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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश के बंटवारे का दर्द कभी नहीं भुलाया जा सकता क्योंकि उन्माद में हुई हिंसा और घृणा के कारण लाखों भाई-बहन विस्थापित हो गए थे और अनेक लोगों ने जान गंवाई थी। श्री मोदी ने कहा कि हमारे लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम कामना करते हैं कि बंटवारा विभीषिका स्मृति दिवस मनाने से यह समझने में मदद मिलेगी कि सामाजिक विभाजन और दुर्भावना के जहर को जड़ से खत्म करना आवश्यक है क्योंकि तभी एकता, सामजिक सद्भाव और मानव सशक्तिकरण की भावना सुदृढ़ होगी।भारत को 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से आज़ादी मिली। स्वतंत्रता दिवस, जो हर साल 15 अगस्तको मनाया जाता है, किसी भी राष्ट्र के लिए एक खुशी और गर्व का अवसर होता है। हालाँकि, स्वतंत्रता की मिठास के साथ-साथ देश को विभाजन का आघात भी सहना पड़ा। नए स्वतंत्र भारतीय राष्ट्र का जन्म विभाजन के हिंसक दर्द के साथ हुआ, जिसने लाखों भारतीयों पर पीड़ा के स्थायी निशान छोड़े। विभाजन मानव इतिहास में सबसे बड़े विस्थापनों में से एक है, जिससे लगभग 20 मिलियन लोग प्रभावित हुए। लाखों परिवारों को अपने पैतृक गांवों/कस्बों/शहरों को छोड़ना पड़ा और शरणार्थी के रूप में एक नया जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ा।
भारत की चार और आर्द्रभूमियों (वेटलैंड्स) को रामसर सचिवालय से रामसर स्थलों के रूप में मान्यता मिल गई है। ये स्थल हैं: गुजरात के थोल और वाधवाना और हरियाणा के सुल्तानपुर और भिंडावास। इसके साथ ही भारत में रामसर स्थलों की संख्या 46 हो गई है और इन स्थलों से आच्छादित सतह क्षेत्र अब 1,083,322 हेक्टेयर हो गया है। जहां एक ओर हरियाणा को अपनी पहली रामसर साइट मिली है, वहीं गुजरात को उस नलसरोवर के बाद 2 और स्थल मिल गए हैं, जिसे 2012 में अंतर्राष्ट्रीय आर्द्रस्थल घोषित किया गया था। रामसर सूची का उद्देश्य "आर्द्रभूमि के एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय तन्त्र (नेटवर्क) को विकसित करना और सुरक्षित बनाए रखना है जो वैश्विक जैविक विविधता को संरक्षित करने और सुरक्षित रखने के साथ ही मानव जीवन की अपने इको-सिस्टम के घटकों, प्रक्रियाओं और लाभों के रखरखाव के माध्यम से सहेजे रखने के लिए "भी महत्वपूर्ण हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ई-फसल सर्वेक्षण पहल का शुभारंभ किया है। यह पहल महाराष्ट्र में 15 अगस्त से प्रभावी होगी। इस कार्यक्रम को राजस्व और कृषि विभाग, टाटा ट्रस्ट के साथ संयुक्त रूप से लागू कर रहे हैं। यह परियोजना प्रयोग के रूप में पहले दो ज़िलों में लागू की गई थी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह देश के लिए एक आदर्श परियोजना होगी और ई-फसल सर्वेक्षण ऐप किसानों की कठिनाइयों को कम करने के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण पहल है क्योंकि इससे किसानों को फसलों के बारे में बाधा-रहित सूचना मिल पाएगी।
पोलैंड में विश्व तीरंदाजी युवा चैम्पियनशिप में कम्पाउंड कैडेट स्पर्धा में भारत ने तीन स्वर्ण पदक जीते। अंडर-18 कैडेट कम्पाउंड मुकाबले में साहिल चौधरी, मिहिर नितिन और कुशल दादल की टीम ने अमरीका को 231 के मुकाबले 233 अंकों से पराजित कर स्वर्ण पदक जीता। वहीं, महिलाओं में प्रणीत कौर, प्रिया गुर्जर और रिद्धि वार्शिनी की टीम ने तुर्की को 216 के मुकाबले 228 अंकों से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जबकि मिक्स्ड स्पर्धा में भारत ने अमरीका को 152 के मुकाबले 155 अंकों से पराजित कर स्वर्ण पदक जीता।
