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प्रधानमंत्री ने 17 अक्तूबर, 2022 को गुजरात में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री अमृतम आयुष्मान कार्ड के वितरण का शुभारम्भ किया। प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना के तहत गुजरात में सभी लाभार्थियों को उनके घर पर पचास लाख रंगीन मुद्रित आयुष्मान कार्ड वितरित किये गए। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में श्री मोदी ने वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री अमृतम योजना शुरू की थी। यह योजना गरीब नागरिकों को बीमारी के इलाज़ में होने वाले भयावह खर्च से बचाने के लिये लाई गई थी। वर्ष 2014 में इस योजना में उन परिवारों को भी शामिल किया गया जिनकी वार्षिक आय चार लाख रुपए तक है। बाद में इस योजना में कई अन्य समूहों को भी शामिल किया गया और इसका नाम मुख्यमंत्री अमृतम वात्सल्य योजना हो गया। योजना की सफलता को देखते हुए वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना शुरू की। इस योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष पाँच लाख रुपए तक की कवरेज दी गई थी। वर्ष 2019 में गुजरात सरकार ने मुख्यमंत्री अमृतम वात्सल्य को आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना योजना के साथ जोड़ दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को 16 हजार करोड रुपये की 12वीं किस्त जारी की। यह राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से दी गई है। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री किसान सम्मान सम्मेलन-2022 के उद्घाटन अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि सम्मान निधि किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने की एक पहल है। उन्होंने कहा कि आज के आयोजन का उद्देश्य किसानों, कृषि स्टार्टअप और कृषि क्षेत्र से जुड़े सभी पक्षों को एक मंच पर लाना है। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कृषि स्टार्टअप संगोष्ठी और प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। प्रदर्शन में करीब तीन सौ कृषि स्टार्टअप अपने विचारों का प्रदर्शन कर रहे है। इनमें परिशुद्ध कृषि, फसल कटाई के बाद उत्पाद मूल्य संवर्धन समाधान, कृषि से जुड़ी अन्य गतिविधियां, वेस्ट टू वेल्थ, सीमांत किसानों के लिए प्रौद्योगिकी सुविधा, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, कृषि उत्पादों की ढुलाई की सुविधा आदि शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर एक ई-पत्रिका इंडियन एज का भी विमोचन किया। पत्रिका में उर्वरकों के बारे में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर की जानकारी दी गई है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरश तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंच रहे हैं। इस साल जनवरी में अपना दूसरा कार्यकाल संभालने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी। श्री गुतेरश सबसे पहले मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देंगे। वह आईआईटी मुंबई में भारत @75: संयुक्त राष्ट्र-भारत भागीदारी: दक्षिण-दक्षिण सहयोग विषय पर एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासचिव 20 अक्तूबर को गुजरात के केवड़िया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिशन लाइफ पुस्तिका, प्रतीक चिह्न और टैगलाइन जारी करने के अवसर पर उनके साथ उपस्थित रहेंगे। वह गुजरात के मोढेरा में भारत के पहले सौर ऊर्जा गांव और सूर्य मंदिर का भी दौरा करेंगे। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर जी-20 की भारत की आगामी अध्यक्षता और बहुपक्षवाद में सुधार सहित कई मुद्दों पर श्री गुतेरश के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।
