत्रियों की 8वीं बैठक चीन की अध्यक्षता में वर्चुअल तरीके से आयोजित हुई। केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रोनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक में भाग लिया तथा आईसीटी क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने सरकार द्वारा दूरसंचार क्षेत्र में किए गए सुधारों को भी रेखांकित किया। मंत्रियों ने 23-24 जून 2022 को आयोजित ब्रिक्स के 14वें शिखर सम्मेलन में पहचाने गए क्षेत्रों में आईसीटी के क्षेत्र में कार्य करने का निर्णय किया। सभी मंत्रियों ने फ्यूचर नेटवर्क्स फॉर ब्रिक्स इंस्टीच्यूट (बीआईएफएन), डिजिटल ब्रिक्स टास्क फोर्स (डीबीटीएफ) के लिए अंतिम रूप दिए गए कार्य-योजनाओं की सराहना की तथा उम्मीद जताई कि ये तंत्र ब्रिक्स देशों के बीच नवोन्मेषी सहयोग को गहरा बनाने में सहायता करेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री ने 07 जुलाई, 2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिये जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में स्वामी रामानुजाचार्य की प्रतिमा “स्टेच्यू ऑफ पीस” का अनावरण किया। स्वामी रामानुजाचार्य वैदिक दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उन्होंने समूचे भारत की यात्रा की और समानता तथा सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर बल दिया। उनकी शिक्षाओं ने भक्ति आंदोलन के संतों को प्रेरित किया और उन्हीं के शिष्य रामानंद ने भक्ति आंदोलन की शुूरुआत की। मध्य युगीन संत कवियों अन्नामाचार्य, भक्त रामदास, त्यागराज, कबीर और मीराबाई की रचनाएंँ उनके दर्शन से प्रभावित रहीं। रामानुज सदियों पहले लोगों के सभी वर्गों के बीच सामाजिक समानता के पैरोकार रहे और उन्होंने समाज में जाति या स्थिति से परे सभी के लिये मंदिरों के दरवाज़े खोलने हेतु प्रोत्साहित किया, वह भी एक ऐसे समय में जब कई जातियों के लोगों को मंदिरों में प्रवेश की अनुमति नहीं थी। उन्होंने शिक्षा को उन लोगों तक पहुँचाया जो इससे वंचित थे। उनका सबसे बड़ा योगदान ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की अवधारणा का प्रचार है, जिसका अनुवाद प्रायः ‘सारा ब्रह्मांड एक परिवार है’, के रूप में किया जाता है।
श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उद्योग भवन में नागरिक उड्डयन मंत्री के अपने मौजूदा प्रभार के अलावा केन्द्रीय इस्पात मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। इस्पात मंत्रालय के सचिव श्री संजय सिंह ने मंत्रालय में उनका स्वागत किया। श्री सिंधिया राज्यसभा में सांसद के रूप में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं और नागरिक उड्डयन मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री हैं। वह पांच बार से संसद सदस्य हैं और इसमें उनके लोकसभा में चार कार्यकाल (2002-04, 2004-09, 2009-14 और 2014-19) शामिल हैं। श्री सिंधिया ने 2002 में जनसेवा शुरू की। 2008 में उन्होंने दूरसंचार, डाक और आईटी राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया; 2009 में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री के रूप में और फिर 2012 में विद्युत मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में कार्य किया।
रक्षा मंत्रालय ने निजी क्षेत्र के तीन बैंको को विदेशी खरीद के लिए वित्तीय सेवा उपलब्ध कराने की मंजूरी दी है। यह कदम सरकारी व्यवसाय का आवंटन निजी क्षेत्र के बैंको को भी देने के फैसले के अनुरूप है। रक्षा मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग ने एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक को मंत्रालय की विदेशी खरीद के लिए ऋण पत्र और प्रत्यक्ष अंतरण सुविधा उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी है। इन तीनों बैंको के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। अब तक केवल सरकारी बैंक ही रक्षा मंत्रालय को ये सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अधिकृत थे।
