राजस्थान में रीति -रिवाज एवं प्रथाएं
- प्रश्न 101 गवर्नर जनरल लाॅर्ड बेंटिक ने निम्न स्थलों पर सती प्रथा रोकने के आदेश दिए। निम्न में से कौन सा युग्म सही नहीं है -
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- (अ) अलवर: 1830
- (ब) जयपुर: 1844
- (स) डूंगरपुर: 1856
- (द) जोधपुर: 1848
उत्तर : डूंगरपुर: 1856
व्याख्या :
ब्रिटिश शासित भारत के पहले गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने दिसंबर 1829 में सती प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया था।
ब्रिटिश प्रभाव से राजस्थान में सर्वप्रथम सती प्रथा को बूँदी नरेश राव विष्णु सिंह ने 1822 ई. में गैर-कानूनी घोषित किया। तत्पश्चात् 1825 ई. में बीकानेर में, अलवर नरेश महाराजा बन्नेसिंह ने 1830 ई. में, जयपुर नरेश रामसिंह द्वितीय ने 1844 ई. में, डूंगरपुर नरेश महारावल डूंगरसिंह ने 1844 ई. में, बांसवाड़ा नरेश लक्ष्मणसिंह एवं प्रतापगढ़ महारावल गणपतसिंह ने 1846 ई. में, जोधपुर महाराजा तख्तसिंह एवं कोटा महारावल रामसिंह ने 1848 ई. में तथा मेवाड़ महाराणा स्वरूपसिंह ने 1861 ई. में सती प्रथा को गैर-कानूनी घोषित कर दण्डनीय अपराध बना दिया।
- प्रश्न 102 अप्रैल, 1930 में बाल विवाह निरोधक कानून के प्रणेता कौन थे -
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- (अ) अर्जुनलाल सेठी
- (ब) रायबहादुर हरविलास
- (स) हीरालाल शास्त्री
- (द) जमनालाल बजाज
उत्तर : रायबहादुर हरविलास
- प्रश्न 103 निम्नलिखित में से कौन सा संस्कार जन्म से संबंधित है -
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- (अ) सामेला
- (ब) बान
- (स) मौसर
- (द) जडूला
उत्तर : जडूला
- प्रश्न 104 राजस्थान में ‘सामेला’ शब्द किस अवसर पर प्रयुक्त होता है -
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- (अ) जन्म के समय
- (ब) विवाह के समय
- (स) गौना के समय
- (द) मृत्यु के समय
उत्तर : विवाह के समय
- प्रश्न 105 बढ़ार भोज किस अवसर पर रखा जाता है -
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- (अ) मृत्यु के समय
- (ब) उत्सवों के समय
- (स) विवाह के समय
- (द) जन्म के समय
उत्तर : विवाह के समय
व्याख्या :
विवाह के दूसरे दिन वर पक्ष की ओर से भोज दिया जाता है, इसे बढ़ार का भोज कहते हैं।
- प्रश्न 106 किस संस्कार को यज्ञोपवीत संस्कार भी कहते हैं -
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- (अ) वेदारम्भ
- (ब) विद्यारम्भ
- (स) उपनयन
- (द) समावर्तन
उत्तर : उपनयन
व्याख्या :
सनातन हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में से एक ‘उपनयन संस्कार’ के अंतर्गत ही जनेऊ पहनी जाती है जिसे ‘यज्ञोपवीत संस्कार’ भी कहते हैं। इस संस्कार में मुंडन और पवित्र जल में स्नान भी अहम होते हैं।
- प्रश्न 107 राजस्थानी संस्कृति में ‘जांनोटण’ क्या है -
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- (अ) वर-पक्ष की ओर से दिया जाने वाला भोज
- (ब) भूमि का माप
- (स) एक प्रकार का लोक गीत
- (द) एक कृषि कर
उत्तर : वर-पक्ष की ओर से दिया जाने वाला भोज
- प्रश्न 108 राजस्थानी संस्कृति में ‘औलंदी’ क्या है -
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- (अ) विवाह का एक प्रकार
- (ब) एक देशी खेल
- (स) नववधु के साथ जाने वाली लड़की या स्त्री
- (द) राजस्थानी लोक-गीत
उत्तर : नववधु के साथ जाने वाली लड़की या स्त्री
- प्रश्न 109 राजस्थान के रीति – रिवाजों में ‘आंणौ’ क्या है -
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- (अ) विवाह के पश्चात् दुल्हन को दूसरी बार ससुराल भेजना
- (ब) जलझूलनी की एकादशी पूजा
- (स) कुँआ पूजन
- (द) दुल्हन के परिवार द्वारा वर की बारात का डेरा देखने जाना
उत्तर : विवाह के पश्चात् दुल्हन को दूसरी बार ससुराल भेजना
व्याख्या :
आणौ को गौना/मुकलावा के नाम से भी जाना जाता है। गौना/मुकलावा/आणौ विवाह के समय बालिग होने पर वधू को वर के घर भेजने की रस्म को गौना या मुकलावा कहते हैं।
- प्रश्न 110 मोकाण की रस्म का संबंध है -
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- (अ) वैवाहिक रस्म से
- (ब) जन्म संस्कार से
- (स) मृत्य की रस्म से
- (द) विद्याारंभ संस्कार से
उत्तर : मृत्य की रस्म से
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