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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के बाली में जी-20 समूह के शिखर सम्मेलन से इतर समूह के देशों के नेताओं के साथ 'तमन हटन राया नगुराह राय' मैंग्रोव का दौरा किया और वहां पेड़ लगाये। मैंग्रोव वनों और वनस्पति संरक्षण प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत इंडोनेशिया की जी-20 अध्यक्षता के तहत मैंग्रोव एलायंस फॉर क्लाइमेट (एमएसी), जोकि इंडोनेशिया और यूएई की संयुक्त पहल है, में शामिल हो गया है। भारत में 5000 वर्ग किलोमीटर में फैली मैंग्रोव की 50 से अधिक प्रजातियां पाई जा सकती हैं। भारत मैंग्रोव के संरक्षण और उनकी बहाली पर जोर दे रहा है, जो जैव विविधता के समृद्ध स्थल हैं और प्रभावी कार्बन सिंक के रूप में काम करते हैं।
इण्डोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में भारत को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी गई। इस अवसर पर इण्डोनेशिया के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रतीकात्मक रूप से जी-20 की अध्यक्षता सौंपी। श्री मोदी ने कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का पल है, क्योंकि भारत जी-20 की अध्यक्षता संभाल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति और सुरक्षा के बिना भविष्य की पीढियां आर्थिक वृद्धि या प्रौद्योगिकी नवाचार का लाभ नहीं उठा सकेंगी। उन्होंने कहा कि जी-20 को शांति और सौहार्द के पक्ष में कडा संदेश देना चाहिए। ये सभी प्राथमिकताएं भारत की जी-20 अध्यक्षता के विषय- एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य में पूरी तरह समाहित है। भारत आधिकारिक तौर पर अगले महीने की पहली तारीख से G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने सांकेतिक रूप से जी20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपी। अगला G20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि डिजिटल शक्ति अभियान से महिलाओं और लड़कियों की डिजिटल भागीदारी बढ़ रही है। डिजिटल शक्ति अभियान महिलाओं को डिजिटली सशक्त बनाने की एक अखिल भारतीय योजना है। इसका उद्देश्य उन्हें प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और ऑनलाइन अनुचित गतिविधियों से अपनी सुरक्षा कर पाने में सक्षम बनाना है। सुश्री रेखा शर्मा ने इस अभियान के चौथे चरण का शुभारंभ किया। डिजिटल शक्ति अभियान के इस चरण का मुख्य लक्ष्य महिलाओं को डिजिटली कौशल सम्पन्न बनाना है। उन्हें किसी भी गैर कानूनी या अस्वीकार्य ऑनलाइन गतिविधि के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जागरूक करना है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने साइबर पीस फाउंडेशन और बहुराष्ट्रीय कम्पनी-मेटा के साथ मिलकर यह अभियान शुरू किया है।
अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केन्द्र प्राधिकरण और भारतीय रिजर्व बैंक ने विनियमन और विनियमित कम्पनियों की निगरानी के लिए सहयोग के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार इस समझौते से तकनीकी सहयोग और सूचनाओं के आदान-प्रदान में मदद मिलेगी। समझौते का उद्देश्य वित्तीय प्रणालियों की सुरक्षा और स्थिरता मजबूत करना है जिससे व्यापार के विकास और आर्थिक वृद्धि के लिए सुचारू माहौल सुनिश्चित हो सके। रिजर्व बैंक भारत का केन्द्रीय बैंक और मौद्रिक प्राधिकरण है, वहीं अन्तरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केन्द्र, देश भर में स्थापित वित्तीय सेवा केन्द्रों में वित्तीय उत्पाद सेवाओं और संस्थाओं के विकास और विनियमन के लिए उत्तरादायी प्राधिकरण है।
केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अर्थशास्त्री डॉक्टर अरविंद विरमानी को नीति आयोग का पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त किया है। नीति आयोग के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में उनकी नियुक्ति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंजूरी दे दी है। श्री विरमानी गैर-लाभकारी सार्वजनिक नीति संगठन फाउंडेशन फॉर इकोनॉमिक ग्रोथ एंड वेलफेयर के संस्थापक-अध्यक्ष हैं।
