आमेर का कछवाहा वंश
- प्रश्न 21 “बारा कोटड़ी” के नाम से कौनसा राज्य प्रसिद्ध था -
JEN Agriculture 2022 -
- (अ) आमेर
- (ब) भीनमाल
- (स) सिरोही
- (द) कोटा
उत्तर : आमेर
व्याख्या :
पृथ्वीराज कछवाह ने अपने राज्य को 12 भागों में विभाजित कर अपने पुत्रों में बांट दिया जिन्हें बारह कोटड़ी कहा गया।
- प्रश्न 22 तुंगा की लड़ाई लड़ी गयी थी -
JEN Agriculture 2022 -
- (अ) 20 अगस्त, 1785
- (ब) 28 जुलाई, 1787
- (स) 28 जुलाई, 1790
- (द) 30 अगस्त, 1782
उत्तर : 28 जुलाई, 1787
व्याख्या :
तुंगा का युद्ध (1787 ई.) (जयपुर ग्रामीण) : यह युद्ध सवाई प्रतापसिंह व माधावराज सिंधिया के मध्य जयपुर ग्रामीण में लड़ा गया था। जिसमें सवाई प्रतापसिंह की विजय हुई थी।
- प्रश्न 23 शिवाजी के साथ पुरन्दर की संधि (1665 ई.) पर हस्ताक्षर करने वाला मुगल सेनानायक था -
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- (अ) जयसिंह-I
- (ब) जयसिंह-II
- (स) जसवंत सिंह
- (द) शाईस्ता खान
उत्तर : जयसिंह-I
व्याख्या :
मिर्जाराजा जयसिंह ने शिवाजी को अधीनता स्वीकार करने के लिए विवश कर दिया। शिवाजी और मिर्जाराजा जयसिंह के मध्य 11 जून, 1665 ई. को पुरन्दर की सन्धि सम्पन्न हुई। जिसके अनुसार शिवाजी ने पहली बार मुगलों की अधीनता को स्वीकार किया।
- प्रश्न 24 जयपुर का स्थापना वर्ष है -
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- (अ) 1727 ई.
- (ब) 1723 ई.
- (स) 1702 ई.
- (द) 1750 ई.
उत्तर : 1727 ई.
व्याख्या :
सवाई जयसिंह ने 18 नवम्बर, 1727 ई. जयपुर नगर की नींव रखी और उसे अपनी नवीन राजधानी (पहली दौसा, दूसरी जमवारामगढ़, तीसरी आमेर) बनाया। इसका वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य था। नींव पंडित जगन्नाथ सम्राट द्वारा रखी गयी और इसकी जानकारी बख्तराम द्वारा रचित ग्रंथ बुद्धि विलास में मिलती है।
- प्रश्न 25 निम्नलिखित में से कौन मराठा आक्रमण के खिलाफ हुरडा सम्मेलन से जुड़े थे -
अ. महाराणा जगत सिंह II
ब. सवाई जय सिंह
स. महाराजा जसवंत सिंह II
द. महाराजा अभय सिंह
सही उत्तर चुनें - -
- (अ) अ, स, स, द
- (ब) अ, ब, स
- (स) अ, ब, द
- (द) ब, स, द
उत्तर : अ, ब, द
व्याख्या :
हुरडा सम्मेलन 1734 में आयोजित किया गया था। इसमें विभिन्न शासकों ने भाग लिया था - जयपुर के सवाई जय सिंह, मेवाड़ के महाराणा जगत सिंह, जोधपुर के अभय सिंह, बूँदी के दुलाल सिंह, कोटा के दुर्जनसाल, बीकानेर के जोरावर सिंह, करौली के गोपाल सिंह, किशनगढ़ के राज सिंह, नागौर के बखत सिंह
- प्रश्न 26 हुरडा सम्मेलन (1734 A.D.) की अध्यक्षता किसने की?
