Ask Question | login | Register
Notes
Question
Quiz
Test Series
Facts

राज्य विधान मंडल

प्रश्न 21 किस विधानसभा चुनाव में राजस्थान विधान-सभा की सदस्य संख्या 184 से बढ़ाकर 200 की गई -
Lect. College Edu. EXAM 2014(GK)
  • (अ) चौथा
  • (ब) पांचवां
  • (स) छठा
  • (द) सातवां
उत्तर : छठा
प्रश्न 22 14वीं राजस्थान विधान-सभा में प्रतिपक्ष के नेता हैं -
Lect. College Edu. EXAM 2014(GK)
  • (अ) रामेश्वर लाल डूडी
  • (ब) अशोक गहलोत
  • (स) सचिन पायलट
  • (द) भंवर लाल शर्मा
उत्तर : रामेश्वर लाल डूडी
प्रश्न 23 राजस्थान विधान सभा के लिए प्रथम आम चुनावों में कांग्रेस के बाद जिस राजनीतिक दल को द्वितीय सर्वाधिक स्थान प्राप्त हुए वह था -
  • (अ) भारतीय जनसंघ
  • (ब) रामराज्य परिषद
  • (स) किसान मजदूर प्रजा पार्टी
  • (द) हिन्दु महासभा
उत्तर : रामराज्य परिषद
प्रश्न 24 राजस्थान में पहली विधान सभा का समय है -
  • (अ) 1952-57
  • (ब) 1951-56
  • (स) 1954-59
  • (द) 1953-58
उत्तर : 1952-57
व्याख्या :
राजस्थान विधानसभा के लिए चुनाव 29 फरवरी 1952 को हुए थे। विधानसभा के 140 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 616 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था। प्रथम विधानसभा चुनाव के बाद टीकाराम पालीवाल सर्वसम्मति से कांग्रेस विधायक दल के नेता चुने गए और 3 मार्च 1952 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। जयनारायण व्यास इस चुनाव में हार गए थे।
प्रश्न 25 केन्द्रीय विधानसभा का/के निम्नांकित में से कौन सा/से निर्वाचन भारत शासन अधिनियम, 1919 के तहत हुआ/हुए -
अ. 1926 ब. 1937 स. 1945
सही उत्तर का चयन नीचे दिए गए कूट से कीजिए -
कूट -

RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
  • (अ) केवल अ
  • (ब) ब और स
  • (स) अ और स
  • (द) अ, ब और स
उत्तर : अ और स
प्रश्न 26 भारत के संविधान के अनुच्छेद 368(2) के उपबन्धों के तहत यदि कोई विधेयक भारत की संसद द्वारा पारित होने के पश्चात राजस्थान विधानसभा के पास संकल्प द्वारा अनुसमर्थन के लिये आता है, तो
अ. विधानसभा संकल्प पारित कर सकती है।
ब. विधानसभा संकल्प अस्वीकार कर सकती है।
स. ऐसे संकल्प में कोई संशोधन प्रस्तावित नहीं किया जा सकता है।
सही उत्तर का चयन नीचे दिए गए कूट से कीजिए -

RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
  • (अ) केवल अ
  • (ब) ब और स
  • (स) अ और स
  • (द) अ, ब और स
उत्तर : अ, ब और स
व्याख्या :
भारत के संविधान के अनुच्छेद 368 (2) के प्रावधानों के तहत, यदि कोई विधेयक भारत के संसद द्वारा पारित होने के बाद राजस्थान विधानसभा के पास आता है, तो सुधार के लिए प्रस्ताव
विधानसभा द्वारा प्रस्ताव पारित किया जा सकता है।
विधानसभा द्वारा प्रस्ताव अस्वीकार किया जा सकता है।
इस तरह के प्रस्ताव के लिए कोई संशोधन प्रस्तावित नहीं किया जाएगा।
प्रश्न 27 निम्नांकित में से कौन से मुख्यमंत्री राजस्थान विधानसभा में नेता-प्रतिपक्ष के पद पर नहीं रहे हैं -
अ. हरिदेव जोशी
ब. शिवचरण माथुर
स. अशोक गेहलोत
द. वसुंधरा राजे
सही उत्तर का चयन नीचे दिए गए कूट से कीजिए -
कूट -

RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
  • (अ) अ, ब, और स
  • (ब) ब और स
  • (स) स और द
  • (द) अ और द
उत्तर : ब और स
प्रश्न 28 निम्न में से कौन राजस्थान विधानसभा के प्रोटेम अध्यक्ष, अध्यक्ष व उपाध्यक्ष रहे हैं -
RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
  • (अ) पूनम चंद विश्नोई
  • (ब) निरंजन नाथ आचार्य
  • (स) शांतिलाल चपलोत
  • (द) परसराम मदेरणा
उत्तर : पूनम चंद विश्नोई
प्रश्न 29 राजस्थान विधानसभा में ‘लोक महत्व के किसी विषय स्थगन प्रस्ताव’ की प्रक्रिया के नियम के सम्बन्ध में निम्न में से कौन से कथन सही हैं -
अ. प्रस्ताव प्रस्तुत करने हेतु अध्यक्ष की सहमति आवश्यक है।
ब. प्रस्ताव द्वारा विशेषाधिकार का प्रश्न उठाया जा सकता है।
स. प्रस्ताव हाल ही घटित किसी विशिष्ट घटना तक सीमित रहेगा।
द. एक ही बैठक में एक से अधिक प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं होंगे।
सही उत्तर का चयन नीचे दिए गए कूट से कीजिए -
कूट -

RAS/RTS Comb. Comp. (Pre) Exam 2018
  • (अ) अ, ब और स
  • (ब) अ, ब और द
  • (स) अ, स और द
  • (द) अ और द
उत्तर : अ, स और द
प्रश्न 30 यदि किसी ऐसे व्यक्ति को राज्य का मंत्री बनाया जाता है, जो राज्य विधायिका का सदस्य नहीं है, तो इस विषय में संवैधानिक प्रावधान क्या है -
  • (अ) उसका छः माह के भीतर निर्वाचन किया जाये।
  • (ब) वह त्यागपत्र दे दे।
  • (स) वह राज्यपाल द्वारा हटा दिया जाता है।
  • (द) वह अविश्वास प्रस्ताव द्वारा हटाया जाता है।
उत्तर : उसका छः माह के भीतर निर्वाचन किया जाये।
व्याख्या :
यदि किसी ऐसे व्यक्ति को राज्य का मंत्री बनाया जाता है, जो राज्य विधायिका का सदस्य नहीं है, तो इस विषय में संविधान का प्रावधान अनुच्छेद 164(4) के तहत किया गया है। इसके अनुसार: वह व्यक्ति, जो राज्य की विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य नहीं है, मंत्री के रूप में शपथ ले सकता है। लेकिन, उसे छः माह के भीतर राज्य की विधायिका (विधानसभा या विधान परिषद) का सदस्य बनना आवश्यक होता है। यदि वह व्यक्ति इस अवधि के भीतर सदस्य नहीं बनता है, तो उसे अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।

page no.(3/13)

page

Take a Quiz

Test Your Knowledge on this topics.

Learn More

Test Series

Here You can find previous year question paper and mock test for practice.

Test Series

Share

Join

Join a family of Rajasthangyan on


Contact Us Cancellation & Refund About Write Us Privacy Policy About Copyright

© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.