राठौड़ वंश
- प्रश्न 191 बीकानेर के शासक अनूपसिंह को औरंगजेब ने कौन-सी उपाधि प्रदान की -
Junior Instructor (EC) Exam 2024 -
- (अ) माही रखब
- (ब) माही मरातव
- (स) माही विजेता
- (द) ब्रत सराव
उत्तर : माही मरातव
व्याख्या :
औरंगजेब की ओर से अनूपसिंह दक्षिण में गोलकुण्डा की लड़ाई में शामिल हुआ इसके अलावा आदूणी और औरंगाबाद में बादशाह की ओर से शासक रहा। औरंगजेब ने अनूपसिंह को ‘माही मरातिब’ की उपाधि दी। माहीमरातिब की उपाधि फारस के बादशाह नौशेरवा के पौत्र खुसरो परवेज ने सर्वप्रथम इसका प्रारम्भ किया था। अनूपसिंह के अतिरिक्त महाराजा गजसिंह व महाराजा रतनसिंह को भी माहीमरातिब की उपाधि मिली थी।
- प्रश्न 192 1587 ई. में मोटा राजा उदयसिंह ने अपनी पुत्री का विवाह किस मुगल राजकुमार के साथ किया था -
Junior Instructor (ED) Exam 2024 -
- (अ) अकबर
- (ब) जहाँगीर
- (स) दानियाल
- (द) मुराद
उत्तर : जहाँगीर
व्याख्या :
राव चंद्रसेन की मृत्यु के बाद जोधपुर राज्य (1581-1583 ई.) तीन वर्ष तक खालसा रहा। तीन वर्ष बाद अकबर द्वारा उदयसिंह को मारवाड़ राज्य का अधिकार खिलअत और खिताब सहित 1583 ई. में दे दिया। इस प्रकार मोटाराजा उदयसिंह मारवाड़ का प्रथम शासक था जिसने मुगलों की अधीनता स्वीकार की और मुगल राज्य की कृपा प्राप्त की थी। मोटाराजा उदयसिंह न 1587 ई. में अपनी पुत्री ‘मानबाई’ का विवाह शहजाद सलीम (जहांगीर) के साथ किया।
- प्रश्न 193 जोधपुर के राठौड़ वंश का मूल संस्थापक कौन था -
Junior Instructor (ED) Exam 2024 -
- (अ) बप्पा
- (ब) सीहा
- (स) चूण्डा
- (द) गाँगा
उत्तर : सीहा
व्याख्या :
मारवाड़ के राठौड़ वंश की स्थापना 1240 ई. में राव सीहा के द्वारा की गई। बीठू गांव (पाली) के ‘देवल अभिलेख’ के अनुसार राव सीहा कुंवर सेतराम का पुत्र था और उसकी सोलंकी वंश की पार्वती नामक रानी थी। राव सीहा की मृत्यु 1273 ई. में तब हुई जब वह मुसलमानों के विरुद्ध पाली प्रदेश की रक्षा कर रहा था। इस इस युद्ध को लाख झंवर या लाखा झंवर के नाम से भी जाना जाता है।
- प्रश्न 194 अकबर ने चन्द्रसेन के दमन हेतु किसे जोधपुर का प्रशासक नियुक्त किया -
Junior Instructor ((ESR) Exam 2024 -
- (अ) उदयसिंह
- (ब) रायसिंह
- (स) राजा मानसिंह
- (द) शहजादा सलीम
उत्तर : रायसिंह
व्याख्या :
मारवाड़ की राजनीतिक स्थिति ‘नागौर दरबार’ के बाद स्पष्ट थी। अकबर ने बीकानेर के रायसिंह को जोधपुर का अधिकारी नियुक्त कर महाराणा कीका को मारवाड़ से सहायता मिलने या इस मार्ग से गुजरात में हानि पहुँचाने की सम्भावना समाप्त कर दी।
- प्रश्न 195 कॉलम I में राजवंश का कॉलम II में संस्थापक के साथ मिलान करें।
कॉलम I (राजवंश) कॉलम II (संस्थापक) 1. राठौड़ a. चूडामन 2. चौहान b. दुलह राय 3. जाट c. वासुदेव 4. कच्छवाहा d. सिहा
Junior Instructor (Fitter) Exam 2024 -
- (अ) 1-a, 2-b, 3-c, 4-d
- (ब) 1-d, 2-c, 3-a, 4-b
- (स) 1-c, 2-d, 3-b, 4-a
- (द) 1-b, 2-a, 3-d, 4-c
उत्तर : 1-d, 2-c, 3-a, 4-b
व्याख्या :
राठौड़ – सिहा
चौहान – वासुदेव
जाट – चूड़ामन
कच्छवाहा – दूल्हा राय
- प्रश्न 196 1715 ई. में मारवाड़ के अजीत सिंह ने अपनी पुत्री इन्द्रकंवरी का विवाह किस मुगल सम्राट से किया -
Junior Instructor (MDE) Exam 2024 -
- (अ) फर्रूखसियार
- (ब) शाह आलम-I
- (स) आलमगीर-II
- (द) जहांदार शाह
उत्तर : फर्रूखसियार
व्याख्या :
राठौड़ों ने हुसैन अ्लीखाँ की शर्तों के अनुसार सन्धि (1715 ई.) कर ली, जिसमें अजीत ने अपनी लड़की का विवाह बादशाह के साथ करना स्वीकार किया और अपने लड़के अभयसिंह को बादशाह की सेवा में भेजा। उन्हें विवश होकर अपनी पुत्री इन्द्रकुँवरी का विवाह मुगल बादशाह फर्रूखशियर से करना पड़ा किंतु अवसर पाकर उन्होंने फर्रूखशियर की हत्या में प्रमुख भूमिका निभाई और अपनी पुत्री को विधवा करके जोधपुर ले आये। उन्होंने इन्द्रकुंवरी का फिर से हिन्दूधर्म में शुद्धिकरण किया और उसका विवाह एक क्षत्रिय युवक से कर दिया। यह अंतिम मुगल-मारवाड़ विवाह माना जाता है।
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