आमेर का कछवाहा वंश
- प्रश्न 31 1743 में सवाई जयसिंह की मृत्यु के बाद जयपुर की गद्दी पर कौन आसीन हुआ -
Lab Assistant Exam 2022 (Geography) -
- (अ) बख्तसिंह
- (ब) ईश्वरीसिंह
- (स) माधोसिंह
- (द) उम्मेदसिंह
उत्तर : ईश्वरीसिंह
व्याख्या :
महाराजा सवाई जयसिंह की मृत्यु के बाद उनके पुत्र ईश्वरीसिंह ने राजकाज संभाला। इन्हें जागृतदेव व भौमियादेव भी कहते हैं।
- प्रश्न 32 सर वी. टी. कृष्णामाचारी किस राज्य के दीवान थे -
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1 -
- (अ) जैसलमेर
- (ब) मेवाड़
- (स) जोधपुर
- (द) जयपुर
उत्तर : जयपुर
व्याख्या :
सर वी. टी. कृष्णामाचारी, महाराजा मानसिंह के समय जयपुर के दीवान थे।
- प्रश्न 33 सुमेलित कीजिए:
(A) मारवाड़ (i) सिसोदिया (B) मेवाड़ (ii) राठौड़ (C) आमेर (iii) हाडा (D) बूंदी (iv) कछवाहा
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1 -
- (अ) (A)-(iv), (B)-(ii), (C)-(i), (D)-(iii)
- (ब) (A)-(ii), (B)-(i), (C)-(iv), (D)-(iii)
- (स) (A)-(i), (B)-(iii), (C)-(ii), (D)-(iv)
- (द) (A)-(iii), (B)-(iv), (C)-(ii), (D)-(i)
उत्तर : (A)-(ii), (B)-(i), (C)-(iv), (D)-(iii)
व्याख्या :राज्य राजवंश मारवाड़ राठौड़ मेवाड़ सिसोदिया आमेर कछवाहा बूंदी हाडा
- प्रश्न 34 किस राजपूत शासक को अकबर ने “अमीर-उल-उमरा” की उपाधि दी थी -
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 28 June 2022 Paper-1 -
- (अ) मानसिंह
- (ब) रामसिंह
- (स) भगवन्तदास
- (द) जसवन्तसिंह
उत्तर : भगवन्तदास
व्याख्या :
अकबर ने भारमल की मृत्यु उपरान्त उसके पुत्र भगवानदास को ‘राजा’ की उपाधि से विभूषित कर आमेर का शासक घोषित कर दिया। अकबर ने भगवानदास को 5000 का मनसब तथा पंजाब का सूबेदार (1582-89 ई.) नियुक्त किया। मुगल सम्राट अकबर ने राजा भारमल को अमीर-उल-उमरा की उपाधि से सम्मानित किया।
- प्रश्न 35 अकबर ने सर्वोच्च मनसब (सात हजारी) किस राजपूत शासक को दिया था -
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- (अ) राजा भारमल
- (ब) मोटाराजा उदयसिंह
- (स) राजा मानसिंह
- (द) राजा भगवन्त दास
उत्तर : राजा मानसिंह
व्याख्या :
अकबर ने मानसिंह को 7000 का मनसब व फर्जन्द (बेटा) की उपाधि प्रदान की।
- प्रश्न 36 कतिपय राजपूत शासकों की सूची नीचे दी जा रही है -
1. राणा सांगा 2. चन्द्र सेन 3. मानसिंह 4. रायसिंह
इनमें से किन्ही दो का चयन करें जिन्होंने मुगलों का सहयोग किया - -
- (अ) 3 और 4
- (ब) 1 और 2
- (स) 2 और 3
- (द) 1 और 4
उत्तर : 3 और 4
व्याख्या :
भगवान दास की मृत्यु के बाद अकबर ने इसके पुत्र मानसिंह को मिर्जाराजा और फर्जन्द (पुत्र) की उपाधियों से विभूषित कर आमेर का शासक घोषित कर दिया। मान सिंह अकबर के नौ रत्नों में से एक थे।
रायसिंह ने अपनी उपाधि ‘महाराजाधिराज व महाराजा’ रखी। अकबर ने रायसिंह ‘राय’ उपाधि व 4000 मनसब दी।
- प्रश्न 37 बादशाह अकबर की पत्नी हीर कुंवारी, जिन्हें जोधा बाई के नाम से भी जाना जाता है, किस राजा की पुत्री थीं -
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- (अ) सूरजमल
- (ब) भारमल
- (स) टोडरमल
- (द) सुख जीवनमल
उत्तर : भारमल
व्याख्या :
सांभर नामक स्थान पर 6 फरवरी, 1562 ई. को भारमल ने अपनी कन्या हरकाबाई (शाहीबाई/यौद्धाबाई) का विवाह अकबर से कर दिया। भारमल पहला राजपूत शासक था जिसने मुगलों की अधीनता को स्वीकार कर उनसे वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित किए। अकबर ने हरकाबाई को ‘मरियम उज जमानी’ की उपाधि से विभूषित किया था।
- प्रश्न 38 ____ के स्वागत के लिए जयपुर शहर को गुलाबी रंग में रंगा गया था।
Police Constable Exam (14 May 2022 Shift-1) -
- (अ) अल्बर्ट एडवर्ड
- (ब) हेनरी VIII
- (स) एलिज़ाबेथ द्वितीय
- (द) क्वीन विक्टोरिया
उत्तर : अल्बर्ट एडवर्ड
व्याख्या :
जब प्रिंस अल्बर्ट जयपुर आये तो उनके सम्मान में जयपुर शहर को गुलाबी रंग से रंगवाया। गुलाबी रंग स्वागत् तथा सेवा भाव का प्रतीक है। वर्तमान में यह गुलाबी नगर के नाम से विश्व भर में प्रसिद्ध है।
- प्रश्न 39 जयपुर के संस्थापक महाराजा जय सिंह द्वितीय के पिता कौन थे -
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- (अ) महाराजा चरण सिंह
- (ब) महाराजा उदय सिंह
- (स) महाराजा बिशन सिंह
- (द) महाराजा कल्याण सिंह
उत्तर : महाराजा बिशन सिंह
व्याख्या :
बिशन सिंह के उपरान्त मात्र 12 वर्ष की अवस्था में जयसिंह द्वितीय शासक बना। इसका मूल नाम विजयसिंह था और उसके छोटे भाई का नाम जयसिंह था। औरंगजेब ने दोनों भाईयों के नाम परस्पर परिवर्तित करके उसे सवाई की उपाधि से विभूषित किया और वह सवाई जयसिंह के नाम से विख्यात हो गया।
- प्रश्न 40 मुगल बादशाह अकबर की राजस्थान के राजाओं के साथ मित्रता और वैवाहिक संबंधों की नीति को किस रूप में नामित किया गया था -
Police Constable Exam (13 May 2022 Shift-2) -
- (अ) राजस्थान नीति
- (ब) राजपूत नीति
- (स) मेवाड़ नीति
- (द) राजपूताना नीति
उत्तर : राजपूत नीति
व्याख्या :
अकबर की राजपूत नीति अद्वितीय थी क्योंकि इसने न केवल राजपूतों और मुगल शासकों के बीच लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को समाप्त करने में मदद की बल्कि अकबर को अपने साम्राज्य के समेकन में भी मदद की।
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