भारत की विदेश नीति
प्रश्न 1 ‘गुटनिरपेक्षता’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग 1961 में किया -
(अ) टीटो ने (यूगोस्लाविया)
(ब) इंदिरा गांधी ने (भारत)
(स) नासिर ने (मिस्र)
(द) पं. जवाहरलाल नेहरू ने (भारत)
प्रश्न 2 पंचशील का सिद्धांत/पंचशील की अवधारणा किसने दी -
(अ) पं. जवाहर लाल नेहरू
(ब) महात्मा गांधी
(स) मार्शल टिटो
(द) डॉ. अम्बेडकर
प्रश्न 3 निम्नलिखित में से कौन सा कारक विदेश नीति को प्रभावित करता है -
(अ) भौगोलिक स्थिति
(ब) राजनीतिक व्यवस्था
(स) अर्थव्यवस्था
(द) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4 18 वीं शताब्दी के अंत तक, भारत का निर्यात अपने आयात से अधिक हो गया। इसकी वजह क्या थी -
(अ) भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अंग्रेजों द्वारा अपनाई गई मुक्त व्यापार नीति।
(ब) बुनियादी ढांचे में ब्रिटिश सरकार द्वारा किए गए निवेश से अधिशेष उत्पादन हुआ।
(स) विश्व बाजार के बारे में भारतीय किसानों में जागरूकता बढ़ी।
(द) ईस्ट इंडिया कंपनी की बंगाल के राजस्व से भारतीय सामान खरीदने और उन्हें निर्यात करने की प्रथा है।
प्रश्न 5 निम्नलिखित में से कौन भारतीय विदेश नीति की विशेषता नहीं है -
(अ) साम्राज्यवाद का विरोध
(ब) गैर संरेखण
(स) संयुक्त राष्ट्र का विरोध
(द) पंचशील
प्रश्न 6 निम्नलिखित में से कौनसा एक कथन सही नहीं है -
(अ) गुटनिरपेक्ष देशों का पहला शिखर सम्मेलन 1961 ई. में बेलग्रेड में हुआ -
(ब) 25 राष्ट्रों ने गुटनिरपेक्ष देशों के पहले सम्मेलन में भाग लिया।
(स) एक गुटनिरपेक्ष देश, सैनिक गठबंधनों का भी सदस्य हो सकता है।
(द) गुटनिरपेक्ष आंदोलन नस्लभेद और उपनिवेशवाद में विश्वास नहीं करता है।
प्रश्न 7 भारतीय विदेश नीति निर्माण में जवाहरलाल नेहरू का महत्वपूर्ण योगदान था -
(अ) शीतयुद्ध समाप्ति हेतु प्रयास
(ब) महाशक्तियों में मित्रता का प्रयास
(स) असंलग्नता अथवा गुट निरपेक्ष विदेश नीति का अवलम्बन करना
(द) श्रीलंका की समस्याओं के समाधान का प्रयास
प्रश्न 8 ‘पंचशील सिद्धांत’ को भारत-चीन समझौते के अंतर्गत किस वर्ष लागू किया गया -
(अ) 1950
(ब) 1951
(स) 1952
(द) 1954
प्रश्न 9 ‘शीत युद्ध’ में ...... गठबंधन विश्व में अच्छे प्रभाव नहीं लाये हैं - नेहरू। अपने इस भाषण में नेहरू किस गठबंधन की ओर इशारा कर रहे हैं -
(अ) विदेशी आर्थिक गठबंधन
(ब) सैनिक गठबंधन
(स) परमाणु गठबंधन
(द) सांस्कृतिक गठबंधन
प्रश्न 10 निम्नलिखित में से कौनसा “पंचशील” का सिद्धान्त नहीं है -
(अ) शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व
(ब) एक दुसरे की भू-भागीय अखंडता और प्रभुता का पारस्परिक सम्मान
(स) एक दुसरे के आंतरिक मामलों में पारस्परिक अहस्तक्षेप
(द) गुटनिरपेक्षता
page no.(1/3)