राठौड़ वंश
- प्रश्न 177 राठौड़ शब्द निम्न में से बना है जो दक्षिण की एक जाति थी -
-
- (अ) मराठा
- (ब) राष्ट्रकुल
- (स) राष्ट्रकूट
- (द) कोई नहीं
उत्तर : राष्ट्रकूट
व्याख्या :
‘राठौड़’ शब्द संस्कृत के राष्ट्रकूट से बना है। राष्ट्रकूट का प्राकृत रूप ‘रट्टऊड’ है जिससे ‘राडउड' या 'राठौड़’ बनता है।
- प्रश्न 178 ‘कलियुग का कर्ण’ किसे कहते हैं -
-
- (अ) कल्याणमल
- (ब) मालदेव
- (स) लूणकरण
- (द) कुंभा
उत्तर : लूणकरण
व्याख्या :
बीठू सूजा (राव जैतसिंह के दरबारी) द्वारा लिखित ‘जैतसी रो छंद’ में लूणकरण को कलयुग का कर्ण कहा गया है।
- प्रश्न 179 फारसी इतिहासकारों ने ‘हिन्दुस्तान का हशमत वाला शासक’ कहा है -
-
- (अ) महाराणा प्रताप को
- (ब) राव चन्द्रसेन
- (स) राव मालदेव
- (द) महाराणा मोकल
उत्तर : राव मालदेव
व्याख्या :
फारसी इतिहास लेखकों ने राव मालदेव को “हिन्दुस्तान का हशमत वाला राजा” कहा है।
- प्रश्न 180 खानवा में बाबर के विरूद्ध सांगा की सहायता के लिए किसके नेतृत्व में मारवाड़ी सेना भेजी गई थी -
-
- (अ) चन्द्रसेन
- (ब) मालदेव
- (स) वीरमदेव
- (द) कीर्तिपाल
उत्तर : मालदेव
व्याख्या :
जब खानवा का युद्ध (1527 ई.) हुआ तो राव गांगा ने अपने पुत्र राव मालदेव के नेतृत्व में 4000 सैनिक भेजकर राणा सांगा की मदद की।
- प्रश्न 181 जांगलधर बादशाह कहां के शासक कहलाते थे -
-
- (अ) उदयपुर
- (ब) जोधपुर
- (स) बीकानेर
- (द) अजमेर
उत्तर : बीकानेर
व्याख्या :
बीकानेर का पुराना नाम ‘जांगलदेश’ था। इसके उत्तर में कुरू व मद्र देश थे इसलिए महाभारत में इस क्षेत्र का नाम कुरू और मद्र के साथ जुड़ा हुआ मिलता है। जैसे- कुरूजांगला, माद्रेजांगला आदि। बीकानेर में राठौड वंश का शासन था, बीकानेर के राजा जांगलदेश के स्वामी थे इसलिए इन्हें ‘जांगलधर बादशाह’ कहते है और बीकानेर के राज्य चिह्न में जयजांगलधर बादशाह लिखा हुआ है।
- प्रश्न 182 सामंत प्रथा का वास्तविक संस्थापक किसे माना जाता है -
-
- (अ) राव रणमल
- (ब) राव जोधा
- (स) राव गंगा
- (द) राव मालदेव
उत्तर : राव जोधा
व्याख्या :
राव जोधा (1438 - 1489) को सामंत प्रथा का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। राव जोधा ने 1453 में मंडोर पर अधिकार किया। राव जोधा को राठौड़ों का प्रथम शक्तिशाली राजा माना जाता है।
राव चूडा को राठौड़ वंश का वास्तविक संस्थापक कहा जाता है।
- प्रश्न 183 मारवाड़ के किस राजा ने मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की?
-
- (अ) राव जोधा
- (ब) राव बीका
- (स) राव मालदेव
- (द) राव चंद्रसेन
उत्तर : राव चंद्रसेन
व्याख्या :
राव चन्द्रसेन अकबरकालीन राजस्थान का प्रथम स्वतन्त्र प्रकृति का शासक था। इतिहास में समुचित महत्व न मिलने के कारण चन्द्रसेन को ‘मारवाड़ का भूला बिसरा नायक’ कहा जाता है।
- प्रश्न 184 मारवाड़ के राठौड़ वंश के संस्थापक कौन हैं?
-
- (अ) राव चुंडा
- (ब) राव सीहा
- (स) राव मालदेव
- (द) राव गंगा
उत्तर : राव सीहा
व्याख्या :
मारवाड़ के राठौड़ वंश की स्थापना 1240ई. में राव सीहा के द्वारा की गई। बीठू गांव (पाली) के ‘देवल अभिलेख’ के अनुसार राव सीहा कुंवर सेतराम का पुत्र था और उसकी सोलंकी वंश की पार्वती नामक रानी थी।
- प्रश्न 185 राजस्थान में राठौड़ वंश का प्रथम शासक था -
-
- (अ) राव सीहा
- (ब) जोधा
- (स) बीका
- (द) किशनसिंह
उत्तर : राव सीहा
व्याख्या :
मारवाड़ के राठौड़ वंश की स्थापना 1240ई. में राव सीहा के द्वारा की गई।
- प्रश्न 186 राठौड़ वंश का प्रथम बड़ा शासक कौन था -
-
- (अ) राव चूडा
- (ब) राव रणमल
- (स) मोकल
- (द) राव जोधा
उत्तर : राव चूडा
व्याख्या :
राव चूँडा बड़ा प्रतापी शासक हुआ। इंदा परिहार ने मण्डौर यवन-मुसलमानों से छीनकर राव चूँडा को दहेज में दे दिया और यह शर्त रखी कि उनके 84 गांव में राठौड़ हस्तक्षेप नहीं करेंगे। राव चूँडा ने मण्डौर को राठौड़ों की राजधानी बनाया। उसने अपने राज्य का विस्तार नाड़ौल, डीड़वाना, नागौर आदि क्षेत्रों तक कर लिया।
page no.(19/20)