मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 31 निम्नलिखित युद्धों में से उनके लड़े जाने के वर्ष के अनुसार पहले से आखिरी तक सही क्रम को चुनिए-
(1) गागरोन का युद्ध
(2) सारंगपुर का युद्ध
(3) बयाना का युद्ध
(4) मावली का युद्ध
सही विकल्प चुनें –
CET 2022 (Graduate) 08 January 2023 Shift-1 -
- (अ) 2, 1, 3, 4
- (ब) 2, 4, 3, 1
- (स) 1, 3, 2, 4
- (द) 1, 2, 3, 4
उत्तर : 2, 1, 3, 4
व्याख्या :
सारंगपुर युद्ध / मालवा युद्ध 1437 ई. : सुल्तान महमूद खिलजी प्रथम एवं राणा कुंभा के बीच
गागरोण का युद्ध (1519 ई.) : मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी द्वितीय एवं मेवाड़ महाराणा सांगा के बीच
बयाना का युद्ध (16 फरवरी, 1527) : बाबर एवं राणा सांगा के बीच
मावली का युद्ध (1540 ई.) : महाराणा उदयसिंह और बनवीर के बीच
- प्रश्न 32 महाराणा प्रताप ने चावण्ड को अपनी राजधानी कब बनाया था -
CET 2022 (Graduate) 08 January 2023 Shift-1 -
- (अ) 1576
- (ब) 1582
- (स) 1585
- (द) 1580
उत्तर : 1585
व्याख्या :
सन् 1585 के बाद अकबर ने मेवाड़ पर कोई आक्रमण नहीं किया। राणा ने पहले गोगुन्दा फिर कुंभलगढ़ को तत्पश्चात् चावण्ड का अपनी आपातकालीन नई राजधानी बनाया। महाराणा प्रताप ने 1585 ई. में चावंड के शासक लूणा को परास्त कर चावंड को अपनी राजधानी बनाया।
- प्रश्न 33 मेवाड़ राज घराने के अन्त्येष्टि स्थल का नाम क्या है -
CET 2022 (Graduate) 08 January 2023 Shift-1 -
- (अ) महासत्य
- (ब) कागा
- (स) गेटोर
- (द) बड़ा बाग
उत्तर : महासत्य
व्याख्या :
महासत्य (आहर) मेवाड़ राजघराने का (श्मशान स्थल) है।
- प्रश्न 34 ‘इजलास खास’ का गठन किया था –
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-2 -
- (अ) महाराजा अजीत सिंह ने
- (ब) राणा भगवन्त सिंह ने
- (स) महाराणा सज्जन सिंह ने
- (द) महाराजा बन्ने सिंह ने
उत्तर : महाराणा सज्जन सिंह ने
व्याख्या :
10 मार्च, 1877 को महाराणा सज्जन सिंह ने मेवाड़ राज्य में एक नई राज्य परिषद ‘इजलास खास’ की स्थापना की थी।
- प्रश्न 35 निम्नलिखित में से कौन सा (युद्ध – वर्ष) सही सुमेलित नहीं है -
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-2 -
- (अ) हरमाड़ा का युद्ध – 1557
- (ब) सामेल का युद्ध – 1562
- (स) खानवा का युद्ध – 1527
- (द) खातौली का युद्ध – 1517
उत्तर : सामेल का युद्ध – 1562
व्याख्या :
सामेल की लड़ाई, जिसे गिरी-सुमेल के युध्द के नाम से भी जाना जाता है, 1544 में राजस्थान के पाली जिले में गिरि और सुमेल गांवों के पास लड़ी गयी थी। यह शेर शाह सूरी और मालदेव राठौड़ के नेतृत्व वाली हिंदू राजपूत सेना के बीच लड़ी गयी थी।
1557 ई. को हरमाड़ा (अजमेर) का युद्ध मेवाड़ के राणा उदयसिंह और अजमेर के हाजीखाँ पठान के बीच लड़ा गया था। इसमें राणा उदयसिंह की सेना पराजित हुई।
खानवा का युद्ध 16 मार्च 1527 को मुगल सम्राट बाबर और राजपूत शासक राणा सांगा के बीच लड़ा गया था। यह युद्ध गम्भीरी नदी के किनारे, भरतपुर-धौलपुर रोड पर रूपवास के निकट गांव खानवा में लड़ा गया था।
खातौली का युद्ध 1517 में खातौली नामक स्थान पर लड़ा गया था। खातौली पीपल्दा (कोटा) में स्थित है। यह युद्ध इब्राहिम लोदी और महाराणा सांगा के बीच लड़ा गया था। महाराणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को पराजित किया।
- प्रश्न 36 औरंगज़ेब द्वारा मेवाड़ के महाराणा राजसिंह के विरुद्ध किस वर्ष युद्ध प्रारम्भ किया गया -
