राठौड़ वंश
- प्रश्न 11 गिरि सुमेल का युद्ध किसके मध्य हुआ था -
3rd Grade Teacher 2022 Punjabi L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य) -
- (अ) राव मालदेव एवं शेरशाह सूरी
- (ब) महाराणा सांगा एवं बाबर
- (स) महाराणा प्रताप एवं अकबर
- (द) राव जोधा एवं शेरशाह सूरी
उत्तर : राव मालदेव एवं शेरशाह सूरी
व्याख्या :
जैतारण (ब्यावर) के निकट गिरि-सुमेल नामक स्थान पर जनवरी, 1544 में मालदेव व शेरशाह की सेनाओं के मध्य युद्ध हुआ जिसमें शेरशाह सूरी की बड़ी कठिनाई से विजय हुई। तब उसने कहा था कि “एक भुठ्ठी भर बाजरी के लिए मैं हिन्दुस्तान की बादशाहत खो देता।” इस युद्ध में मालदेव के सबसे विश्वस्त वीर सेनानायक जैता एवं कूँपा मारे गए थे।
- प्रश्न 12 जोधपुर के राठौड़ राजवंश का संस्थापक कौन था -
3rd Grade Teacher 2022 Hindi L2 -
- (अ) सांगा
- (ब) जोधा
- (स) बीका
- (द) सीहा
उत्तर : सीहा
व्याख्या :
मारवाड़ के राठौड़ वंश की स्थापना 1240ई. में राव सीहा के द्वारा की गई। बीठू गांव (पाली) के ‘देवल अभिलेख’ के अनुसार राव सीहा कुंवर सेतराम का पुत्र था और उसकी सोलंकी वंश की पार्वती नामक रानी थी।
- प्रश्न 13 गिरि सुमेल का युद्ध कब लड़ा गया था -
3rd Grade Teacher 2022 Social Studies L2 -
- (अ) जनवरी, 1543
- (ब) जनवरी, 1544
- (स) जनवरी, 1545
- (द) जून, 1545
उत्तर : जनवरी, 1544
व्याख्या :
जैतारण (ब्यावर) के निकट गिरि-सुमेल नामक स्थान पर जनवरी, 1544 में मालदेव व शेरशाह की सेनाओं के मध्य युद्ध हुआ जिसमें शेरशाह सूरी की बड़ी कठिनाई से विजय हुई। तब उसने कहा था कि “एक भुठ्ठी भर बाजरी के लिए मैं हिन्दुस्तान की बादशाहत खो देता।” इस युद्ध में मालदेव के सबसे विश्वस्त वीर सेनानायक जैता एवं कूँपा मारे गए थे।
- प्रश्न 14 राव गांगा की मृत्यु के बाद, 5 जून 1531 ई. में मारवाड़ का शासक कौन बना -
3rd Grade Teacher 2022 Maths-Science L2 -
- (अ) जसवंतसिंह
- (ब) मालदेव
- (स) वीरमदेव
- (द) सातलदेव
उत्तर : मालदेव
व्याख्या :
अपने पिता राव गांगा की मृत्यु के बाद राव मालदेव 5 जून, 1532 को जोधपुर की गद्दी पर बैठा। उसका राज्याभिषेक सोजत में सम्पन्न हुआ। राव मालदेव गांगा का ज्येष्ठ पुत्र था।
- प्रश्न 15 मारवाड़ की पन्ना धाय किसे कहा जाता है -
3rd Grade Teacher 2022 L1 -
- (अ) बीजल धाय
- (ब) गोरा धाय
- (स) लाछा धाय
- (द) बाला धाय
उत्तर : गोरा धाय
व्याख्या :
औरंगजेब की मंशा अजित सिंह को मुसलमान बनाने की थी। महाराजा जसवंत सिंह जी के स्वामिभक्त रहे वीर दुर्गादास राठौड़ और अन्य राजभक्तों को यह मान्य नहीं था, इसलिए वीर दुर्गादास, गोरा धाय तथा मुकुंददास खींची ने इन्हें चुपके से दिल्ली से निकाल कर सिरोही राज्य के कालिन्द्री मंदिर में छिपा दिया।
