Ask Question | login | Register
Notes
Question
Quiz
Test Series
Facts

राजस्थान की रियासतें एवं ब्रिटिश संधियाँ

प्रश्न 1 संधियों के परिणामस्वरूप राजपूताना में सामाजिक सुधारों के नाम पर अंग्रेजों ने किन कुरीतियों के उन्मूलन का प्रयास किया -
  • (अ) सती प्रथा, कन्या वध, दासता, और डाकन प्रथा
  • (ब) बाल विवाह और विधवा पुनर्विवाह पर प्रतिबंध
  • (स) भूमि कर और व्यापारिक कर
  • (द) धार्मिक त्योहारों पर नियंत्रण
उत्तर : सती प्रथा, कन्या वध, दासता, और डाकन प्रथा
व्याख्या :
सामाजिक कुरीतियों-सती प्रथा, कन्या वध, दासता, डाकन प्रथा आदि का उन्मूलन करने आदि के मामलों में राजाओं को अंग्रेजी सलाह माननी आवश्यक कर दी गई।
प्रश्न 2 जोधपुर महाराजा को 1839 में सबक सिखाने के लिए अंग्रेजों ने कौन सी कार्रवाई की -
  • (अ) जोधपुर पर आर्थिक प्रतिबंध लगाया
  • (ब) मेरवाड़ा और जोधपुर लीजियन की सेना से जोधपुर दुर्ग पर अधिकार किया
  • (स) जोधपुर को संधि से बाहर कर दिया
  • (द) जोधपुर के सामंतों को हटाकर नया प्रशासन स्थापित किया
उत्तर : मेरवाड़ा और जोधपुर लीजियन की सेना से जोधपुर दुर्ग पर अधिकार किया
व्याख्या :
1839 में सबक सिखाने हेतु मेरवाड़ा व जोधपुर लीजियन की सेना ने अंग्रेज सरकार के आदेश से जोधपुर दुर्ग पर अधिकार कर लिया।
प्रश्न 3 निम्नलिखित में से कौन सा कथन संधियों के परिणामों के संदर्भ में सही नहीं है -
  • (अ) शासकों में निष्क्रियता आई क्योंकि अंग्रेजों की सलाह मानना अनिवार्य हो गया।
  • (ब) अंग्रेजों ने सांभर झील और मेवाड़ के अफीम उत्पादन पर अधिकार कर लिया।
  • (स) राजपूताना में ईसाई मिशनरियों ने धर्मान्तरण शुरू किया।
  • (द) सभी राज्यों ने खिराज देने से पूर्ण मुक्ति प्राप्त कर ली।
उत्तर : सभी राज्यों ने खिराज देने से पूर्ण मुक्ति प्राप्त कर ली।
व्याख्या :
विअंग्रेजों को दिए जाने वाले भारी खिराज व खिराज पर ब्याज और अन्य खर्चों से उनकी आर्थिक स्थिति खोखली होने लगी, जो दर्शाता है कि खिराज से मुक्ति नहीं हुई।
प्रश्न 4 संधियों के परिणामस्वरूप अंग्रेजों द्वारा राजपूताना में स्थापित सैनिक टुकड़ियों का खर्च किसके ऊपर थोपा गया -
  • (अ) केवल ब्रिटिश सरकार पर
  • (ब) संबंधित राज्यों पर
  • (स) मराठों पर दंड के रूप में
  • (द) सामंतों द्वारा दी जाने वाली सहायता से
उत्तर : संबंधित राज्यों पर
व्याख्या :
शांति और व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर लगभग सभी राज्यों में अंग्रेजी सैनिक टुकड़ियाँ स्थापित कर दी गयीं जिनका खर्च भी संबंधित राज्यों को ही वहन करना पड़ता था। जयपुर के शेखावाटी क्षेत्र में सामन्तों को दबाने के लिए अंग्रेजी सरकार ने शेखावाटी ब्रिगेड की स्थापना की जिसका नियंत्रण अंग्रेज अधिकारियों द्वारा किया जाता था लेकिन इसका व्यय जयपुर राज्य उठाता था। मेरवाड़ा क्षेत्र में मेरों और मीणों के उपद्रव दबाने के लिए मेरवाड़ा बटालियन बनाई गई और उसका व्यय जोधपुर व उदयपुर राज्यों को उठाना पड़ा। इसी प्रकार भीलों को दबाने हेतु मेवाड़ भील कोर व ऐरनपुरा में जोधपुर लीजियन स्थापित की गई और इनका व्यय उदयपुर व जोधपुर पर थोप दिया गया।
