पूर्व मध्यकाल में भारत के राजवंश
प्रश्न 1 आरंभिक मध्यकालीन भारत में निम्नलिखित में से किस क्षेत्र को जेजाकभुक्ति के नाम से जाना जाता था -
(अ) बुंदेलखंड
(ब) मगध
(स) बीजापुर
(द) कलिंग
प्रश्न 2 999 ईसवी में कंदरिया महादेव मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?
(अ) कलचुरी वंश के राजा शंकरगण तृतीय
(ब) राष्ट्रकूट वंश के राजा गोविंद तृतीय
(स) गुर्जर-प्रतिहार वंश के राजा मिहिर भोज
(द) चंदेल वंश के राजा धंगदेव
प्रश्न 3 निन्मलिखित में किस राजवंश ने विख्यात मंदिर एलोरा का कैलाश मंदिर का निर्माण करवाया था -
(अ) चोल राजवंश
(ब) चालुक्य राजवंश
(स) राष्ट्रकूट राजवंश
(द) पाल राजवंश
व्याख्या :
विख्यात मंदिर एलोरा का कैलाश मंदिर का निर्माण राष्ट्रकूट राजवंश का शासक कृष्ण प्रथम के शासनकाल में किया गया था। भड़ौदा अभिलेख में इस मन्दिर की भव्यता का वर्णन मिलता है। दशावतार मन्दिर दो मंजिला ब्राह्मण मन्दिर का एक मात्र उदाहरण है। इनके जैन मन्दिर पाँच मंजिलें हैं, जिनमें इन्द्रमहासभा, छोटा कैलाश तथा जगन्नाथ सभा प्रमुख हैं।
प्रश्न 4 ‘गीत गोविन्द’ कृति के रचनाकार कौन थे -
(अ) क्षेमेन्द्र
(ब) भोज
(स) जयदेव
(द) पुष्प दन्त
प्रश्न 5 उत्तर भारत में सर्वोच्च राजनीतिक सत्ता हथियाने के उद्देश्य से किस वंश ने महोबा-खजुराहो, व्याना, मालवा, आबू, बनारस तथा कन्नौज पर आक्रमण किए -
(अ) तोमर वंश ने
(ब) चन्देल वंश ने
(स) चालुक्य वंश ने
(द) चौहान वंश ने
प्रश्न 6 किस चन्देल राजा ने महमूद गजनवी का सामना किया था -
(अ) कुमारपाल
(ब) भीम द्वितीय
(स) विद्याधर
(द) अरूणो राजा
प्रश्न 7 प्रतिहार वंश का अन्तिम शासक कौन था -
(अ) राज्यपाल
(ब) विद्याधर
(स) महिपाल तोमर
(द) अभय राज
प्रश्न 8 निम्नलिखित में से किस राजवंश ने स्थानीय स्व-सरकार की नीव राखी थी -
(अ) चालुक्य राजवंश
(ब) पाल राजवंश
(स) चोल राजवंश
(द) राष्ट्रकूट राजवंश
व्याख्या :
चोल साम्राज्य का अभ्युदय नौवीं शताब्दी में हुआ और दक्षिण प्राय:द्वीप का अधिकांश भाग इसके अधिकार में था। चोल कालीन शासन व्यवस्था राजतंत्रात्मक थी परन्तु स्थानीय स्व-सरकार की नीव इसी राजवंश ने राखी थी।
प्रश्न 9 निम्नलिखित में से किसने पाल शासक को रूह्मा नाम दिया था -
(अ) सुलेमान
(ब) सभातुंग
(स) त्रिबिक्रम
(द) अकालावर्ष
व्याख्या :
सुलेमान एक अरबी व्यापारी था जिसने पाल शासक को अपने किताब में रूह्मा नाम दिया था।
प्रश्न 10 निम्नलिखित में से किसने एक कविता मद्रा-माही-विजया रचना की थी -
(अ) यशोवर्मन
(ब) मिहिर भोज
(स) वक्पतिराज
(द) अमोग्वर्ष
व्याख्या :
मद्रा-माही-विजया कविता की रचना यशोवर्मन के दरबारी कवि वक्पतिराज ने किया था।
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