School Lecturer 2022 Gk (Group E) -
- (अ) 1681 ई. में
- (ब) 1679 ई. में
- (स) 1684 ई. में
- (द) 1689 ई. में
उत्तर : 1679 ई. में
व्याख्या :
बादशाह ने फरमान लिखकर महाराणा से अजीतसिंह को मांगा परंतु महाराणा ने उस पर थ्यान नहीं दिया। औरंगजेब ने पुनः दो बार फरमान भेजकर अपनी आज्ञा का पालन करने के लिये लिखा परंतु महाराणा ने अजीतसिंह, औरंगजेब को सौंपना स्वीकार नहीं किया। इस पर 3 सितम्बर 1679 को औरंगजेब ने महाराणा पर आक्रमण करने के लिये दिल्ली से अजमेर की ओर प्रस्थान किया।
- प्रश्न 37 1303 ई. में चित्तौड़ अभियान के दौरान जो मुस्लिम इतिहासकार अलाउद्दीन खिलजी के साथ गया था, वह था -
School Lecturer 2022 Gk (Group E) -
- (अ) जियाउद्दीन बरनी
- (ब) इसामी
- (स) मिन्हाज -उस- सिराज
- (द) अमीर खुसरो
उत्तर : अमीर खुसरो
व्याख्या :
28 जनवरी 1303 को अलाउद्दीन खिलजी चित्तौड़ पर आक्रमण के लिए दिल्ली से रवाना हुआ। लेखक अमीर खुसरो ने लिखा है कि सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने अपनी सेना का शाही शिविर गंभीरी और बेड़च नदियों के मध्य लगाया जो की चित्तौड़गढ़ किले के पास है। अलाउद्दीन खिलजी ने अपना स्वयं का शिविर चितौड़ी नामक पहाड़ी पर लगाया था, वहीं से अलाउद्दीन रोज चित्तौड़ के किले के घेरे के संबंध में निर्देश देता था।
- प्रश्न 38 खानवा युद्ध में भीषण घायल हो जाने के कारण सांगा का स्थान किसने लिया -
School Lecturer 2022 Gk (Group D) -
- (अ) हसन खाँ मेवाती
- (ब) सिलहदी तोमर
- (स) राजा अज्जा झाला
- (द) महमूद लोदी
उत्तर : राजा अज्जा झाला
व्याख्या :
युद्ध के मैदान में राणा सांगा घायल हो गया जिससे युद्ध का मंजर ही बदल गया। घायल राणा को सिरोही के अखैराज दूदा की देखरेख में युद्ध क्षेत्र से बाहर लाया गया तथा बसवा (दोसा) नामक स्थान पर ठहराया गया, जहां आज भी राणा सांगा का स्मारक बना हुआ है। हलवद (काठियावाड़) के झाला राजसिंह के पुत्र झाला अज्जा को सांगा के राजचिह्न धारण करवा कर रणक्षेत्र में हाथी के ओहदे पर बिठाया गया।
- प्रश्न 39 हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना में हरावल का नेतृत्व कौन कर रहा था -
School Lecturer 2022 Gk (Group D) -
- (अ) अब्दुल लाहौरी
- (ब) महमूद खिलजी
- (स) बिरदी मल
- (द) हाकिम खान सूर
उत्तर : हाकिम खान सूर
व्याख्या :
मुगल सेना में हरावल (सेना का सबसे आग वाला भाग) का नेतृत्व सैयद हाशिम कर रहा था। उसके साथ मुहम्मद बादख्शी रफी, राजा जगन्नाथ और आसफ खां थे। प्रताप की सेना के हरावल में हकीम खां सूरी, अपने पुत्रों सहित ग्वालियर का रामशाह, पुरोहित गोपीनाथ, शंकरदास, चारण जैसा, पुरोहित जगन्नाथ, सलम्बर का चूड़ावत कृष्णदास, सरदारगढ़ का भीमसिंह, देवगढ़ का रावत सांगा, जयमल मेड़तिया का पुत्र रामदास आदि शामिल थे।
- प्रश्न 40 सांगा की मृत्यु के बाद कौन मेवाड़ का शासक बना -
School Lecturer 2022 Gk (G-C) -
- (अ) राणा रतन सिंह
- (ब) राणा विक्रमादित्य
- (स) राणा राज सिंह
- (द) राणा उदय सिंह
उत्तर : राणा रतन सिंह
व्याख्या :
महाराणा सांगा के बड़े पुत्र भोजराज (मीराबाई के पति) थे। लेकिन युद्ध में इनकी मृत्यु के बाद महाराणा सांगा ने रतनसिंह को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। महाराणा सांगा की मृत्यु के बाद उनके पुत्र रतनसिंह शासक बने। रतनसिंह की माता का नाम धनबाई था जो की जोधपुर की राजकुमारी थी।
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