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भारत के प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि माँ कामाख्या कॉरिडोर, काशी विश्वनाथ धाम (उत्तर प्रदेश के वाराणसी) और श्री महाकाल महालोक कॉरिडोर (उज्जैन, मध्य प्रदेश) की तरह ही एक अत्यधिक महत्त्वपूर्ण स्थान बन जाएगा। काशी विश्वनाथ धाम और श्री महाकाल महालोक ने कई लोगों के आध्यात्मिक अनुभव को बढ़ाया है और पर्यटन में वृद्धि के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद की है। माँ कामाख्या कॉरिडोर एक प्रस्तावित बुनियादी ढाँचा परियोजना है जिसका उद्देश्य गुवाहाटी, असम, भारत में कामाख्या मंदिर तीर्थस्थल का नवीनीकरण और विकास करना है। इच्छा की देवी को समर्पित माँ कामाख्या मंदिर, जिसे कामेश्वरी के नाम से भी जाना जाता है, गुवाहाटी में नीलांचल पर्वत पर स्थित है। धरती पर मौजूद 51 शक्तिपीठों में माँ कामाख्या देवालय को सबसे पुराना और सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। यह तांत्रिक शक्तिवाद पंथ का केंद्र है, जिसका भारत में महत्त्वपूर्ण अनुसरण किया जाता है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) वित्तीय वर्ष 2024-25 तक पूरे देश में लगभग 10,000 किलोमीटर ऑप्टिक फाइबर केबल (ओएफसी) के बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में काम कर रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ओएफसी बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे एकीकृत उपयोगिता गलियारों का निर्माण कर डिजिटल राजमार्गों के नेटवर्क को कार्यान्वित करेगी। एनएचएलएमएल, एनएचएआई की एक पूर्ण स्वामित्व वाली एसपीवी है। दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेसवे के लगभग 1,367 किलोमीटर और हैदराबाद- बेंगलुरू गलियारे के 512 किलोमीटर हिस्से को डिजिटल राजमार्ग विकास के लिए प्रायोगिक मार्गों के रूप में चिन्हित किया गया है।
हाल ही में, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन पर प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के मंच की आभासी बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता अमेरिकी राष्ट्रपति ने की और इसमें विश्व भर की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के राष्ट्राध्यक्षों और मंत्रियों ने भाग लिया। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने वैश्विक तापमान वृद्धि को सीमित करने के लिये जलवायु कार्यवाही की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया और पर्यावरण के लिये जीवन शैली LiFE के लिये भारतीय प्रधानमंत्री के आह्वान का उल्लेख किया। सभी MEF नेताओं ने जलवायु परिवर्तन को सबसे बड़ी चुनौतियों से एक माना और जलवायु कार्यवाही को बढ़ाने के लिये संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर आवाज़ उठाई। भारत के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और श्रम एवं रोजगार मंत्री ने वैश्विक औसत के एक-तिहाई प्रति व्यक्ति उत्सर्जन के साथ जलवायु परिवर्तन का सामना करने में भारत के नेतृत्व पर महत्त्व दिया। विभिन्न क्षेत्रों से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिये भारत की पहल, जलवायु वित्त के लिये समर्थन और जलवायु परिवर्तन का सामना करने की दिशा में व्यक्तिगत व्यवहार परिवर्तन में LiFE के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया है। बैठक में गरीबी में कमी और SDGs सहित वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिये बहुपक्षीय विकास बैंकों (MDB) की वित्तीय क्षमता को मज़बूत करने के प्रयासों पर भी चर्चा हुई।
दिल्ली स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरनमेंट (CSE) ने पूरे भारत में समुद्री अपशिष्ट के प्रदूषण से निपटने हेतु तटीय शहरों का एक गठबंधन शुरू किया है। गठबंधन का उद्देश्य समुद्री कूड़े के प्रदूषण के गंभीर सीमा-पार के मुद्दे का समाधान करना है, जो समुद्री पारिस्थितिक तंत्र और समुद्री जीवन को नुकसान पहुँचाने के लिये ज़िम्मेदार है। लगभग 80% समुद्री कचरा भूमि-आधारित ठोस अपशिष्ट के कुप्रबंधन से आता है जो विभिन्न भूमि-से-समुद्र मार्गों के माध्यम से समुद्र तक पहुँचता है। गठबंधन प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने पर ध्यान केंद्रित करेगा, जो समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में समाप्त होने वाले सभी अपशिष्ट का 90% हिस्सा है। भारत लगभग 460 मिलियन टन प्लास्टिक का उत्पादन करता है, जिसमें से लगभग 8 मिलियन टन (2.26%) समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र में रिसाव हो जाता है। CSE के अनुसार, दक्षिण एशियाई समुद्र विशेष रूप से प्रभावित होते हैं, हर दिन उनमें टनों प्लास्टिक कचरे का रिसाव होता है, जो प्रतिवर्ष 5.6 मिलियन टन प्लास्टिक कचरे के लिये ज़िम्मेदार है। नौ राज्यों और 66 तटीय ज़िलों में भारत की 7,517 किलोमीटर की तटरेखा लगभग 250 मिलियन लोगों और समृद्ध जैवविविधता का आवास है। CSE ने एकल-उपयोग प्लास्टिक प्रतिबंध जैसी नीतियों को लागू करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया और समुद्री अपशिष्ट के प्रदूषण में योगदान देने वाले प्लास्टिक अपशिष्ट का प्रबंधन करने के लिये निर्माता की ज़िम्मेदारी को सख्ती से बढ़ाया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण:एनएचएः ने खुले समुदायों से योगदानकर्ताओं और डेवलपर्स को आमंत्रित किया है। यह आमंत्रण विशेषतौर से स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र और स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने वालों के लिये है। वे सभी एचसीएक्स - सैंडबाॅक्स परिवेश में शामिल होकर स्वास्थ्य दावा विनिमय सुविधाओं में परीक्षण, योगदान और भागीदार बन सकते हैं। एनएचए ने 23 सितंबर 2022 को राष्ट्रीय स्वास्थ्य दावा एक्सचेंज :एचसीएक्स को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन:एबीडीएमः के तहत एक नई पहल के तौर पर शुरू किया और इसके बाद विभिन्न समूहों के साथ स्वास्थ्य बीमा विनिमय को लेकर विवरण तैयार करने का काम किया।
केंद्र सरकार ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने का निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय इन एसओपी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में तैयार करेगा। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में तीन हमलावरों ने पत्रकारों से बात कर रहे गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या कर दी।
विंग कमांडर दीपिका मिश्रा वीरता पदक प्राप्त करने वाली पहली महिला वायुसेना अधिकारी बन गई हैं। राष्ट्रपति ने पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर उनके लिए वायु सेवा मैडल की घोषणा की थी। नई दिल्ली में आयोजित एक अलंकरण समारोह में भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने वीरता के लिए वायु सेवा पदक से सम्मानित किया था। उनके प्रयासों से 2021 में मध्य प्रदेश में बाढ़ के दौरान 47 लोगों की जान बचाई गई थी। कुल 58 कर्मियों को कल भारतीय वायुसेना प्रमुख से वीरता पुरस्कार मिले।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम को नवाचार की श्रेणी में लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2022 मिला। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव श्री राजेश भूषण ने विज्ञान भवन में 16वें सिविल सेवा दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से पुरस्कार प्राप्त किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16वें सिविल सेवा दिवस समारोह पर उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) को प्रतिष्ठित 'पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान' कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के लिए 'नवाचार-केन्द्रीय' श्रेणी में प्रधानमंत्री लोक प्रशासन उत्कृष्टता पुरस्कार, 2022, प्रदान किये। वर्तमान में, पीएम गतिशक्ति एनएमपी में 1450+ डेटा लेयर हैं, जो केंद्रीय मंत्रालयों (585) और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (870+) से संबंधित हैं। अवसंरचना, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े मंत्रालयों/विभागों सहित 30 से अधिक केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों और सभी 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को इसमें शामिल किया गया है। सचिवों के अधिकार प्राप्त समूह (ईजीओएस), नेटवर्क योजना-निर्माण समूह (एनपीजी) और तकनीकी सहायता इकाई (टीएसयू) की संस्थागत व्यवस्था मौजूद है और राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर पूरी तरह से संचालन में है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश के दूर-दराज और क्षेत्रीय इलाकों में कनेक्टिविटी को और बढ़ाने तथा अंतिम स्थल तक हवाई-संपर्क का लक्ष्य हासिल करने के लिए क्षेत्रीय हवाई-संपर्क योजना (आरसीएस) - उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) के 5वें चरण की शुरुआत की है। उड़ान 5.0 की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री डॉमेनिक राब ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पिछले साल नवंबर में पूर्व कर्मचारियों ने उन पर विभागों में डर का माहौल पैदा करने के आरोप लगाये थे। श्री राब के खिलाफ दो औपचारिक शिकायतें दर्ज की गई। श्री राब ने आरोप खारिज करते हुए इस मामले में जांच करने का आग्रह किया है। श्री राब ने त्यागपत्र में कहा है कि उनके खिलाफ शिकायतें गलत हैं और अच्छा शासन चलाने में यह एक गलत मिसाल पेश करेंगी। