मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 211 योगेश्वर भट्ट व विष्णु भट्ट संगीतज्ञ किसके दरबार की शोभा बढ़ाते थे -
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- (अ) राणा कुम्भा
- (ब) राणा मोकल
- (स) राणा सांगा
- (द) राणा राखा
उत्तर : राणा मोकल
व्याख्या :
महाराणा मोकल के दरबार में मना, फना व विसल जैसे शिल्पी तथा योगेश्वर व भट्ट विष्णु जैसे विद्वान थे।
- प्रश्न 212 उस व्यक्ति का नाम बताइये जिसे रतनसिंह ने अपने दरबार से निकाल दिया था, तथा बाद में वह अलाउद्दीन खिलजी की शरण में चला गया -
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- (अ) सुन्दर लाल
- (ब) मदनलाल
- (स) रघुजी
- (द) चेतन राघव
उत्तर : चेतन राघव
व्याख्या :
राघव चेतन को महाराजा रतन सिंह ने राज्य से निष्कासित कर दिया था। चित्तौड़ से बेदखल होने के बाद राघव चेतन ने दिल्ली में शरण ली और अलाउद्दीन खिलजी को रानी पद्मावती की सुंदरता के बारे में बताया। जिसके बाद अलाउद्दीन खिलजी ने रानी पद्मावती को पाने के लिए चित्तौड़ पर आक्रमण किया।
- प्रश्न 213 महाराणा प्रताप का राजतिलक कहां हुआ था -
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- (अ) चावंड
- (ब) गोगुन्दा
- (स) उदयपुर
- (द) कुम्भलगढ़
उत्तर : गोगुन्दा
व्याख्या :
गोगुन्दा में महादेव बावड़ी राणा प्रताप का 32 वर्ष की आयु में 28 फरवरी, 1572 को राज्याभिषेक किया गया। प्रताप कुछ समय के बाद कुम्भलगढ़ चला गया जहां राज्याभिषेक का उत्सव मनाया गया।
- प्रश्न 214 मेवाड़ के किस शासक के समय जावर में चांदी की खान से खनन प्रारम्भ हुआ
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- (अ) क्षेत्रसिंह
- (ब) रतनसिंह
- (स) लक्षसिंह(लाखा)
- (द) कुम्भा(कुम्भकर्ण)
उत्तर : लक्षसिंह(लाखा)
व्याख्या :
राणा लाखा के समय में जावर माइन्स से चांदी और सीसा बहुत अधिक मात्रा में निकलने लगा जिससे आर्थिक समृद्धि बढ़ी।
- प्रश्न 215 निम्नलिखित में से कौन सा विद्वान कुम्भा के दरबार में नहीं था -
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- (अ) टिल्ला भट्ट
- (ब) मुनि सुन्दर सूरी
- (स) मुनि जिन विजय सूरी
- (द) नाथा
उत्तर : मुनि जिन विजय सूरी
व्याख्या :
नाथा, टिल्ला भट्ट, मुनि सुंदर सूरि कुम्भा के दरबार में थे।
- प्रश्न 216 अपनी तेज धावक क्षमता के कारण किसे ‘उडणा राजकुमार’ कहा जाता है -
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- (अ) कुंवर पृथ्वीराज
- (ब) कुंवर चूड़़ा
- (स) मोकल
- (द) राव जोधा
उत्तर : कुंवर पृथ्वीराज
व्याख्या :
रायमल के 11 रानियाँ 13 पुत्र व 2 पुत्रियां थी। प्रमुख पुत्र पृथ्वीराज, जयमल, संग्रामसिंह (सांगा), रायसिंह थे। इनमें पृथ्वीराज सबसे बड़े थे और संग्रामसिंह सबसे छोटे थे। पृथ्वीराज को ‘उडणा’ पृथ्वीराज भी कहते हैं।
- प्रश्न 217 मेवाड़ का भीष्म पितामह किसे कहा जाता है -
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- (अ) प्रताप
- (ब) सांगा
- (स) चूड़ा
- (द) मोकल
उत्तर : चूड़ा
व्याख्या :
राणा लाखा के बड़े पुत्र चूँडा ने यह प्रतिज्ञा ली कि ‘मेवाड़ के सिंहासन पर उसका या उसके उत्तराधिकारी का कोई अधिकार नहीं होगा, बल्कि राजकुमारी हंसाबाई से उत्पन्न होने वाली संतान का होगा।’ हंसाबाई ने मोकल को जन्म दिया और वह मेवाड़ का राणा बना न कि चूँडा। इसलिए राजस्थान के इतिहास में राजकुमार चूँडा को न कि राव चूँडा को ‘मेवाड़ का भीष्म पितामह’ कहा जाता है।
- प्रश्न 218 ‘विषमघाटी पंचानन’ कहा जाता है -
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- (अ) बप्पा रावल
- (ब) राणा हम्मीर
- (स) राणा सांगा
- (द) जैत्रसिंह
उत्तर : राणा हम्मीर
व्याख्या :
कीर्तिस्तम्भ प्रशस्ति (चित्तौड़गढ़) में हमीर सिसोदिया को विषम घाटी पंचानन कहा गया है।
- प्रश्न 219 राणा प्रताप के लिए किस उक्ति का प्रयोग होता है -
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- (अ) हल्दीघाटी का शेर
- (ब) उड़या राजकुमार
- (स) मारवाड़ का शाहजहां
- (द) मेवाड़ का भीष्म पितामह
उत्तर : हल्दीघाटी का शेर
व्याख्या :हल्दीघाटी का शेर महाराणा प्रताप उड़या राजकुमार पृथ्वीराज मारवाड़ का शाहजहां उम्मेद सिंह मेवाड़ का भीष्म पितामह राव चूँडा
- प्रश्न 220 मेवाड़ का आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र ‘मेवाड़ का कीका’ नाम से किसे पुकारथा था -
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- (अ) राणा सांगा
- (ब) राणा हम्मीर
- (स) राणा कुम्भा
- (द) राणा प्रताप
उत्तर : राणा प्रताप
व्याख्या :
राणा प्रताप जैवन्ता बाई (पाली के अखैराज सोनगरा की पुत्री) तथा राणा उदयसिंह का पुत्र था। वह इस पहाड़ी भाग में ‘कीका’ नाम से सम्बोधित किया जाता था जो स्थानीय भाषा में ‘छोटे बच्चे’ का सूचक है।
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