मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 191 धनेश्वर भट्ट व झोटिंग भट्ट नामक प्रसिद्ध संगीतज्ञ किसके दरबार की शोभा बढ़ाते थे -
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- (अ) राणा हम्मीर
- (ब) राणा लाखा
- (स) राणा मोकल
- (द) राणा कुम्भा
उत्तर : राणा लाखा
व्याख्या :
राणा लाख एक विद्वान शासक होने के साथ-साथ एक प्रसिद्ध संगीतज्ञ भी थे।
- प्रश्न 192 सिंगोली का युद्ध हुआ -
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- (अ) नासिरूद्दीन मुहम्मद तुगलक व राणा हम्मीर
- (ब) फिरोजशाह तुगलक व राणा हम्मीर
- (स) मुहम्मद बिन तुगलक व राणा हम्मीर
- (द) जलालुद्दीन खिलजी व राणा हम्मीर
उत्तर : मुहम्मद बिन तुगलक व राणा हम्मीर
व्याख्या :
राणा हम्मीर व दिल्ली के सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक के बीच मे सिंगोली नामक स्थान पर युद्ध हुआ वर्तमान में सिंगोली नामक स्थान उदयपुर में स्थित है
- प्रश्न 193 मेवाड़ के सिसौदिया वंश का प्रथम शासक कौन था -
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- (अ) राणा हम्मीर
- (ब) राणा लाखा
- (स) राणा मोकल
- (द) राणा कुम्भा
उत्तर : राणा हम्मीर
व्याख्या :
सीसोद गांव के ठाकुर राणा हम्मीर सिसोदिया वंश के प्रथम शासक थे।
- प्रश्न 194 हल्दी घाटी के युद्ध से पूर्व महाराणा प्रताप से समझौता करने के लिए अकबर ने निम्नलिखित में से किसे भेजा -
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- (अ) सैयद हाशिम
- (ब) अमीर जलाल खान
- (स) शाहबाज खान
- (द) गाजी खान
उत्तर : अमीर जलाल खान
व्याख्या :
अकबर ने प्रताप को समझाने के लिए चार राजदूत नियुक्त किए जिसमें सर्वप्रथम सितम्बर 1572 ई. में जलाल खाँ प्रताप के खेमे में गया, इसी क्रम में मानसिंह (1573 ई. में ), भगवानदास ( सितम्बर, 1573 ई. में ) तथा राजा टोडरमल ( दिसम्बर,1573 ई. ) प्रताप को समझाने के लिए पहुँचे, लेकिन राणा प्रताप ने चारों को निराश किया, इस तरह राणा प्रताप ने मुगलों की अधीनता स्वीकार करने से मना कर दिया जिसके परिणामस्वरूप हल्दी घाटी का ऐतिहासिक युद्ध हुआ।
- प्रश्न 195 आठवीं शताब्दी में मेवाड़में एकलिंगजी मंदिर का निर्माण किसने करवाया था -
JSA Toxicology-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) बप्पा रावल
- (ब) महाराणा मोकल
- (स) महाराणा रायमल
- (द) महाराणा कुम्भा
उत्तर : बप्पा रावल
व्याख्या :
बापा रावल हारीत ऋषि का शिष्य एवं पाशुपत संप्रदाय का अनुयायी था। अतः उसने पाशुपत एकलिंगजी को अपना आराध्यदेव माना एवं कैलाशपुरी (उदयपुर) में एकलिंगजी का मंदिर बनवाया।
- प्रश्न 196 मेवाड़ के महाराणा प्रताप के विरूद्ध अंतिम मुगल आक्रमण का नेतृत्व किसने किया -
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- (अ) भगवन्त दास
- (ब) अब्दुल रहीम खानखाना
- (स) शाहबाज खां
- (द) जगन्नाथ
उत्तर : जगन्नाथ
व्याख्या :
5 दिसम्बर, 1584 को कछवाह जगन्नाथ के नतृत्व में एक सशक्त सेना मेवाड़ भेजी गयी। जगन्नाथ कछवाहा को भी सफलता नहीं मिली अपितु उसकी मांडलगढ़ में मृत्यु हो गई। जहां पर महाराणा प्रताप ने बदला लेने के लिए आमेर के क्षेत्र पर आक्रमण कर मालपुरा को लूटा व झालरा तालाब के निकट शिव मंदिर ‘नीलकण्ठ महादेव’ का निर्माण करवाया। सन् 1585 के बाद अकबर ने मेवाड़ पर कोई आक्रमण नहीं किया।
- प्रश्न 197 कुम्भा का गुजरात के साथ संघर्ष का प्रारंभिक कारण क्या था -
College Lecturer (Sarangi Instrument) Exam 2018(G.K.) -
- (अ) ईडर की समस्या
- (ब) चूण्डा को शरण
- (स) नागौर विवाद
- (द) गुजरात द्वारा बूंदी के साथ संधि
उत्तर : नागौर विवाद
व्याख्या :
मेवाङ और गुजरात के संघर्ष का मुख्य कारण नागौर की राजनीतिक स्थिति थी।
- प्रश्न 198 डूंगरपुर राज्य में गुहिल राजवंश का संस्थापक कौन था -
JSA Chemistry-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) आसकरण
- (ब) सेसमल
- (स) सामन्तसिंह
- (द) उदयसिंह
उत्तर : उदयसिंह
व्याख्या :
महारावल उदयसिंह ने अपने जीवनकाल में ही अपना राज्य दो भागों में बांट दिया था। - पश्चिमी भाग (डूंगरपुर) ज्येष्ठ पुत्र पृथ्वीराज को तथा पूर्वी भाग (बांसवाड़ा) दूसरे पुत्र जगमाल को दे दिया।
- प्रश्न 199 1582 ई. में महाराणा प्रताप की दिबेर-विजय के समय वहां के अधिकारी थे -
Asst. Agriculture Officer - 2018 (Paper-1) -
- (अ) सुल्तान खान गोरी
- (ब) अब्दुर्रहीम खानखाना
- (स) अब्दुल्ला खान
- (द) शाहबाज खान
उत्तर : सुल्तान खान गोरी
व्याख्या :
‘अमरकाव्य’ के अनुसार 1582 ई. में राणा प्रताप ने मुगलों के विरुद्ध दिवेर (कुंभलगढ़) पर जबरदस्त आक्रमण किया। यहाँ का सूबेदार अकबर का काका सेरिमा सुल्तान खां था। जब कुंवर अमरसिंह ने अपना भाला सेरिमा सुल्तान पर मारा तो भाला सेरिमा के लोहे के बख्तर को चीरते हुए उसके शरीर में प्रवेश कर पार हो गया। यह देख बाकी मुगल सेना भाग खड़ी हुई।
- प्रश्न 200 राणा सांगा और बाबर के मध्य खानवा का युद्ध कब लड़ा गया -
Asst. Agriculture Officer - 2018 (Paper-1) -
- (अ) 13 मार्च, 1527
- (ब) 17 मार्च, 1527
- (स) 16 फरवरी, 1527
- (द) 18 फरवरी, 1527
उत्तर : 17 मार्च, 1527
व्याख्या :
खानवा युद्ध राणा सांगा एवं मुगल सम्राट जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर के मध्य 17 मार्च, 1527 ई. को बयाना के पास (वर्तमान रूपबास) हुआ।
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