आमेर का कछवाहा वंश
- प्रश्न 41 किस राजपूत राजा ने हरिनाथ, सुन्दरदास एवं जगन्नाथ जैसे विद्वानों को संरक्षण प्रदान किया था -
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- (अ) आमेर के महाराजा मानसिंह
- (ब) अनूपसिंह
- (स) बीकानेर के रायसिंह
- (द) मेवाड़ के महाराणा राजसिंह
उत्तर : आमेर के महाराजा मानसिंह
व्याख्या :
‘मानचरित्र’ तथा ‘महाराजकोष’ नामक ग्रन्थ मानसिंह के शासनकाल में रचे गये थे। इसके समय में राय मुरारीदास ने ‘मान-प्रकाश’ तथा जगन्नाथ ने ‘मानसिंह कीर्ति मुक्तावली’ की रचना की थी। इसके समय में हरिनाथ, सुन्दरदास भी दरबारी कवि थे। इसके समय में दादूदयाल ने ‘वाणी’ की रचना की थी।
- प्रश्न 42 निम्नलिखित में से किस शहर में जयपुर नरेश द्वारा वेधशाला का निर्माण नहीं कराया गया -
Raj Police Constable Exam (8 Nov 2020 S-1) -
- (अ) वाराणसी
- (ब) उज्जैन
- (स) दिल्ली
- (द) उदयपुर
उत्तर : उदयपुर
व्याख्या :
सवाई जयसिंह ने जयपुर, दिल्ली, मथुरा, उज्जैन, और बनारस में पाँच वैद्यशालाएँ स्थापित की।
- प्रश्न 43 किस राजपूत राजा ने “गंधर्व बाइसी” के नाम से विद्वानों का एक समूह बनाया था -
Raj Police Constable Exam (7 Nov 2020 S-1) -
- (अ) सावई प्रताप सिंह
- (ब) अजित सिंह
- (स) सवाई जय सिंह
- (द) अमर सिंह द्वितीय
उत्तर : सावई प्रताप सिंह
व्याख्या :
सवाई प्रतापसिंह के दरबार में 22 कवि, 22 संगीतज्ञ, 22 नाटककार थे जिसे संयुक्त रूप से गंधर्व बाईसी कहते हैं।
- प्रश्न 44 निम्नलिखित में से किसने जयपुर शहर की स्थापना की थी -
Raj Police Constable Exam (7 Nov 2020 S-1) -
- (अ) सवाई राजा जय सिंह द्वितीय
- (ब) ईश्वर सिंह द्वितीय
- (स) माधोसिंह
- (द) प्रताप सिंह
उत्तर : सवाई राजा जय सिंह द्वितीय
व्याख्या :
सवाई जयसिंह ने 18 नवम्बर, 1727 ई. जयपुर नगर की नींव रखी और उसे अपनी नवीन राजधानी (पहली दौसा, दूसरी जमवारामगढ़, तीसरी आमेर) बनाया। इसका वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य था। नींव पंडित जगन्नाथ सम्राट द्वारा रखी गयी और इसकी जानकारी बख्तराम द्वारा रचित ग्रंथ बुद्धि विलास में मिलती है।
- प्रश्न 45 हल्दीघाटी के युद्ध में मुगल सम्राट अकबर की सेना का नेतृत्व किसने किया था -
Raj Police Constable Exam (7 Nov 2020 S-1) -
- (अ) बहलोल खान
- (ब) जय सिंह
- (स) अमीर खान
- (द) मान सिंह प्रथम
उत्तर : मान सिंह प्रथम
व्याख्या :
हल्दीघाटी का युद्ध 1576 ई . में लड़ा गया था। मान सिंह अकबर का सेनापति था।
- प्रश्न 46 निम्न में से कौन से कछवाहा शासक ने मीणाओं को हराकर आमेर को अपनी राजधानी बनाया -
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- (अ) मानसिंह
- (ब) दूल्हेराय
- (स) जयसिंह
- (द) कोकिलदेव
उत्तर : कोकिलदेव
व्याख्या :
दुल्हाराय और मारूणी के पुत्र कोकिल देव ने मीणाओं से आमेर को विजित कर उसे अपनी राजधानी बनाया तभी से यह राजवंश आमेर के कछवाह वंश के नाम से विख्यात है।
- प्रश्न 47 कछवाहा राजवंश के संस्थापक थे -
Rajasthan Patwar 2021 (23 Oct 2021) 2nd shift -
- (अ) कोकिलदेव
- (ब) दूल्हे राय
- (स) भारमल
- (द) जयसिंह
उत्तर : दूल्हे राय
व्याख्या :
दौसा में चौहान और बड़गुर्जरों का शासन था। लेकिन आपसी शत्रुता बढ़ने पर चौहानों ने अपने जवाई दुल्हाराय को आमंत्रित किया। दुल्हाराय ने बड़गुर्जरों को पराजित कर दिया। रालपसी ने दौसा का क्षेत्र दुल्हाराय को दे दिया। दुल्हाराय ने अपने पिता सोढ़ा देव को दौसा का शासक बनाया।
- प्रश्न 48 निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1) जयपुर की स्थापना 1727 में कछवाहा राजपूत शासक जय सिंह द्वितीय ने की थी।
2) 2019 में, यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति ने जयपुर को विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया।
3) शहर की योजना विद्याधर भट्टाचार्य ने बनाई थी।
नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर चुनिए : -
- (अ) 1 और 2 केवल
- (ब) 1 और 3 केवल
- (स) 1, 2 और 3
- (द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर : 1, 2 और 3
व्याख्या :
सवाई जयसिंह ने 18 नवम्बर, 1727 ई. जयपुर नगर की नींव रखी और उसे अपनी नवीन राजधानी (पहली दौसा, दूसरी जमवारामगढ़, तीसरी आमेर) बनाया। इसका वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य था। नींव पंडित जगन्नाथ सम्राट द्वारा रखी गयी और इसकी जानकारी बख्तराम द्वारा रचित ग्रंथ बुद्धि विलास में मिलती है।
2019 में, यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति ने जयपुर को विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया।
- प्रश्न 49 हवा महल राजस्थान के किस राजपूत वंश द्वारा बनवाया गया था -
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- (अ) सिसोदिया
- (ब) कछवाहा
- (स) चौहान
- (द) राठौड़
उत्तर : कछवाहा
व्याख्या :
सवाई प्रतापसिंह ने 1799 ई. को जयपुर में हवामहल का निर्माण करवाया। हवामहल 5 मंजिला इमारत है, जिसमें 953 खिड़कियाँ हैं। इसका शिल्पी लालचन्द था।
- प्रश्न 50 सम्राट अकबर ने 7000 का मनसब एवं फर्जन्द की उपाधि किसे प्रदान की -
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- (अ) मानसिंह
- (ब) भारमल
- (स) भगवन्त दास
- (द) जयसिंह
उत्तर : मानसिंह
व्याख्या :
अकबर ने मानसिंह को 7000 का मनसब व फर्जन्द (बेटा) की उपाधि प्रदान की।
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