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अक्टूबर में पदभार संभालने के बाद डामेनिक राब को उप-प्रधानमंत्री और न्याय मंत्री नियुक्त किया था। इससे पहले प्रधानमंत्री सुनक ने जनवरी में टॉरी पार्टी के अध्यक्ष नादिम जाहवी को उनके पद से हटा दिया था। जाहवी पर आय संबंधी मामलों में मंत्री-स्तरीय संहिता के उल्लंघन का आरोप था।
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), नई दिल्ली और ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल), एक नवरत्न एनओसी ने ऊर्जा मूल्य श्रृंखला के विशिष्ट क्षेत्र ( डोमेन) में तकनीकी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (अम्ब्रेला मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग –एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह सीएसआईआर और ओआईएल की प्रयोगशालाओं के बीच एक सहयोगी व्यवस्था होगी। समझौता ज्ञापन का उद्देश्य ऊर्जा सुरक्षा के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग की सुविधा प्रदान करना है।
सेल-बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) ने सेल की झारखंड स्थित खानों और कोयला खदानों, सेंट्रल कोल सप्लाई ऑर्गनाइजेशन और सेल रिफ्रैक्टरी यूनिट सहित सेल-बोकारो स्टील प्लांट में 5जी/ आईटी/ दूरसंचार और अन्य वायरलेस संचार प्रौद्योगिकियों के उपयोग की संभावनाओं को खोजने के लिए टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टैंट्स इंडिया लि. (टीसीआईएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। सेल के बोकारो स्टील प्लांट में 21 अप्रैल, 2023 को इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। सेल-बीएसएल ने टीसीआईएल की मदद से एक समर्पित 5जी नेटवर्क स्थापित करने की पहल करने वाला देश का पहला पीएसयू बनने की दिशा में कदम उठाया है, जिससे इस्पात निर्माण में 5जी/ आईटी/ दूरसंचार प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग का मार्ग प्रशस्त होगा। इस्पात संयंत्र के अलावा, यह साझेदारी झारखंड में सेल खानों और कोयला खदानों, स्मार्ट शहरों आदि में नवीन समाधान प्रदान करने में भी उपयोगी साबित होगी।
20 अप्रैल, 2023 को निंगालू ग्रहण देखा गया था। यह एक दुर्लभ 'संकर सूर्य ग्रहण' है, जो पृथ्वी सतह की वक्रता एवं वलयाकार सूर्य ग्रहण से पूर्ण सूर्य ग्रहण में परिवर्तन के कारण होता है। यह इससे पूर्व वर्ष 2013 में देखा गया था तथा अगली बार वर्ष 2031 में दिखाई देगा। ऑस्ट्रेलिया, तिमोर-लेस्ते और इंडोनेशिया (पश्चिम पापुआ एवं पापुआ) में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था। वहीं दक्षिण-पूर्व एशिया, ईस्ट इंडीज़, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस और न्यूज़ीलैंड में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया। यह भारत में नहीं देखा गया था। इसकी विशिष्टता ऐसी है कि इसे पहले से ही पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के एक हिस्से निंगालू के रूप में नामित किया गया है, जहाँ से ग्रहण सबसे अधिक देखा गया था। निंगालू क्षेत्र को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी नामित किया गया है। सूर्य ग्रहण एक प्राकृतिक घटना है जो तब होती है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुज़रता है, जिससे पृथ्वी की सतह पर एक छाया पड़ती है जिसके परिणामस्वरूप सूर्य अस्थायी रूप से ढक जाता है। सूर्य ग्रहण की स्थिति में पृथ्वी पर चंद्रमा की दो परछाइयाँ बनती हैं जिसे छाया (Umbra) तथा उपच्छाया (Penumbra) कहते हैं।
हीट इंडेक्स में वायु के तापमान और आर्द्रता दोनों को ध्यान में रखा जाता है, लोगों द्वारा अनुभव की जाने वाली गर्मी का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। दिल्ली में अप्रैल 2022 में हीट इंडेक्स खतरनाक स्तर पर पहुँच गया, जो 44oC से 49oC के बीच था। दिल्ली में रिकॉर्ड किये गए हीट इंडेक्स के आँकड़े यूएस नेशनल वेदर सर्विस वर्गीकरण "खतरे" की श्रेणी में हैं, जो निरंतर गतिविधि के मामले में हीट क्रैम्प्स (Heat Cramps), हीट एक्जाशन (Heat Exhaustion) और संभावित हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) की संभावना को इंगित करता है। झुग्गी आबादी की सघनता, सुविधाओं तक पहुँच की कमी,आवास की खराब स्थिति और स्वास्थ्य देखभाल तथा स्वास्थ्य बीमा की अनुपलब्धता, दिल्ली में गर्मी से संबंधित जोखिमों को बढ़ा सकती है। वायु के तापमान और सापेक्ष आर्द्रता और हीट इंडेक्स के बीच सीधा संबंध है।