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- (अ) सवाई जय सिंह
- (ब) बख्त सिंह
- (स) अभय सिंह
- (द) महाराणा जगत सिंह द्वितीय
उत्तर : महाराणा जगत सिंह द्वितीय
व्याख्या :
सवाई जयसिंह ने राजस्थान में बढ़ती हुई मराठा शक्ति का प्रतिरोध करने के लिए मेवाड़ के जगतसिंह द्वितीय की अध्यक्षता में 17 जुलाई, 1734 ई. को हुरड़ा सम्मेलन का आयोजन भीलवाड़ा में करवाया, किन्तु राजपूत रियासतों को एकजुट करने का यह प्रयत्न विफल हो गया।
- प्रश्न 27 कोकिलदेव ने आमेर को कछवाहा राजवंश कब बनाया -
JEN 2022: Elec. Mech. Diploma (GK) -
- (अ) 1217 ई.
- (ब) 1207 ई.
- (स) 1195 ई.
- (द) 1227 ई.
उत्तर : 1207 ई.
व्याख्या :
दुल्हाराय और मारूणी के पुत्र कोकिल देव ने मीणाओं से आमेर को विजित कर उसे अपनी राजधानी बनाया तभी से यह राजवंश आमेर के कछवाह वंश के नाम से विख्यात है। कोकिल देव ने 1207 ई. में आमेर को राजधानी बनाया। कुछ पुस्तकों में इसका समय 1035ई. बताया गया है।
- प्रश्न 28 शाहजहाँ द्वारा शाहशुजा के विरुद्ध भेजी गई मुगल सेना का निम्नलिखित में से किस शासक ने नेतृत्व किया था -
JEN 2022: Elec. Mech. Degree (GK) -
- (अ) राजा मानसिंह
- (ब) सवाई जयसिंह
- (स) मिर्जा राजा जयसिंह
- (द) जसवन्त सिंह
उत्तर : मिर्जा राजा जयसिंह
व्याख्या :
मिर्जाराजा जयसिंह (1621-1667 ई.) द्वारा शाहशुजा के विरुद्ध भेजी गई मुगल सेना का नेतृत्व किया था।
- प्रश्न 29 जयपुर के शासक जयसिंह-II को ‘सवाई’ की उपाधि दी थी -
JEN 2022: Electrical Diploma (GK) -
- (अ) औरंगजेब ने
- (ब) जहाँगीर ने
- (स) मुअज्जम ने
- (द) आजम ने
उत्तर : औरंगजेब ने
व्याख्या :
मिर्जा राजा जयसिंह के बाद रामसिंह-प्रथम (1667-82 ई.) और बिशन सिंह (1682-1700 ई.) शासक बने। बिशन सिंह के उपरान्त मात्र 12 वर्ष की अवस्था में जयसिंह द्वितीय शासक बना। इसका मूल नाम विजयसिंह था और उसके छोटे भाई का नाम जयसिंह था। औरंगजेब ने दोनों भाईयों के नाम परस्पर परिवर्तित करके उसे सवाई की उपाधि से विभूषित किया और वह सवाई जयसिंह के नाम से विख्यात हो गया।
- प्रश्न 30 ‘गिंगोली (परबतसर) का युद्ध’ (1807 ई.) लड़ा गया था -
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- (अ) जयपुर और कोटा के मध्य
- (ब) कोटा और उदयपुर के मध्य
- (स) जयपुर और जोधपुर के मध्य
- (द) जयपुर और भरतपुर के मध्य
उत्तर : जयपुर और जोधपुर के मध्य
व्याख्या :
गिंगोली का युद्ध (1807 ई.) (डीडवाना कुचामन) : इनके समय जयपुर राज्य एवं जोधपुर महाराजा मानसिंह के मध्य मेवाड़ के महाराणा भीमसिंह की पुत्री कृष्णा कुमारी के विवाह को लेकर विवाद हुआ, जिसमें जयपुर की सेना ने जोधपुर की सेना को मार्च, 1807 ई. में ‘गंगोली’ के निकट (परबतसर) युद्ध में हराया।
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