मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 268 निम्न में से कौनसा ग्रन्थ कुम्भा द्वारा रचित नहीं है-
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- (अ) संगीतराज
- (ब) संगीतमीमांसा
- (स) संगीतस्वप्न
- (द) सूडप्रबन्ध
उत्तर : संगीतस्वप्न
व्याख्या :
एकलिंगमाहात्म्य से विदित होता है कि वह वेद, स्मृति, मीमांसा, उपनिषद्, व्याकरण, राजनीति और साहित्य में बड़ा निपुण था। संगीतराज, संगीतमीमांसा एवं सूड़प्रबन्ध इनके द्वारा रचित संगीत के ग्रन्थ थे।
- प्रश्न 269 निम्नलिखित में से कौनसा कलानुक्रम की दृष्टि से सही है-
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- (अ) जैत्रसिंह-समरसिंह-तेजसिंह
- (ब) समरसिंह-तेजसिंह-जैत्रसिंह
- (स) जैत्रसिंह-तेजसिंह-समरसिंह
- (द) तेजसिंह-समरसिंह-जैत्रसिंह
उत्तर : जैत्रसिंह-तेजसिंह-समरसिंह
व्याख्या :
जैत्रसिंह (1213-1253 ई.) > तेजसिंह (1253-1273 ई.) > समरसिंह (1273-1302 ई.)
- प्रश्न 270 ‘विर विनोद के अनुसार हल्दीघाटी’ युद्ध में मुगल सेना की संख्या कितनी थी-
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- (अ) 80,000
- (ब) 10,000
- (स) 40,000
- (द) 16,000
उत्तर : 80,000
व्याख्या :
'वीर विनोद' के मुताबिक, हल्दीघाटी के युद्ध में मुग़ल सेना की संख्या 80,000 थी।
- प्रश्न 271 किस शासक के प्रश्रय में वृंदावन से लाई गई श्रीनाथ जी की मूर्ति सीहाड़ गाँव (नाथद्वारा) में स्थापित की गई थी?
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- (अ) सवाई जयसिंह
- (ब) मिर्जा राजा जयसिंह
- (स) महाराणा राजसिंह प्रथम
- (द) महाराणा राजसिंह द्वितीय
उत्तर : महाराणा राजसिंह प्रथम
व्याख्या :
महाराणा राजसिंह प्रथम ने बादशाह के डर से श्रीनाथजी आदि की मूर्तियों को लेकर भागे हुए गोसाई लोगों को आश्रय देकर कांकरोली में द्वारकाधीश की मूर्ति तथा सिहाड़ (नाथद्वारा) में श्रीनाथजी की मूर्ति प्रतिष्ठित कराकर उसने अपनी धर्मनिष्ठा का परिचय भी दिया।
- प्रश्न 272 जयमल राठौड़ एवं पत्ता सिसोदिया नामक वीरों का संबंध इतिहास प्रसिद्ध किस युद्ध से है?
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- (अ) हल्दीघाटी का युद्ध
- (ब) गिरि सुमेल का युद्ध
- (स) खानवाँ का युद्ध
- (द) चित्तोड़गढ़ का युद्ध
उत्तर : चित्तोड़गढ़ का युद्ध
व्याख्या :
अकबर से युद्ध में जयमल और कल्ला राठौड़ हनुमानपोल व भैरवपोल के बीच और रावत व पत्ता सिसोदिया रामपोल के भीतर वीरगति को प्राप्त हुए व राजपूत स्त्रियों ने जौहर किया। यह चित्तौड़ दुर्ग का ‘तृतीय साका’ था।
- प्रश्न 273 महाराणा राजसिंह ने औरंगजेब के विरूद्ध किससे विवाह किया ?
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- (अ) पद्मावती
- (ब) चारूमति
- (स) अलकनंदा
- (द) अंजलि
उत्तर : चारूमति
व्याख्या :
चारुमती किशनगढ़ के राजा मानसिंह की बहन थी जिसका विवाह मानसिंह ने औरंगजेब के साथ करना स्वीकार किया। परन्तु चारुमती ने इसका विरोध किया और उसने महाराणा राजसिंह को पत्र लिखकर उससे विवाह करने का अनुरोध किया। राजसिंह सिसोदिया मुगल सम्राट औरंगजेब के विरोध की परवाह किए बिना ससैन्य किशनगढ़ पहुंचा और चारुमती से विवाह कर उसे अपने साथ ले आया।
- प्रश्न 274 भारत की आजादी तथा राजस्थान के एकीकरण के समय मेवाड़ के महाराणा थे -
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- (अ) सज्जनसिंह
- (ब) महाराणा भूपालसिंह
- (स) फतेहसिंह
- (द) महाराणा स्वरूपसिंह
उत्तर : महाराणा भूपालसिंह
व्याख्या :
महाराणा भूपालसिंह के समय में अनेक घटनाएं घटी थी जिनमें बिजौलिया कृषक आन्दोलन, मेवाड़ प्रजामण्डल आन्दोलन एवं राजस्थान का एकीकरण हुआ। इनके समय में मेवाड़ राज्य का विलय राजस्थान में हो गया।
- प्रश्न 275 किस स्थान पर राजसिंह ने द्वारिकाधाीश मंदिर का निर्माण कराया-
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- (अ) चावण्ड
- (ब) खमनौर
- (स) कांकरोली
- (द) नाथद्वारा
उत्तर : कांकरोली
व्याख्या :
राजसिंह ने बादशाह के डर से श्रीनाथजी आदि की मूर्तियों को लेकर भागे हुए गोसाई लोगों को आश्रय देकर कांकरोली में द्वारकाधीश की मूर्ति तथा सिहाड़ (नाथद्वारा) में श्रीनाथजी की मूर्ति प्रतिष्ठित कराकर उसने अपनी धर्मनिष्ठा का परिचय भी दिया।
- प्रश्न 276 राजसिंह की पत्नी रामरसदे ने प्रसिद्ध त्रिमुखी बाबड़ी का निर्माण कहां करवाया -
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- (अ) उदयपुर
- (ब) प्रतापगढ़
- (स) राजसमन्द
- (द) चित्तौड़
उत्तर : उदयपुर
व्याख्या :
महाराणा राजसिंह की पत्नी महारानी रामरसदे पंवार ने देबारी के भीतर झरणा की सराय के पास एक त्रिमुखी बावड़ी का निर्माण करवाया। इस बावड़ी की प्रतिष्ठा 1676 ई. में हुई।
- प्रश्न 277 मेवाड़ की प्राचीन राजधानी नागदा को नष्ट किया -
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- (अ) अलाउद्दीन खिलजी
- (ब) इल्तुतमिश
- (स) बाबर
- (द) चंगेज खां
उत्तर : इल्तुतमिश
व्याख्या :
जैत्रसिंह के समय दिल्ली के सुल्तान इल्तुतमिश का नागदा पर आक्रमण हुआ। संम्भवतः इल्तुतमिश ने 1222 ई. से 1229 के मध्य मेवाड़ पर आक्रमण किया। जयसिंह सुरि के हम्मीर मद मर्दन के अनुसार जैत्रसिंह ने इल्तुतमिश को परास्त कर पीछे धकेल दिया (आबु व चीरवा शिलालेख के अनुसार)। लेकिन घमासान समय युद्ध के कारण नागदा को भारी क्षति पहुंची।
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