विजयनगर साम्राज्य
- प्रश्न 2 हम्पी, तिरुवनमलै, चिदम्बरम, श्रीरंगम, तिरुपति आदि मन्दिरों के सामने की ओर बने हुए, ‘रायगोपुरम’ का निर्माता कौन था -
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- (अ) विद्यारण्य
- (ब) कृष्णदेव राय
- (स) हरिहर
- (द) राजराजा
उत्तर : कृष्णदेव राय
- प्रश्न 3 प्रसिद्ध विजय विट्ठल मन्दिर जिसके 56 तक्षित स्तंभ संगीतमय स्वर निकालते हैं, कहाँ अवस्थित है -
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- (अ) बेलूर
- (ब) भद्राचलम
- (स) हम्पी
- (द) श्रीरंगम
उत्तर : हम्पी
- प्रश्न 4 कृष्णदेव राय के दरबार में ‘अष्टदिग्गज’ कौन थे -
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- (अ) आठ मंत्री
- (ब) आठ तेलुगू कवि
- (स) आठ महान सेनापति
- (द) आठ परामर्शदाता
उत्तर : आठ तेलुगू कवि
- प्रश्न 5 विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय ने गोलकुंडा का युद्ध किस राजा के साथ लड़ा था -
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- (अ) कुली कुतुब शाह
- (ब) कुतुबुद्दीन ऐबक
- (स) इस्माइल आदिल शाह
- (द) प्रतापरुद्र गजपति
उत्तर : कुली कुतुब शाह
- प्रश्न 6 किस विजयनगर सम्राट ने उम्मात्तूर के विद्रोही सामंत गंगराय का दमन किया -
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- (अ) कृष्णदेव राय
- (ब) देवराय I
- (स) देवराय II
- (द) अच्युतवेद राय
उत्तर : कृष्णदेव राय
- प्रश्न 7 कृष्णदेव राय के विद्वान् होने विद्वानों के संरक्षक होने के कारण उसे क्या संज्ञा दी जाती है -
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- (अ) आन्ध्रभोज या अभिनव भोज
- (ब) गजबेतेकर
- (स) वेदमार्ग प्रतिष्ठापक
- (द) प्रौढ़ देव राय
उत्तर : आन्ध्रभोज या अभिनव भोज
- प्रश्न 8 विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर एवं बुक्का नामक दो भाइयों ने कब की -
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- (अ) 1333 ई.
- (ब) 1334 ई.
- (स) 1335 ई.
- (द) 1336 ई.
उत्तर : 1336 ई.
व्याख्या :
इस वंश की स्थापना हरिहर एवं बुक्का ने 1336 ईस्वी में की थी। हरिहर और बुक्का के पिता का नाम संगम था। उन्हीं के नाम पर इस वंश का नाम संगम वंश पड़ा। इस वंश का प्रथम शासक हरिहर प्रथम (1336 – 1356 ईस्वी) हुआ, जिसने 1336 ईस्वी में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की और हम्पी को अपनी राजधानी बनाया।
- प्रश्न 9 हरिहर एवं बुक्का ने किसके प्रभाव में आकर पुनः हिन्दू धर्म ग्रहण किया -
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- (अ) विद्यातीर्थ
- (ब) विद्यारण्य
- (स) शेख निजामुद्दीन
- (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : विद्यारण्य
- प्रश्न 10 तुलुव वंश का संस्थापक कौन था -
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- (अ) देवराय द्वितीय
- (ब) वीर नरसिंह
- (स) कृष्णदेव राय
- (द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर : वीर नरसिंह
- प्रश्न 11 तालीकोटा का युद्ध कब हुआ -
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- (अ) 1566 ई.
- (ब) 1565 ई.
- (स) 1567 ई.
- (द) 1568 ई.
उत्तर : 1565 ई.
व्याख्या :
तालीकोटा का युद्ध 26 जनवरी, 1565 को हुआ था। यह युद्ध विजयनगर साम्राज्य और दक्कन सल्तनत के गठबंधन के बीच लड़ा गया था। विजयनगर साम्राज्य के विपक्ष में अहमदनगर, गोलकुण्डा, बीजापुर और बीदर के साम्राज्य शामिल थे। तालीकोटा की लड़ाई को ‘बन्नीहट्टी के युद्ध‘ के नाम से भी जाना जाता है, यह युद्ध राक्षस-तांगड़ी नामक गावं के नजदीक लड़ा गया था| विजयनगर साम्राज्य को इस युद्ध में हार का सामना करना पड़ा।
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