तीन दिवसीय (15-17 नवंबर) पहली विश्व मीडिया कांग्रेस 15 नवंबर 2022 को अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात में शुरू हुई। सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी कांग्रेस का आयोजन एडीएनईसी समूह द्वारा अमीरात समाचार एजेंसी (डब्ल्यूएएम) के साथ साझेदारी में किया गया है। विश्व मीडिया कांग्रेस का विषय: मीडिया उद्योग के भविष्य को आकार देना । ग्लोबल मीडिया कांग्रेस के लॉन्च संस्करण में 10,000 से अधिक प्रतिनिधि और मीडिया से संबंधित कंपनियां भाग ले रही हैं। भारत का प्रतिनिधित्व सूचना प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्वा चंद्रा ने किया।ग्लोबल मीडिया कांग्रेस को संबोधित करते हुए अपूर्व चंद्रा ने कहा कि कहा कि भारत मीडिया की एक समृद्ध परंपरा वाला देश है जिसमें 897 टेलीविजन चैनल शामिल हैं। इन टेलीविजन चैनलों में से 350 से अधिक समाचार चैनल हैं और 80 हजार से अधिक समाचार पत्र विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित हो रहे हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने घोषणा की है कि सरकार ने विवेक जोशी को केंद्रीय बोर्ड में अपने निदेशक के रूप में नामित किया है। वित्तीय सेवा विभाग के सचिव जोशी आरबीआई में निदेशक का पद संभालेंगे। नामांकन 15 नवंबर, 2022 से अगले आदेश तक प्रभावी है। विशेष रूप से, जोशी ने 1 नवंबर, 2022 से वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव के रूप में कार्यभार संभाला। 2014-2017 के बीच, उन्होंने संयुक्त सचिव, व्यय विभाग, वित्त मंत्रालय, सरकार के रूप में कार्य किया।
ब्रिटेन की सरकार ने अपने यहां काम करने के लिए हर वर्ष भारत के तीन हजार युवा प्रोफेशनलों को वीजा देने की मंजूरी दे दी है। भारत-ब्रिटेन प्रवासन और गतिशील भागीदारी पर पिछले वर्ष बनी सहमति का जिक्र करते हुए ब्रिटेन सरकार ने कहा है कि भारत इस योजना के तहत वीजा प्राप्त करने वाला पहला देश है।
State of the Climate in Asia 2021 रिपोर्ट विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत (ESCAP) द्वारा मिस्र में COP27 में जारी की गई। सूखे, बाढ़ और भूस्खलन के कारण एशिया में आर्थिक नुकसान में वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप कुल 35.6 बिलियन अमरीकी डालर का आर्थिक नुकसान हुआ है। इन प्राकृतिक खतरों से 48.3 मिलियन से अधिक लोग सीधे प्रभावित हुए। पिछले साल एशिया में 100 से अधिक प्राकृतिक आपदाएं हुईं। इनमें से 80 फीसदी बाढ़ और तूफान की घटनाएं थीं। इसके परिणामस्वरूप लगभग 4,000 मौतें हुईं, जिनमें से 80 प्रतिशत मौतों का कारण बाढ़ था। बाढ़ के कारण सबसे अधिक मौतें और आर्थिक क्षति हुई। सूखे ने इस क्षेत्र में सबसे अधिक लोगों को प्रभावित किया। 2021 में, चीन ने एशिया में सबसे अधिक आर्थिक नुकसान देखा। मौसम की चरम स्थितियों के कारण इसे 18.4 बिलियन अमरीकी डालर का नुकसान हुआ। दूसरा सबसे बड़ा नुकसान भारत द्वारा अनुभव किया गया, जिसमें उसे 3.2 बिलियन अमरीकी डालर का नुकसान हुआ। बाढ़ से चीन (18.4 बिलियन अमरीकी डालर) में सबसे अधिक आर्थिक नुकसान हुआ, इसके बाद भारत (3.2 बिलियन अमरीकी डालर) और थाईलैंड (0.6 बिलियन अमरीकी डालर) का स्थान रहा। तूफान से भारत (4.4 बिलियन अमरीकी डालर), चीन (3 बिलियन अमरीकी डालर) और जापान (2 बिलियन अमरीकी डालर) में भी बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ। जलवायु संकट खाद्य असुरक्षा और गरीबी को बढ़ा रहा है और सतत विकास की दिशा में दुनिया की प्रगति के लिए बड़ी बाधाएं पैदा कर रहा है।
