राजस्थान में रीति -रिवाज एवं प्रथाएं
- प्रश्न 1 हिन्दुओं की सामाजिक एंव धार्मिक संस्कृति मंे कितनं संस्कार सम्पन करवाये जाते है-
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- (अ) 16
- (ब) 21
- (स) 18
- (द) 20
उत्तर : 16
- प्रश्न 2 किस जाती में बच्चे के जनेऊ डालनें की प्रथा है-
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- (अ) शुद्र
- (ब) क्षत्रिय
- (स) वेश्य
- (द) ब्राह्यण
उत्तर : ब्राह्यण
- प्रश्न 3 राजस्थान में विवाह के उपरान्त जब पत्नी के स्थाई तौर पा लडके वाले अपने घर लाते है तो वह है-
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- (अ) पगड़ी
- (ब) मौसर
- (स) गौना
- (द) सामेल
उत्तर : गौना
- प्रश्न 4 मृत्यु के तिसरे दिन मृतक की हड्डियो को इकट्ठा किया जाता है-
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- (अ) फूज चुनना
- (ब) पिण्डदान
- (स) तीये की बैठक
- (द) श्राद्ध
उत्तर : फूज चुनना
- प्रश्न 5 हिन्दु कानून का पोषक किस प्रथा को माना जाता है-
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- (अ) ग्यारहवां
- (ब) मोसर
- (स) अन्त्येष्टि
- (द) पगड़ी दस्तूर
उत्तर : पगड़ी दस्तूर
- प्रश्न 6 वह जाति कौनसी है जिसके लोग पालकी उठाने का कार्य करते है-
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- (अ) सिरवी
- (ब) कहार
- (स) बंधारा
- (द) मीरासी
उत्तर : कहार
- प्रश्न 7 नया मकान बनाने पा उसके उद्घाटन की रस्म कहलाती है-
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- (अ) नांगल
- (ब) कुआ पुजन
- (स) सामेला
- (द) आरन्या
उत्तर : नांगल
- प्रश्न 8 आदिवासी लोगों के प्रचलित लीला-मोरिया संस्कार संबंधित है-
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- (अ) विवाह से
- (ब) मृत्यु से
- (स) जन्म से
- (द) मृत्युभोज से
उत्तर : विवाह से
- प्रश्न 9 किस संस्कार के पश्चात् ब्रह्मर्चाश्रम की शुरूआत होती है-
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- (अ) समावर्तन
- (ब) उपनयन
- (स) चूड़ाकर्म
- (द) विद्यारम्भ
उत्तर : उपनयन
व्याख्या :
इसे व्रतबंध तथा जनेऊ-संस्कार भी कहते हैं। बालक इसी दिन से द्विज कहलाता है। व्रत ग्रहण करने तथा व्रत से बंध होने के कारण यह संस्कार व्रतबंध कहा जाता है। गुरु के समीप उपनीत होने से उपनयन संस्कार कहा जाता है। चुटिया, जनेऊ धारण करने तथा संध्या करने का अधिकारी इसी दिन से प्रत्येक बालक होता है। विद्यारंभ व वेदारंभ का यह समझा जाता है।
- प्रश्न 10 शमशान के पास वाले चौराहें पर अर्थी की दिशा बदलने को क्या कहते है-
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- (अ) पिंडदान
- (ब) सातरवाड़ा
- (स) आधेटा
- (द) बखेर
उत्तर : आधेटा
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