हाल ही में तेल अवीव विश्वविद्यालय के शोधकर्त्ताओं ने पता लगाया है कि जल की आवश्यकता जैसी तनाव की स्थिति में पादप अल्ट्रासोनिक रेंज में विशिष्ट, उच्च-स्वर में आवाज़ें निकालते हैं। इस खोज को भारत के विख्यात वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस के कार्यों के तार्किक विस्तार के रूप में देखा जाता है। पादपों द्वारा विभिन्न संवेदनाओं, यथा- हर्ष व दुख का अनुभव करने संबंधी उनका प्रदर्शन आधुनिक विज्ञान में उनके कार्यों की निरंतर प्रासंगिकता पर प्रकाश डालता है। उन्होंने प्रदर्शित किया कि पादप भी पशुओं के समान सुख और दर्द का आभास कर सकते हैं। एक भौतिक विज्ञानी के रूप में उन्होंने अपने कौशल का उपयोग संवेदनशील उपकरणों के निर्माण में किया जो पादपों के सबसे सूक्ष्म संकेतों का भी पता लगा सकते थे। उन्होंने जीव विज्ञान में पौधों की गति, भावनाओं और तंत्रिका तंत्र का अध्ययन किया। उन्हें "भावनाओं" शब्द का उपयोग करने का श्रेय दिया जाता है जिस तरह से पौधे स्पर्श करने के लिये प्रतिक्रिया करते हैं, हालाँकि कुछ वैज्ञानिकों का तर्क है कि यह शब्दार्थ का विषय है।
यूरोप के सबसे शक्तिशाली परमाणु रिएक्टर, ओल्किलुओटो 3 (Olkiluoto 3) ने हाल ही में फ़िनलैंड में अपने मूल समापन समय से 14 साल की देरी के बाद नियमित ऊर्जा का उत्पादन शुरू कर दिया है। 1,600 मेगावाट की क्षमता वाला यह रिएक्टर मार्च 2022 में फिनिश नेशनल पावर ग्रिड से जोड़ा गया और फिनलैंड के ऊर्जा उत्पादन और हरित ऊर्जा की ओर संक्रमण में इसके द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। एक वर्ष से अधिक समय तक चलने वाले परीक्षण चरण के बाद, ओल्किलुओटो 3 ने 16 अप्रैल को नियमित उत्पादन शुरू कर दिया है, जिससे फिनलैंड की बिजली आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिला है। वर्तमान में, ओल्किलुओटो 3 देश की लगभग 14% बिजली का उत्पादन कर रहा है। इस नए परमाणु रिएक्टर के लॉन्च से बिजली की कीमत स्थिर होने और ऊर्जा सुरक्षा बढ़ने की उम्मीद है, खासकर ऐसे समय में जब यूरोपीय देशों ने फिनलैंड के पड़ोसी रूस से तेल और गैस में कटौती की है।
अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (IFPRI) ने वैश्विक खाद्य नीति रिपोर्ट, 2023 जारी की, जिसमें हितधारकों से लचीली और न्यायसंगत खाद्य प्रणालियों के निर्माण के लिए दीर्घकालिक समाधानों में निवेश करने का आग्रह किया गया। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी, जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा, नागरिक अशांति और राजनीतिक अस्थिरता जैसे कई संकटों के कारण 2020-2022 के दौरान दुनिया भर में खाद्य असुरक्षा में वृद्धि हुई है। खाद्य प्रणाली के झटकों का जवाब देने के लिए, IFPRI की रिपोर्ट तीन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव देती है: संकट की भविष्यवाणी और तैयारी; संकट से पहले और उसके दौरान लचीलापन बनाना; और संकट प्रतिक्रिया को सहायक बनाना और कमजोर समूहों को शामिल करना। जीवन, आजीविका और धन को बचाने के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली में निवेश करना आवश्यक है।
हर साल, भारत में 21 अप्रैल को सिविल सेवा दिवस (Civil Service Day) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य सिविल सेवकों के प्रयासों और कार्यों को प्रेरित करना है। इस दिन 1947 में, सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhai Patel) ने प्रशासनिक सेवाओं के पहले बैच के परिवीक्षकों को संबोधित किया था। हालाँकि, 2006 में पहली बार यह दिवस मनाया गया था। राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस 2023 के तहत ‘विकसित भारत: नागरिक को सशक्त बनाना और अंतिम मील तक पहुंचना’ थीम का चयन किया गया है।
हर साल 21 अप्रैल को संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस (World Creativity and Innovation Day) मनाया जाता है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नवाचार और रचनात्मकता के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करता है।
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