मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 181 अकबर ने चित्तौड़ के दुर्ग पर अधिकार कब किया -
JSA Ballistic-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) 15 अक्टूबर, 1562 ई.
- (ब) 23 अक्टूबर, 1567 ई.
- (स) 25 फरवरी, 1568 ई.
- (द) 15 जून 1572 ई.
उत्तर : 25 फरवरी, 1568 ई.
व्याख्या :
अकबर से युद्ध में जयमल और कल्ला राठौड़ हनुमानपोल व भैरवपोल के बीच और रावत व पत्ता सिसोदिया रामपोल के भीतर वीरगति को प्राप्त हुए व राजपूत स्त्रियों ने जौहर किया। यह चित्तौड़ दुर्ग का ‘तृतीय साका’ था। 25 फरवरी, 1568 को अकबर ने किले पर अधिकार कर लिया। जयमल और पत्ता की वीरता पर मुग्ध होकर अकबर ने आगरा जाने पर हाथियों पर चढ़ी हुई उनकी पाषाण की मूर्तियाँ बनवा कर किले के द्वार पर खड़ी करवाई।
- प्रश्न 182 किसके राज्याभिषेक को ‘राजमहलों की क्रांति’ के नाम से जाना जाता है -
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- (अ) महाराणा प्रताप
- (ब) राणा उदयसिंह
- (स) मालदेव
- (द) चन्द्रसेन
उत्तर : महाराणा प्रताप
व्याख्या :
28 फरवरी 1572 गोगुंदा में महाराणा प्रताप का राज्यभिषेक कृष्णदास ने प्रताप की कमर में राजकीय तलवार बांधकर किया गोगुंदा के राज्य अभिषेक को राजमहलों की क्रांति भी कहा गया।
- प्रश्न 183 आदर्शी लाल श्रीवास्तव ने किस युद्ध को बादशाह बाघ का युद्ध कहा -
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- (अ) दिवेर का युद्ध
- (ब) हल्दीघाटी का युद्ध
- (स) गिरीसुमेल का युद्ध
- (द) खानवा का युद्ध
उत्तर : हल्दीघाटी का युद्ध
व्याख्या :
बादशाह बाग एक बडा सा बाग है जो कि हल्दीघाटी खमनोर के मार्ग पर स्थित है।
- प्रश्न 184 जेम्स टाड ने निम्न में से किस युद्ध को ‘मेवाड़ के इतिहास का मेरेथाॅन’ कहा है -
Junior Instructor(welder) -
- (अ) हल्दीघाटी का युद्ध
- (ब) कुम्भलगढ़ का युद्ध
- (स) दिवेर का युद्ध
- (द) गोगुन्दा का युद्ध
उत्तर : दिवेर का युद्ध
व्याख्या :
‘अमरकाव्य’ के अनुसार 1582 ई. में राणा प्रताप ने मुगलों के विरुद्ध दिवेर (कुंभलगढ़) पर जबरदस्त आक्रमण किया। यहाँ का सूबेदार अकबर का काका सेरिमा सुल्तान खां था। जब कुंवर अमरसिंह ने अपना भाला सेरिमा सुल्तान पर मारा तो भाला सेरिमा के लोहे के बख्तर को चीरते हुए उसके शरीर में प्रवेश कर पार हो गया।
- प्रश्न 185 महाराणा राज सिंह ने मारवाड़ के किस शासक को मुगलों के विरूद्ध आश्रय दिया -
Junior Instructor(welder) -
- (अ) जसवन्त सिंह
- (ब) अजीत सिंह
- (स) अनूप सिंह
- (द) अभय सिंह
उत्तर : अजीत सिंह
व्याख्या :
वीर दुर्गादास, गोरा धाय तथा मुकुंददास खींची ने अजीत सिंह को चुपके से दिल्ली से निकाल कर सिरोही राज्य के कालिन्द्री मंदिर में छिपा दिया। इस कार्य में मेवाड़ महाराणा राजसिंह सिसोदिया ने बड़ी सहायता की। मेवाड़ महाराजा राजसिंह ने अजीतसिंह के निर्वाह के लिए दुर्गादास को केलवा की जागीर-प्रदान की।
- प्रश्न 186 राणा सांगा के उस सहयोगी का नाम बताइये जिसने खानवा युद्ध के नाजुक पड़ाव पर अपना समर्थन वापस ले लिया -
Junior Instructor(fitter) -
- (अ) सल्हदी तंवर
- (ब) मेदनी राय
- (स) राव गंगा
- (द) उदय सिंह
उत्तर : सल्हदी तंवर
व्याख्या :
खानवा युद्ध राणा सांगा एवं मुगल सम्राट जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर के मध्य 17 मार्च, 1527 ई. को बयाना के पास (वर्तमान रूपबास) हुआ। रायसीन के सलहदी तंवर व नागौर के खानजादा युद्ध के अंतिम दौर में बाबर से जा मिले। अंतिम रूप से विजय बाबर की हुई।
- प्रश्न 187 हल्दीघाटी के युद्ध के पश्चात् महाराणा प्रताप ने मुगलों के विरूद्ध कहां से प्रतिरोध जारी रखा -
Junior Instructor(fitter) -
- (अ) कुम्भलगढ़
- (ब) चावण्ड
- (स) देवगढ़
- (द) गोगुन्दा
उत्तर : चावण्ड
व्याख्या :
महाराणा प्रताप ने चावण्ड को अपनी संकटकालीन राजधानी बनाई तथा यहीं से मुगलों से संघर्ष जारी रखा था।
- प्रश्न 188 अकबर ने प्रताप को समझाने के लिए सर्वप्रथम किसे भेजा -
Junior Instructor(Eco. Investigator) -
- (अ) मान सिंह
- (ब) भगवान दास
- (स) जलाल खान
- (द) टोडरमल
उत्तर : जलाल खान
व्याख्या :
अकबर ने प्रताप को समझाने के लिए चार राजदूत नियुक्त किए जिसमें सर्वप्रथम सितम्बर 1572 ई. में जलाल खाँ प्रताप के खेमे में गया, इसी क्रम में मानसिंह (1573 ई. में ), भगवानदास ( सितम्बर, 1573 ई. में ) तथा राजा टोडरमल ( दिसम्बर,1573 ई. ) प्रताप को समझाने के लिए पहुँचे, लेकिन राणा प्रताप ने चारों को निराश किया, इस तरह राणा प्रताप ने मुगलों की अधीनता स्वीकार करने से मना कर दिया जिसके परिणामस्वरूप हल्दी घाटी का ऐतिहासिक युद्ध हुआ।
- प्रश्न 189 राणा प्रताप की छतरी कहां स्थत है, जहां जनवरी, 1597 ई. को राणा प्रताप की मृत्यु हुई -
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- (अ) दिवेर
- (ब) बाड़ौली
- (स) काल्पी
- (द) खमनौर
उत्तर : बाड़ौली
व्याख्या :
उदयपुर में स्थित बाड़ौली राणा प्रताप के स्मारक या छतरी के रूप में प्रसिद्ध है। प्रताप के इस स्मारक को 8 खम्भों वाली छतरी भी कहा जाता है।
- प्रश्न 190 नौ मंजिला डमरू के समान दिखने वाली इमारत विजय स्तम्भ की किस मंजिल पर ‘अल्लाह’ शब्द अंकित है -
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- (अ) तीसरी
- (ब) पांचवीं
- (स) सातवीं
- (द) नौवीं
उत्तर : तीसरी
व्याख्या :
विजय स्तम्भ की तीसरी मंजिल पर अरबी भाषा में 9 बार अल्लाह शब्द लिखा है।
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