मुहावरे
- प्रश्न 211 अंग-अंग मुस्काना-
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- (अ) बहुत गुस्सा होना
- (ब) खुलकर मुस्कुराना
- (स) दुःखी होना
- (द) बहुत प्रसन्न होना
उत्तर : बहुत प्रसन्न होना
- प्रश्न 212 ‘बिल में हाथ तू डाल मंत्र मैं पढूँ’ कहावत का अर्थ है -
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- (अ) मंत्र पढ़कर बिल में हाथ डालना चाहिए
- (ब) मंत्र पढ़ने से बिल में हाथ देने से साँप नहीं काटता
- (स) खतरे का काम दूसरे को सौंपना
- (द) उक्त कोई नहीं
उत्तर : खतरे का काम दूसरे को सौंपना
- प्रश्न 213 किस क्रमांक में मुहावरा है?
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- (अ) सब धान बाईस पंसेरी
- (ब) नौ दिन चले अढाई कोस
- (स) जान न पहचान, बड़ी बीबी सलाम
- (द) खोदा पहाड़ निकली चुहिया
उत्तर : सब धान बाईस पंसेरी
- प्रश्न 214 निम्नलिखित लोकोक्तियों में किस लोकोक्ति में ‘दूर के ढोल सुहावने’ का आशय है?
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- (अ) आदमी जानिये बसे, सोना जानिये कसे
- (ब) तीन में न तेरह में मृदंग बजावे डेरे में
- (स) हंसा थे सो उड़ि गये कागा भये दीवान
- (द) मलयाचल की भीलनी चंदन देत जराय
उत्तर : आदमी जानिये बसे, सोना जानिये कसे
- प्रश्न 215 ‘अपराध किसी का दण्ड किसी को’ को निकटतम अर्थ में प्रयुक्त लोकोक्ति है?
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- (अ) खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे
- (ब) पेड़ न बगान तहाँ रेड परधान
- (स) खेत खाय गदहा, मार खाय जोलहा
- (द) जिसकी लाठी उसकी भैंस
उत्तर : खेत खाय गदहा, मार खाय जोलहा
- प्रश्न 216 ‘आठ कनौजिए नौ चूल्हे’ लोकोक्ति का अर्थ है?
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- (अ) नुकसान होना
- (ब) उद्देश्य से भटक जाना
- (स) अनमोल मिश्रण
- (द) फूट होना
उत्तर : फूट होना
- प्रश्न 217 ‘सावन सूखा न भादो हरा’ लोकोक्ति का निकटतम उपयुक्त अर्थ है?
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- (अ) सदा एक ही दशा में रहना
- (ब) अकाल पड़ना
- (स) सदा हरा भरा रहना
- (द) अतिवृष्टि होना
उत्तर : सदा एक ही दशा में रहना
- प्रश्न 218 भीतर से शत्रुता और ऊपर से मीठी बात करने के भाव को व्यक्त करने वाली निकटतम लोकोक्ति है?
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- (अ) आम के आम, गुठली के दाम
- (ब) दोनों हाथों में लड्डू
- (स) दूर के ढोल सुहावने
- (द) मुँह में राम बगल में छुरी
उत्तर : मुँह में राम बगल में छुरी
- प्रश्न 219 ‘जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ’ लोकोक्ति का निकटतम सही अर्थ है?
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- (अ) संकल्पशील व्यक्ति कठिन परिश्रम द्वारा लक्ष्य प्राप्त ही लेते हैं।
- (ब) पानी में गहरे उतर कर खोजना
- (स) पानी में साँस रोककर अंदर तक पहुँच जाना
- (द) संकल्पशील व्यक्ति पानी में तैर सकता है
उत्तर : संकल्पशील व्यक्ति कठिन परिश्रम द्वारा लक्ष्य प्राप्त ही लेते हैं।
- प्रश्न 220 ‘हठी व्यक्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता’ अर्थ को प्रकट करने वाली लोकोक्ति है -
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- (अ) अधजल गगरी छलकत जाय
- (ब) पत्थर को जोंक नहीं लगती
- (स) लातों के भूत बातों से नहीं मानते
- (द) छछून्दर के सिर में चमेली का तेल
उत्तर : पत्थर को जोंक नहीं लगती
व्याख्या :
‘पत्थर को जोंक नहीं लगती’ कहावत का अर्थ है - हठी पर कोई प्रभाव नहीं होता।
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