राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएँ
- प्रश्न 221 राजस्थान के मरूस्थलीय भूभाग में जल आपूर्ति करने के लिए कौन सी नहर महत्वपूर्ण है -
Raj Police Constable Exam (8 Nov 2020 S-1) -
- (अ) गंगनहर
- (ब) इंदिरा गांधी नहर
- (स) भरतपुर नहर
- (द) हनुमानगढ़ नहर
उत्तर : इंदिरा गांधी नहर
व्याख्या :
राजस्थान के मरूस्थलीय भूभाग में जल आपूर्ति के लिए इंदिरा गांधी नहर महत्वपूर्ण है।
- प्रश्न 222 निम्नलिखित में से कौन सा बांध, कोट बांध भी कहलाता है -
Raj Police Constable Exam (8 Nov 2020 S-2) -
- (अ) मोरल बांध
- (ब) घोसुंडा बांध
- (स) खांडिप बांध
- (द) सरजू सागर बांध
उत्तर : सरजू सागर बांध
व्याख्या :
सरजू सागर बांध जिसे कोट बांध के नाम से भी जाना जाता है, शाकंभरी पहाड़ियों पर एक बांध है।
- प्रश्न 223 ‘मारवाड़ का अमृत सरोवर’ कहलाता है -
-
- (अ) जवाई बांध
- (ब) राणा प्रताप सागर बांध
- (स) कडाणा बांध
- (द) बांकली बांध
उत्तर : जवाई बांध
व्याख्या :
पाली के सुमेरपुर कस्बे में जवाई बांध बना है। जो मारवाड का अमृत सरोवर कहलाता है।
- प्रश्न 224 प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना – सूक्ष्म सिंचाई के वित्त पोषण का पैटर्न केन्द्र : राज्य के संबंध में है –
VDO Exam 1st Shift 27 Dec 2021 -
- (अ) 50:50
- (ब) 80:20
- (स) 60:40
- (द) 70:30
उत्तर : 60:40
व्याख्या :
3 योजनाओं त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम, समन्वित जल ग्रहण प्रबंध कार्यक्रम और खेत पर जल प्रबंध योजनाओं को मिलाकर 2015-16 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) की शुरुआत की गई। इसमें केंद्र व राज्य का अंश 60:40 का होता है।
- प्रश्न 225 पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन से कथन सही हैं -
(i) यह परियोजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए बनायी गयी है।
(ii) इसमें 26 विभिन्न बड़ी एवं मध्यम परियोजनाओं के माध्यम से 2.8 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है।
(iii) नवनेरा बैराज इस परियोजना का अभिन्न हिस्सा है।
(iv) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया है।
कूट
VDO Exam 2nd Shift 28 Dec 2021 -
- (अ) (ii) एवं (iii)
- (ब) (i), (ii), (iii) एवं (iv)
- (स) (i), (ii) एवं (iii)
- (द) (i) एवं (iii)
उत्तर : (i), (ii) एवं (iii)
व्याख्या :
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के तहत नोनेरा (नवनेरा) बांध कोटा जिले दिगोद तेहसील के बूढ़ादीत गांव के पास में कालीसिंध नदी पर 2022 में बनाया गया है। जयपुर और अजमेर सहित 13 जिलों की प्यास बुझाने के लिए कोटा के नोनेरा बांध से टोंक के बीसलपुर बांध में पानी लाया जाएगा।
- प्रश्न 226 माही-बजाज सागर परियोजना का मुख्य बांध किस स्थान पर बनाया गया है -
-
- (अ) रवान्दू
- (ब) बोरघेड़ा
- (स) बांसवाड़ा
- (द) भैसरोड़गढ़
उत्तर : बोरघेड़ा
व्याख्या :
इसी परियोजना के अंतर्गत बांसवाड़ा के बोरखेड़ा गांव में माही बजाज सागर बांध बना हुआ है।
- प्रश्न 227 निम्नलिखित में से कौनसा/कौनसे युग्म सुमेलित है/हैं - सही उत्तर का चयन नीचे दिये गये कूट से कीजिए -
सिंचाई परियोजना - जिला
1. ल्हासी - बारां
2. तकली - कोटा
3. इन्दिरा लिफ्ट - बूंदी
कूट - -
- (अ) 1 और 3
- (ब) 2 और 3
- (स) 1 और 2
- (द) 2 और 3
उत्तर : 1 और 2
व्याख्या :
ल्यासी अंधेरी नदी की सहायक नदी है और अंधेरी पार्वती नदी की सहायक नदी है। ल्यासी सिंचाई परियोजना बाराँ जिले की बड़ौद तहसील के खजुरिया गांव में 2008 से शुरू की गई थी।
तकली परियोजना कोटा जिले की परियोजना है।
इन्दिरा लिफ्ट सिंचाई परियोजना करौली जिले की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है।
- प्रश्न 228 नीचे दी गई सिंचाई परियोजना एवं उनसे सम्बन्धित जिले का कौनसा युग्म सही नहीं है -
-
- (अ) कालीसिंध परियोजना - उदयपुर
- (ब) जाखम परियोजना - प्रतापगढ़
- (स) जवाई परियोजना - पाली
- (द) कोठारी परियोजना - भीलवाड़ा
उत्तर : कालीसिंध परियोजना - उदयपुर
व्याख्या :
कालीसिंध परियोजना का संबंध झालावाड़ जिले से है।
- प्रश्न 229 राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर का प्रवेश बिन्दु निम्न में से कौनसा जिला है -
-
- (अ) श्रीगंगानगर
- (ब) हनुमानगढ़
- (स) बीकानेर
- (द) सीकर
उत्तर : हनुमानगढ़
व्याख्या :
इंदिरा गांधी नहर का उद्गम पंजाब में फिरोजपुर के निकट सतलज-व्यास नदियों के संगम पर बने हरिके बैराज से है। IGNP के दो भाग हैं। प्रथम भाग राजस्थान फीडर कहलाता है इसकी लम्बाई 204 कि.मी.(170 कि.मी. पंजाब व हरियाणा + 34 कि.मी. राजस्थान) है। जो हरिकै बैराज से हनुमानगढ़ के मसीतावाली हैड तक विस्तारित है।
- प्रश्न 230 इन्दिरा गांधी नहर परियोजना में सिंचाई कार्य किस वर्ष प्रारम्भ हुआ -
-
- (अ) 1958
- (ब) 1961
- (स) 1965
- (द) 1976
उत्तर : 1961
व्याख्या :
नहर निर्माण कार्य का श्री गणेश तात्कालिक ग्रहमंत्री श्री गोविन्द वल्लभ पंत ने 31 मार्च 1958 को किया । 11 अक्टुबर 1961 को इससे सिंचाई प्रारम्भ हो गई, जब तात्कालिन उपराष्ट्रपति डा. राधाकृष्णनन ने नहर की नौरंगदेसर वितरिका में जल प्रवाहित किया था।
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