मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 238 खानवा के युद्ध में किन निम्न राजपूत/मुस्लिम योद्धाओं ने बाबर के विरूद्ध महाराणा सांगा के पक्ष में भाग लिया था -
1. महमूद लोदी 2. रावल उदय सिंह 3. हसन खां मेवाती 4. गोकुल दास परमार कूट -
Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.) -
- (अ) 1, 3, एवं 4
- (ब) 2 एवं 4
- (स) 1, 2, 3 एवं 4
- (द) 2, 3 एवं 4
उत्तर : 1, 2, 3 एवं 4
व्याख्या :
17 मार्च, 1527 को खानवा के मैदान में बाबर और राणा सांगा दोनों की सेनाओं के बीच युद्ध हुआ। राव गंगा, आमेर के पृथ्वीराज, इदर के राजा भारमल, महमूद लोदी, वीरमदेव मेड़िया, रावल उदय सिंह और वागड़ (डूंगरपुर) के खेत सिंह, रावत बाग सिंह, नर्बद हाड़ा, गोकुल दास परमार, हसन खान मेवाती, चंदेरी के मेदिनराय, कुंवर कल्याणमल झाला अज्जा, वीर सिंह देव बीकानेर के राव जैत्सी के पुत्र आदि राणा सांगा के साथ थे।
- प्रश्न 239 महाराणा प्रताप की मृत्यु के बाद उनका स्मारक बनाया गया था -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) चावंड में
- (ब) बान्दोली में
- (स) चित्तोड़ में
- (द) हल्दीघाटी में
उत्तर : बान्दोली में
व्याख्या :
प्रताप का चावण्ड के पास बाण्डोली गाँव के निकट बहने वाले नाले के तट पर अग्नि संस्कार हुआ। खेजड़ बांध के किनारे 8 खम्भों की छतरी उस महान योद्धा की याद दिलाती है।
- प्रश्न 240 निम्न में से किस स्थान पर भामाशाह वित्तीय सहायता देने हेतु राणा प्रताप से मिले थे -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) चावंड
- (ब) चूलिया
- (स) खमनौर
- (द) उदयपुर
उत्तर : चूलिया
व्याख्या :
जब महाराणा प्रताप इधर से उधर सुरक्षा की खोज में भाग रहे थे तथा उनके पास धन का भी अभाव होने लगा। इसी समय (1578 ई. में) ‘चूलिया ग्राम’ में राणा को उसका मंत्री भामाशाह मिला। भामाशाह उसके भाई ताराचन्द ने पच्चीस लाख रुपय एवं बीस हजार अशर्फियां राणा को भेंट की।
- प्रश्न 241 राणा सांगा के मेवाड़ के शासक बनने के समय दिल्ली सल्तनत का सुल्तान कौन था -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) महमूद लोद
- (ब) सिकंदर लोदी
- (स) इब्राहीम लोदी
- (द) बहलोल लोदी
उत्तर : सिकंदर लोदी
व्याख्या :
कुंवर संग्रामसिंह महाराणा सांगा के नाम से मशहूर हुए। महाराणा सांगा के राज्याभिषेक के समय दिल्ली पर सुल्तान सिकन्दर लोदी, गुजरात पर महमूद बेगड़ा और मालवा पर नासिर शाह/नासिरूद्दीन खिलजी का राज था।
- प्रश्न 242 खतौली(1517 ई.) की लड़ाई में राणासांगा ने किसको पराजित किया था -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) मोदिनी राय
- (ब) महमूद खलजी
- (स) बहादुर शाह
- (द) इब्राहीम लोदी
उत्तर : इब्राहीम लोदी
व्याख्या :
खातोली का युद्ध (1517 ई.) : मेवाड़ के महाराणा सांगा एवं दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी की महत्त्वाकांक्षाओं के फलस्वरूप दोनों के मध्य 1517 ई. में ‘खातोली’ (पीपल्दा तहसील, कोटा) में युद्ध हुआ। महाराणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को पराजित किया।
- प्रश्न 243 निम्न में से किसने अपने आप को ‘हिन्दुस्तान का बादशाह’ नाडोल में जन. 1681 ई. में घोषित किया था -
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- (अ) शाहजादा खुर्रम
- (ब) शाहजादा सलीम
- (स) शाहजादा दारा
- (द) शाहजादा अकबर
उत्तर : शाहजादा अकबर
व्याख्या :
1680 ई. में शहजादा अकबर मारवाड आया, अकबर को ये आदेश मिला था कि वह नाडौल पर अधिकार करे कुंभलगढ़ पर आक्रमण करे, अकबर को राजपूतों ने परेशान किया। राजपूतों ने अकबर को अपनी ओर मिलाने का प्रयास किया, अकबर से कहा कि बादशाह औरंगजेब राजपूतों को नाराज कर अपने साम्राज्य का पतन कर रहा है, इसलिए तुम वह बादशाह बनकर अपने पूर्वजों की तरह राज्य को मजबूत बनाओ। 1681 में अकबर ने अपने आप को बादशाह घोषित कर दिया।
- प्रश्न 244 अशोक परमार को ऊपरमाल की जागीर किससे प्राप्त हुई -
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- (अ) महाराणा कुम्भा
- (ब) महाराणा सांगा
- (स) राव केशवदास
- (द) महाराणा शम्भूसिंह
उत्तर : महाराणा सांगा
व्याख्या :
अशोक परमार की खानवा युद्ध में वीरता से प्रसन्न होकर सांगा ने अशोक परमार को बिजौलिया ऊपरमाल की जागीर भेंट की।
- प्रश्न 245 राणा सांगा और बाबर के बीच ऐतिहासिक युद्ध कहां लड़ा गया -
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- (अ) हल्दीघाटी
- (ब) खानवा
- (स) रातीघाटी
- (द) पानीपत
उत्तर : खानवा
व्याख्या :
खानवा युद्ध राणा सांगा एवं मुगल सम्राट जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर के मध्य 17 मार्च, 1527 ई. को बयाना के पास (वर्तमान रूपबास) हुआ।
- प्रश्न 246 राणा कुम्भा को निम्न वाद्ययंत्रों में किस में दक्षता हासिल थी -
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016 -
- (अ) सीतार
- (ब) गीटार
- (स) वीणा
- (द) सारंगी
उत्तर : वीणा
व्याख्या :
महाराणा कुम्भा न केवल वीर, युद्धकौशल में निपुण तथा कला प्रेमी थे वरन् एक विद्वान तथा विद्यानुरागी भी थे। महाराणा कुम्भा स्वंय वीणा बजाया करते थे। इनके संगीत गुरू सारंग व्यास थे। जबकी इनके गुरू जैन आचार्य हीरानंद थे।
- प्रश्न 247 निम्न में से कहां के शासकों द्वारा रावल तथा महारावल की उपाधियां ग्रहण की गई थी -
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- (अ) जोधपुर
- (ब) डूंगरपुर
- (स) कोटा
- (द) बीकानेर
उत्तर : डूंगरपुर
व्याख्या :
डूंगरपुर शासकों ने रावल और महारावल की उपाधि धारण की।
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