चौहान वंश
- प्रश्न 157 गौरी के आक्रमण के समय चालुक्यों की सहायता देने के विरूद्ध पृथ्वीराज तृतीय को परामर्श देने वाला मंत्री -
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- (अ) कदम्बवास
- (ब) वल्लभ
- (स) चंद्रबरदाई
- (द) कीर्तिपाल
उत्तर : कदम्बवास
व्याख्या :
गजनी में अपनी स्थिति को मजबूत करने के बाद मुहम्मद गौरी ने 1178 ईस्वी में गुजरात पर आक्रमण किया। चालुक्य नरेश भीम ने उसे काशह्रद के युद्ध में बुरी तरह पराजित कर दिया। इस समय पृथ्वीराज तटस्थ रहा तथा उसने चालुक्य नरेश की कोई सहायता नहीं की। इसके पूर्व गौरी ने नाडोल के चौहान राज्य पर भी आक्रमण कर लूट-पाट की थी। किन्तु पृथ्वीराज ने उन्हें भी कोई सहायता नहीं दी।
- प्रश्न 158 जालौर को जीत करके अलाउद्दीन ने जालौर का नाम रखा -
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- (अ) खैराबाद
- (ब) खिज्राबाद
- (स) जलालाबाद
- (द) सलेमाबाद
उत्तर : जलालाबाद
व्याख्या :
सन् 1311 ई. में अलाउद्दीन ने जालौर दुर्ग पर आक्रमण किया और कई दिनों के घेरे के बाद अंतिम युद्ध में अलाउद्दीन की विजय हुई और सभी राजपूत शहीद हुए। वीर कान्हड़देव सोनगरा और उसके पुत्र वीरमदेव युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। जालौर को जीत कर उसका नाम जलालाबाद रखा।
- प्रश्न 159 चौहानों की रणथम्भौर शाखा का प्रवर्तक था -
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- (अ) वासुदेव
- (ब) गोविन्दराज
- (स) कीर्तिपाल
- (द) रणमल
उत्तर : गोविन्दराज
व्याख्या :
तराइन के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज की पराजय के बाद उसके पुत्र गोविंदराज ने कुछ समय बाद रणथम्भौर में चौहान वंश का शासन स्थापित किया।
- प्रश्न 160 1191-92 में के तराइन के युद्ध में किस चौहान शासक को आक्रमणी शहाबुद्दीन गौरी से लड़ना पड़ा -
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- (अ) पृथ्वीराज प्रथम
- (ब) पृथ्वीराज तृतीय
- (स) विग्रहराज चतुर्थ
- (द) अर्णोराज
उत्तर : पृथ्वीराज तृतीय
व्याख्या :
तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 ई. में मुहम्मद गौरी व पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ जिसमें मुहम्मद गौरी की विजय हुई। इससे भारत में स्थायी मुस्लिम साम्राज्य का प्रारंभ हुआ। मुहम्मद गौरी भारत में मुस्लिम साम्राज्य का संस्थापक बना।
- प्रश्न 161 किस चौहान शासक ने अजमेर को सबसे पहले अपनी राजधानी बनाया -
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- (अ) पृथ्वीराज तृतीय
- (ब) अजयराज
- (स) अर्णोराज
- (द) विग्रहराज
उत्तर : अजयराज
व्याख्या :
अजयराज ने 1113 ई. में अजयमेरु (अजमेर) बसाकर उसे अपनी राजधानी बनाया। उसने अजयमेरु में दुर्ग का निर्माण करवाया जिसे गढ़बीठली कहते हैं।
- प्रश्न 162 रणथम्भौर की विजय के उपरान्त अलाउद्दीन खिलजी ने इस दुर्ग को किसके अधिकार में सौंपा था -
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- (अ) अमीर अली
- (ब) उलुग खान
- (स) लियाकत खान
- (द) उमर अब्दुला
उत्तर : उलुग खान
व्याख्या :
अलाउद्दीन ने रणथम्भौर दुर्ग उलुग खां को सौंपा। अलाउद्दीन की विजय के बाद अमीर खुसरो ने कहा था “आज कुफ्र (धर्म विरोधी) का गढ़, इस्लाम का घर हो गया”।
- प्रश्न 163 रणथम्भौर के हम्मीर के विरूद्ध किस मुस्लिम सेनानायक ने खिलजी सेना का नेतृत्व किया -
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- (अ) खिज्र खां
- (ब) नुसरत खां
- (स) उलगू खां
- (द) मीर मुहम्मद शाह
उत्तर : नुसरत खां
व्याख्या :
अलाउद्दीन ने 1301 में रणथंभौर पर हमला करने के लिए उलूघ खाँ और नुसरत खाँ को कमान सौंपी। घेराबंदी के दौरान नुसरत खाँ के मारे जाने के बाद अलाउद्दीन ने व्यक्तिगत रूप से घेराबंदी अभियानों की देखरेख की।
- प्रश्न 164 चौहानों की देवड़ा शाखा का राज्य कहां था -
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- (अ) सांभर
- (ब) सिरोही
- (स) नाड़ौल
- (द) जालौर
उत्तर : सिरोही
व्याख्या :
देवड़ा (कभी-कभी देवड़ा, देवरा, देवरे) भारत में राजपूतों के सोनगरा चौहान वंश की एक शाखा का नाम है। इस शाखा के चौहानों का राजस्थान में सिरोही पर राज्य था।
- प्रश्न 165 नाड़ौल की चौहान शाखा की स्थापना की -
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- (अ) कान्हड़देव ने
- (ब) लक्ष्मण चौहान ने
- (स) वासुदेव चौहान ने
- (द) गोविंददेव ने
उत्तर : लक्ष्मण चौहान ने
व्याख्या :
चौहानों की नाडोल शाखा का संस्थापक शाकम्भरी नरेश वाक्पति का पुत्र लक्ष्मण चौहान था, जिसने 960 ई. के लगभग चावड़ा राजपूतों के आधिपत्य से अपने आपको स्वतंत्र कर चौहान वंश का शासन स्थापित किया।
- प्रश्न 166 चौहान राजा पृथ्वीराज तृतीय का जन्म हुआ -
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- (अ) अन्हिलपाटन
- (ब) चम्पानेर
- (स) सांभर
- (द) परबतसर
उत्तर : अन्हिलपाटन
व्याख्या :
चौहान वंश के अंतिम प्रतापी सम्राट पृथ्वीराज चौहान तृतीय का जन्म 1166 ई. (वि.सं. 1223) में सोमेश्वर की रानी कर्पूरीदेवी की कोख से अन्हिलपाटन (गुजरात) में हुआ। अपने पिता का असमय देहावसान हो जाने के कारण मात्र 11 वर्ष की अल्पायु में पृथ्वीराज तृतीय अजमेर की गद्दी के स्वामी बने।
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