राठौड़ वंश
- प्रश्न 127 किस राजपूत शासक को ‘राजपूताना का कर्ण’ कहा जाता है -
Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.) -
- (अ) महाराणा कुम्भा
- (ब) सवाई प्रतापसिंह
- (स) महाराजा रायसिंह
- (द) महाराजा जसवंत सिंह
उत्तर : महाराजा रायसिंह
व्याख्या :
रायसिंह के समय में घोर त्रिकाल पड़ा, जिसमें हजारों व्यक्ति एवं पशु मारे गए। महाराजा ने व्यक्तियों के लिए जगह-जगह ‘सदाव्रत’ खोले एवं पशुओं के लिए चारे-पानी की व्यवस्था की। इसलिए मुंशी देवी प्रसाद ने इसे ‘राजपूताने का कर्ण’ की संज्ञा दी है।
- प्रश्न 128 निम्न शासकों में से कौनसा ‘वर्साय की शांति संधि’ का एक हस्ताक्षर कत्र्ता था -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) कोटा के महाराज उम्मेद सिंह
- (ब) जयपुर के माधोसिंह-2
- (स) बीकानेर के महाराजा गंगासिंह
- (द) जोधपुर के महाराजा सर उम्मेदसिंह
उत्तर : बीकानेर के महाराजा गंगासिंह
व्याख्या :
वर्साय की संधि प्रथम विश्व युद्ध के अंत में पेरिस शांति सम्मेलन द्वारा तैयार की गई प्राथमिक संधि थी। इस पर 28 जून, 1919 को मित्र राष्ट्रों और संबंधित शक्तियों तथा जर्मनी द्वारा वर्साय के महल के दर्पण कक्ष में हस्ताक्षर किए गए थे और यह 10 जनवरी, 1920 को प्रभावी हुई थी।
- प्रश्न 129 दुर्गादास राठोर विद्रोही शहजादे अकबर को दक्कन क्यों लेकर गया -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) दक्कन सबसे निकटवर्ती क्षेत्र था।
- (ब) दुर्गादास औरंगजेब का ध्यान मारवाड़ से हटाना चाहता था।
- (स) संभाजी ने अकबर को अपने दरबार में आमंत्रित किया था।
- (द) अकबर दक्कन में शरण लेना चाहता था।
उत्तर : दुर्गादास औरंगजेब का ध्यान मारवाड़ से हटाना चाहता था।
व्याख्या :
मारवाड़ की जंग में लड़ने के लिए औरंगजेब ने अपने बेटे सुल्तान मुहम्मद अकबर को भेजा, जिसे दुर्गादास ने अपनी ओर मिल लिया। दुर्गादास औरंगजेब का ध्यान मारवाड़ से हटाना चाहता था।
- प्रश्न 130 राव मालदेव के दो सेनानायक, जो गिरी-सुमेल में शेरशाह के विरूद्ध लड़े थे -
Asstt. Agriculture Officer(TSP) Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) जैता और बीरम
- (ब) कुंपा और बीरम
- (स) जैता और कुम्पा
- (द) गोरा और बादल
उत्तर : जैता और कुम्पा
व्याख्या :
मतभेद में मालदेव ने लगभग आधे सैनिकों को अपने साथ ले लिया और लगभग आधी सेना जैता और कूँपा के साथ रहकर शेरशाह का युद्ध में मुकाबला करने को डटी रही। जैतारण (ब्यावर) के निकट गिरि-सुमेल नामक स्थान पर जनवरी, 1544 में दोनों की सेनाओं के मध्य युद्ध हुआ जिसमें शेरशाह सूरी की बड़ी कठिनाई से विजय हुई। तब उसने कहा था कि “एक भुठ्ठी भर बाजरी के लिए मैं हिन्दुस्तान की बादशाहत खो देता।”
- प्रश्न 131 निम्न जोड़ों में कौन सा एक सही मेल नहीं है -
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- (अ) राणा कुम्भा - गुहिल
- (ब) राणा सांगा - गुहिल
- (स) राव मालदेव - राठौर
- (द) राव चंद्र सेन - भाटी
उत्तर : राव चंद्र सेन - भाटी
व्याख्या :
राव चंद्रसेन का जन्म 16 जुलाई, 1541 ई. में हुआ। यह मालदेव व झाला रानी स्वरूप दे का पुत्र था। चंद्रसेन का संबंध जोधपुर के राठौड़ वंश से था।
- प्रश्न 132 मेवाड़ एवं मारवाड़ की संयुक्त सेनाएं मुगलों के द्वारा कहां पराजित की गई थी -
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- (अ) पानीपत, 1556
- (ब) तराइन, 1192
- (स) देवारी, 1680
- (द) सुमेल, 1544
उत्तर : देवारी, 1680
व्याख्या :
मारवाड़ और मेवाड़ ने औरंगजेब का एक साथ विरोध करने के लिए हाथ मिलाया लेकिन 1680 में देबारी की लड़ाई में हार गए।
- प्रश्न 133 बीकानेर के राजा रायसिंह को 1593 ई. में किस अभियान पर भेजा गया -
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- (अ) थट्टा
- (ब) बंगाल
- (स) दक्कन
- (द) मेवाड़
उत्तर : थट्टा
व्याख्या :
महाराजा रायसिंह 1591 में खानेखाना की सहायता के लिए कंधार गये थे, 1593 रायसिंह थट्टा अभियान के लिए दानियाल का दमन करने गए।
- प्रश्न 134 गिरी सुमेल का युद्ध ............. में लड़ा गया था -
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- (अ) 1539
- (ब) 1542
- (स) 1544
- (द) 1546
उत्तर : 1544
व्याख्या :
जैतारण (ब्यावर) के निकट गिरि-सुमेल नामक स्थान पर जनवरी, 1544 में मालदेव व शेरशाह की सेनाओं के मध्य युद्ध हुआ जिसमें शेरशाह सूरी की बड़ी कठिनाई से विजय हुई। तब उसने कहा था कि “एक भुठ्ठी भर बाजरी के लिए मैं हिन्दुस्तान की बादशाहत खो देता।”
- प्रश्न 135 ‘चेम्बर आफ प्रिंसेज’ का प्रथम चांसलर कौन था -
RSMSSB Lab Assistant Exam 2016 -
- (अ) महाराव भीम सिंह
- (ब) करणी सिंह
- (स) गज सिंह
- (द) गंगा सिंह
उत्तर : गंगा सिंह
व्याख्या :
मॉन्टेग्यू चेम्सफॉर्ड सुधारों को सही रूप में लागू करने के लिए जॉर्ज पंचम ने अपने चाचा ड्यूक ऑफ कनोट को 1921 में भारत भेजा इसने दिल्ली के ‘दरबार आम’ में दरबार लगाया, यहाँ ‘चेम्बर आफ प्रिंसेज’ (नरेन्द्र मण्डल) की स्थापना की जिसका चांसलर गंगासिंह को बनाया गया।
- प्रश्न 136 दुर्गादास राठौड़ ने अपने जीवन के अंतिम दिन कहां गुजारे थे -
Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) उदयपुर में
- (ब) जोधपुर में
- (स) चित्तोड़गढ़ में
- (द) उज्जैन में
उत्तर : उज्जैन में
व्याख्या :
वीर दुर्गादास की मृत्यु उज्जैन में 22 नवम्बर, 1718 को हुई। यहाँ शिप्रा नदी के तट पर इनकी छतरी बनी हुई है। दुर्गादास के लिए कहा जाता है कि- ‘मायड एडो पूत जण, जडो दुर्गादास।’
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