Global Shield Against Climate Risks Initiative 14 नवंबर, 2022 को Vulnerable Twenty (V20) देशों और G7 देशों द्वारा लॉन्च किया गया था। जबकि V20 देश 58 देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील हैं, G7 दुनिया के सबसे अधिक औद्योगिक देशों में से सात का प्रतिनिधित्व करता है। Global Shield Against Climate Risks Initiative को शर्म अल-शेख, मिस्र में यूनाइटेड नेशंस फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज के 27वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP27) में लॉन्च किया गया था। यह UNFCCC प्रक्रिया के बाहर हानि और क्षति के लिए एक सामाजिक सुरक्षा और बीमा-आधारित वित्त तंत्र है। यह पूर्व-व्यवस्थित वित्तीय सहायता प्रदान करेगा जिसे अगस्त 2022 में पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने के लिए तेजी से तैनात किया जा सकता है। यह सरकारों, समुदायों, व्यवसायों और परिवारों के लिए वित्तीय सुरक्षा उपकरणों का विस्तार करने में मदद करेगा। ये उपकरण कमजोर अर्थव्यवस्थाओं को अधिक लचीला बनने, सतत विकास सुनिश्चित करने और जीवन और नौकरियों की रक्षा करने में मदद करके आपदाओं के प्रभावों को कम करेंगे।
इंडोनेशिया जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन पार्टनरशिप (Indonesia Just Energy Transition Partnership – JETP) को G20 समिट के साइड इवेंट पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इनवेस्टमेंट (PGII) में लॉन्च किया गया। इंडोनेशिया जस्ट एनर्जी ट्रांज़िशन पार्टनरशिप (JETP) इंडोनेशियाई सरकार और इंटरनेशनल पार्टनर्स ग्रुप (IPG) के बीच एक दीर्घकालिक राजनीतिक समझौता है, जिसमें यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, फ्रांस, यूरोपीय संघ, कनाडा, इटली, नॉर्वे, डेनमार्क, अमेरिका और जापान शामिल हैं। इंडोनेशिया दुनिया के शीर्ष 10 ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जकों में शामिल है। JETP देश को जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में त्वरित बदलाव लाने में मदद करेगा। यह बिजली क्षेत्र से उत्सर्जन को कम करने, कोयले के उपयोग को कम करने और नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार के आधार पर एक रणनीति बनाने का प्रयास करता है। समझौता इस ऊर्जा परिवर्तन को इस तरह से प्राप्त करने का प्रयास करता है जो श्रमिकों, समुदायों और सामाजिक समूहों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह उन्नत जलवायु कार्रवाई प्रदान करेगा, आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, कुशल रोजगार पैदा करेगा, प्रदूषण कम करेगा और इंडोनेशियाई लोगों के लिए एक समृद्ध भविष्य का निर्माण करेगा। यह मध्यम अवधि में कोयले से चलने वाली बिजली को चरणबद्ध तरीके से बंद करने के लिए राजनीतिक प्रतिबद्धता को भी मजबूत करेगा।
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (Climate Change Performance Index) 2023 को जर्मनवॉच, न्यूक्लाइमेट इंस्टीट्यूट और क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क द्वारा संयुक्त रूप से जारी किया गया। जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (CCPI) हर साल संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में जारी किया जाता है। यह एक उपकरण है जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जलवायु राजनीति में पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। 