राठौड़ वंश
- प्रश्न 61 किस राजपूत शासक को ‘राजपूताना का कर्ण’ कहा जाता है -
Sr Teacher Gr II Special Edu. Comp. Exam 2015 (G.K.) -
- (अ) महाराणा कुम्भा
- (ब) सवाई प्रतापसिंह
- (स) महाराजा रायसिंह
- (द) महाराजा जसवंत सिंह
उत्तर : महाराजा रायसिंह
व्याख्या :
रायसिंह के समय में घोर त्रिकाल पड़ा, जिसमें हजारों व्यक्ति एवं पशु मारे गए। महाराजा ने व्यक्तियों के लिए जगह-जगह ‘सदाव्रत’ खोले एवं पशुओं के लिए चारे-पानी की व्यवस्था की। इसलिए मुंशी देवी प्रसाद ने इसे ‘राजपूताने का कर्ण’ की संज्ञा दी है।
- प्रश्न 62 राजस्थान के किस शासक ने द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया था -
-
- (अ) महाराजा गंगासिंह
- (ब) महाराजा उदयसिंह
- (स) महाराजा भूपालसिंह
- (द) महाराजा सवाई जरय॑सिंह
उत्तर : महाराजा गंगासिंह
व्याख्या :
महाराजा गंगासिंह तीनों गोलमेज सम्मेलनों (1930, 1931, 1932) में देशी राज्यों के प्रतिनिधित्व के रूप में भाग लिया था।
- प्रश्न 63 महाराजा गज सिंह किस राज्य के शासक थे -
-
- (अ) बांसवाड़ा
- (ब) डूंगरपुर
- (स) धौलपुर
- (द) जोधपुर
उत्तर : जोधपुर
व्याख्या :
महाराजा गजसिंह जोधपुर राज्य के शासक थे।
- प्रश्न 64 राठौर राजवंश के प्रथम शासक कौन थे -
-
- (अ) राव रणमल
- (ब) मोकल
- (स) राव जोधा
- (द) राव चूडा
उत्तर : राव चूडा
व्याख्या :
राव चूँडा ने मण्डौर को राठौड़ों की राजधानी बनाया। उसने अपने राज्य का विस्तार नाड़ौल, डीड़वाना, नागौर आदि क्षेत्रों तक कर लिया।
- प्रश्न 65 उस राजा का नाम बताइए जिसे फारसी इतिहासकार फरिश्ता ने हिंदुस्तान का सबसे शक्तिशाली शासक कहा था।
-
- (अ) राव चन्द्र सेन
- (ब) राव मालदेव
- (स) राव सटल
- (द) राव सुजा
उत्तर : राव मालदेव
व्याख्या :
राव मालदेव जब जोधपुर की गद्दी पर बैठा था तब से लेकर अंत तक अपना पूरा जीवन युद्ध में रखा था। अपने जीवनकाल में इनके पास सबसे अधिक 58 परगनों का शासन रहा और 52 युद्ध लड़े। मुस्लिम इतिहासकार फरिश्ता उन्हें हिंदुस्तान का सबसे शक्तिशाली शासक कहते हैं।
- प्रश्न 66 निम्नांकित राज्यों व उनके शासकों की सूचियों को सुमेलित कीजिये -
अ, ब, स, दसूची-1 सूची-2 अ. बूंदी 1. देवसिंह ब. जोधपुर 2. मालदेव स. जयपुर 3. ईश्वरी सिंह द. रणथम्बौर 4. गोविन्दराज
Stenographer Comp. Exam - 2011 (Paper I) -
- (अ) 1, 2, 3, 4
- (ब) 2, 4, 1, 3
- (स) 1, 2, 4, 3
- (द) 4, 3, 2, 1
उत्तर : 1, 2, 3, 4
व्याख्या :राज्य शासक बूंदी देवसिंह जोधपुर मालदेव जयपुर ईश्वरी सिंह रणथम्बौर गोविन्दराज
- प्रश्न 67 बीकानेर राज्य तथा मुगलों के बीच प्रथम संधि पर हस्ताक्षर करने वाले शासक थे -
Stenographer Comp. Exam - 2011 (Paper I) -
- (अ) राव बीका
- (ब) कल्याणमल
- (स) राम सिंह
- (द) अनूप सिंह
उत्तर : कल्याणमल
व्याख्या :
जब अकबर नागौर में रुका हुआ था, राजस्थान के कई राजा यहाँ पहुँचे व बीकानेर का कल्याणमल अपने पुत्र रायसिंह के साथ नागौर पहुँचा व अधीनता स्वीकार की, कल्याणमल बीकानेर का प्रथम शासक है जिसने मुगलों की अधीनता स्वीकार की।
- प्रश्न 68 निम्नलिखित में मारवाड़ के किस राठौड़ शासक ने मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की थी -
Stenographer Comp. Exam - 2011 (Paper I) -
- (अ) राव गंगा
- (ब) मालदेव
- (स) जसवंत सिंह
- (द) राव चन्द्रसेन
उत्तर : राव चन्द्रसेन
व्याख्या :
राव चंद्रसेन ऐसा प्रथम राजपूत शासक था जिसने अपनी रणनीति में दुर्ग के स्थान पर जंगल और पहाड़ी क्षेत्र को अधिक महत्त्व दिया था। खुले युद्ध के स्थान पर छापामार युद्ध प्रणाली का महत्त्व स्थापित करने में मेवाड़ के महाराणा उदयसिंह के बाद चंद्रसेन राजपूताने का दूसरा शासक था।
- प्रश्न 69 बीकानेर का पहला कौन सा राजा था जिसने अकबर की अधीनता स्वीकार की -
-
- (अ) लूणकरण
- (ब) रायसिंह
- (स) राव बीका
- (द) कल्याणमल
उत्तर : कल्याणमल
व्याख्या :
जब अकबर नागौर में रुका हुआ था, राजस्थान के कई राजा यहाँ पहुँचे व बीकानेर का कल्याणमल अपने पुत्र रायसिंह के साथ नागौर पहुँचा व अधीनता स्वीकार की, कल्याणमल बीकानेर का प्रथम शासक है जिसने मुगलों की अधीनता स्वीकार की।
- प्रश्न 70 किस बीकानेर नरेश ने मुगल सम्राट अकबर की अधीनता स्वीकार की -
-
- (अ) राव लूणकरण
- (ब) राव कल्याणमल
- (स) राव रायसिंह
- (द) राव बीका
उत्तर : राव कल्याणमल
व्याख्या :
जब अकबर नागौर में रुका हुआ था, राजस्थान के कई राजा यहाँ पहुँचे व बीकानेर का कल्याणमल अपने पुत्र रायसिंह के साथ नागौर पहुँचा व अधीनता स्वीकार की, कल्याणमल बीकानेर का प्रथम शासक है जिसने मुगलों की अधीनता स्वीकार की।
page no.(7/19)