रिजर्व बैंक ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में करनाला नागरी सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है। रिजर्व बैंक ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि करनाला सहकारी बैंक को सभी कामकाज बंद करने के निर्देश दिये जा चुके हैं। सहकारिता आयुक्त और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार से भी बैंक बंद कराने और बैंक के लिए ऋणशोधक नियुक्त करने का आग्रह किया गया है। रिजर्व बैंक ने बताया है कि 95 प्रतिशत जमाकर्ताओं को जमा बीमा और साख गारंटी निगम से अपनी पूरी जमा राशि मिल जाएगी। बैंक के बंद होने पर हर जमाकर्ता को पांच लाख रुपए तक की सीमा के साथ जमा बीमा दावा हासिल करने का अधिकार होगा। करनाला नागरी सहकारी बैंक का लाइसेंस अपर्याप्त पूंजी और आय की संभावना न होने के कारण रद्द किया गया है।
सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरूगन 16 अगस्त से तमिलनाडु में तीन दिवसीय मक्कल आशीर्वाद यात्रा का नेतृत्व करेंगे। यह यात्रा राज्य के पश्चिम भाग से गुजरती हुई नीलगिरी, इरोड, तिरूपुर, नमक्कल और सेलम जिलों में पहुंचेगी। इस यात्रा का उद्देश्य केन्द सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करना है।
हाल ही में पाकिस्तान ने परमाणु सक्षम सतह-से-सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'गज़नवी' का सफल परीक्षण किया है। यह 290 किलोमीटर की रेंज तक कई तरह के हथियार पहुँचाने में सक्षम है। इससे पूर्व पाकिस्तान ने शाहीन-3, बाबर क्रूज़ मिसाइल और फतह-1 को लॉन्च किया था। बैलिस्टिक मिसाइल एक रॉकेट-चालित स्व-निर्देशित रणनीतिक-हथियार प्रणाली है, जो अपने प्रक्षेपण स्थल से एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य तक पेलोड पहुँचाने के लिये बैलिस्टिक ट्रेजेक्टरी का अनुसरण करती है। यह पारंपरिक उच्च विस्फोटकों के साथ-साथ रासायनिक, जैविक या परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है।
हाल ही में बिहार ने स्थानीय तौर पर 'गरुड़' के रूप में जाना जाने वाले ग्रेटर एडजुटेंट स्टॉर्क (Greater Adjutant Storks) को जीपीएस ट्रैकर्स के साथ टैग करने का निर्णय लिया है ताकि उनके संरक्षण के प्रयासों के तहत उनकी निगरानी की जा सके। क्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाने वाला, ग्रेटर एडजुटेंट विश्व में सारस की सर्वाधिक संकटग्रस्त प्रजातियों में शामिल है। इसके केवल तीन ज्ञात प्रजनन स्थल हैं - एक कंबोडिया में और दो भारत (असम और बिहार) में।
एक हालिया शोधपत्र के मुताबिक, ‘चंद्रयान-2’ ऑर्बिटर ने चंद्रमा की सतह पर पानी के अणुओं (H2O) और हाइड्रॉक्सिल (OH) की उपस्थिति की पुष्टि की है। ऑर्बिटर के ‘इमेजिंग इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर’ (IIRS) से प्राप्त प्रारंभिक डेटा के विश्लेषण से चंद्रमा पर 29 डिग्री उत्तर और 62 डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच पानी के अणुओं (H2O) और हाइड्रॉक्सिल (OH) की उपस्थिति की पहचान की गई है। शोधकर्त्ताओं के अनुसार, हाइड्रॉक्सिल या पानी के अणुओं का निर्माण ‘अंतरिक्ष अपक्षय’ (Space Weathering) नामक एक प्रक्रिया के कारण होता है, जो तब होता है जब चंद्र सतह पर सौर हवाएँ चलती हैं। विश्लेषण से यह भी ज्ञात हुआ कि चंद्रमा के उच्च अक्षांशों पर तीव्र धूप वाले उच्च भूमि क्षेत्रों में उच्च हाइड्रॉक्सिल या संभवतः पानी के अणु अधिक पाए गए। गौरतलब है कि यह खोज भविष्य के मिशनों के लिये काफी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि अगले कुछ वर्षों में चंद्रमा के लिये कई अंतर्राष्ट्रीय मिशनों को लॉन्च किया जाना है। यह भारत का चंद्रमा पर दूसरा मिशन है। चंद्रयान-2 भारत द्वारा चंद्रमा की सतह पर उतरने का पहला प्रयास था। इसरो द्वारा इस मिशन के माध्यम से चंद्रमा की सतह के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की योजना बनाई गई थी। हालाँकि लैंडर विक्रम ने सितंबर 2019 में चंद्रमा की सतह पर ‘हार्ड लैंडिंग’ की। किंतु इसका ऑर्बिटर अभी भी चंद्रमा की कक्षा में है और इस मिशन की अवधि सात वर्ष है। ज्ञात हो कि ‘चंद्रयान-1’ मिशन ने पहले ही चंद्रमा की सतह पर पानी की उपस्थिति की पुष्टि कर दी थी, लेकिन सीमित कवरेज के कारण जलयोजन की सटीक प्रकृति का पता नहीं लगाया जा सका था।