प्रश्न 5 1817-18 की संधियों के परिणामस्वरूप राजपूताना में किस वर्ष एक पृथक एजेंसी अजमेर में स्थापित की गई, और इसका मुख्यालय बाद में कहाँ स्थानांतरित हुआ -
  • (अ) 1832, माउंट आबू
  • (ब) 1820, जयपुर
  • (स) 1840, उदयपुर
  • (द) 1850, जोधपुर
उत्तर : 1832, माउंट आबू
व्याख्या :
सन् 1832 में राजपूताना को दिल्ली के नियंत्रण से मुक्त कर एक पृथक एजेन्सी अजमेर में स्थापित की गई जो 1857 में माउंट आबू हस्तांतरित कर दिया गया। और यहाँ नियुक्त एजेन्ट टू गवर्नर जनरल (ए.जी.जी.) का सम्मान उदयपुर, जयपुर और जोधपुर को छोड़कर अन्य राजाओं के समकक्ष रखा गया। सब राज्यों को अपने वकील अजमेर भेजने को कहा गया। वकीलों के द्वारा ए.जी.जी. आसानी से अपनी बात राजाओं से मनवा सकता था।
प्रश्न 6 जोधपुर की संधि (6 जनवरी, 1818) की एक विशिष्ट शर्त के अनुसार, जोधपुर को क्या देना था -
  • (अ) अपनी आय का 25% ब्रिटिश सरकार को
  • (ब) 1500 सवार और आवश्यकता पड़ने पर सम्पूर्ण सेना कम्पनी की सेवा में
  • (स) वार्षिक 10 लाख रुपये खिराज
  • (द) मराठों को दी जाने वाली चौथ की राशि से दोगुना खिराज
उत्तर : 1500 सवार और आवश्यकता पड़ने पर सम्पूर्ण सेना कम्पनी की सेवा में
व्याख्या :
संधि पर जोधपुर के महाराजा मानसिंह की ओर से युवराज छत्रसिंह, बिशन राम व्यास तथा कंपनी की ओर से चार्ल्स मेटकॉफ ने हस्ताक्षर किये। कम्पनी सरकार को आवश्यकता पड़ने पर जोधपुर राज्य 1500 सवार भेजेगा। अधिक आवश्यकता होने पर जोधपुर राज्य आंतरिक सुरक्षा हेतु आवश्यक सेना छोड़कर सम्पूर्ण सेना कम्पनी सरकार की सेवा में भेज देगा। जोधपुर राज्य द्वारा जितना खिराज सिंधिया राज्य को दिया जाता था, उतना ही प्रति वर्ष कम्पनी सरकार को दिया जाएगा। जोधपुर राज्य द्वारा दिए जाने वाले खिराज की राशि एक लाख आठ हजार रुपये वार्षिक निर्धारित की गई लेकिन संधि होने के कुछ वर्षों बाद ही जोधपुर के सवारों के अकुशल होने के बहाने कम्पनी ने ‘जोधपुर लीजन’ का गठन कर दिया। इसका खर्च एक लाख पन्द्रह हजार रुपये भी जोधपुर राज्य पर ही थोप दिया गया।
प्रश्न 7 कोटा की संधि (26 दिसंबर, 1817) में झाला जालिमसिंह द्वारा जोड़ी गई पूरक संधि के परिणामस्वरूप क्या हुआ -
  • (अ) कोटा को मराठों से पूर्ण मुक्ति मिल गई।
  • (ब) हाडा शासक नाममात्र के शासक रह गए और शासन जालिमसिंह के वंशजों के पास आ गया।
  • (स) कोटा को ब्रिटिश संरक्षण से बाहर कर दिया गया।
  • (द) कोटा की आय का 50% अंग्रेजों को देना पड़ा।
उत्तर : हाडा शासक नाममात्र के शासक रह गए और शासन जालिमसिंह के वंशजों के पास आ गया।
व्याख्या :
