न्यायालय
- प्रश्न 101 भारत के संविधान का कौन सा अनुच्छेद, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को हटाने की प्रक्रिया का निर्धारण करता है -
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- (अ) अनुच्छेद 368
- (ब) अनुच्छेद 124
- (स) अनुच्छेद 139
- (द) अनुच्छेद 104
उत्तर : अनुच्छेद 124
व्याख्या :
संविधान के अनुच्छेद 124(4) में कहा गया है, कि उच्चतम न्यायालय के किसी न्यायाधीश को साबित कदाचार या असमर्थता के आधार पर संसद के प्रत्येक सदन द्वारा अपनी कुल सदस्य संख्या के बहुमत तथा सदन में उपस्थित और मत देने वाले सदस्यों के कम से कम दो तिहाई बहुमत द्वारा पारित प्रस्ताव के आधार पर राष्ट्रपति द्वारा हटाया जा सकता है।
- प्रश्न 102 किस भारतीय संगठन/संस्थान ने एक नई योजना ‘फास्टर’ (FASTER) प्रारम्भ की है -
Police SI 15 September 2021 (Gk) -
- (अ) भारत का सर्वोच्च न्यायालय
- (ब) भारतीय रिजर्व बैंक
- (स) केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो
- (द) भारतीय रेलवे
उत्तर : भारत का सर्वोच्च न्यायालय
व्याख्या :
भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश N.V. रमण ने FASTER या ‘फास्ट एंड सिक्योर ट्रांसमिशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड्स’ नामक एक नई योजना प्रारंभ की।
- प्रश्न 103 निम्नलिखित में से कौन-सा संविधान में शामिल नहीं है -
Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT - L1) -
- (अ) अनुच्छेद 145: न्यायाधीशों का वेतन
- (ब) अनुच्छेद 143: सुप्रीम कोर्ट से परामर्श करने के लिए राष्ट्रपति की शक्ति
- (स) अनुच्छेद 141: सभी अदालतों पर सर्वोच्च न्यायालय के बंधन के आदेश
- (द) अनुच्छेद 139: सुप्रीम कोर्ट द्वारा रिट जारी करने की शक्ति
उत्तर : अनुच्छेद 145: न्यायाधीशों का वेतन
व्याख्या :
संविधान में अनुच्छेद 145 वास्तव में सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली से संबंधित है, न कि न्यायाधीशों के वेतन से।
- प्रश्न 104 “जस्टिस फॉर द जजः एन ऑटोबायोग्राफी” के लेखक कौन हैं -
Clerk Grade-II/ Jr. Asst. 2024 Paper -Ist -
- (अ) अमृत माथुर
- (ब) रंजन गोगोई
- (स) संदीप साह
- (द) नमिता गोखले
उत्तर : रंजन गोगोई
व्याख्या :
यह आत्मकथा भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई द्वारा लिखी गई है, जिसमें उन्होंने अपने जीवन और न्यायिक करियर का वर्णन किया है।
- प्रश्न 105 न्यायपालिका द्वारा नागरिकों के अधिकारों के संरक्षण में निश्चयात्मक भूमिका और विधायी एवं कार्यपालिका के क्षेत्राधिकार में हस्तक्षेप के द्वारा समाज में न्याय के संवर्धन को क्या कहा जाता है -
CET 2024 (Graduate) 28 September 2024 Shift-2 -
- (अ) आरंभिक अधिकारिता
- (ब) न्यायिक सक्रियतावाद
- (स) न्यायिक पुनरीक्षण
- (द) अपीलीय अधिकारिता
उत्तर : न्यायिक सक्रियतावाद
व्याख्या :
न्यायिक सक्रियतावाद का अर्थ है न्यायपालिका का सक्रिय भूमिका निभाना, विशेष रूप से विधायी और कार्यपालिका के क्षेत्र में हस्तक्षेप करना, ताकि नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और सामाजिक न्याय का संवर्धन किया जा सके।
- प्रश्न 106 सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के विरुद्ध महाभियोग के प्रस्ताव की जाँच करने वाली समिति में कुल सदस्य होते हैं :
SCHOOL LECTURER (SANSKRIT EDU. DEPTT.) COMP. EXAM-2024 -
- (अ) सर्वोच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश और दो प्रतिष्ठित न्यायविद्
- (ब) सर्वोच्च न्यायालय के दो न्यायाधीश और एक प्रतिष्ठित न्यायविद्
- (स) सर्वोच्च न्यायालय के दो न्यायाधीश और दो प्रतिष्ठित न्यायविद्
- (द) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, एक सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और एक प्रतिष्ठित न्यायविद्
उत्तर : सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, एक सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और एक प्रतिष्ठित न्यायविद्
व्याख्या :
अनुच्छेद 124(4): सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की पदच्युति की प्रक्रिया निर्धारित करता है, जो अनुच्छेद 218 के अंतर्गत उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों पर लागू होती है।
जाँच समिति: तीन सदस्यीय समिति गठित की जाती है, जिसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश, एक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और एक प्रतिष्ठित न्यायविद शामिल होते हैं।
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