हाल ही में श्रीलंका ने भारत से 6 भारतीय बाइसन को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया ताकि उन्हें उस द्वीप पर फिर से लाया जा सके, जहाँ वे 17 वीं शताब्दी के अंत तक गायब हो गए थे। अगर इस परियोजना को मंज़ूरी मिल जाती है तो यह भारत और श्रीलंका के बीच इस तरह का पहला समझौता होगा। भारतीय बाइसन या गौर (बोस गौरस) भारत में पाए जाने वाले जंगली मवेशियों की सबसे बड़ी प्रजाति है और यह सबसे बड़ा मौजूदा बोवाइन (गोजातीय) जीव है। दुनिया में गौर की संख्या लगभग 13,000 से 30,000 है, जिनमें से लगभग 85% भारत में मौजूद हैं। फरवरी 2020 में आयोजित प्रजातियों के लिये पहली बार जनसंख्या आकलन अभ्यास के परिणामों के अनुसार लगभग 2,000 भारतीय गौरों का नीलगिरी वन प्रभाग में होने का आकलन किया गया था। यह मूलतः दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है। भारत में वे पश्चिमी घाट में बहुत अधिक पाए जाते हैं। वे मुख्य रूप से नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान, बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान, मासीनागुड़ी राष्ट्रीय उद्यान और बिलिगिरिरंगना हिल्स (बीआर हिल्स) में पाए जाते हैं।
बेंगलुरु बेस्ड पब्लिक अफेयर्स सेंटर (PAC) ने हाल ही में पब्लिक अफेयर्स इंडेक्स (PAI 2022) का सातवां संस्करण जारी किया। PAI 2022, जो राज्यों में आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक न्याय के वितरण का आकलन करता है, ने हरियाणा को बड़े राज्यों की श्रेणी के तहत सर्वश्रेष्ठ शासित राज्य के रूप में मान्यता दी। इसके बाद तमिलनाडु, केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और कर्नाटक और अन्य का स्थान रहा। इस सूचकांक में महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और झारखंड 16वें, 17वें और 18वें स्थान पर थे। 10 छोटे राज्यों की श्रेणी में सिक्किम ने शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। इसके बाद हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है। आर्थिक न्याय देने में छत्तीसगढ़, हरियाणा और कर्नाटक शीर्ष प्रदर्शनकर्ता हैं। इस पहलू में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला पश्चिम बंगाल 0.18 के स्कोर के साथ है। आर्थिक न्याय प्रदान करने वाले छोटे राज्यों की सूची में सिक्किम सबसे ऊपर है, जबकि उत्तराखंड ने सबसे कम स्कोर किया है। राजनीतिक न्याय प्रदान करने वाले प्रमुख राज्यों की सूची में तमिलनाडु, केरल और मध्य प्रदेश सबसे ऊपर हैं। छोटे राज्यों में, शीर्ष रैंक उत्तराखंड के पास है और गोवा ने अंतिम स्थान हासिल किया है। सामाजिक न्याय के वितरण में पंजाब को सर्वोच्च अंक प्राप्त हुआ। हरियाणा और केरल क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। छोटे राज्यों में उत्तराखंड शीर्ष पर था, जबकि नागालैंड सबसे निचले स्थान पर था।
हैदराबाद को हाल ही में प्रतिष्ठित वर्ल्ड ग्रीन सिटी अवार्ड 2022 मिला है। हैदराबाद ने पेरिस, बोगोटा, मैक्सिको सिटी, मॉन्ट्रियल और फोर्टालेजा जैसे शहरों को हराकर वर्ल्ड ग्रीन सिटी अवार्ड 2022 प्राप्त किया है। हैदराबाद को इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ हॉर्टिकल्चर प्रोड्यूसर्स (AIPH) 2022 में पुरस्कार मिला। दक्षिण कोरिया के जेजू में आयोजित IUCN लीडर्स फोरम में विशेष पर्व रात्रिभोज के दौरान छह श्रेणियों के तहत विजेताओं की घोषणा की गई। पुरस्कार की छह श्रेणियां Living Green for Biodiversity, Living Green for Climate Change, Living Green for Health and Wellbeing, Living Green for Water, Living Green for Social Cohesion और Living Green for Economic Recovery and Inclusive Growth हैं। हैदराबाद ने AIPH इवेंट के दौरान “लिविंग ग्रीन फॉर इकोनॉमिक रिकवरी एंड इनक्लूसिव ग्रोथ” जीता। “लिविंग ग्रीन फॉर इकोनॉमिक रिकवरी एंड इनक्लूसिव ग्रोथ” श्रेणी ऐसे सिस्टम और समाधान बनाने पर केंद्रित है जो शहर के सभी निवासियों को आर्थिक संकट से उबरने और बढ़ने की अनुमति देते हैं। इस श्रेणी में हैदराबाद के नामांकन के लिए आउटर रिंग रोड की हरियाली पेश की गई।