चौहान वंश
- प्रश्न 101 किसके शासन काल में मुगल शासक फर्रूखसियर ने बूंदी का नाम बदलकर ‘फर्रूखाबाद’ कर दिया था -
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- (अ) उम्मेद सिंह
- (ब) बुद्ध सिंह
- (स) दलेल सिंह
- (द) भाव सिंह
उत्तर : बुद्ध सिंह
व्याख्या :
मुगल बादशाह फर्रूखशियार के समय बूंदी नरेश् बुद्धसिंह के जयपुर नरेश जयसिंह के खिलाफ अभियान पर न जाने के करण बूंदी राज्य का नाम फर्रूखाबाद रख उसे कोटा नेरश को दे दिया परंतु कुछ समय बाद बुद्धसिंह को बूंदी का राज्य वापस मिल गया। बाद में बूंदी के उत्तराधिकार के संबंध में बार-बार युद्ध होते रहे, जिनमें में मराठै, जयपुर नरेश सवाई जयसिंह एवं कोटा की दखलंदाजी रही। राजस्थान में मराठो का सर्वप्रथम प्रवेश बूंदी में हुआ, जब 1734ई. में यहा बुद्धसिंह की कछवाही रानी आनन्द (अमर) कुवरी ने अपने पुत्र उम्मेदसिंह के पक्ष में मराठा सरदार होल्कर व राणोजी को आमंत्रित किया।
- प्रश्न 102 किस बूंदी नरेश ने अपने जीवन काल में ही अपनी स्वर्ण प्रतिमा बनवाकर उसका दाह संस्कार करवा दिया था -
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- (अ) राव उम्मेदसिंह
- (ब) राव बरसिंह
- (स) राव बुद्धसिंह
- (द) राव भावसिंह
उत्तर : राव उम्मेदसिंह
व्याख्या :
उम्मेदसिंह ने जीवन काल में ही अपनी स्वर्ण प्रतिमा बनवाकर उसका दाह संस्कार करवा दिया था।
- प्रश्न 103 ‘विजयादित्य’ नामक कवि किस राजा के दरबार में रहता था -
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- (अ) राणा कुंभा
- (ब) हम्मीर देव
- (स) विग्रहराज चतुर्थ
- (द) सवाई मानसिंह
उत्तर : हम्मीर देव
व्याख्या :
हम्मीर के दरबार में कवि विजयादित्य रहता था। हम्मीर ने अपने जीवन में 17 युद्ध लड़े थे, जिनमें से हम्मीर ने 16 युद्धों में विजय प्राप्त की थी, अन्तिम युद्ध में अलाउद्दीन खिलजी से पराजय का सामना करना पड़ा था।
- प्रश्न 104 किस कोटा नरेश ने कोटा और शेरगढ़ का नाम क्रमशः ‘नन्दग्राम’ एवं ‘बरसाना’ रख दिया था -
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- (अ) महाराव उम्मेद सिंह
- (ब) महाराव भीमसिंह
- (स) महाराव राजेन्द्र सिंह
- (द) महाराव सुर्जन सिंह
उत्तर : महाराव भीमसिंह
व्याख्या :
कोटा के महाराव भीमसिंह प्रथम (1707-1720) कृष्ण के इतने बड़े भक्त थे कि अपना नाम भी कृष्णदास रख लिया। इसके साथ ही कोटा भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित कर शहर का नाम नंदग्राम रख दिया। सरकारी आदेशों पर श्रीकृष्ण की मोहरें लगने लगीं। यहीं नहीं, उन्होंने बारां के शेरगढ़ का नाम भी बरसाना रख दिया था। सांवलियाजी का मंदिर उन्होंने ही बनवाया।
- प्रश्न 105 किस चौहान शासक ने 1192 ई. में तराइन का दूसरा युद्ध लड़ा था -
Junior Instructor(welder) -
- (अ) अजयपाल चौहान
- (ब) पृथ्वीराज चौहान III
- (स) अर्णोराज चौहान
- (द) विग्रहराज चौहान IV
उत्तर : पृथ्वीराज चौहान III
व्याख्या :
पृथ्वीराज चौहान III और मुहम्मद गौरी की सेनाओं के मध्य तराइन का द्वितीय युद्ध (1192 ई.) हुआ जिसमें मुहम्मद गौरी की विजय हुई।