2005 से, इसने देशों के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन का मानकीकृत मूल्यांकन प्रदान किया है। यह वर्तमान में पेरिस समझौते द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की दिशा में देशों की प्रगति को ट्रैक करता है। यह 59 देशों और यूरोपीय संघ के पर्यावरण प्रदर्शन की तुलना करने के लिए एक मानक ढांचे का उपयोग करता है, जो एक साथ वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का 92 प्रतिशत हिस्सा है। यह सूचकांक चार श्रेणियों में 14 संकेतकों का उपयोग करके इन देशों के जलवायु संरक्षण प्रदर्शन का आकलन करता है। समग्र रैंकिंग में, कोई भी देश पहले तीन रैंक में नहीं आया। डेनमार्क 79.61 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहा। इसके बाद स्वीडन (73.28 अंक) का स्थान है। चिली CCPI 2023 में तीन पायदान चढ़कर 6वें स्थान पर पहुंच गया है। इसने केवल ऊर्जा उपयोग श्रेणी में कम रेटिंग और जलवायु नीति में मध्यम रेटिंग प्राप्त की और अक्षय ऊर्जा और जीएचजी उत्सर्जन में क्रमशः उच्च और बहुत उच्च रेटिंग प्राप्त की। रूस सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों में से है, क्योंकि यह मुख्य रूप से ऊर्जा के स्रोत के रूप में जीवाश्म ईंधन पर निर्भर है और नवीकरणीय स्रोतों से अपनी ऊर्जा का लगभग 3 प्रतिशत ही प्राप्त करता है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के कारण वैश्विक ऊर्जा संकट ने वैश्विक जलवायु क्रियाओं को कमजोर कर दिया है। सूचकांक के पिछले संस्करण की तुलना में भारत 67.35 अंक के स्कोर के साथ 8वें स्थान पर पहुँच गया है। 2022 और 2021 में भारत 10वें स्थान पर रहा। 2020 में, यह 9वीं रैंक पर था।
पेरिस पीस फोरम के पांचवें संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। पेरिस पीस फोरम 2018 में स्थापित एक फ्रांसीसी गैर-लाभकारी संगठन है। यह विश्व के नेताओं और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ-साथ दुनिया भर के नागरिक समाज और निजी क्षेत्र के नेताओं की वार्षिक सभा की मेजबानी करता है। इस वार्षिक इवेंट का लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों को सीधे तौर पर संबोधित करना नहीं है, बल्कि निजी और नागरिक समाज के बीच बातचीत शुरू करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र की पेशकश करना है। प्रत्येक वर्ष, यह फोरम उन परियोजनाओं को प्रदर्शित करता है जो शासन की चुनौतियों के लिए ठोस और प्रभावी समाधान प्रदान करती हैं। पेरिस शांति मंच के पांचवें संस्करण का आयोजन “Riding out the multicrisis” थीम पर किया गया था।
कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी, या पीकेके उस बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार है जिसमें तुर्की के इस्तांबुल में इस्तिकलाल एवेन्यू पर छह लोगों की मौत हो गई और कई दर्जन लोग घायल हो गए। कहा जाता है कि इस हमले का आदेश कोबानी (Kobani) से दिया गया था, कोबानी उत्तरी सीरिया में तुर्किये की सीमा से लगे बहुसंख्यक कुर्द शहर। कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) की स्थापना मार्क्सवादी क्रांतिकारी अब्दुल्ला ओकलां (Abdullah Öcalan) ने 1978 में एक स्वतंत्र कुर्दिस्तान बनाने के लिए की थी। इसके गुरिल्ला बलों ने 1984 से तुर्की सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जब तक कि 1999 में ओकलां को गिरफ्तार नहीं कर लिया गया। पीपीके ने 2013 में युद्धविराम की घोषणा की। हालांकि, 2015 में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ युद्ध में तुर्की के शामिल होने और इराक में पीकेके के ठिकानों पर बमबारी शुरू करने के बाद यह संघर्ष विराम टूट गया।
मानव को फिर से चंद्रमा पर पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी, नासा का सबसे शक्तिशाली रॉकेट आर्टेमिस चंद्रमा अभियान पर रवाना हो गया। 98 मीटर लंबे आर्टेमिस यान को अमेरिका के केनेडी अंतरिक्ष केन्द्र से प्रक्षेपति किया गया। 50 साल पहले अपोलो अभियान की समाप्ति के बाद अमेरिका की ओर से चंद्रमा पर फिर से अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। 1969 से 1972 तक छह अपोलो अभियान के दौरान बारह अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर पहुंचे थे। आर्टेमिस अभियान में कई बार व्यवधान पडा जिसकी वजह से इसकी लागत में काफी बढोतरी हो गयी। आर्टेमिस के प्रक्षेपण को देखने के लिए 15 हजार लोगों की भारी भीड जमा हो गई थी। नासा 2024 में अगली उड़ान पर चंद्रमा के पास चार अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने और 2025 की शुरुआत में वहां मानवों को उतारने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