भारत के जेवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा नवीनतम विश्व एथलेटिक्स पुरुषों की रैंकिंग में नंबर 2 पर पहुँच गए हैं। ओलंपिक की शुरुआत से पूर्व नीरज चोपड़ा 16वें स्थान पर थे, लेकिन 23 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में स्वर्ण पदक जीतने के बाद रैंकिंग में कई प्रसिद्ध खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है। 1315 अंकों के साथ नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स रैंकिंग में केवल जर्मनी के ‘जोहान्स वेटर’ से पीछे हैं। गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों के जेवलिन थ्रो गेम में स्वर्ण पदक जीता था, जिससे वे स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट बन गए हैं। 24 दिसंबर, 1997 को हरियाणा के पानीपत में जन्मे नीरज चोपड़ा ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई महत्त्वपूर्ण पुरस्कार जीते हैं, जिनमें राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप (2021) में स्वर्ण पदक तथा एशियन जूनियर चैंपियनशिप (2017) में सिल्वर पदक शामिल हैं।
भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली उत्पादन कंपनी, एनटीपीसी लिमिटेड ने भारत में प्राकृतिक गैस के साथ हाइड्रोजन मिश्रण (Hydrogen Blending) पर एक पायलट परियोजना स्थापित करने के लिए वैश्विक EoI (Expression of Interest) को आमंत्रित किया है। प्राकृतिक गैस के साथ हाइड्रोजन सम्मिश्रण पर परियोजना भारत में सिटी गैस वितरण (City Gas Distribution – CGD) नेटवर्क पर स्थापित की जाएगी। EOI ईंधन सेल बसों की खरीद के लिए लेह और एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (NVVN) में हरित हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन के लिए NTPC REL द्वारा शुरू की गई हालिया निविदाओं के बाद प्रस्तुत किया गया है। NTPC REL हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन को बिजली देने के लिए लेह में एक समर्पित 1.25 मेगावाट सौर संयंत्र भी स्थापित कर रहा है।
ब्रिक्स देशों के कृषि मंत्रियों ने “खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए कृषि जैव विविधता को मजबूत करने के लिए ब्रिक्स साझेदारी” (BRICS Partnership for Strengthening Agro Biodiversity for Food and Nutrition Security) विषय पर वर्चुअल बातचीत की। सतत विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र 2030 एजेंडा के कार्यान्वयन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ब्रिक्स देश भूखमरी और गरीबी उन्मूलन के 2030 सतत विकास लक्ष्यों के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं। ब्रिक्स देशों ने एक मजबूत कृषि अनुसंधान आधार स्थापित किया है। इसने उत्पादकता बढ़ाने के लिए, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन की पृष्ठभूमि में, कृषि जैव विविधता को बनाए रखने और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए साझा ज्ञान, प्रयोगशाला से भूमि पर प्रौद्योगिकियों को स्थानांतरित करने को भी स्वीकार किया। इस बैठक के दौरान सदस्य देशों ने ब्रिक्स की 11वीं बैठक की संयुक्त घोषणा और ब्रिक्स देशों के कृषि सहयोग के लिए 2021-24 की कार्य योजना और ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच पर चर्चा की। ब्रिक्स बैठक में अंगीकरण के लिए ब्रिक्स कार्य समूह (BRICS Working Group) की बैठक द्वारा 2021-24 की कार्य योजना का समर्थन किया जाएगा।