- प्रश्न 106 अजमेर नगर की स्थापना के पहले अजमेर के चौहानों की राजधानी कौन-सी थी -
Junior Instructor(Eco. Investigator) -
- (अ) सांभर
- (ब) नाड़ोल
- (स) जालोर
- (द) रणथम्भोर
उत्तर : सांभर
व्याख्या :
राजस्थान में चौहानों के मूल स्थान सांभर(शाकम्भरी देवी - तीर्थों की नानी,देवयानी तीर्थ) के आसपास वाला क्षेत्र माना जाता था, इस क्षेत्र को सपादलक्ष(सपादलक्ष का अर्थ सवा लाख गांवों का समूह) के नाम से जानते थे, प्रारम्भिक चौहान राजाओं की राजधानी अहिच्छत्रपुर (हर्षनाथ की प्रशस्ति) थी जिसे वर्तमान में नागौर के नाम से जानते हैं।
- प्रश्न 107 अजमेर का चौहान राजा जिसने अजमेर में संस्कृत महाविद्यालय स्थापित किया -
College Lecturer (Sarangi Instrument) Exam 2018(G.K.) -
- (अ) अजय राज
- (ब) अर्णो राज
- (स) विग्रहराज चतुर्थ
- (द) पृथ्वीराज
उत्तर : विग्रहराज चतुर्थ
व्याख्या :
विग्रहराज चतुर्थ ने अजमेर में एक संस्कृत पाठशाला का निर्माण करवाया। (अढ़ाई दिन के झोपड़ें की सीढ़ियों में मिले दो पाषाण अभिलेखों के अनुसार) जिसे कालांतर में मुहम्मद गौरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने अढ़ाई दिन के झोंपड़े में परिवर्तित कर दिया।
- प्रश्न 108 निम्न चौहान शासकों को उनके काल के बढ़ते हुए ऑर्डर में जमाये। और सही कूट का चयन करें-
1-विग्रराज iv
2-सोमेशर
3-पृथ्वीराज ii
4-पृथ्वीराज iii -
- (अ) 1,2,3,4,
- (ब) 3,4,1,2
- (स) 3,2,1,4
- (द) 1,3,2,4,
उत्तर : 1,3,2,4,
व्याख्या :
विग्रहराज चतुर्थ (1158-1163 ई.) के बाद अपरगांगेय और उसके बाद पृथ्वीराज द्वितीय गद्दी पर बैठा जिसने 1169 ई. तक शासन किया। पृथ्वीराज द्वितीय की निःसंतान मृत्यु होने पर उसके चाचा (अर्णोराज का पुत्र, जो गुजरात की राजकुमारी कांचन देवी से पैदा हुआ था) सोमेश्वर ने अजमेर का सिंहासन प्राप्त किया। चौहान वंश के अंतिम प्रतापी सम्राट पृथ्वीराज चौहान तृतीय का जन्म 1166 ई. (वि.सं. 1223) में सोमेश्वर की रानी कर्पूरीदेवी की कोख से अन्हिलपाटन (गुजरात) में हुआ।
- प्रश्न 109 सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती किसके शासनकाल में राजस्थान आये थे -
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- (अ) महाराणा प्रताप सिंह
- (ब) राणा सांगा
- (स) राणा कुम्भा
- (द) पृथ्वीराज चौहान
उत्तर : पृथ्वीराज चौहान
व्याख्या :
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती पृथ्वीराज चौहान के शासनकाल में राजस्थान आये।
- प्रश्न 110 रणथम्भौर के शासक हम्मीर देव द्वारा किस मंगोल नेता को शरण देने पर अलाउद्दीन ने रणथम्भौर पर आक्रमण किया -
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- (अ) मोहम्मद खान
- (ब) तैमूर खाँ
- (स) मुहम्मद शाह
- (द) खेब्रू
उत्तर : मुहम्मद शाह
व्याख्या :
अलाउद्दीन खिलजी ने रणथम्भौर पर आक्रमण किया इसका मुख्य कारण तूर्की के विद्रोही सैनिक मोहम्मदशाह व केहब्रु हम्मीर मास शरण में थे।
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