राजस्थान में रीति -रिवाज एवं प्रथाएं
- प्रश्न 121 राजस्थान की वह परम्परा, जिसमें दूल्हे की बारात के घर से चले जाने के बाद घर की स्त्रियों द्वारा लोक नाट्य किया जाता है, कहलाता है -
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-2 -
- (अ) स्वांग
- (ब) रम्मत
- (स) टूटिया
- (द) ख्याल
उत्तर : टूटिया
व्याख्या :
टूटिया, टूटकी अथवा खोड्या : दूल्हे की बारात लड़की वाले के यहाँ जाने के पश्चात् वर पक्ष की महिलाओं द्वारा वर-वधू की नकल के रूप में स्वांग प्रदर्शित किया जाता है उसे टूटिया, टूटकी अथवा खोड्या निकालना कहते हैं। इसमें एक महिला वर तथा दूसरी वधू बनती है तथा उनका नकली विवाह कराया जाता है। इसका उद्देश्य असली वर-वधू को आधि-व्याधि से मुक्त रखने की मनोकामना है।
- प्रश्न 122 निम्न में से किस समारोह का संबंध विवाह से है -
3rd Grade Teacher 2022 Maths-Science L2 -
- (अ) पनघट पूजन
- (ब) गोद लेना
- (स) टीका
- (द) जडूला
उत्तर : टीका
- प्रश्न 123 कांकण डोरड़ा, बिंदोली एवं सामेला राजस्थान में किस अवसर से संबंधित हैं -
3rd Grade Teacher 2022 Urdu L2 (राजस्थान सामान्य ज्ञान व शैक्षिक परिदृश्य) -
- (अ) विवाह
- (ब) चूड़ाकर्म
- (स) जन्म
- (द) मृत्यु
उत्तर : विवाह
- प्रश्न 124 निम्न में से कौन-सा संस्कार जन्म से संबंधित है -
CET 2022 (12th Level) 04 February 2023 Shift-2 -
- (अ) बिंदोली
- (ब) मौसर
- (स) सामेला
- (द) जडूला
उत्तर : जडूला
- प्रश्न 125 निम्नलिखित में से कौन सी प्रथा विवाह से संबंधित नहीं है -
Protection Officer - 2022 (General Studies) -
- (अ) सामेला
- (ब) सातरवाड़ा
- (स) बान
- (द) मुगधना
उत्तर : सातरवाड़ा
- प्रश्न 126 राजस्थान में विवाह से पहले दूल्हे को रिश्तेदारों द्वारा आमंत्रित किया जाता है और लौटते समय ___ से संबंधित गीत गाया जाता है।
RPSC EO/ RO Exam 2022 Shift-1 -
- (अ) बन्ना बन्नी
- (ब) बिंदोला
- (स) घोड़ी
- (द) जाला
उत्तर : बिंदोला
- प्रश्न 127 मोर बांधिया, पहरावणा और ताणना नामक तीन प्रकार के विवाह किस जनजाति में प्रचलित हैं -
Sr. Teacher Gr II (Sec. Edu.) Exam - 2022 (G.K. Group - A) (Re-Exam) -
- (अ) भील
- (ब) सहरिया
- (स) गरासिया
- (द) मीणा
उत्तर : गरासिया
- प्रश्न 128 राजस्थान में प्रचलित विभिन्न कुप्रथाओं एवं सर्वप्रथम रोक लगाने वाले राज्यों का कोनसा युग्म असुमेतित है -
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- (अ) कन्या प्रथा - जयपुर
- (ब) मानव व्यापार प्रथा - कोटा
- (स) डाकन प्रथा - उदयपुर
- (द) त्याग प्रथा - जोधपुर
उत्तर : कन्या प्रथा - जयपुर
व्याख्या :
सर्वप्रथम 1833 में कन्या वध को गैर-कानूनी घोषित करने वाला शासक कोटा महाराव रामसिंह था। सर्वप्रथम 1841 ई. में त्याग प्रथा को गैर-कानूनी घोषित करने वाला जोधपुर महाराजा मानसिंह था। सर्वप्रथम उदयपुर राज्य में महाराणा स्वरूपसिंह ने अक्टूबर, 1853 ई. में डाकन प्रथा को गैरकानूनी घोषित किया। कोटा राज्य में महाराव रामसिंह ने सर्वप्रथम 1831 ई. में मानव-व्यापार प्रथा को गैर-कानूनी घोषित किया।
- प्रश्न 129 प्रथम बार पुत्र के जन्म के अवसर पर बालक और उसके परिवार को ननिहाल पक्ष द्वारा वस्त्र व आभूषण दिए जाते हैं। यह रिवाज कहलाता है -
Statistical Office Exam - 2023 (GK) -
- (अ) जामणा
- (ब) मायरा
- (स) पहरावणी
- (द) जुहारी
उत्तर : जामणा
व्याख्या :
पुत्र के जन्म पर नाई बालक के पगल्ये लेकर उसके ननिहाल जाता है। तब उसके नाना या मामा उपहार स्वरुप वस्त्राभूषण मिठाई आदि लाते है, जिसे जामणा कहा जाता है
- प्रश्न 130 विच हंटिंग एक्ट (Witch Hunting Act) कब लागू हुआ -
Rajasthan Police Constable Exam 2024 ( SHIFT - L1) -
- (अ) 2012
- (ब) 2013
- (स) 2015
- (द) 2018
उत्तर : 2015
व्याख्या :
राजस्थान में विच हंटिंग (टोनही) जैसी प्रथाओं को रोकने के लिए 2015 में विच हंटिंग एक्ट लागू किया गया। यह कानून विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाया गया, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार के अत्याचार से बचाया जा सके।
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