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर अपनी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मिस्र के काहिरा पहुंचे हैं। डॉक्टर जयशंकर ने क़ाहिरा में मिस्र के विदेश मंत्री सामेह शौकरी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर विचार-विमर्श किया तथा यूक्रेन संघर्ष और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र को लेकर बातचीत की। दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष मना रहे हैं। 2022-23 में जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को ‘अतिथि देश’ के रूप में आमंत्रित किया गया है। मिस्र अफ्रीका में भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक रहा है और यात्रा के दौरान द्विपक्षीय व्यापार, वाणिज्य और निवेश को बढ़ावा देना फोकस क्षेत्रों में से एक होगा।
जापान की कैबिनेट ने एक कानून को खत्म करने की मंजूरी दी है, जिसमें तलाक के समय गर्भवती महिलाओं को दोबारा शादी करने से पहले 100 दिन का इंतजार करना पड़ता था। इस कानून के हट जाने के बाद तलाकशुदा महिलाएं कभी भी शादी कर सकती हैं। यह कानून सौ साल से भी ज्यादा पुराना था और यह कानून सिर्फ महिलाओं पर लागू होता था। यानी कि पुरुषों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं था। जापान में यह कानून 1896 से लागू था। नवजात को लेकर आर्थिक रूप से पिता अपनी जिम्मेदारियों से मुंह ना मोड़े इसलिए ये कानून बनाया गया था। जापानी एक्टिविस्ट और आलोचक इसे पुराना और महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण बताते हुए कानून को वापस लेने की मांग कर रहे थे। साल 2016 में एक बार इस कानून में संशोधन किया गया था।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कृष्णा नदी पर प्रतिष्ठित केबल-स्टे-कम-सस्पेंशन ब्रिज को केंद्र सरकार ने 30 महीने की निर्माण अवधि के साथ 1,082.56 करोड़ रुपये की कुल लागत को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी कि पूरा होने के बाद यह पुल दुनिया में अपनी तरह का दूसरा और भारत में पहला होगा। पुल में संकर संरचनात्मक व्यवस्था इसे एक संरचनात्मक लाभ देगी और इसे किफायती के साथ-साथ सौंदर्य की दृष्टि से भी सुखद बनाएगी। इसमें कई अनूठी विशेषताएं होंगी, जैसे नदी के पार सबसे लंबा कांच का पैदल मार्ग, गोपुरम जैसे तोरण, सिग्नेचर लाइटिंग और एक बड़ा नौवहन अवधि। इसके पूरा होने के बाद पुल हैदराबाद और तिरुपति के बीच की दूरी को 80 किलोमीटर कम कर देगा।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण तथा क्रिकेट के जरिए लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए यूनिसेफ के साथ गठजोड़ किया है। यह भागीदारी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी T20 विश्व कप से शुरू होगी जिसमें भाग लेने वाले सभी 16 देश ‘‘क्रिकेट 4 गुड कोचिंग क्लीनिक’’ का आयोजन करेंगे। इसमें से प्रत्येक में 40 बच्चे भाग लेंगे। इन क्लीनिक में बच्चे लैंगिक समानता के बारे में सीख लेंगे और साथ ही क्रिकेट के अपने नायकों से भी मिलेंगे। इन कौशलों में नेतृत्व, समस्या-समाधान, आत्म-सम्मान, बातचीत, सहानुभूति, निर्णय लेने, टीम वर्क और लक्ष्य-निर्धारण शामिल हैं। ICC अपने वैश्विक मंच का उपयोग महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने और लैंगिक समानता के महत्व के बारे में अधिक जागरूकता बढ़ाने के लिए भी करेगा, जिससे दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को अधिक से अधिक सामाजिक परिवर्तन लाने में शामिल होने का अवसर मिलेगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने विश्वास जताया कि देश 2030 तक वस्तुओं एवं सेवाओं के निर्यात का दो ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य