राजस्थान में पशुपालन
- प्रश्न 36 निम्न में से राजस्थान राज्य का कौन-सा एक जिला डेयरी दुग्ध संकलन में प्रथम क्रम पर है-
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- (अ) भरतपुर
- (ब) जयपुर
- (स) बीकानेर
- (द) अलवर
उत्तर : जयपुर
- प्रश्न 37 पश्चिमी राजस्थान में दूधारू पशुओं के लिए निम्न में से कौन सा एक चारा सर्वश्रेेष्ठ है-
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- (अ) दूब
- (ब) खस-खस
- (स) धामण
- (द) सेवण
उत्तर : धामण
- प्रश्न 38 केन्द्रीय मत्स्यकी शिक्षण संस्थान, मुम्बई के द्वारा किए गए अध्ययन (2010) के अनुसार राजस्थान में मत्स्य उत्पादन की वार्षिक क्षमता है -
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- (अ) 70,000 मैट्रिक टन
- (ब) 20,000 मैट्रिक टन
- (स) 80,000 मैट्रिक टन से अधिक
- (द) 50,000 मैट्रिक टन
उत्तर : 80,000 मैट्रिक टन से अधिक
- प्रश्न 39
राजस्थान के उक्त मानचित्रों में पशुओं की प्रसिद्ध नस्लों के क्षेत्रिय वितरण को (i), (ii), (iii) और (iv) से अंकित किया गया है। नीचे दी गई क्रमावली से इनका अनुक्रम पहचानिए - -
- (अ) थारपरकार, राठी, गीर, कांकरेज
- (ब) कांकरेज, गीर, थारपरकार, राठी
- (स) थारपरकार, कांकरेज, गीर, राठी
- (द) राठी, थारपरकार, कांकरेज, गीर
उत्तर : राठी, थारपरकार, कांकरेज, गीर
- प्रश्न 40 राजस्थान में 19वीं पशुगणना कब की गई थी -
Raj Police Constable(8416) -
- (अ) 2011
- (ब) 2015
- (स) 2012
- (द) 2014
उत्तर : 2012
- प्रश्न 41 राजस्थान सरकार द्वारा निम्न में से किसके दूध का प्रसंस्करण एवं वितरण करने हेतु जयपुर में मिनी प्लांट की स्थापना किये जाने की घोषणा की -
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- (अ) गाय
- (ब) भेड़
- (स) ऊंट
- (द) बकरी
उत्तर : ऊंट
- प्रश्न 42 निम्नलिखित में से राजस्थान के कौनसे क्षेत्र में थारपारकर नस्ल पाई जाती है -
RSMSSB LDC (09-09-18) Paper-1 -
- (अ) पूर्वी क्षेत्र
- (ब) दक्षिण-पूर्व क्षेत्र
- (स) पश्चिमी शुष्क क्षेत्र
- (द) शेखावाटी क्षेत्र
उत्तर : पश्चिमी शुष्क क्षेत्र
- प्रश्न 43 आॅपरेशन फ्लड का संबन्ध है -
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B) -
- (अ) हरित क्रांति
- (ब) श्वेत क्रांति
- (स) नीलि क्रांति
- (द) पीली क्रांति
उत्तर : श्वेत क्रांति
- प्रश्न 44 निम्न में से कौन--सी एक प्रजाति भेड़ की नहीं है -
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- (अ) मगरा
- (ब) मालपुरी
- (स) बागड़ी
- (द) नाचना
उत्तर : नाचना
व्याख्या :
नांचना ऊंट की नस्ल है।
भेड़ की नस्लें
1. चोकला(शेखावटी) : इसका ऊन श्रेष्ठ किस्म का होता है इसे भारत की मेरिनों कहते है।
2. जैसलमेरी : सर्वाधिक ऊन देने वाली भेड़ की नस्ल।
3. नाली : इसका ऊन लम्बे रेशे का होता है, जिसका उपयोग कालीन बनाने में किया जाता है।
4. मगरा : सर्वाधिक मांस देने वाली नस्ल।
5. मारवाड़ी : राजस्थान की कुल भेड़ों में सर्वाधिक भेड़ें मारवाड़ी नस्ल (लगभग 45 प्रतिशत) की है। इसमें सर्वाधिक रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है।
6. सोनाड़ी/चनोथर : लम्बे कान वाली नस्ल।
7. पूगल : इनका उत्पत्ति स्थान बीकानेर की तहसील “पूगल” होने के कारण इस का नाम पूगल हो गया। इस नस्ल को मटन और कालीन ऊन प्राप्ति के लिए पाला जाता है।
8. मालपुरी/अविका नगरी : इसे “देशी नस्ल” भी कहा जाता है।
9. खेरी नस्ल : यह सफेद ऊन के लिए काफी प्रसिद्ध है।
- प्रश्न 45 केन्द्रीय ऊन विकास बोर्ड स्थित है -
Sr. Teacher GrII Comp. Exam 2016 Gk (G-B) -
- (अ) जोधपुर
- (ब) जयपुर
- (स) आविकानगर
- (द) दिल्ली
उत्तर : जोधपुर
व्याख्या :
केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड का गठन जुलाई 1987 में किया गया था, जिसका मुख्यालय जोधपुर, राजस्थान में स्थापित किया गया था।
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