मेवाड़ का गुहिल वंश
- प्रश्न 71 राजस्थान के इतिहास में हिन्दूपत किस शासक को कहा जाता है -
JEN 2022: Elec. Mech. Diploma (GK) -
- (अ) महाराणा कुम्भा
- (ब) महाराणा सांगा
- (स) महाराजा रायसिंह
- (द) महाराणा राजसिंह
उत्तर : महाराणा सांगा
व्याख्या :
सांगा अन्तिम हिन्दू राजा था, जिसके सेनापतित्व में सब राजपूत जातियाँ विदेशियों को भारत से निकालने के लिए सम्मिलित हुई। महाराणा सांगा को “हिन्दूपत” कहा जाता था। इतिहास में महाराणा सांगा का नाम ‘अन्तिम भारतीय हिन्दू सम्राट’ के रूप में अमर है। कर्नल टॉड ने राणा सांगा को ‘सिपाही का अंश’ कहा है।
- प्रश्न 72 सारंगपुर का युद्ध कब लड़ा गया था -
JEN 2022: Elec. Mech. Degree (GK) -
- (अ) 1437 ई.
- (ब) 1443 ई.
- (स) 1517 ई.
- (द) 1428 ई.
उत्तर : 1437 ई.
व्याख्या :
सारंगपुर युद्ध / मालवा युद्ध 1437 ई. : महपा पँवार मेवाड़ से भागकर मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी प्रथम की शरण में पहुँच गया। राणा कुंभा द्वारा महपा पँवार की मांग की गई थी, लेकिन महमूद खिलजी ने शरणार्थी को आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया। कुम्भा ने रणमल राठौड़ की सैनिक सहायता से 1437 ई० में ‘सारंगपुर के युद्ध’ (मध्य प्रदेश) में मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी प्रथम को पराजित कर बंदी बना लिया।
- प्रश्न 73 महाराणा सांगा ने किस युद्ध में बाबर की सेना को हराया -
JEN 2022: Electrical Degree (GK) -
- (अ) पानीपत का प्रथम युद्ध
- (ब) घाघरा युद्ध
- (स) खानवा युद्ध
- (द) बयाना युद्ध
उत्तर : बयाना युद्ध
व्याख्या :
बयाना का युद्ध (16 फरवरी, 1527) : 16 फरवरी, 1527 को भरतपुर राज्य में बयाना नामक स्थान पर दोनों सेनाओं में घमासान संघर्ष हुआ। राणा सांगा ने बाबर की भेजी हुई सेना को ऐसी बुरी तरह परास्त किया।
- प्रश्न 74 हुरडा सम्मेलन किस वर्ष आयोजित हुआ -
JEN 2022: Electrical Degree (GK) -
- (अ) 1734 ई.
- (ब) 1740 ई.
- (स) 1804 ई.
- (द) 1757 ई.
उत्तर : 1734 ई.
व्याख्या :
सवाई जयसिंह ने राजस्थान में बढ़ती हुई मराठा शक्ति का प्रतिरोध करने के लिए मेवाड़ के जगतसिंह द्वितीय की अध्यक्षता में 17 जुलाई, 1734 ई. को हुरड़ा सम्मेलन का आयोजन भीलवाड़ा में करवाया, किन्तु राजपूत रियासतों को एकजुट करने का यह प्रयत्न विफल हो गया।
- प्रश्न 75 चित्तौड़ के द्वितीय साका में किस रानी ने जौहर किया था -
JEN 2022: Civil Diploma (GK) -
- (अ) पदमिनी
- (ब) कर्मावती
- (स) जसमती
- (द) जीजाबाई
उत्तर : कर्मावती
व्याख्या :
राणा सांगा की हाडी रानी कर्मावती के दो अल्प आयु पुत्र विक्रमादित्य व उदयसिंह थे। विक्रमादित्य अल्प वयस्क तो रानी कर्मावती संरक्षिका बनी। सन् 1535 में गुजरात के बहादुरशाह ने मेवाड़ पर आक्रमण किया। इस समय राणा सांगा के द्वितीय पुत्र विक्रमादित्य का (1531-36 ई.) शासन था। वह किले की रक्षा का भार देवलिया प्रतापगढ़ के ठाकुर बाघसिंह को सौंप कर बूँदी चला गया। चित्तौड़ की रक्षार्थ कर्मावती (कर्णावती) ने मुगल बादशाह हुमायूँ राखी भेजी। मगर हुमायूँ समय पर सहायता नहीं कर सका। अतः किले का पतन जानकर रानी कर्मावती ने अन्य राजपूत स्त्रियों के साथ इनमें विक्रमादित्य की पत्नी जवाहर बाई भी शामिल थी, जौहर किया तथा राजपूत योद्धा लड़ते हुए मारे गए।
- प्रश्न 76 किस मेवाड़ शासक के समय जावर की खानों में चाँदी की प्राप्ति हुई थी -
JEN 2022: Civil Diploma (GK) -
- (अ) महाराणा लाखा
- (ब) महाराणा मोकल
- (स) राणा हम्मीर
- (द) राणा क्षेत्र सिंह
उत्तर : महाराणा लाखा
व्याख्या :
राणा लाखा के समय में जावर माइन्स से चांदी और सीसा बहुत अधिक मात्रा में निकलने लगा जिससे आर्थिक समृद्धि बढ़ी।
- प्रश्न 77 महाराणा प्रताप ने अपनी नवीन राजधानी चावण्ड में कब स्थापित की -
Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1 -
- (अ) 1576 ई.