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन के सदस्यों की छठी उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बैठक कोच्चि में हुई। भारत, मालदीव, मॉरीशस और श्रीलंका इसके सदस्य देश हैं। बैठक में सात सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिस्री कर रहे हैं। बांग्लादेश और सेशेल्स के प्रतिनिधिमंडलों ने बैठक में पर्यवेक्षकों के रूप में भाग लिया। सदस्य देशों ने वर्ष 2022-23 में सहयोग के लिए रोडमैप के कार्यान्वयन पर चर्चा की। मालदीव में इस साल मार्च में आयोजित सम्मेलन की 5वीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बैठक में लिए गए निर्णयों पर भी चर्चा की गई। बैठक में समुद्री सुरक्षा और संरक्षा, आतंकवाद, तस्करी और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध से निपटने पर विचार-विमर्श किया गया। साइबर सुरक्षा, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी की सुरक्षा तथा मानवीय सहायता और आपदा राहत पर भी बैठक में चर्चा की गई।
अधितकर मंत्रियों और कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों के इस्तीफे के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया। मंत्रिमंडल के तीन सदस्यों सहित 40 से अधिक मंत्रियों और सहयोगियों ने घोटालों में शामिल जॉनसन के इस्तीफे की मांग को लेकर त्याग पत्र दे दिया था। दबाव के आगे झुकते हुए श्री जॉनसन ने डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर श्री जॉनसन ने कहा कि उत्तराधिकारी चुने जाने तक वे प्रधानमंत्री के पद पर कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अब ये स्पष्ट है कि कंजर्वेटिव सांसद नया नेता चाहते है। श्री जॉनसन ने कहा कि नया नेता चुनने की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। कंजर्वेटिव पार्टी के उपाध्यक्ष जस्टिन टॉमलिंसन ने एक ट्वीट में कहा कि जॉनसन का इस्तीफा आवश्यक था।
महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल लिया है। उन्होंने मुख्तार अब्बास नकवी से पदभार संभाला जिन्होंने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम की गतिविधियों की समीक्षा के लिए गठित शीर्ष निगरानी प्राधिकरण की पहली बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में श्रीमती सीतारामन ने संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्वनिधि महोत्सव का शुभारंभ किया। स्वनिधि महोत्सव एक सांस्कृतिक उत्सव है जो पीएम स्वनिधि योजना की सफलता के उपलक्ष्य में मनाया जा रहा है। 9 से 31 जुलाई तक चलने वाले इस महोत्सव का आयोजना आवास और शहरी कार्य मंत्रालय कर रहा है। यह 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 75 शहरों में आयोजित किया जा रहा है। महोत्सव के दौरान डिजिटल लेन-देन प्रशिक्षण, ऋण मेला और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। पीएम स्वनिधि योजना के लाभ, विशेषताओं और रेहडी-पटरी विक्रेताओं के अनुभवों को साझा करने के लिए नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि - पीएम स्वनिधि योजना रेहडी-पटरी विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी ऋण सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक जून 2020 को शुरू की गई थी।
नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत जी-20 के नये शेरपा होंगे। वे वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का स्थान लेंगे। पीयूष गोयल वर्तमान में जी-20 के शेरपा हैं। जी-20 की अध्यक्षता भारत को मिलने से एक पूर्णकालिक शेरपा की आवश्यकता होगी। पूर्णकालिक शेरपा को देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाली बैठकों में भाग लेना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वी. विजयेंद्र प्रसाद, वीरेंद्र हेगड़े, इलैया राजा और पी.