प्राप्त कर लेगा। गोयल ने निर्यात गति को बनाए रखने पर जोर दिया और कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारतीय निर्यात वैश्विक बाधाओं को दूर करने में सक्षम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक भारत निर्यात में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि “वर्ष 2030 तक, भारत दो ट्रिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य हासिल कर लेगा।” उद्योग जगत से जुड़े लोगों को आश्वासन दिया गया है कि सरकार उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में रूस को लगभग 8-10 बिलियन अमेरिकी डॉलर और यूरोपीय संघ को 15-20 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अतिरिक्त निर्यात होगा।
भारत की वार्षिक थोक मूल्य-आधारित मुद्रास्फीति (WPI) सितंबर में घटकर 10.70% हो गई, जबकि अगस्त 2022 में 12.41% और पिछले साल सितंबर में 11.8% दर्ज की गई थी। सितंबर का WPI 11.50% के रॉयटर्स के पूर्वानुमान से कम है। बता दें, WPI मुद्रास्फीति का लगातार 18वां माह से डबल डिजिट में बनी हुई है। इस साल, थोक मूल्य सूचकांक (WPI) ने मई में 15.88% के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छुआ। WPI खाद्य सूचकांक पर आधारित खाद्य मुद्रास्फीति भी सितंबर, 2022 में घटकर 8.08% हो गई, जो अगस्त, 2022 में 9.93% थी। हालांकि, महीने के दौरान सब्जियों में मुद्रास्फीति बढ़कर 39.66% हो गई, जबकि अगस्त में यह 22.29% थी। सितंबर, 2022 में मुद्रास्फीति मुख्य रूप से पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में खनिज तेलों, खाद्य पदार्थों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, रसायन और रासायनिक उत्पादों, बुनियादी धातुओं, बिजली, वस्त्र आदि की कीमतों में वृद्धि का योगदान है।
एमचेस रैपिड ऑनलाइन शतरंज प्रतियोगिता में भारत के 16 वर्षीय डोनारुम्मा गुकेश ने विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हरा दिया है। गुकेश विश्व चैंपियन के रूप में कार्लसन को हराने वाले विश्व के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं। गुकेश ने नौवें दौर के मुकाबले में कार्लसन को पराजित किया। इससे पहले रविवार को कार्लसन को इसी टूर्नामेंट में भारत के 19 साल के अर्जुन एरिगैसी ने भी हराया था। इस जीत के साथ गुकेश 12 राउंड के बाद 21 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। पहले स्थान पर पोलैंड के यान क्रिस्तोफ डूडा हैं। उनके 25 अंक हैं। वहीं, अजरबैजान के शखरियार मेमेदियारोव 23 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day for the Eradication of Poverty) हर साल 17 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिन उन लोगों के प्रयासों और संघर्षों को पहचानने और स्वीकार करने के लिए मनाया जाता है, जो निर्धनता में गुजर-बसर कर रहे हैं। विश्व बैंक ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट जारी की, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 की तुलना में 2019 में भारत में गरीबी 12.3% कम है। गरीबी की संख्या 2011 में 22.5% से घटकर 2019 में 10.2% हो गई है। विश्व बैंक के नीति शोध कार्य पत्र के अनुसार, शहरी भारत की तुलना ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी में कमी अधिक थी। 2011 से 2019 के दौरान ग्रामीण गरीबी में 14.7% जबकि शहरी गरीबी में 7.9% की गिरावट आई है। इस अध्ययन के अनुसार, छोटे आकार के जोत वाले किसानों ने उच्च आय वृद्धि का अनुभव किया है। 2013 और 2019 में दो सर्वेक्षण दौरों के बीच सबसे छोटी जोत वाले किसानों की वास्तविक आय में वार्षिक रूप से 10% की वृद्धि हुई है, जबकि सबसे बड़ी जोत वाले किसानों के लिए 2% की वृद्धि हुई है।
