राजस्थान का इतिहास जानने के स्त्रोत
- प्रश्न 1 किस शिलालेख में चौहानों को ‘वत्सगोत्र’ ब्राह्मण कहा गया है -
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- (अ) चीरवा शिलालेख
- (ब) बीजौलिया शिलालेख
- (स) कुंभलगढ़ शिलालेख
- (द) श्रृंग ऋषि का शिलालेख
उत्तर : बीजौलिया शिलालेख
- प्रश्न 2 ‘पृथ्वीराज विजय’ का लेखक कौन है-
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- (अ) नैणसी
- (ब) डा. ओझा
- (स) जयानक
- (द) चन्दबरदाई
उत्तर : जयानक
- प्रश्न 3 ‘चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण’ विरोक्त थी -
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- (अ) जयचंद की
- (ब) कवि जयानक
- (स) चन्दरबरदाई
- (द) नयनचंद सूरि
उत्तर : चन्दरबरदाई
- प्रश्न 4 निम्न में से कौनसा कथन सही नहीं है -
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- (अ) खालसा भूमि राजा के नियंत्रण में होती थी
- (ब) जागीरी भूमि पर जागीरदार या ठिकानेदार का पैतृक नियंत्रण होता था
- (स) भामियों को कुछ भूमि उनकी चौकीदारी की सेवाओं तथा मार्गो की सुरक्षा के कर्तव्यों को पुरा करने के लिए दी जाती थी
- (द) चरणौत भूमि पर राजा का नियंत्रण होता था
उत्तर : चरणौत भूमि पर राजा का नियंत्रण होता था
व्याख्या :
भूमि दो प्रकार की होती थी – कृषि भूमि और चरनोता भूमि। कृषि भूमि वह थी जो कि खेती योग्य हो, और चरनोता भूमि पर पशुओं के लिये चारा उगाया जाता था, जिसे आधुनिक राजस्व भाषा में चरागाह या गोचर भूमि कहा जाता है। वस्तुतः चरनोत भूमि सार्वजनिक भूमि थी। शासक उसे खालसा नहीं कर सकता था, और चरनोत भूमि पर शिकार करने का अधिकार किसी को नहीं था, भूमि एवं लगान सम्बन्धित विवाद ग्राम पंचायत में सुलझाये जाते थे। खालसा भूमि सीधे राजा के नियंत्रण में होती थी।
- प्रश्न 5 मध्यकालीन राजस्थान में जब्ती एक प्रणाली थी -
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- (अ) भू-लगान निर्धारण की एक विधि
- (ब) भूमि नाप की एक इकाई
- (स) एक प्रकार की बंधुआ मजदूरी
- (द) एक विवाह कर
उत्तर : भू-लगान निर्धारण की एक विधि
- प्रश्न 6 ‘बारह कोटड़ी’ नामक सामंती व्यवस्था का संबंध किस राज्य से था -
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- (अ) आमेर
- (ब) मारवाड़
- (स) मेवाड़
- (द) रणथम्भौर
उत्तर : आमेर
- प्रश्न 7 राजस्थान के इतिहास में ‘पट्टा रेख’ से क्या अभिप्राय है -
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- (अ) बेगार प्रथा
- (ब) विवाह कर
- (स) आकलित राजस्व
- (द) सैन्य कर
उत्तर : आकलित राजस्व
- प्रश्न 8 ‘कान्हड़दे प्रबंध’ के रचयिता कौन है -
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- (अ) नयनसुख
- (ब) हेम कवि
- (स) पद्मनाभ
- (द) रामभट्ट
उत्तर : पद्मनाभ
- प्रश्न 9 ‘वंशभास्कर’ के रचयिता है -
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- (अ) बांकीदास
- (ब) गौरीशंकर हीराचन्द ओझा
- (स) कविराज श्यामलदास
- (द) सूर्यमल्ल मिश्रण
उत्तर : सूर्यमल्ल मिश्रण
- प्रश्न 10 निम्न में से गलत कथन का चयन किजिए -
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- (अ) प्राचीन सिक्कों के अध्ययन को न्यूमिसमेटिक्स कहते हैं
- (ब) गुप्त वंश के सिक्कों का विशाल ढेर भीनमाल से प्राप्त हुआ
- (स) चौहान वंश के सिक्के रूपक, दीनार, द्रम्म व विशोपंख कहलाते हैं
- (द) रैढ़ से प्राप्त सिक्कों को धारण या पण कहा जाता है।
उत्तर : गुप्त वंश के सिक्कों का विशाल ढेर भीनमाल से प्राप्त हुआ
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