चौहान वंश
- प्रश्न 31 बूंदी रियासत के अंतिम आधिकारिक शासक कौन थे -
CET 2022 (Graduate) 07 January 2023 Shift-2 -
- (अ) महाराव राजा रात सिंह
- (ब) महाराव राजा रघुबीर सिंह
- (स) महाराव राजा ईश्वरी सिंह
- (द) महाराव राजा बहादुर सिंह
उत्तर : महाराव राजा बहादुर सिंह
व्याख्या :
महाराव राजा बहादुर सिंह बूंदी के अंतिम राजा थे।
- प्रश्न 32 दत्ताणी के युद्ध के समय सिरोही का शासक था –
-
- (अ) महाराव सुरताण
- (ब) अमर सिंह राठौड़
- (स) महाराव विजयसिंह
- (द) राव करण सिंह
उत्तर : महाराव सुरताण
व्याख्या :
दत्ताणी के युद्ध के समय सिरोही के शासक महाराव सुरताण थे। यह 1583 में लड़ा गया था।
- प्रश्न 33 निम्नलिखित में से (अलाउद्दीन खिलजी के समय शासक – स्थान) सुमेलित नहीं है -
Forest Guard Exam 2022 Shift 3 -
- (अ) चित्तौड़गढ़ – रावल रतनसिंह
- (ब) रणथम्भौर – हम्मीर देव चौहान
- (स) जोधपुर – वीरम देव
- (द) सिवाणा – शीतल देव
उत्तर : जोधपुर – वीरम देव
व्याख्या :
सन् 1311 ई. में अलाउद्दीन ने जालौर दुर्ग पर आक्रमण किया और कई दिनों के घेरे के बाद अंतिम युद्ध में अलाउद्दीन की विजय हुई और सभी राजपूत शहीद हुए। वीर कान्हड़देव सोनगरा और उसके पुत्र वीरमदेव युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
- प्रश्न 34 पृथ्वीराज III द्वारा चंदेल राज्य पर आक्रमण के दौरान वहाँ का शासक कौन था -
School Lecturer 2022 History (Group - C) -
- (अ) परमार्दी
- (ब) जिनपाल
- (स) आल्हा
- (द) भीमदेव
उत्तर : परमार्दी
व्याख्या :
महोबा (तुमुल) का युद्ध : 1182 ई. में पृथ्वीराज ने महोबा के चंदेल वंश के शासक परमाल(परमार्दी) देव पर आक्रमण किया। इस युद्ध (तुमुल का युद्ध) में परमार्दिदेव के दो सेनानायक आल्हा व उदल वीरगति को प्राप्त हुए।
- प्रश्न 35 किसको चौहानों का मूल स्थान माना जाता है -
School Lecturer 2022 History (Group - C) -
- (अ) अजमेर
- (ब) दिल्ली
- (स) सपादलक्ष
- (द) अहिछत्रपुर
उत्तर : सपादलक्ष
व्याख्या :
राजस्थान में चौहानों के मूल स्थान सांभर(शाकम्भरी देवी - तीर्थों की नानी,देवयानी तीर्थ) के आसपास वाला क्षेत्र माना जाता था, इस क्षेत्र को सपादलक्ष(सपादलक्ष का अर्थ सवा लाख गांवों का समूह) के नाम से जानते थे, प्रारम्भिक चौहान राजाओं की राजधानी अहिच्छत्रपुर (हर्षनाथ की प्रशस्ति) थी जिसे वर्तमान में नागौर के नाम से जानते हैं। सपादलक्ष के चौहानों का आदि पुरुष वासुदेव था, जिसका समय 551 ई. के लगभग अनुमानित है।
- प्रश्न 36 निम्नलिखित चौहान शासकों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए और नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए -
(1) पृथ्वीराज राय पिथौरा
(2) पृथ्वीराज II
(3) विग्रहराज IV
(4) सोमेश्वर
कूट -
Sr. Computer Instructor 2022 Paper 1 -
- (अ) 1, 2, 3, 4
- (ब) 4, 3, 2, 1
- (स) 3, 2, 4, 1
- (द) 1, 4, 2, 3
उत्तर : 3, 2, 4, 1
व्याख्या :
बीसलदेव चौहान (विग्रहराज चतुर्थ) (1158-1163 ई.)
विग्रहराज चतुर्थ के बाद अपरगांगेय और उसके बाद पृथ्वीराज द्वितीय गद्दी पर बैठा जिसने 1169 ई. तक शासन किया। पृथ्वीराज द्वितीय की निःसंतान मृत्यु होने पर उसके चाचा (अर्णोराज का पुत्र, जो गुजरात की राजकुमारी कांचन देवी से पैदा हुआ था) सोमेश्वर ने अजमेर का सिंहासन प्राप्त किया। चौहान वंश के अंतिम प्रतापी सम्राट पृथ्वीराज चौहान तृतीय (1177-1192 ई.) का जन्म 1166 ई. (वि.सं. 1223) में सोमेश्वर की रानी कर्पूरीदेवी की कोख से अन्हिलपाटन (गुजरात) में हुआ।
- प्रश्न 37 जालौर के चौहान वंश का संस्थापक कौन था -
Forester Exam 2020 Shift 1 -
- (अ) कान्हडदेव
- (ब) कीर्तिपाल
- (स) रतनसिंह
- (द) हमीरदेव
उत्तर : कीर्तिपाल
व्याख्या :
जालौर के चौहान वंश की स्थापना नाडोल शाखा के कीर्तिपाल चौहान द्वारा परमारों को परास्त करके की गई थी।
- प्रश्न 38 ‘हुंजा’ नामक घोड़ किस राजा से संबंधित था -
JEN Agriculture 2022 -
- (अ) मेवाड़ राणा प्रताप
- (ब) बूंदी के उम्मेद सिंह
- (स) आमेर के मानसिंह
- (द) मारवाड़ के मालदेव
उत्तर : बूंदी के उम्मेद सिंह
व्याख्या :
महाराव राजा उम्मेद सिंह ने ‘हुंजा’ नामक घोड़े पर सवार होकर कई युद्ध लड़े।
- प्रश्न 39 राजा अजयपाल किसके संस्थापक थे -
JEN Agriculture 2022 -
- (अ) अलवर
- (ब) अजमेर
- (स) भरतपुर
- (द) चित्तौड़
उत्तर : अजमेर
व्याख्या :
पृथ्वीराज प्रथम के पुत्र का नाम अजयराज था। अपने साम्राज्य को सुरक्षित रखने के लिए उसने 1113 ई. में अजयमेरु (अजमेर) बसाकर उसे अपनी राजधानी बनाया। उसने अजयमेरु में दुर्ग का निर्माण करवाया जिसे गढ़बीठली कहते हैं।
- प्रश्न 40 अलाउद्दीन खिलजी ने किस दुर्ग को जीतकर उसका नाम खैराबाद रखा -
Junior Instructor (WC&S)2018 -
- (अ) सिवाणा दुर्ग
- (ब) जोधपुर दुर्ग
- (स) रणथम्भोर दुर्ग
- (द) चित्तौड़ दुर्ग
उत्तर : सिवाणा दुर्ग
व्याख्या :
जालौर के मार्ग में सिवाना का दुर्ग पड़ता है, अतः पहले अलाउद्दीन खिलजी ने 1308 ई. में सिवाना दुर्ग पर आक्रमण कर उसे जीता और उसका नाम खैराबाद रख कमालुद्दीन गुर्ग को वहाँ का दुर्ग रक्षक नियुक्त कर दिया। वीर सातल और सोम वीर गति को प्राप्त हुए।
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