- प्रश्न 16 फारसी इतिहासकार अबुल फ़ज़ल, बदायूँनी, निजामुद्दीन ने राजस्थान के किस शासक को “हशमत वाला शासक” कहा है -
Lecturer (Tech. Edu.) Exam - 2020 (Gen. Studies of State Paper - III) -
- (अ) मालदेव
- (ब) राव रणमल
- (स) चन्द्रसेन
- (द) राव जोधा
उत्तर : मालदेव
व्याख्या :
हशमत एक अरबी शब्द है, हिंदी में इसका मतलब गर्व या श्रेष्ठता होता है। राव मालदेव को फारसी इतिहासकारों ने हशमत वाला बादशाह कहा है।
- प्रश्न 17 गिरी - सुमेल का युद्ध किस वर्ष में लड़ा गया था -
Lecturer (Tech. Edu.) Exam - 2020 (Gen. Studies of State Paper - III) -
- (अ) 1540
- (ब) 1544
- (स) 1542
- (द) 1541
उत्तर : 1544
व्याख्या :
सुमेल की लड़ाई 1544 में लड़ी गई थी। इसे गिरि-सुमेल की लड़ाई के नाम से भी जाना जाता है यह राजस्थान के पाली जिले में जैतारण उप-मंडल के गिरि और सुमेल गांवों के पास शेर शाह सूरी के अधीन अफगान सूर राजवंश और राव मालदेव राठौर के कमांडर जैता और कुम्पा के नेतृत्व में राठौर सेना के बीच लड़ा गया था।
- प्रश्न 18 ‘मारवाड़ की पन्नाधाय’ के नाम से प्रख्यात स्त्री का का नाम बताइए, जिन्होंने युवराज अजीत सिंह की धाय (आया) होने का दायित्व निभाया -
A.R.O. (GK and Entomology) 2022 -
- (अ) गोराधाय
- (ब) हीराधाय
- (स) दुर्गाधाय
- (द) सोनाधाय
उत्तर : गोराधाय
व्याख्या :
औरंगजेब की मंशा अजित सिंह को मुसलमान बनाने की थी। महाराजा जसवंत सिंह जी के स्वामिभक्त रहे वीर दुर्गादास राठौड़ और अन्य राजभक्तों को यह मान्य नहीं था, इसलिए वीर दुर्गादास, गोरा धाय तथा मुकुंददास खींची ने इन्हें चुपके से दिल्ली से निकाल कर सिरोही राज्य के कालिन्द्री मंदिर में छिपा दिया।
- प्रश्न 19 जोधपुर के किस राजकीय व्यक्ति को भागवत कथा पर आधारित ‘गज उद्धार’ ग्रंथ की रचना का श्रेय है -
A.R.O. (GK and Entomology) 2022 -
- (अ) राव चन्द्रसेन
- (ब) महाराजा अजीत सिंह
- (स) महाराजा बख्त सिंह
- (द) महाराज कुमार शेरसिंह
उत्तर : महाराजा अजीत सिंह
व्याख्या :
अजीतसिंह धर्मपरायण राजा थे। उन्होंने ‘गुणसागर’, ‘दुर्गापाठ भाषा’, ‘निर्वाण दूहा’, ‘अजीतसिंह रा कह्या दूहा’ तथा ‘गज उद्धार’ नामक ग्रंथों की रचना की। महाराजा के लिखे हुए कई गीत भी मिलते हैं।
- प्रश्न 20 मोटा राजा ने अपनी पुत्री “जगत-गुसाई” का विवाह किस मुगल युवराज से किया -
A.R.O. (GK and Horticulture) 2022 -
- (अ) सलीम
- (ब) बहादुरशाह
- (स) खुर्रम
- (द) सदावत खाँ
उत्तर : सलीम
व्याख्या :
मोटाराजा उदयसिंह न 1587 ई. में अपनी पुत्री ‘मानबाई’ का विवाह शहजाद सलीम के साथ किया। उमरा-ए-हनूद में पाया जाता है कि यह वही मानमती थी जो जगतगुसाई के नाम से प्रसिद्ध थी। जोधपुर की राजकुमारी होने के कारण उसको जोधाबाई भी कहा जाता था। इस विवाह के अवसर पर उदयसिंह को 1000 का मनसबदार बनाया गया।
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