पूरक संधि -झाला जालिम सिंह के बढ़ते प्रभाव के कारण हाड़ा सामंतों में उसका विरोध बढ़ रहा था लेकिन अंग्रेजों से उसके मैत्री संबंध दृढ़ थे। अतः 20 फरवरी, 1818 ई. को गुप्त रूप से झाला जालिम सिंह ने संधि में दो पूरक धाराएँ जुड़वा दीं-
1. महाराव उम्मेदसिंह के पश्चात् उसका बड़ा पुत्र तथा उसके वंशज राज्य के शासक पद पर बने रहेंगे।
2. राज्य के समस्त प्रशासनिक अधिकार राजराणा झाला जालिम सिंह तथा उसके वंशजों के पास रहेंगे। इससे कोटा के हाडा शासक केवल नाममात्र के शासक रह गये तथा शासन की समस्त वास्तविक शक्तियाँ जालिमसिंह व उसके वंशजों के पास आ गई।
प्रश्न 8 राजपूताने में लॉर्ड हेस्टिंग्ज की ‘अधीनस्थ पार्थक्य की नीति’ के तहत पहली संधि किस रियासत के साथ हुई थी -
  • (अ) कोटा
  • (ब) उदयपुर
  • (स) करौली
  • (द) जोधपुर
उत्तर : करौली
व्याख्या :
राजपूताने में हेस्टिंग्ज की अधीनस्थ पार्थक्य की नीति का पहला शिकार नवम्बर, 1817 ई. में करौली का शासक हुआ। राजपूताने में अधीनस्थ पार्थक्य की यह प्रथम संधि थी। इससे करौली राज्य अंग्रेजों के संरक्षण में आ गया।
प्रश्न 9 मेवाड़ के साथ संधि के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही नहीं है -
  • (अ) मेवाड़ की संधि 13 जनवरी, 1818 को हुई थी।
  • (ब) मेवाड़ के महाराणा भीमसिंह के प्रतिनिधि ठाकुर अजीतसिंह ने संधि पर हस्ताक्षर किए।
  • (स) संधि के तहत मेवाड़ को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की प्रतिनिधि चार्ल्स मेटकॉफ से संधि पर हस्ताक्षर प्राप्त हुए।
  • (द) उदयपुर को अपनी वार्षिक आय का 20% खिराज देना तय हुआ।
उत्तर : उदयपुर को अपनी वार्षिक आय का 20% खिराज देना तय हुआ।
व्याख्या :
मेवाड़ के महाराणा भीमसिंह के प्रतिनिधि ठाकुर अजीतसिंह ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी के प्रतिनिधि सर चार्ल्स मेटकॉफ के साथ संधि पत्र पर हस्ताक्षर किए। उदयपुर को अपनी वार्षिक आय का 25% खिराज देना तय हुआ जो 5 वर्ष बाद 3/8 हो जाएगा।
प्रश्न 10 1817-1823 ई. के बीच राजस्थान की रियासतों में से सबसे पहले किस रियासत ने अंग्रेजों के साथ संधि की थी -
  • (अ) कोटा
  • (ब) जोधपुर
  • (स) करौली
  • (द) बीकानेर
उत्तर : करौली
व्याख्या :
करौली ने सबसे पहले 9 नवंबर, 1817 को संधि की थी। अन्य रियासतों में कोटा ने 26 दिसंबर, 1817, जोधपुर ने 6 जनवरी, 1818, और बीकानेर ने 9 मार्च, 1818 को संधि की।

page no.(1/6)

page

Take a Quiz

Test Your Knowledge on this topics.

Learn More

Test Series

Here You can find previous year question paper and mock test for practice.

Test Series

Share

Join

Join a family of Rajasthangyan on


Contact Us Cancellation & Refund About Write Us Privacy Policy About Copyright

© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.