टी. उषा को राज्यसभा के लिए मनोनीत किए जाने पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट संदेश में कहा कि वी. विजयेंद्र प्रसाद गारू दशकों से रचनात्मक दुनिया से जुड़े रहे हैं और उनके कार्यों ने गौरवशाली भारतीय संस्कृति प्रदर्शित करके विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। वीरेंद्र हेगड़े के योगदान पर श्री मोदी ने कहा कि वे उत्कृष्ट सामाजिक सेवा में सबसे आगे हैं और वे निश्चित रूप से संसदीय कार्यवाही को समृद्ध करेंगे। प्रधानमंत्री ने इलैया राजा की रचनात्मक प्रतिभा की सराहना की। पी.टी. उषा के बारे में श्री मोदी ने कहा कि वे प्रत्येक भारतीय के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और खेल की दुनिया में उनकी उपलब्धियों को व्यापक रूप से पहचाना गया है।
5 जुलाई, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ (IMU) ने 2022 फील्ड मेडल के विजेताओं की घोषणा की। यह गणित के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है और 40 वर्ष से कम आयु के लोगों को दिया जाता है। विजेताओं की घोषणा हेलसिंकी में एक पुरस्कार समारोह में की गई। IMU ने कुल चार विजेताओं की घोषणा की है। यूक्रेन की नंबर थिओरिस्ट मैरीना वियाज़ोवस्का चार विजेताओं में से एक है। जेम्स मेनार्ड ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी यूके के एक नंबर सिद्धांतकार हैं। वे “अभाज्य संख्याओं की रिक्ति” पर अपने निष्कर्षों के लिए प्रसिद्ध है। जून हुह प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी से कॉम्बिनेटरिक्स के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने ज्यामितीय संयोजन के क्षेत्र को बदल दिया है। ह्यूगो डुमिनिल-कोपिन फ्रांस के गणितज्ञ हैं, और संभाव्यता सिद्धांत के विशेषज्ञ हैं।
6 जुलाई, 2022 को गूगल द्वारा स्टार्ट-अप स्कूल इंडिया पहल की शुरुआत की गई। स्टार्ट-अप पर प्रासंगिक जानकारी एकत्र करने और इसे एक व्यवस्थित पाठ्यक्रम में बनाने के उद्देश्य से स्टार्ट-अप स्कूल इंडिया इनिशिएटिव को स्थापित किया गया है। इस कदम से टियर 2 और टियर 3 शहरों में 10,000 स्टार्ट-अप को मदद मिलेगी। यह कार्यक्रम नौ सप्ताह तक वर्चुअल मोड में आयोजित किया जाएगा। इसमें गूगल सहयोगियों और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के नेताओं के बीच फ़ायरसाइड चैट शामिल होंगे। गूगल स्टार्ट-अप स्कूल इंडिया पहल में फिनटेक, भाषा, नौकरी खोज, सोशल मीडिया और नेटवर्किंग, बिजनेस-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स और बिजनेस-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स सहित विषय शामिल होंगे। प्रभावी उत्पाद रणनीति, भारतीय बाजारों में यूजर्स के लिए एप्प डिजाइन करना, उत्पाद उपयोगकर्ता मूल्य और उपयोगकर्ता अधिग्रहण को भी निर्देशात्मक मॉड्यूल में शामिल किया जाएगा।
हरियाली महोत्सव 8 जुलाई, 2022 को आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में “पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय” द्वारा आयोजित किया जाएगा। यह महोत्सव ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के तहत आयोजित किया जाएगा। इसका आयोजन वर्तमान पीढ़ियों के जीवन को बनाए रखने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के जीवन को सुरक्षित रखने में पेड़ों के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया जाएगा। जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने के लिए पेड़ महत्वपूर्ण हैं। हरियाली महोत्सव वनों के संरक्षण और वृक्षारोपण के लिए जनमानस में उत्साह उत्पन्न करने का एक प्रभावी साधन है। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार के नेतृत्व वाली पहलों और नीतियों का पूरक है।
