मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 281 हिन्दुपत के नाम से जाना जाता है-
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- (अ) राणा सांगा
- (ब) राणा कुंभा
- (स) राणा प्रताप
- (द) राणा उदयसिंह
उत्तर : राणा सांगा
व्याख्या :
महाराणा सांगा को हिन्दूपत कहा जाता था।
- प्रश्न 282 ऐतिहासिक खानवा का मैदान कहां स्थित है, जहां राणा सांगा व बाबर के मध्य खानवा का युद्ध हुआ -
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- (अ) भरतपुर
- (ब) अलवर
- (स) करौली
- (द) धौलपरु
उत्तर : भरतपुर
व्याख्या :
खानवा युद्ध राणा सांगा एवं मुगल सम्राट जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर के मध्य 17 मार्च, 1527 ई. को बयाना के पास (वर्तमान रूपबास) हुआ।
- प्रश्न 283 मेवाड़ की किस घटना को मेवाड़ का प्रथम कलंक कहा जाता है -
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- (अ) लाखा द्वारा हंसाबाई से शादी करना
- (ब) ऊदा द्वारा कुम्भा की हत्या करना
- (स) कुम्भा द्वारा खिलजी को मुक्त करना
- (द) इल्तुतमिश द्वारा नागदा को तहस-नहस करना
उत्तर : ऊदा द्वारा कुम्भा की हत्या करना
व्याख्या :
राणा कुम्भा के जीवन के अंतिम काल में उन्माद नामक रोग हो गया था। कुम्भा की 1468 ई. में कुम्भलगढ़ के अंदर मामादेव कुंड पर उनके पुत्र ऊदा ने हत्या कर दी। ऊदा ‘मेवाड़ का पितृहन्ता’ कहलाता है।
- प्रश्न 284 विद्यानुरागी व संगीत प्रेमी होने के कारण राणा कुम्भा को कहा जाता है -
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- (अ) हालगुरू
- (ब) अभिनव भरताचार्य
- (स) शैलगुरू
- (द) हिन्दू सुरताण
उत्तर : अभिनव भरताचार्य
व्याख्या :
राणा कुम्भा की उपाधि अभिनव भारताचार्य (संगीत कला में निपुण) से सिद्ध है कि वह स्वयं महान् संगीतकार थे।
- प्रश्न 285 महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक हुआ था-
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- (अ) गोगुन्दा
- (ब) चावण्ड
- (स) कुम्भलगढ़
- (द) उदयपुर
उत्तर : गोगुन्दा
व्याख्या :
गोगुन्दा में महादेव बावड़ी राणा प्रताप का 32 वर्ष की आयु में 28 फरवरी, 1572 को राज्याभिषेक किया गया।
- प्रश्न 286 प्रताप की सेना का पठान सेनानायक था-
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- (अ) महिर खां
- (ब) जलील खां
- (स) हाकिम खां
- (द) उलुग खां
उत्तर : हाकिम खां
व्याख्या :
अकबर की ओर से सेनानायक कुँवर मानसिंह कच्छवाहा एवं राणा प्रताप की ओर से पठान हाकिम खाँ सूर थे।
- प्रश्न 287 हल्दीघाटी के युद्ध में मुगलों और महाराणा के सैनिकों के साथ दोनों पक्षों के जिन हाथियों ने वीरता दिखाई, उनके नाम हैं -
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- (अ) चेतक, गजाला, दीन, गजराज
- (ब) लूणा, रामप्रसाद, गजमुक्त, गजराज
- (स) चेतक, रामप्रसाद, हरीप्रसाद, नीला
- (द) शक्ति, रामप्रताप, गजअक्षय, पीरप्रसाद
उत्तर : लूणा, रामप्रसाद, गजमुक्त, गजराज
व्याख्या :
राणा ने अपने दो युद्धरत हाथियों “लूना एवं रामप्रसाद” को युद्ध करने का आदेश दिया। मुगलों ने लूना के विरूद्ध जो केन्द्र की ओर बढ़ रहा थ अपने हाथी “गज-मुक्ता” (गजमुख) मैदान में उतार दिया। रामप्रसाद दाहिने हरावल की ओर तेजी से आगे बढ़ा दूसरी और दो मुगल हाथी “गजराज एवं रन-मदार” (Ran-Aadar) आगे बढ़े तथा हाथियों में खूनी संघर्ष शुरू हुआ। प्रताप की सेना में खांडराव और चक्रवाप नामक हाथी भी थे।
- प्रश्न 288 राजपूत कालीन एक प्राचीन परम्परा पाति-पेरवन को किस शासक ने निभाया -
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- (अ) राणा कुम्भा
- (ब) राण प्रताप
- (स) राणा सांगा
- (द) राणा अमरसिंह
उत्तर : राणा सांगा
व्याख्या :
खानवा युद्ध राणा सांगा एवं मुगल सम्राट जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर के मध्य 17 मार्च, 1527 ई. को बयाना के पास (वर्तमान रूपबास) हुआ। युद्ध में राणा सांगा के झंडे के नीचे राणा सांगा ने पाती पेरवन की राजपूत परंपरा को पुनर्जीवित कर के प्रत्येक सरदार को अपनी ओर युद्ध में शामिल होने का निमंत्रण भेजा ।
- प्रश्न 289 राजपूताना में आवल-भावल की ऐतिहासिक सन्धि किन दो राज्यों के मित्रतापूर्ण संबंध स्थापित करने के लिए जानी जाती है -
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- (अ) मेवाड़ व मारवाड़
- (ब) मेवाड़ व अजमेर
- (स) मारवाड़ व ढूंढाड़
- (द) मेवाड़ व हाड़ौती
उत्तर : मेवाड़ व मारवाड़
व्याख्या :
आवल-बावल की संधि 1453 ई. : महाराणा कुम्भा व राव जोधा के मध्य कुम्भा की दादी व राव जोधा की बुआ हंसाबाई ने मध्यस्थता करते हुए दोनों के मध्य 1453 ई. में सोजत (पाली) में ‘आवल-बावल’ की संधि करवाई । जिसके तहत मेवाड़-मारवाड़ की सीमा का निर्धारण हुआ तथा राव जोधा ने अपनी पुत्री श्रृंगार देवी का विवाह कुम्भा के पुत्र रायमल के साथ किया।
- प्रश्न 290 मेवाड़ के रायमल के किस पुत्र को उड़वा राजकुमार कहा जाता है -
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- (अ) सांगा
- (ब) जगमाल
- (स) पृथ्वीराज
- (द) इनमें कोई नहीं
उत्तर : पृथ्वीराज
व्याख्या :
पृथ्वीराज को ‘उडणा’ पृथ्वीराज भी कहते हैं। अजमेर के प्रशासन का संचालन करते समय पृथ्वीराज ने अजमेर दुर्ग के कुछ भागों का निर्माण करवाकर दुर्ग का नाम अपनी पत्नि तारा (राव सुरताण की पुत्री) के नाम पर तारागढ़ कर दिया।
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