- (ब) 1582 ई.
- (स) 1585 ई.
- (द) 1594 ई.
उत्तर : 1585 ई.
व्याख्या :
सन् 1585 के बाद अकबर ने मेवाड़ पर कोई आक्रमण नहीं किया। राणा ने पहले गोगुन्दा फिर कुंभलगढ़ को तत्पश्चात् चावण्ड का अपनी आपातकालीन नई राजधानी बनाया। महाराणा प्रताप ने 1585 ई. में चावंड के शासक लूणा को परास्त कर चावंड को अपनी राजधानी बनाया। यह नगर अमरिसिंह के काल में 1614 ई. तक मेवाड़ मेवाड़ राज्य की राजधानी रहा।
- प्रश्न 78 निम्नलिखित युद्धों का सही कालक्रम चुनिए -
(1)हल्दीघाटी का युद्ध
(2) खानवा का युद्ध
(3) तराइन का द्वितीय युद्ध
सही कूट चुनिए -
Basic Computer Instructor Exam 2022 Paper 1 -
- (अ) 1, 2, 3
- (ब) 2, 3, 1
- (स) 3, 2, 1
- (द) 1, 3, 2
उत्तर : 3, 2, 1
व्याख्या :
हल्दीघाटी (राजसमंद) का युद्ध (18 जून, 1576) : राणा प्रताप एवं अकबर
खानवा का युद्ध (17 मार्च, 1527) : राणा सांगा एवं जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर
तराइन का द्वितीय युद्ध (1192 ई.) : पृथ्वीराज एवं मुहम्मद गौरी
- प्रश्न 79 मेवाड़ के किस महाराणा ने अजमेर दरगाह के लिए चार गांव अनुदान में दिए -
JSA Documents-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) महाराणा संग्रामसिंह
- (ब) महाराणा जगतसिंह द्वितीय
- (स) महाराणा फतेहसिंह
- (द) महाराणा अमरसिंह द्वितीय
उत्तर : महाराणा जगतसिंह द्वितीय
व्याख्या :
मेवाड़ के महाराणा जगतसिंह द्वितीय ने अजमेर दरगाह के लिए चार गांव अनुदान में दिए थे।
- प्रश्न 80 अकबर द्वारा महाराणा प्रताप से बातचीत हेतु भेजे गए दूतों का सही क्रम छांटिए -
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- (अ) जलाल खां, मानसिंह, भगवंत दास, टोडरमल
- (ब) मानसिंह, जलाल खां, टोडरमल, भगवंत दास
- (स) जलाल खां, टोडरमल, मानसिंह, भगवंत दास
- (द) टोडरमल, जलाल खां, मानसिंह, भगवंत दास
उत्तर : जलाल खां, मानसिंह, भगवंत दास, टोडरमल
व्याख्या :
अकबर ने अपनी गुजरात विजय के बाद अपने मनसबदार जलाल खाँ कोरची को राणा प्रताप के पास इस आशय से भेजा कि वह (राणा) अकबर की अधीनता स्वीकार कर ले। राणा प्रताप ने शिष्टता के साथ इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। अकबरनामा और इकबालनामा के अनुसार जब मानसिंह गुजरात से लौट रहा था तो उसे आदेश दिया गया कि वह उदयपुर जाकर राणा प्रताप को समझाये कि वह अकबर की सर्वोपरि शक्ति को मान्यता दे और शाही दरबार में उपस्थित हो। इसके बाद इसी आशय से दो और पैगाम महाराणा के पास भगवन्तदास तथा टोडरमल के नेतृत्व में भेजे गये, परन्तु पहले की भाँति वे भी विफल रहे।
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