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने मिशन वात्सल्य योजना के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं। बच्चों के कल्याण और पुनर्वास की इस योजना को पहले बाल संरक्षण सेवा योजना के नाम से जाना जाता था। मिशन वात्सल्य योजना का उद्देश्य देश के प्रत्येक बच्चे के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना है। इसका उद्देश्य बच्चों के विकास के लिए एक संवेदनशील, सहायक और पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को किशोर न्याय अधिनियम, 2015 के अनुरूप कार्य करने और सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करना भी योजना का उद्देश्य है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने बच्चों के कल्याण एवं पुनर्वास के लिए 2009-10 से एक केन्द्र प्रायोजित योजना “मिशन वात्सल्य” यानी बाल संरक्षण सेवा योजना शुरू की है। मिशन वात्सल्य का लक्ष्य भारत के हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ एवं खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना, उन्हें अपनी पूर्ण क्षमता का पता लगाने के लिए अवसर प्रदान करना, हर क्षेत्र में विकास के लिए सहायता प्रदान करना, उनके लिए ऐसी संवेदनशील, समर्थनकारी और समकालिक इको-व्यवस्था स्थापित करना है जिसमें उनका पूर्ण विकास हो।
IISc के शोधकर्ताओं ने हाल ही में “आर्यभट -1” नामक एक एनालॉग चिपसेट का एक प्रोटोटाइप विकसित किया है। टीम ने अगली पीढ़ी के एनालॉग कंप्यूटिंग चिपसेट विकसित करने के लिए एक डिजाइन ढांचा तैयार किया है। ये चिपसेट तेजी से काम कर सकते हैं। यह विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में उपयोग किए जाने वाले डिजिटल प्रोसेसर की तुलना में कम बिजली का उपयोग करेगा। इसे प्रतीक कुमार द्वारा डिजाइन किया गया है, जो IISc में पीएच.डी. छात्र हैं। आर्यभट-1 का अर्थ है “Analog Reconfigurable Technology and Bias-scalable Hardware for AI Tasks”। ऐसे चिपसेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित एप्लिकेशन जैसे एलेक्सा सहित ऑब्जेक्ट या स्पीच रिकग्निशन ऐप्स के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
भारतीय-अमेरिकी जयश्री उल्लाल को 8वीं वार्षिक फोर्ब्स की अमेरिका की सबसे अमीर सेल्फ-मेड महिलाओं की सूची में शामिल किया है। जयश्री उल्लाल कंप्यूटर नेटवर्किंग कंपनी अरिस्टा नेटवर्क्स (Arista Networks) की CEO हैं. जयश्री 2008 से इस कंपनी की कमान संभाल रही हैं. फोर्ब्स ने उल्लाल की 1.9 अरब डॉलर की नेटवर्थ और अरिस्टा में 5 फीसदी स्टॉक के आधार पर उन्हें अमेरिका की सबसे अमीर सेल्फ-मेड महिलाओं की सूची में शामिल किया है। Jayshree V Ullal का जन्म लंदन में हुआ, लेकिन उनकी परवरिश भारत हुई है। फोर्ब्स की सबसे अमीर सेल्फ मेड महिलाओं की लिस्ट में शामिल भारतीय अमेरिकी महिलाओं में उल्लाल के साथ और भी कई नाम नाम हैं। इनमें Syntel की को-फाउंडर नीरजा सेठी (Neerja Sethi), Confluent की को-फाउंडर नेहा नरखेड़े (Neha Narkhede), PepsiCo की पूर्व सीईओ इंदिरा नूई (Indra Nooyi), Gingko Bioworks की को-फाउंडर रेशमा शेट्टी (Reshma Shetty) भी है।
पोकर प्लेटफॉर्म PokerBaazi.com ने अभिनेता शाहिद कपूर को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। PokerBaazi.com ने अपना नया ब्रांड अभियान 'यू होल्ड द कार्ड्स' लॉन्च किया है, जिसमें ब्रांड एंबेसडर, अभिनेता शाहिद कपूर हैं। कंपनी ने कहा कि अभिनेता के साथ यह जुड़ाव पोकर के बारे में लोगों को लोकप्रिय बनाने और जागरूकता पैदा करने की उसकी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। 'यू होल्ड द कार्ड्स' नामक अभियान के साथ, ब्रांड का उद्देश्य पोकर के बारे में एक कौशल-आधारित खेल के रूप में जागरूकता पैदा करना है और यह स्थापित करना है कि पोकर में, खेल आपके नियंत्रण में है, और कोई भी कौशल, दृढ़ संकल्प और सही रणनीति के विजयी आधार पर उभर सकता है।
मिशेल पूनावाला को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए यूनाइटेड किंगडम में एनआरआई वर्ल्ड समिट 2022 में शिरोमणि पुरस्कार (Shiromani Award) मिला है। पूनावाला के अलावा, श्री साधु भ्रामविहारी, भगवान रामी रेंजर, रीता हिंदुजा छाबड़िया को भी शिरोमणि पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शिरोमणि पुरस्कार 1977 में स्थापित किया गया था और इससे पहले मदर टेरेसा, चीफ मार्शल मानेकशॉ, राज कपूर, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, कपिल देव, पीटी उषा, लिएंडर पेस, विश्वनाथन आनंद, दलाई लामा, जया बच्चन और आशा भोंसले को सम्मानित किया जा चुका है।
