राठौड़ वंश
- प्रश्न 131 निम्न जोड़ों में कौन सा एक सही मेल नहीं है -
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- (अ) राणा कुम्भा - गुहिल
- (ब) राणा सांगा - गुहिल
- (स) राव मालदेव - राठौर
- (द) राव चंद्र सेन - भाटी
उत्तर : राव चंद्र सेन - भाटी
व्याख्या :
राव चंद्रसेन का जन्म 16 जुलाई, 1541 ई. में हुआ। यह मालदेव व झाला रानी स्वरूप दे का पुत्र था। चंद्रसेन का संबंध जोधपुर के राठौड़ वंश से था।
- प्रश्न 132 मेवाड़ एवं मारवाड़ की संयुक्त सेनाएं मुगलों के द्वारा कहां पराजित की गई थी -
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- (अ) पानीपत, 1556
- (ब) तराइन, 1192
- (स) देवारी, 1680
- (द) सुमेल, 1544
उत्तर : देवारी, 1680
व्याख्या :
मारवाड़ और मेवाड़ ने औरंगजेब का एक साथ विरोध करने के लिए हाथ मिलाया लेकिन 1680 में देबारी की लड़ाई में हार गए।
- प्रश्न 133 बीकानेर के राजा रायसिंह को 1593 ई. में किस अभियान पर भेजा गया -
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- (अ) थट्टा
- (ब) बंगाल
- (स) दक्कन
- (द) मेवाड़
उत्तर : थट्टा
व्याख्या :
महाराजा रायसिंह 1591 में खानेखाना की सहायता के लिए कंधार गये थे, 1593 रायसिंह थट्टा अभियान के लिए दानियाल का दमन करने गए।
- प्रश्न 134 गिरी सुमेल का युद्ध ............. में लड़ा गया था -
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- (अ) 1539
- (ब) 1542
- (स) 1544
- (द) 1546
उत्तर : 1544
व्याख्या :
जैतारण (ब्यावर) के निकट गिरि-सुमेल नामक स्थान पर जनवरी, 1544 में मालदेव व शेरशाह की सेनाओं के मध्य युद्ध हुआ जिसमें शेरशाह सूरी की बड़ी कठिनाई से विजय हुई। तब उसने कहा था कि “एक भुठ्ठी भर बाजरी के लिए मैं हिन्दुस्तान की बादशाहत खो देता।”
- प्रश्न 135 ‘चेम्बर आफ प्रिंसेज’ का प्रथम चांसलर कौन था -
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- (अ) महाराव भीम सिंह
- (ब) करणी सिंह
- (स) गज सिंह
- (द) गंगा सिंह
उत्तर : गंगा सिंह
व्याख्या :
मॉन्टेग्यू चेम्सफॉर्ड सुधारों को सही रूप में लागू करने के लिए जॉर्ज पंचम ने अपने चाचा ड्यूक ऑफ कनोट को 1921 में भारत भेजा इसने दिल्ली के ‘दरबार आम’ में दरबार लगाया, यहाँ ‘चेम्बर आफ प्रिंसेज’ (नरेन्द्र मण्डल) की स्थापना की जिसका चांसलर गंगासिंह को बनाया गया।
- प्रश्न 136 दुर्गादास राठौड़ ने अपने जीवन के अंतिम दिन कहां गुजारे थे -
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- (अ) उदयपुर में
- (ब) जोधपुर में
- (स) चित्तोड़गढ़ में
- (द) उज्जैन में
उत्तर : उज्जैन में
व्याख्या :
वीर दुर्गादास की मृत्यु उज्जैन में 22 नवम्बर, 1718 को हुई। यहाँ शिप्रा नदी के तट पर इनकी छतरी बनी हुई है। दुर्गादास के लिए कहा जाता है कि- ‘मायड एडो पूत जण, जडो दुर्गादास।’
- प्रश्न 137 राव जोधा ने किस वर्ष मंडोर को विजित किया था -
Asstt. Agriculture Officer Exam 2015 Paper 1 -
- (अ) 1453
- (ब) 1438
- (स) 1440
- (द) 1458
उत्तर : 1453
व्याख्या :
शासन संभालते ही जोधा को मेवाड़ के आक्रमण का सामना करना पड़ा। राघव देव के भाई चूड़ा द्वारा उस पर आक्रमण किया गया। 1453 ई. में उसने मण्डौर पर धावा बोल दिया जिसमें उसकी विजय हुई। राव जोधा ने मेवाड़ से संधि (आवल-बावल की संधि) हेतु अपनी पुत्री श्रृंगार देवी का विवाह महाराणा कुंभा के पुत्र रायमल से कर दिया।
- प्रश्न 138 रूपाधाय का संबंध जोधपुर के किस महाराजा से है-
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- (अ) अजीत सिंह
- (ब) जसवंत सिंह
- (स) उदयसिंह
- (द) मानसिंह
उत्तर : जसवंत सिंह
व्याख्या :
रूपा धाय जोधपुर महाराजा जसवंत सिंह की धाय थी। उनके नाम से एक बावड़ी मेड़ती दरवाजा के अंदर बनायी गयी हैं।
- प्रश्न 139 निम्न में से कौन जोधपुर राज्य का शासक नहीं था-
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- (अ) जसवंत सिंह
- (ब) अजित सिंह
- (स) अनूप सिंह
- (द) मोटा राजा उदय सिंह
उत्तर : अनूप सिंह
व्याख्या :
महाराजा अनूपसिंह (1669-98 ई.) बीकानेर के शासक थे।
- प्रश्न 140 ‘मारवाड़ का प्रताप’ नाम से प्रसिद्ध था -
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- (अ) राव बीका
- (ब) राव चन्द्रसेन
- (स) राव जोधा
- (द) राव मालदेव
उत्तर : राव चन्द्रसेन
व्याख्या :
राव चंद्रसेन ऐसा प्रथम राजपूत शासक था जिसने अपनी रणनीति में दुर्ग के स्थान पर जंगल और पहाड़ी क्षेत्र को अधिक महत्त्व दिया था। खुले युद्ध के स्थान पर छापामार युद्ध प्रणाली का महत्त्व स्थापित करने में मेवाड़ के महाराणा उदयसिंह के बाद चंद्रसेन राजपूताने का दूसरा शासक था। इस प्रणाली का अनुसरण महाराणा प्रताप ने भी किया था। राव चंद्रसेन को महाराणा प्रताप का पथ प्रदर्शक माना जाता है। इसलिए राव चन्द्रसेन को ‘मारवाड़ का प्रताप’ कहा जाता है।
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