प्राचीन धार्मिक आन्दोलन(जैन धर्म/बौद्ध धर्म)
- प्रश्न 51 गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम धर्मोपदेश कहाँ दिया था -
Clerk Grade-II/ Jr. Asst. 2024 Paper -Ist -
- (अ) गया
- (ब) कपिलवस्तु
- (स) बोधगया
- (द) सारनाथ
उत्तर : सारनाथ
व्याख्या :
गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम धर्मोपदेश सारनाथ में दिया था, जिसे “धर्मचक्र प्रवर्तन” कहा जाता है। यह उपदेश उनके ज्ञान प्राप्ति के बाद दिया गया था।
- प्रश्न 52 जैन के प्रथम तीर्थांकर कौन थे -
Clerk Grade-II/ Jr. Asst. 2024 Paper -Ist -
- (अ) पद्मप्रभा
- (ब) पार्श्वनाथ
- (स) ऋषभनाथ
- (द) महावीर स्वामी
उत्तर : ऋषभनाथ
व्याख्या :
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ थे। वे जैन धर्म में प्रमुख स्थान रखते हैं और उनके जीवन से कई महत्वपूर्ण शिक्षाएं जुड़ी हैं।
- प्रश्न 53 बौद्ध श्रमणों के आहार-सम्बन्धी अनुशासन में बौद्ध भिक्षुओं की अनुमति थी-
a. भिक्षा माँगने की
b. भोजन के निमन्त्रण स्वीकार करने की
c. मठ में भेजी भेंट ग्रहण करने की
d. किसी विशेष प्रकार के आहार के लिए अपनी इच्छा प्रकट करने की
उपरोक्त में से कौन-कौन से कथन सही हैं? नीचे दिए गये कूट में चयन कीजिए-
कूट : -
- (अ) a और b
- (ब) c और d
- (स) a, b और d
- (द) a, b और c
उत्तर : a, b और c
व्याख्या :
बौद्ध अनुशासन में भिक्षुओं को किसी विशेष प्रकार के भोजन की मांग करने की अनुमति नहीं थी, क्योंकि यह बौद्ध धर्म के अनासक्ति और विनम्रता के सिद्धांतों के विपरीत है।
- प्रश्न 54 निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
a. तिब्बत में बौद्ध धर्म का प्रवेश पाल साम्राज्य से हुआ था।
b. बंगाल के सेन बौद्ध-विरोधी थे।
c. सोलंकी, जिन्होंने गुजरात पर शासन किया, जैन-धर्म के संरक्षक थे।
उपरोक्त में से कौन से सही है/हैं?
कूट : -
- (अ) केवल a
- (ब) b व c
- (स) a व c
- (द) a, b व c
उत्तर : a, b व c
- प्रश्न 55 निम्न में से किन बौद्ध ग्रन्थों की रचना संस्कृत भाषा में की गई ? निम्नांकित में से सही विकल्प चुनिए :
A. दिव्यावदान
B. दीपवंश
C. महावंश
D. आर्यमंजूश्री मूलकल्प
Raj. State and Sub. Services Comb. Comp. (Pre) Exam - 2024 -
- (अ) A, B
- (ब) B, C
- (स) A, D
- (द) A, C
उत्तर : A, D
व्याख्या :
दिव्यावदान, आर्यमंजूश्री मूलकल्प ग्रन्थों की रचना संस्कृत भाषा में की गई।
- प्रश्न 56 आजीवक सम्प्रदाय के सम्बन्ध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
A. नियतिवाद में विश्वास
B. उनके पुनर्जन्म के क्रम में बदलाव किया जा सकता है।
C. कठोर तपस्या में विश्वास
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये :
कूट:
Raj. State and Sub. Services Comb. Comp. (Pre) Exam - 2024 -
- (अ) केवल A सही हैं।
- (ब) केवल B सही है।
- (स) A और B सही हैं।
- (द) A और C सही हैं।
उत्तर : A और C सही हैं।
व्याख्या :
आजीविक संप्रदाय एक तपस्वी समूह था जो भारत में बौद्ध धर्म और जैन धर्म के साथ ही उभरा और 14वीं शताब्दी तक चला। आजीविकों की विश्वास प्रणाली का मुख्य विचार यह था कि सब कुछ भाग्य या नियति द्वारा पूर्व निर्धारित होता है , जो यह सुझाव देता है कि मानवीय क्रियाएँ परिणामों को प्रभावित नहीं करती हैं।
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