QUAD ने G7 के बाद ताइवान को 13 अगस्त, 2021 को वार्ता में शामिल किया। ताइवान ने 12 अगस्त को वर्चुअल चर्चा के दौरान ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को शामिल करने के लिए क्वाड के सदस्यों को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद दिया। बाइडेन प्रशासन दशकों बाद ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan Strait) को चीन के साथ घर्षण बिंदु के रूप में विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और प्रयास कर रहा है । अमेरिका ने जापान और दक्षिण कोरिया के साथ अपने संयुक्त बयानों में ताइवान जलडमरूमध्य का भी सफलतापूर्वक उल्लेख किया है। ताइवान जलडमरूमध्य का उल्लेख हाल ही में G-7 शिखर सम्मेलन में भी हुआ था जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया था। क्वाड अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच एक रणनीतिक संवाद है। यह संवाद 2007 में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा अमेरिका के उपराष्ट्रपति डिक चेनी, ऑस्ट्रेलिया के पूर्वप्रधान मंत्री जॉन हॉवर्ड और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सहयोग से शुरू किया गया था।
भारत और कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं के अनुसार, भारत में मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी पुरानी बीमारियों (chronic disease) के उच्च स्तर ने खतरनाक कोरोनावायरस लहर को बढ़ावा दिया। कोविड-19 के बड़े पैमाने के अध्ययनों से पता चला है कि, मदुरै के दक्षिणी जिले के रोगियों में चीन, यूरोप, दक्षिण कोरिया और अमेरिका की तुलना में मरने का जोखिम अधिक था। भारत को एक गैर-संचारी रोग संकट का भी सामना करना पड़ा क्योंकि भारत में मध्यम वर्ग की आबादी बढ़ रही है और उसकी जीवन शैली गतिहीन (sedentary) और समृद्ध जीवन शैली है। भारत में समृद्ध जीवन शैली उन्हें मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों के प्रति संवेदनशील बनाती है जिसके परिणामस्वरूप देश भर में होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ जाता है। मधुमेह और हृदय रोग की मौजूदा स्थितियों के कारण कोरोनावायरस को अधिक नुकसानदायक बना दिया है, जिससे केस और मृत्यु दर में वृद्धि हुई है। अध्ययन से यह भी पता चलता है कि यदि भारत में वर्तमान में मधुमेह और उच्च रक्तचाप के आधे मामले होते, तो दूसरी लहर का असर कम होता।
COVID-19 के खिलाफ भारत के पहले नेज़ल टीके को जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology) द्वारा चरण 2 और 3 नैदानिक परीक्षण करने की अनुमति मिली है । भारत बायोटेक द्वारा नेज़ल कोविड वैक्सीन विकसित की गई है। वैक्सीन ने 18 से 60 वर्ष के आयु समूहों में चरण 1 का नैदानिक परीक्षण (clinical trial) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। अधिकारियों के अनुसार, पहले चरण के क्लिनिकल परीक्षण में स्वस्थ स्वयंसेवकों को दी जाने वाली इस टीके की खुराक को अच्छी तरह से सहन किया गया। यह प्री-क्लिनिकल टॉक्सिसिटी अध्ययनों (pre-clinical toxicity studies) के दौरान सुरक्षित, इम्युनोजेनिक और अच्छी तरह से सहन करने योग्य पाया गया था। यह जानवरों पर अध्ययन में उच्च स्तर के न्यूट्रलाइज़िंग एंटीबॉडी को विकसित करने में सक्षम था। यह नेज़ल टीका अपनी तरह का पहला COVID-19 वैक्सीन है जिसका भारत में मानव नैदानिक परीक्षण चल रहा है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal Corporation – NDMC) ने 13 अगस्त, 2021 को “Cleancity App” लॉन्च की। यह एक मोबाइल एप्लिकेशन है जिसे निवासियों को उस क्षेत्र में कचरा उठाने के लिए शिकायत दर्ज करने में मदद करने के लिए लांच किया गया है। इसे उत्तरी दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह ने 75वें स्वतंत्रता दिवस से पहले लॉन्च किया है। यह एप्प नागरिकों को कचरा उठाने वाले वाहनों के जीपीएस लोकेशन देखने, उनकी शिकायतें दर्ज करने और सेवाओं में सुधार के लिए सुझाव देने की सुविधा प्रदान करेगी। इस सुविधा का लाभ सिविल लाइंस जोन, केशवपुरम जोन और रोहिणी जोन के निवासी उठा सकते हैं। ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ और स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए, NDMC ने प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित करने और दूसरों को सिंगल-यूज़ प्लास्टिक का उपयोग बंद करने के लिए ऑनलाइन मोड के माध्यम से सभी नगरपालिका स्कूल के छात्रों को शपथ दिलाई।
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