देश में पहली बार छह महिला अधिकारियों ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (DSSC) की परीक्षा पास की है। इनमें से एक महिला अधिकारी और उनके पति दोनों ने एक साथ ये परीक्षा पास की है। इनमें से दो महिला अधिकारी सैन्य खुफिया कोर से हैं। भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार महिला अधिकारियों को प्रतिष्ठित DSSC में प्रवेश मिला है। इस परीक्षा में प्रत्येक वर्ष 1,500 से 1,600 अधिकारी सम्मिलित होते हैं और सिर्फ 300 चयनित होते हैं। सेना द्वारा आयोजित यह एकमात्र कोर्स है जिसके लिए अधिकारियों को सभी छह पेपर्स पूरे करने होते हैं और पास करने होते हैं जिनमें टैक्टिक्स, ला एंड मिलिट्री हिस्ट्री के पेपर शामिल हैं। हायर कमांड, हायर डिफेंस मैनेजमेंट और नेशनल डिफेंस कालेज जैसे अन्य कोर्स नामांकन पर आधारित होते हैं। डीएसएससी कोर्स पूरा करने के बाद अधिकारी सेना की हायर फारमेशंस में अहम पदों पर नियुक्तियों के साथ-साथ विदेशी तैनातियों के लिए योग्य हो जाते हैं।
बहुराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास मालाबार 2022 के 26वें संस्करण का समापन दिनांक 15 नवंबर, 2022 को जापान के समुद्र में हुआ । इस संस्करण के माध्यम से अभ्यास की 30वीं वर्षगांठ भी मनाई गई और जेएमएसडीएफ (Japan Maritime Self-Defense Force) द्वारा इसकी मेजबानी की गई । भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व पूर्वी बेड़े के जहाजों शिवालिक और कामोर्ता द्वारा किया गया जिसका नेतृत्व फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट रियर एडमिरल संजय भल्ला कर रहे थे। अभ्यासों की मालाबार श्रृंखला 1992 में भारत और अमेरिका की नौसेनाओं के बीच एक द्विपक्षीय अभ्यास के रूप में शुरू हुई थी एवं ऑस्ट्रेलिया तथा जापान की नौसेनाओं के शामिल होने के साथ यह अभ्यास और अधिक प्रमुख हो गया।
उत्तराखंड उच्च न्यायालय नैनीताल से हल्द्वानी स्थानांतरित किया जायेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में देहरादून में मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने धर्मांतरण कानून में सख्त संशोधनों का भी फैसला किया। जबरन धर्मांतरण अब संज्ञेय अपराध होगा। इसके लिए 10 वर्ष के दंड का प्रावधान है। ये संशोधन पारित करने के लिए विधानसभा में विधेयक लाया जायेगा।
वांगला महोत्सव का 46वां संस्करण इस साल 10 नवंबर को शुरू हुआ। वांगला महोत्सव मेघालय में गारो समुदाय (Garo community) का एक लोकप्रिय त्योहार है। इसे 100 ड्रम फेस्टिवल (100 drums festival) के रूप में भी जाना जाता है। यह एक फसल उत्सव है जो गारो जनजाति के मुख्य देवता, सालजोंग (Saljong) – उर्वरता के सूर्य देवता का सम्मान करता है। इस त्योहार का उत्सव सर्दियों के मौसम की शुरुआत और परिश्रम की अवधि के अंत का प्रतीक है, जो लाभदायक परिणाम लाता है। वर्तमान में, इस त्योहार को मेघालय में गारो जनजाति की सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के साधन के रूप में देखा जाता है। यह गारो को अपनी संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है। 2022 समारोह के दौरान गुजरात, बेंगलुरु, केरल, असम, सिक्किम और अन्य स्थानों के पर्यटकों ने इस उत्सव को देखा।
इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप के इंडिया हेड अभिजीत बोस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अभिजीत के साथ मेटा इंडिया के सार्वजनिक नीति निदेशक राजीव अग्रवाल ने भी अपने पद से इस्तीफा दिया है। अचानक दोनों इस्तीफों के बाद कंपनी ने भारत में व्हाट्सएप पब्लिक पॉलिसी के निदेशक शिवनाथ ठुकराल को भारत में मेटा के सभी प्लेटफॉर्म के लिए पब्लिक पॉलिसी निदेशक बनाया गया है। बता दें कि मेटा ने अपनी कंपनी में छंटनी की घोषणा के एक हफ्ते के अंदर ही दुनियाभर में लगभग 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। यह कंपनी की अब तक की सबसे बड़ी छंटनी थी। इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में ही भारत में मेटा प्रमुख अजीत मोहन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
व्यक्तिगत ऋण, गृह ऋण और सामान्य बीमा आदि जैसे वित्तीय उत्पाद बेचने वाली नवी टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने महेंद्र सिंह धोनी को अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है। धोनी कंपनी की ब्रांडिंग पहल का चेहरा होंगे। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान के साथ जुड़ाव ब्रांड की विश्वसनीयता को मजबूत करता है क्योंकि यह पूरे भारत में सरल, सस्ती और आसानी से सुलभ वित्तीय सेवाएं प्रदान करके ग्राहकों के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए काम करता है।
अमेजन इंक एक ट्रिलियन डॉलर खोने वाली दुनिया की पहली सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी बन गई है। समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ती मुद्रास्फीति, सख्त मौद्रिक नीतियों और निराशाजनक कमाई के संयोजन ने इस साल कंपनी के शेयरों में ऐतिहासिक बिकवाली शुरू कर दी है। ई-कॉमर्स और क्लाउड सेवा कंपनी के शेयरों में 4.3 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे इसका बाजार मूल्य जुलाई 2021 में 1.88 ट्रिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर से गिरकर लगभग 879 बिलियन डॉलर हो गया।
एनएमडीसी ने 16वें पीआरसीआई वैश्विक संचार सम्मलेन 2022 में अपनी मजबूत स्थिति दर्ज कराते हुए चैम्पियन ऑफ चैंपियंस अवार्ड जीता तथा चौदह कॉरपोरेट कम्युनिकेशन उत्कृष्टता पुरस्कारों का विजेता बना। 12 नवंबर, 2022 को कोलकाता में भारतीय जन संपर्क परिषद् (पीआरसीआई) द्वारा आयोजित वैश्विक संचार सम्मलेन में पुरस्कार प्रदान किए गए। एनएमडीसी ने वर्ष की सर्वाधिक लचीली कंपनी; आंतरिक संचार अभियान, कॉर्पोरेट विवरणिका; सीएसआर को लागू करने वाला सर्वश्रेष्ठ पीएसई में स्वर्ण पुरस्कार जीते। इसने बच्चों की देख-भाल के लिए सीएसआर के सर्वोत्तम उपयोग; कॉर्पोरेट समुदाय प्रभाव; सर्वश्रेष्ठ कॉर्पोरेट कार्यक्रम; अद्वितीय मानव संसाधन पहल; वार्षिक रिपोर्ट; कला, संस्कृति और खेल अभियान की श्रेणियों में रजत पुरस्कार जीते।
भारत के टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ कमल अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ के एथलीट आयोग में चुने जाने वाले देश के पहले खिलाड़ी बन गए हैं। आठ एथलीट और दो पैरा-एथलीट, एशिया, अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप और ओशिनिया से चुने गए। इनका कार्यकाल चार वर्ष का होगा।
आई.सी.सी. की ताजा टी-20 क्रिकेट की बल्लेबाजी रैंकिंग में सूर्यकुमार यादव शीर्ष स्थान पर बरकरार हैं। सूर्या के 859 अंक है। विराट कोहली 11वें स्थान पर हैं। ऑलराउंडर रैंकिंग में हार्दिक पांड्या तीसरे नंबर पर हैं। शाकिब अल हसन पहले और मोहम्मद नबी दूसरे स्थान पर हैं। पांड्या और सूर्यकुमार के अलावा कोई भी भारतीय खिलाड़ी टी20 रैंकिंग में शीर्ष दस में शामिल नहीं है।
अप्रैल में प्राग हाफ-मैराथन के विजेता केनेथ किप्रॉप रेन्जू को संदिग्ध डोपिंग के लिए निलंबित केन्याई एथलीटों की लंबी सूची में नवीनतम के रूप में पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। केनेथ किप्रॉप रेन्जू, जो 26 वर्षीय है, को “प्रतिबंधित पदार्थ (मेथास्टरोन) की उपस्थिति / उपयोग” के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। केनेथ किप्रॉप रेन्जू सहित कुल 54 केन्याई एथलीटों को डोपिंग के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 13 नवंबर को 2024 से 2027 तक होने वाले अंडर-19 क्रिकेट के बड़े टूर्नामेंट का एलान कर दिया है। श्रीलंका को 2024 अंडर-19 वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली है। वहीं, 2026 में यह टूर्नामेंट जिम्बाब्वे और नामीबिया की मेजबानी में खेला जाएगा। 2025 में अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी मलेशिया और थाईलैंड को संयुक्त रूप से मिली है। वहीं, 2027 में इसका आयोजन बांग्लादेश और नेपाल में संयुक्त रूप से किया जाएगा।
भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 16 नवंबर को पूरे भारत में राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया जाता है। यह पहली बार वर्ष 1966 में भारतीय प्रेस परिषद अधिनियम, 1965 के तहत पहले प्रेस आयोग की सिफारिशों पर स्थापित किया गया था, जिसका दोहरा उद्देश्य भारत में समाचार पत्रों और समाचार एजेंसियों के मानकों को बनाए रखने एवं इसमें सुधार कर प्रेस की स्वतंत्रता को संरक्षित करना था। अर्द्ध-न्यायिक स्वायत्त प्राधिकरण के रूप में इसे वर्ष 1979 में संसद के एक अधिनियम, प्रेस परिषद अधिनियम, 1978 के तहत फिर से स्थापित किया गया था। भारतीय प्रेस परिषद एकमात्र निकाय है जो प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा के अपने कर्त्तव्य में राज्य के उपकरणों पर भी अधिकार का प्रयोग करता है। यह परिषद एक कॉर्पोरेट निकाय है जिसमें एक अध्यक्ष और 28 सदस्य होते हैं। इसमें सभापति का चयन लोकसभा के अध्यक्ष, राज्यसभा के सभापति और परिषद के 28 सदस्यों द्वारा आपस में चुने गए सदस्यों द्वारा किया जाता है।
समाज में सहिष्णुता को बढ़ावा देने और जन-जन में जागरूकता फैलाने के लिए हर वर्ष 16 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस के रूप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस का उद्देश्य संसार में हिंसा की भावना और नकारात्मकता को खत्म कर अहिंसा को बढ़ावा देना है। अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस की घोषणा वर्ष 1996 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा की गई थी। अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस का उद्देश्य दुनिया में बढ़ते अत्याचार, हिंसा और अन्याय को रोकने और लोगों को सहनशीलता और सहिष्णुता के प्रति जागरूक करना है।
दिग्गज अभिनेता घट्टामनेनी कृष्णा, जो कृष्णा गारू के नाम से प्रसिद्ध थे, और तेलुगु फिल्म उद्योग में ‘सुपरस्टार’ के रूप में जाने जाते थे उनका 15 नवंबर 2022 को हैदराबाद में निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। वह तेलुगु फिल्म सुपरस्टार महेश बाबू के पिता थे। उन्होंने फिल्म उद्योग में अपने लंबे करियर के दौरान 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। उनकी पहली फिल्म मनसुलु 1965 में बनी थी। 2009 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित गया था। उन्होंने फिल्म उद्योग में अपने लंबे करियर के दौरान 350 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। उनकी पहली फिल्म 1965 में रिलीज़ हुई थेने मनसुलु थी। 2009 में, उन्हें पद्म भूषण मिला।
फ्रांस में पेरिस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर 18 साल तक रहने वाले ईरानी व्यक्ति मेहरान करीमी नासेरी का हवाई अड्डे पर ही दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे 76 साल के थे। मेहरान करीमी को ‘द टर्मिनल’ फिल्म की वजह से पूरी दुनिया में जाना जाता है। मेहरान नासेरी 1988 में पहली बार शरणार्थी के तौर पर फ्रांस आए थे। लेकिन कुछ कानूनी झमेले में फंस जाने कारण फ्रांस की सरकार ने उन्हें देश में शरण नहीं दी। इसके बाद वह एयरपोर्ट पर ही रहने को मजबूर हो गए और उन्होंने चार्ल्स डी गॉल एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 को ही अपना घर बना लिया।
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