मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 341 राणा राजसिंह समकालीन था -
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- (अ) जहांगीर के
- (ब) औरंगजेब के
- (स) अकबर के
- (द) शाहजहां के
उत्तर : औरंगजेब के
व्याख्या :
राणा राजसिंह औरंगजेब के समकालीन थे।
- प्रश्न 342 महाराणा कुम्भा द्वारा रचित ग्रंथ ‘संगीत राज’ कितने कोषों में विभक्त है -
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- (अ) 4
- (ब) 5
- (स) 7
- (द) 9
उत्तर : 5
व्याख्या :
‘संगीतराज’ के पांच भाग- पाठरत्नकोश, गीतरत्नकोश, वाद्यरत्नकोश, नृत्यरत्नकोश और रसरत्नकोश हैं।
- प्रश्न 343 निम्न में से कौन सा ग्रन्थ कुम्भा की रचना नहीं है -
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- (अ) कलानिधि
- (ब) रसिकप्रिया
- (स) सुधा प्रबंध
- (द) नृत्यरत्नकोष
उत्तर : कलानिधि
व्याख्या :
गोविंद (मंडन के पुत्र) के द्वारा कलानिधि, द्वार दीपिका, उद्धार धोरिणी पुस्तक लिखी गई।
- प्रश्न 344 निम्न युद्ध राजस्थान इतिहास में सीमा चिन्ह हैं -
- खानवा का युद्ध
- भटनेर का युद्ध
- सुमेल-गिरी का युद्ध
- हल्दी घाटी का युद्ध
इन युद्धों को सही तिथिक्रम में रखें - -
- (अ) 1,2,3,4
- (ब) 2,1,3,4
- (स) 1,4,2,3
- (द) 4,3,2,1
उत्तर : 2,1,3,4
व्याख्या :
भटनेर का युद्ध (1398 ई.)
खानवा का युद्ध (17 मार्च, 1527) : राणा सांगा एवं जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर
गिरी सुमेल के युद्ध (1544 ई.) : मालदेव व शेरशाह
हल्दीघाटी (राजसमंद) का युद्ध (18 जून, 1576) : राणा प्रताप एवं अकबर
- प्रश्न 345 कर्नल जेम्स टॉड ने किस शासक को प्रबल हिंदू राजा कहा -
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- (अ) राणा सांगा
- (ब) राणा रतन सिंह
- (स) राणा हमीर
- (द) राणा कुंभा
उत्तर : राणा हमीर
व्याख्या :
कर्नल जेम्स टॉड ने राणा हम्मीर को अपने समय का प्रबल हिंदू राजा माना है।
- प्रश्न 346 सिंगोली का युद्ध किन किन के मध्य हुआ -
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- (अ) राणा हमीर और मोहम्मद बिन तुगलक
- (ब) मोहम्मद बिन तुगलक और राणा लाखा
- (स) मोहम्मद बिन तुगलक और क्षेत्र सिंह
- (द) मोहम्मद बिन तुगलक और रतन सिंह
उत्तर : राणा हमीर और मोहम्मद बिन तुगलक
व्याख्या :
दिल्ली के मुहम्मब बिन तुगलक ने राणा हमीर के समय मेवाड़ पर आक्रमण किया। यह युद्ध सिंगोली (बांसवाड़ा) का युद्ध कहलाता है।
- प्रश्न 347 सिसोदिया साम्राज्य का संस्थापक कौन था
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- (अ) सिसोदिया खेता
- (ब) सिसोदिया लाखा
- (स) राणा रतन सिंह
- (द) राणा हमीर
उत्तर : राणा हमीर
व्याख्या :
गौरीशंकर हिराचंद औझा के अनुसार मालदेव सोनगरा चौहान के पुत्र जयसिंह/जैसा चौहान को पराजित कर सीसोदा शाखा के राणा अरिसिंह के पुत्र राणा हमीर ने चित्तौड़गढ़ पर अधिकार कर लिया। तब से मेवाड़ के शासक महाराणा/राणा तथा वंश सिसोदिया कहलाने लगा।
- प्रश्न 348 रतन सिंह के दो सेनानायक कौन थे
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- (अ) गोरा बादल
- (ब) जेता कुपा
- (स) जयमल पत्ता
- (द) गोरा जेता
उत्तर : गोरा बादल
व्याख्या :
रतन सिंह के सेनापति गोरा और बादल के नेतृत्व में राजपूत सैनिकों ने केसरिया वस्त्र धारण कर चित्तौड़ दुर्ग के द्वार खोलकर शत्रु पर टूट पड़े और वीरगति को प्राप्त हुए, गोरा रानी पद्मिनी का चाचा तो बादल रानी पद्मिनी का भाई था। महल के अंदर 1600 स्त्रियों ने रानी पद्मिनी के नेतृत्व में जौहर किया जो चित्तौड़ का प्रथम साका था।
- प्रश्न 349 रावल शाखा का अंतिम शासक कौन था
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- (अ) तेज सिंह
- (ब) समर सिंह
- (स) रतन सिंह
- (द) सामंसिंह
उत्तर : रतन सिंह
व्याख्या :
रतनसिंह के चित्तौड़ के घेरे के समय काम आने से समूची रावल शाखा की भी समाप्ति हो गयी।
- प्रश्न 350 गुहिल वंश दो शाखाओं में किसके समय विभाजित हुआ
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- (अ) रणसिंह
- (ब) क्षेमसिंह
- (स) अल्हट
- (द) समर सिंह
उत्तर : रणसिंह
व्याख्या :
रणसिंह के दो पुत्र थे क्षेमसिंह(रावल शाखा) एवं राहप (सिसोदिया शाखा)। क्षेमसिंह ने मेवाड़ की रावल शाखा को जन्म दिया तथा राहप ने सीसोदा ग्राम की स्थापना कर राणा शाखा (सिसोदिया वंश) की नींव डाली।
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