वन्य जीव अभ्यारण्य
- प्रश्न 31 घड़ियालों की प्रजाति को संरक्षित करने के लिए कौन-सा अभ्यारण्य है-
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- (अ) जयसमंद अभयारण्य
- (ब) बंध बोरठा अभयारण्य
- (स) राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य
- (द) जवाहर सागर वन्य विहार
उत्तर : राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य
- प्रश्न 32 निम्न में से कौन-सा अभयारण्य बहबड पक्षी (इम्पीरियल सेंडगाउज) के लिये विश्व प्रसिद्ध है
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- (अ) गजनेर अभयारण्य
- (ब) बंध बरेठा अभयारण्य
- (स) बस्सी अभयारण्य
- (द) भैंसरोडगढ़ अभयारण्य
उत्तर : गजनेर अभयारण्य
- प्रश्न 33 राजस्थान में पक्षी प्रजातियों की सर्वाधिक विविधता कहां पायी जाती है-
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- (अ) केवलादेव-भरतपुर
- (ब) रणथंभौर-सवाई माधोपुर
- (स) मरूद्यान-जैसलमेर
- (द) सरिस्का-अलवर
उत्तर : केवलादेव-भरतपुर
- प्रश्न 34 ‘साइबेरियन सारस’ किस ऋतु में घना पक्षी राष्ट्रीय उद्यान में आते हैं -
Raj Police Constable(9321) -
- (अ) ग्रीष्म ऋतु
- (ब) शीत ऋतु
- (स) वर्षा ऋतु
- (द) सभी ऋतुओं में
उत्तर : शीत ऋतु
- प्रश्न 35 मुख्य रूप से चिंकारों के लिए प्रसिद्ध अभयारण्य कौन-सा है -
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- (अ) नाहरगढ़ अभयारण्य
- (ब) बंध बरेठा अभयारण्य
- (स) जयसमंद अभयारण्य
- (द) गजनेर अभयारण्य
उत्तर : नाहरगढ़ अभयारण्य
- प्रश्न 36 ‘कृष्ण मृग’ को देखने के लिए हमें राजस्थान के किस अभ्यारण्य का भ्रमण करना चाहिए -
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- (अ) फुलवारी की नाल
- (ब) सीतामाता
- (स) तालछापर
- (द) नाहरगढ़
उत्तर : तालछापर
- प्रश्न 37 रामसर कन्वेंशन के अनुसार निम्न में से कौन सा अभयारण्य “वैटलैंड”(नम भूमि) के रूप में चयनित किया गया-
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-A) -
- (अ) जयसमंद
- (ब) केवलादेव(घाना)
- (स) शेरगढ़
- (द) सरिस्का
उत्तर : केवलादेव(घाना)
- प्रश्न 38 गजनेर वन्यजीव अभयारण्य राजस्थान के कौनसे जिले में स्थित है -
RSMSSB LDC (09-09-18) Paper-1 -
- (अ) चुरू
- (ब) सीकर
- (स) हनुमानगढ़
- (द) बीकानेर
उत्तर : बीकानेर
- प्रश्न 39 ‘रोतू’ राजस्थान के ............... जिले का आरक्षित वन्य क्षेत्र है -
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- (अ) बीकानेर
- (ब) चित्तौड़गढ़
- (स) चुरू
- (द) नागौर
उत्तर : नागौर
- प्रश्न 40 निम्न में से कौन सा राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है -
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- (अ) केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
- (ब) राष्ट्रीय मरू उद्यान
- (स) रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान
- (द) मुकन्दरा हिल्स नेशनल पार्क
उत्तर : केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
व्याख्या :
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर में है। इसे घाना पक्षी विहार भी कहते हैं इसे पक्षियों का स्वर्ग कहते हैं। यह एशिया की सबसे बड़ी पक्षी प्रजनन स्थली है। इसे सन् 1956 में अभयारण्य घोषित किया गया था। 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया गया 1985 में इसे युनेस्को ने विश्व प्राकृतिक धरोहर सूची में डाला। साथ ही इसे रामसर कन्वेशन के तहत रामसर कन्वेशन वैट लैण्ट में भी शामिल किया जा चुका है।
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