गांधी और चंपारण सत्याग्रह: सेलेक्ट रीडिंग नामक एक पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसे जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास द्वारा संपादित किया गया है। वर्चुअल बुक लॉन्च इवेंट में प्रो. दास ने शोध को प्रायोजित करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार और नेताजी इंस्टीट्यूट फॉर एशियन स्टडीज को धन्यवाद दिया। यह पुस्तक उन लोगों के लिए तुरंत एक अनिवार्य संसाधन बन जाएगी जो चंपारण सत्याग्रह के संबंध में महात्मा गांधी की यात्रा की शुरुआत में ही भारत में देखना चाहते थे।
विश्व किस्वाहिली भाषा दिवस प्रतिवर्ष 7 जुलाई को पूरे विश्व में मनाया जाता है। यूनेस्को के सदस्य देशों के नेतृत्व में एक घोषणा के बाद यह दिन मनाया जाता है। इस वर्ष इस दिन का पहला पर्व मनाया गया। पहला विश्व किस्वाहिली भाषा दिवस दुनिया भर में ‘शांति और समृद्धि के लिए किस्वाहिली’ थीम के तहत मनाया गया। विश्व किस्विली भाषा दिवस शांति को बढ़ावा देने और बहुसंस्कृतिवाद को बढ़ावा देने के लिए किस्वाहिली भाषा के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है। किस्वाहिली भाषा अफ्रीका और उप-सहारा अफ्रीका में व्यापक रूप से बोली जाती है। यह अफ्रीकी संघ की आधिकारिक भाषा बनने वाली एकमात्र अफ्रीकी भाषा है। यह पहली अफ्रीकी भाषा है जिसे संयुक्त राष्ट्र ने इस तरह से मान्यता दी है।
इन्फ्लूएंजा, इबोला और वेस्ट नाइल वायरस जैसी जूनोटिक बीमारी के खिलाफ पहले टीकाकरण के उपलक्ष्य में 6 जुलाई को विश्व ज़ूनोज़ दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। जूनोटिक रोग वायरस, परजीवी, बैक्टीरिया और कवक के कारण होते हैं। ये रोगाणु लोगों और जानवरों में गंभीरता से लेकर कई प्रकार की बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। कुछ मौत का कारण भी बन सकते हैं। मनुष्यों के विपरीत, जानवर अक्सर ऐसे रोगाणुओं को ले जाने पर भी स्वस्थ दिखाई दे सकते हैं।
विश्व चॉकलेट दिवस (World Chocolate Day) हर साल 7 जुलाई को चॉकलेट के आविष्कार के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह विशेष दिन दुनिया भर के लोगों को बिना किसी अपराधबोध के अपने पसंदीदा खाने में शामिल होने की अनुमति देता है। यह दिन चॉकलेट से बने सभी प्रकार के मिष्ठान को भी मनाता है, जिसमें चॉकलेट मिल्क, हॉट चॉकलेट, चॉकलेट कैंडी बार, चॉकलेट केक, ब्राउनी या चॉकलेट से ढकी कोई भी चीज शामिल है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रसिद्ध गांधीवादी और स्वतंत्रता सेनानी श्री पी. गोपीनाथन नायर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पी गोपीनाथन नायर अपने जीवन में गांधीवादी विचारधारा का पालन करने के लिए जाने जाते थे और उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 7 जुलाई, 1922 को नेय्यात्तिनकारा(केरल) में जन्मे नायर ने अपने कॉलेज के दिनों में स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेकर अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की थी। उन्हें भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लेने के लिए जेल में डाल दिया गया था। नायर ने विनोबा भावे द्वारा ऐतिहासिक भूदान आंदोलन (भूमि उपहार आंदोलन) में भाग लिया और कई वर्षों तक गांधीजी के सेवाग्राम आश्रम के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। उन्होंने दशकों तक राज्य स्थित गांधी स्मारक निधि का भी संचालन किया। अपनी बढ़ती उम्र के बावजूद नायर कुछ समय पहले तक सार्वजनिक जीवन में सक्रिय थे। राष्ट्र ने उन्हें 2016 में पद्म श्री से सम्मानित किया।
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