यह प्रतिवर्ष 17 अक्तूबर को मनाया जाता है। सबसे नाज़ुक क्षणों के दौरान जीवन को बचाने और सुरक्षा के महत्त्व पर ध्यान केंद्रित करने की तैयारी एवं महत्त्वपूर्ण उपायों को अपनाने के लिये मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार विश्वभर में मृत्यु एवं विकलांगता का प्रमुख कारण आघात है। आघात का अर्थ "किसी भी तरह की शारीरिक एवं मानसिक चोट हो सकती है"। इस तरह की चोटों के कारणों की कई वज़ह जैसे कि सड़क दुर्घटना, आग, जलना, गिरना, प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाएँ और हिंसक कृत्य आदि हो सकते हैं इन सभी कारणों के मध्य विश्वभर में आघात का प्रमुख कारण सड़क यातायात दुर्घटना है।भारत में हर छह मिनट पर एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना के कारण मौत का शिकार हो जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन हादसों से बचने के लिये यदि वाहन चालक सिर्फ ट्रैफिक नियम का पालन करें तो इसमें 60 प्रतिशत तक कमी आ सकती है। देश में प्रतिवर्ष दस लाख लोग हेड इंजरी के शिकार होते हैं, जिनमें से 75 से 80 फ़ीसदी लोगों में सड़क दुर्घटना के कारण होती है। हेड इंजरी के शिकार 50 फीसदी लोग मर जाते हैं जिसमे से 25 फीसदी लोग विकलांग हो जाते हैं। इस विषय में कुछ सुरक्षात्मक एवं सावधानी तथा जागरूकता संबंधी उपाय किये जा सकते हैं साथ ही व्यक्ति द्वारा स्वयं से किसी भी प्रकार की लापरवाही न करने की अपेक्षा की जाती है। वैसे, इस प्रकार की स्थिति में आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत कॉल कर तथा जल्द से जल्द पर्याप्त सहायता प्राप्त करना इसकी पहली शर्त है। यह बेहद महत्त्वपूर्ण है कि घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर उचित चिकित्सा देखभाल की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के स्थापना दिवस की याद में प्रत्येक वर्ष 16 अक्तूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। FAO संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है जो भुखमरी की समाप्ति के लिये अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों का नेतृत्त्व करती है। वर्ष 2021 में संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने खाद्य उत्पादन और खपत में बदलाव के तरीकों पर चर्चा करने के लिये पहले खाद्य प्रणाली शिखर सम्मेलन का आयोजन किया। यह दिवस वैश्विक स्तर पर भूख की समस्या का समाधान करने के लिये प्रतिवर्ष मनाया जाता है। यह दिवस विश्व खाद्य कार्यक्रम (जिसे नोबेल शांति पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया था) और कृषि विकास के लिये अंतर्राष्ट्रीय कोष जैसे संगठनों द्वारा भी मनाया जाता है। यह सतत् विकास लक्ष्य 2 (SDG 2) यानी ज़ीरो हंगर पर ज़ोर देता है। इसने पिछले दशकों में कुपोषण के खिलाफ भारत के प्रयासों में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है जिसके मार्ग में कई बाधाएँ थीं। कम उम्र में गर्भावस्था, शिक्षा और जानकारी की कमी, पीने के पानी तक अपर्याप्त पहुँच, स्वच्छता की कमी आदि कारणों से भारत वर्ष 2022 तक "कुपोषण मुक्त भारत" के अपेक्षित परिणामों को प्राप्त करने में पिछड़ रहा है, जिसकी परिकल्पना राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत की गई है। विश्व खाद्य दिवस, 2022 की थीम: किसी को भी पीछे न छोड़ें (Leave No One Behind) है।
ओरल रिहाइड्रेशन थ्योरी का विकास करने वाले सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. दिलीप महालनोबिस का कोलकाता में निधन हो गया। डॉ. महालनोबिस को डायरिया के उपचार में ओआरएस के विकास के लिए जाना जाता है। उन्होंने 1971 के युद्ध के दौरान पश्चिम बंगाल के बोंगांव में शरणार्थी शिविर में हैजा रोगियों में ओआरएस के प्रभाव को सिद्ध किया था। डॉ. महालनोबिस को 1983 में पांच वर्ष के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरिया रोग नियंत्रण कार्यक्रम का सदस्य बनाया गया था।
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