राठौड़ वंश
- प्रश्न 41 बीकानेर के शासक रायसिंह का शासन काल था -
JEN 2022: Elec. Mech. Diploma (GK) -
- (अ) 1556-1605 ई.
- (ब) 1574-1610 ई.
- (स) 1574-1612 ई.
- (द) 1571-1608 ई.
उत्तर : 1574-1612 ई.
व्याख्या :
रायसिंह (1574-1612 ई.) ने अपनी उपाधि ‘महाराजाधिराज व महाराजा’ रखी। अकबर ने रायसिंह ‘राय’ उपाधि व 4000 मनसब दी।
- प्रश्न 42 राजस्थान में साहेबा का युद्ध जिस वर्ष लड़ा गया था, वह है -
JEN 2022: Electrical Diploma (GK) -
- (अ) 1519-20 ई.
- (ब) 1544-45 ई.
- (स) 1436-37 ई.
- (द) 1541-42 ई.
उत्तर : 1541-42 ई.
व्याख्या :
पहोबा/साहेबा का युद्ध (1542 ई.) : मालदेव ने 1542 ई. के आसपास राज्य विस्तार की इच्छा से कूपा की अध्यक्षता में एक बड़ी सेना बीकानर की तरफ भेजी। राव जैतसी मुकाबला करने के लिए साहेबा के मैदान में पहुँचा। मालदेव ने साहेबा के मैदान में बीकानेर के राव जैतसी को मारकर अपने साम्राज्य विस्तार की इच्छा को पूरी किया परन्तु मालदेव ने अपनी विजयों से जैसलमेर, मेवाड़ और बीकानेर से शत्रुता बढ़ाकर अपने सहयोगियों की संख्या कम कर दी।
- प्रश्न 43 किस देशी रियासत ने विलय पत्र पर सर्वप्रथम हस्ताक्षर किए -
JEN 2022: Electrical Diploma (GK) -
- (अ) मेवाड
- (ब) बीकानेर
- (स) जोधपुर
- (द) कोटा
उत्तर : बीकानेर
व्याख्या :
बीकानेर राजस्थान की प्रथम रियासत थी, जिसने सर्वप्रथम भारतीय संघ में शामिल होने की स्वीकृति दी।
- प्रश्न 44 सुमेल का युद्ध कब लड़ा गया था -
JEN 2022: Civil Degree (GK) -
- (अ) 1519 ई.
- (ब) 1540 ई.
- (स) 1544 ई.
- (द) 1437 ई.
उत्तर : 1544 ई.
व्याख्या :
1544 ई. के गिरी सुमेल के युद्ध में मालदेव की हार हुई व जोधपुर पर शेरशाह का अधिकार हो गया और कल्याणमल को भी शेरशाह की सहायता से बीकानेर वापस मिल गया।
- प्रश्न 45 ‘मारवाड़ का भूला-बिसरा नायक’ किसे कहा जाता है -
Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1 -
- (अ) राव चंद्रसेन
- (ब) राव गंगदेव
- (स) महाराजा अजीत सिंह
- (द) सूर सिंह
उत्तर : राव चंद्रसेन
व्याख्या :
इतिहास में समुचित महत्व न मिलने के कारण चन्द्रसेन को ‘मारवाड़ का भूला बिसरा नायक’ कहा जाता है।
- प्रश्न 46 11 जून 1681 में औरंगजेब के बागी पुत्र अकबर को दुर्गादास किस मराठा सरदार के दरबार में कोंकण साथ ले गया -
Lab Assistant Exam 2022 (Home Science) -
- (अ) शिवाजी
- (ब) साहुजी
- (स) संभाजी
- (द) पेशवा बाजी राव
उत्तर : संभाजी
व्याख्या :
जून 1681 में जब विद्रोह अव्यवस्थित हो गया तो दुर्गादास ने अकबर की सहायता की, जिससे उसे हाल ही में स्थापित मराठा राजा संभाजी के दरबार में भागने में मदद मिली।
- प्रश्न 47 17वीं शत्ताब्दी के “सिसोदिया-राठौड़ गठबंधन” में, मेवाड़ का शासक था -
Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1 -
- (अ) महाराणा जगत सिंह - I
- (ब) महाराणा राज सिंह - I
- (स) महाराणा अमर सिंह - II
- (द) महाराणा संग्राम सिंह - II
उत्तर : महाराणा राज सिंह - I
व्याख्या :
वीर दुर्गादास, गोरा धाय तथा मुकुंददास खींची ने इन्हें चुपके से दिल्ली से निकाल कर सिरोही राज्य के कालिन्द्री मंदिर में छिपा दिया। इस कार्य में मेवाड़ महाराणा राजसिंह सिसोदिया ने बड़ी सहायता की। मेवाड़ महाराजा राजसिंह ने अजीतसिंह के निर्वाह के लिए दुर्गादास को केलवा की जागीर-प्रदान की। 1707 ई. में औरंगजेब की मृत्यु होते ही अजीतसिंह ने जोधपुर पर आक्रमण किया व जोधपुर के फौजदार जाफर कुल्ली को भगा दिया व अपने पैतृक राज्य पर वापस अधिकार कर लिया।
- प्रश्न 48 मुगलों के निरंतर संघर्ष में रहने वाले मारवाड़ (जोधपुर) के शासक का नाम बताइये -
Lab Assistant Exam 2022 (Geography) -
- (अ) मालदेव
- (ब) चन्द्रसेन
- (स) उदयसिंह
- (द) जसवन्तसिंह
उत्तर : चन्द्रसेन
व्याख्या :
राव चन्द्रसेन अकबरकालीन राजस्थान का प्रथम स्वतन्त्र प्रकृति का शासक था। इतिहास में समुचित महत्व न मिलने के कारण चन्द्रसेन को ‘मारवाड़ का भूला बिसरा नायक’ कहा जाता है। राव चंद्रसेन ऐसा प्रथम राजपूत शासक था जिसने अपनी रणनीति में दुर्ग के स्थान पर जंगल और पहाड़ी क्षेत्र को अधिक महत्त्व दिया था। राव चंद्रसेन को महाराणा प्रताप का पथ प्रदर्शक माना जाता है। इसलिए राव चन्द्रसेन को ‘मारवाड़ का प्रताप’ कहा जाता है।
- प्रश्न 49 ‘सुमेल गिरी का युद्ध’ (1543) किस-किस के मध्य लड़ा गया -
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- (अ) मालदेव व हुमायूं के मध्य
- (ब) इब्राहीम लोदी व बाबर के मध्य
- (स) राव कल्याणमल व शेरशाह के मध्य
- (द) राव मालदेव व शेरशाह सूरी के मध्य
उत्तर : राव मालदेव व शेरशाह सूरी के मध्य
व्याख्या :
1543-44 ई. के गिरी सुमेल के युद्ध में मालदेव की हार हुई व जोधपुर पर शेरशाह का अधिकार हो गया और कल्याणमल को भी शेरशाह की सहायता से बीकानेर वापस मिल गया।
- प्रश्न 50 शेरशाह सूरी के आक्रमण के समय मारवाड़ का शासक कौन था -
Lab Assistant Exam 2022 (Science) 29 June 2022 Paper-1 -
- (अ) राव जोधा
- (ब) राव चन्द्रसेन
- (स) राव मालदेव
- (द) मोटा राजा उदयसिंह
उत्तर : राव मालदेव
व्याख्या :
1544 ई. के गिरी सुमेल के युद्ध में मालदेव की हार हुई व जोधपुर पर शेरशाह का अधिकार हो गया और कल्याणमल को भी शेरशाह की सहायता से बीकानेर वापस मिल गया।
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