राजस्थान में रीति -रिवाज एवं प्रथाएं
- प्रश्न 73 आदिवासियों में प्रचलित लीला-मोरिया संस्कार किस अवसर से जुड़ा हुआ है -
Asst. Agriculture Officer - 2018 (Paper-1) -
- (अ) विवाह
- (ब) सगाई
- (स) जन्म
- (द) नामकरण
उत्तर : विवाह
- प्रश्न 74 उदयपुर राज्य में ‘डाकन प्रथा’ पर प्रतिबन्ध कब लगाया गया -
JSA Chemistry-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) 1850 में
- (ब) 1853 में
- (स) 1855 में
- (द) 1858 में
उत्तर : 1853 में
व्याख्या :
डाकन प्रथा को सर्वप्रथम उदयपुर में गैर-कानूनी घोषित किया गया था| राजस्थान की कई जातिया विशेषकर भील और मीणा जातियों में स्त्रियों पर डाकन होने का आरोप लगा कर उन्हे मार डालने की कुप्रथा व्याप्त थी। सर्वप्रथम अप्रैल, 1853 में मेवाड़ में महाराणा स्वरूप सिंह के समय में मेवाड़ भील कोर के कमान्डेन्ट जे.सी. ब्रुक ने खैरवाड़ा उदयपुर में इस प्रथा को गैर कानूनी घोषित किया था|
- प्रश्न 75 बढार का भोज निम्न में से किस मौके पर रखा जाता है -
JSA Serology-2019(Rajasthan Gk) -
- (अ) विवाह
- (ब) जन्म
- (स) मृत्यु
- (द) तीर्थ-यात्रा
उत्तर : विवाह
- प्रश्न 76 ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जी व अन्य सामान खरीदने के बदले दिया जानेवाला अनाज क्या कहलाता है -
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- (अ) कीणा
- (ब) ईंच
- (स) लाणी
- (द) दाण
उत्तर : कीणा
व्याख्या :
गावों में सब्जी अथवा अन्य सामान खरीदने के लिए दिया जाने वाला अनाज कीणा कहलाता है। राजस्थान में प्रचलित रीति -रिवाज & प्रथाएं
- प्रश्न 77 हरविलास शारदा द्वारा 1929 में पारित ‘शारदा एक्ट’ में लड़के व लड़की की विवाह योग्य आयु क्रमशः रखी गई -
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- (अ) 18वर्ष व 14वर्ष
- (ब) 21वर्ष व 18वर्ष
- (स) 18वर्ष व 15वर्ष
- (द) 19वर्ष व 16वर्ष
उत्तर : 18वर्ष व 14वर्ष
व्याख्या :
1929 में प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ. हरविलास शारदा के प्रयासों से बाल विवाह निषेध कानून (शारदा एक्ट) बना। इसके द्वारा लड़कों के विवाह की उम्र 18 वर्ष एवं लड़कियों की 14 वर्ष निर्धारित की गई।
- प्रश्न 78 मृत्यु उत्सव के लिए राजस्थान में निम्नलिखित में से कौन सा एक नाम है -
Raj Police Constable(7981) -
- (अ) दापा
- (ब) मोसर
- (स) हेल्मो
- (द) बढार
उत्तर : मोसर
- प्रश्न 79 सुमेलित कीजिए -
1, 2, 3, 4कुप्रथा सर्वप्रथम रोक लगाने वाली रियासत 1. कन्या वध अ. कोटा 2 समाधि प्रथा ब. बूंदी 3. सती प्रथा स. जयपुर 4. त्याग प्रथा द. जोधपुर -
- (अ) अ, ब, द, स
- (ब) अ, स, द, ब
- (स) अ, स, ब, द
- (द) द, स, ब, अ
उत्तर : अ, स, ब, द
व्याख्या :
बिलकिंसन के प्रयासों से 1832 ई. में कोटा में कन्या वध पर रोक लगाई गई। समाधि प्रथा पर 1844 में जयपुर में लुडलो के प्रयासों से प्रतिबंध लगा। सती प्रथा पर बूंदी में 1822 में रोक लगाई गई। राजा राममोहन राय के प्रयासों से 1829 में लार्ड बैंटिक ने सम्पूर्ण भारत में रोक लगाई।
- प्रश्न 80 हाड़ौती के पाॅलिटिकल एजेंट ‘विलकिंसन’ के प्रयासों से किस प्रथा पर रोक लगाई गई -
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- (अ) त्याग प्रथा
- (ब) कन्या वध
- (स) डाकन प्रथा
- (द) समाधि प्रथा
उत्तर : कन्या वध
व्याख्या :
बिलकिंसन के प्रयासों से 1832 ई. में कोटा में कन्या वध पर रोक लगाई गई।
- प्रश्न 81 किसके शासन काल में मेवाड़ में सर्वप्रथम डाकन प्रथा पर रोक लगाई गई थी -
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- (अ) महाराणा अमरसिंह
- (ब) महाराणा भीमसिंह
- (स) महाराणा भूपालसिंह
- (द) महाराणा स्वरूप सिंह
उत्तर : महाराणा स्वरूप सिंह
व्याख्या :
1853 में कैप्टन ब्रुक द्वारा डाकण प्रथा को गैर कानूनी घोषित किया गया।
- प्रश्न 82 कूकड़ी की रस्म किस जनजाति में प्रचलित है -
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- (अ) भील
- (ब) सांसी
- (स) डामोर
- (द) मीणा
उत्तर : सांसी
व्याख्या :
सांसी जनजाति में वधू द्वारा चारित्रिक पवित्रता की परीक्षा देना कूकड़ी की रस्म कहलाती है।
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